NCERT Solutions Class 10th Social Science (Geography) Chapter – 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (Lifelines of National Economy) Notes in Hindi

NCERT Solutions Class 10th Social Science (Geography) Chapter – 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (Lifelines of National Economy)

Text BookNCERT
Class  10th
Subject  Social Science (भूगोल)
Chapter7th
Chapter Nameराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (Lifelines of National Economy) 
CategoryClass 10th Social Science (Geography) 
Medium Hindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 10th Social Science (Geography) Chapter – 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (Lifelines of National Economy) Notes in Hindi हम इस अध्याय में राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (Lifelines of National Economy), परिवहन के साधन का वर्गीकरण कितने प्रकार से किया गया है?, सड़क परिवहन की विशेषता बताए?, आदि इसके बारे में हम विस्तार से पढ़ेंगे।

NCERT Solutions Class 10th Social Science (Geography) Chapter – 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (Lifelines of National Economy)

Chapter – 7

राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

Notes

परिवहन के साधनों का वर्गीकरण कितने प्रकार से किया गया है?

परिवहन के साधनों का वर्गीकरण तीन प्रकार से किया गया है-

• स्थल
• जल
• वायु

स्थल का वर्गीकरण कितने प्रकार से किया गया है?

• सड़क परिवहन
• रेल परिवहन
• पाइप लाइन

जल का वर्गीकरण कितने प्रकार से किया गया है?

• आंतरिक जल परिवहन
• समुद्री परिवहन

वायु का वर्गीकरण कितने प्रकार से किया गया है?

• घरेलू विमान सेवा
• सार्वजनिक प्राधिकरण
• निजी विमान सेवा
• अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवा

स्थल परिवहन के बारे में कुछ बताइए?

भारत विश्व के सर्वाधिक सड़क जाल वाले देशों में से एक है, यह सड़क जाल लगभग 54.7 लाख किमी. है। भारत में सड़क परिवहन, रेल परिवहन से पहले प्रारंभ हुआ। निर्माण तथा व्यवस्था में सड़क परिवहन, रेल परिवहन की अपेक्षा अधिक सुविधाजनक है।

रेल परिवहन की अपेक्षा सड़क परिवहन की बढ़ती महत्ता निम्न कारणों से है?

• रेलवे लाइन की अपेक्षा सड़कों की निर्माण लागत बहुत कम है।

• अपेक्षाकृत ऊबड़-खाबड़ व विच्छिन्न भू-भागों पर सड़कें बनाई जा सकती हैं।

• अधिक ढाल प्रवणता तथा पहाड़ी क्षेत्रों में भी सड़कें निर्मित की जा सकती हैं।

• अपेक्षाकृत कम व्यक्तियों, कम दूरी व कम वस्तुओं के परिवहन में सड़क मितव्ययी है।

• यह घर-घर सेवाएँ उपलब्ध करवाता है तथा सामान चढ़ाने व उतारने की लागत भी अपेक्षाकृत कम है।

• सड़क परिवहन, अन्य परिवहन साधनों के उपयोग में एक कड़ी के रूप में भी कार्य करता है, जैसे सड़कें, रेलवे स्टेशन, वायु व समुद्री पत्तनों को जोड़ती हैं।

भारत मे सड़को के छः वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।

स्वर्णिम चतुर्भुज महा राजमार्ग (Golden Quadrilateral Super Highways) – चार महानगरों को जोड़ता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) – देश के दूरस्थ भागों को जोड़ता है।

राज्य राजमार्ग (State Highways) राज्य की राजधानी को जिला मुख्यालय से जोड़ता है।

जिला मार्ग – जिले के प्रशासनिक केंद्र को जिला मुख्यालय से जोड़ता है।

अन्य सड़कें – वे सड़कें जो ग्रामीण क्षेत्रों को शहरों से जोड़ती हैं।

सीमांत सड़कें – उत्तर तथा उत्तर पूर्वी सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ती हैं।

स्वर्णिम चतुर्भुज महा राजमार्ग कहाँ-कहाँ है?

भारत सरकार ने दिल्ली-कोलकत्ता, चेन्नई – मुंबई व दिल्ली को जोड़ने वाली 6 लेन वाली महा राजमार्गों की सड़क परियोजना प्रारंभ की है। इस परियोजना के तहत दो गलियारे प्रस्तावित हैं प्रथम उत्तर-दक्षिण गलियारा जो श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ता है तथा द्वितीय जो पूर्व – पश्चिम गलियारा जो सिलचर (असम) तथा पोरबंदर (गुजरात) को जोड़ता है। इस महा राजमार्ग का प्रमुख उद्देश्य भारत के मेगासिटी (Mega cities) के मध्य की दूरी व परिवहन समय को न्यूनतम करना है। यह राजमार्ग परियोजना भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकार क्षेत्र में है।

राष्ट्रीय राजमार्ग के बारे में कुछ बताए?

राष्ट्रीय राजमार्ग देश के दूरस्थ भागों को जोड़ते हैं। ये प्राथमिक सड़क तंत्र हैं जिनका निर्माण व रखरखाव केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के अधिकार क्षेत्र में है। अनेक प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तर से दक्षिण तथा पूर्व से पश्चिम दिशाओं में फैले हैं। दिल्ली व अमृतसर के मध्य ऐतिहासिक शेरशाह सूरी मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या – 1, के नाम से जाना जाता है।

राज्य राजमार्ग (State Highways) के बारे में कुछ बताए?

राज्यों की राजधानियों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने वाली सड़कें राज्य राजमार्ग कहलाती हैं। राज्य तथा केंद्रशासित क्षेत्रों में इनकी व्यवस्था तथा निर्माण का दायित्व राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) का होता है।

जिला मार्ग के बारे में कुछ बताए?

ये सड़कें जिले के विभिन्न प्रशासनिक केंद्रों को जिला मुख्यालय से जोड़ती हैं। इन सड़कों की व्यवस्था का उत्तरदायित्व जिला परिषद् का है।

अन्य सड़के के बारे में कुछ बताए?

इस वर्ग के अंतर्गत वे सड़कें आती हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों तथा गाँवों को शहरों से जोड़ती हैं। ‘प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क परियोजना’ के तहत इन सड़कों के विकास को विशेष प्रोत्साहन मिला है। इस परियोजना के कुछ विशेष प्रावधान हैं जिसमें देश के प्रत्येक गाँव को प्रमुख शहरों से पक्की सड़कों (वे सड़कें जिन पर वर्ष भर वाहन चल सकें) द्वारा जोड़ना प्रस्तावित है।

सीमांत सड़क के बारे में कुछ बताए?

भारत सरकार प्राधिकरण के अधीन सीमा सड़क संगठन है जो देश के सीमांत क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण व उनकी देख-रेख करता है। यह संगठन 1960 में बनाया गया जिसका कार्य उत्तर तथा उतरी-पूर्वी क्षेत्रों में सामरिक महत्त्व की सड़कों का विकास करना था। इन सड़कों के विकास से दुर्गम क्षेत्रों में अभिगम्यता बढ़ी है तथा ये इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास में भी सहायक हुई हैं।

रेल परिवहन के लाभ के बारे में कुछ बताए?

• रेल परिवहन, वस्तुओं तथा यात्रियों के परिवहन का प्रमुख साधन है।

• रेल परिवहन अनेक कार्यों में सहायक है जैसे – व्यापार, भ्रमण, तीर्थ यात्राएँ व लम्बी दूरी तक सामान का परिवहन आदि।

• देश के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़कर राष्ट्रीय एकीकरण में सहायक व उद्योग व कृषि के तीव्र गति से विकास के लिए उत्तदायी है।

• भारतीय रेल परिवहन को 16 रेल प्रखंडों में पुनः संकलित किया है।

रेल परिवहन के समस्या के बारे में कुछ बताए?

• बिना टिकट यात्रा करना।
• चोरी व रेल संपत्ति को नुकसान।
• बिना वजह चेन खींचकर रेल रोकना।
• रेलों का समय से न चलना।

रेलों के जाल के असमान वितरण के क्या कारण है?

• मैदानी भागों में निर्माण व लागत कम और आसान है।

• पर्वतीय भागों में निर्माण कठिन व लागत अधिक होती है।

• मैदानी भागों में जनसंख्या घनत्व अधिक है जिसके कारण रेलों का जाल बिछा है।

• मरूस्थलीय व पठारी भागों में औद्योगिक व कृषि कार्य विकसित न होने के कारण रेलों का घनत्व कम है।

• प्रशासकीय कारणों व सरकारी नीतियों के कारण भी रेलवे का विकास प्रभावित होता है।

पाइप लाइन का उपयोग कैसे करते हैं?

• पहले शहरों में उद्योगों तथा घरों में पानी पहुँचाने के लिए पाइपलाइन का उपयोग होता था।

• अब कच्चा तेल, पेट्रोल व प्राकृतिक गैस को शोधनशालाओं उर्वरक कारखानों तथा ताप विद्युत गृह तक पहुँचाना में होता है।

• ठोस पदार्थ को तरल अवस्था में परिवर्तित करके पहुँचाना।

महत्वपूर्ण पाइप लाइन के जाल कहाँ-कहाँ है?

• असम से कानपुर।
• गुजरात (सलाया) से जालंधर तक।
• गुजरात के हजीरा से विजयपुर होते हुए जगदीशपुर तक।

पाइप लाइन परिवहन के क्या-क्या लाभ है?

• पाइपलाइन द्वारा शहरों और उद्योगों में पानी पहुँचाने के साथ गैस, खनिज तेल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाया जाता है।

• समय की बचत होती है।

• बीच की चोरी और बर्बादी को रोका जा सकता है।

• पाइपलाइन बिछाने की लागत अधिक है परन्तु इसको चलाने की लागत कम है।

• पाइपलाइन द्वारा परिवहन शीघ्र, सुरक्षित और आसान हो जाता है।

• रेलों पर बढ़ते दबाव को कम किया जा सकता है।

जल परिवहन से आप क्या समझते हैं?

भारत के लोग प्राचीनकाल से समुद्री यात्राएँ करते रहे हैं। इसके नाविकों ने दूर तथा पास के क्षेत्रों में भारतीय संस्कृति व व्यापार को फैलाया है। जल परिवहन, परिवहन का सबसे सस्ता साधन है। यह भारी व स्थूलकाय वस्तुएँ ढोने में अनुकूल है। यह परिवहन साधनों में ऊर्जा सक्षम तथा पर्यावरण अनुकूल हैं। भारत में अंतः स्थलीय नौसंचालन जलमार्ग 14,500 किमी. लंबा है। इसमें केवल 5,685 किमी. मार्ग ही मशीनीकृत नौकाओं द्वारातय किया जाता है।

भारत सरकार द्वारा कौन-कौन से राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया गया है।

• हल्दिया तथा इलाहाबाद के मध्य गंगा जलमार्ग जो 1620 किमी. लंबा है।

• सदिया व धुबरी के मध्य 891 किमी. लंबा ब्रह्मपुत्र नदी जल मार्ग।

• केरल में पश्चिम – तटीय नहर (कोट्टापुरम से कोल्लम तक, उद्योगमंडल तथा चंपक्कारा नहरें) – (205 किमी)

• काकीनाडा और पुदुच्चेरी नहर स्ट्रेच के साथ – साथ गोदावरी और कृष्णा नदी का विशेष विस्तार (1078 किमी)

• मातई नदी, महानदी के डेल्टा चैनल, ब्राह्मणी नदी और पूर्वी तटीय नहर के साथ – ब्रह्माणी नदी का विशेष विस्तार – (588 किमी.)

प्रमुख समुद्री पत्तन के बारे में बताइए?

भारत की 7,516.6 किमी. लंबी समुद्री तट रेखा के साथ 12 प्रमुख तथा 200 मध्यम व छोटे पत्तन हैं। ये प्रमुख पत्तन देश का 95 प्रतिशत विदेशी व्यापार संचालित करते हैं।

भारत के पश्चिम घाट के प्रमुख पत्तन के बारे में बताइए?

कांडला (दीनदयाल पत्तन) – गुजरात में स्थित स्वतंत्रता के बाद विकसित पहला पत्तन यह एक ज्वारीय पत्तन है।
मुम्बई पत्तन – महाराष्ट में स्थित सबसे बड़ा पत्तन।
जवाहर लाल नेहरू पत्तन – महाराष्ट्र में स्थित इसका विकास मुम्बई पत्तन से हुआ।
मारमागाओं पत्तन – गोवा में स्थित है। लौह अयस्क के 50 प्रतिशत का निर्यात यहाँ से किया जाता है।
न्यू मंगलौर – कर्नाटक में स्थित। कुद्रेमुख की खान से लौह निर्यात।
कोची केरल – लैगून के मुहाने पर स्थित प्राकृतिक पत्तन है।

भारत के पूर्वी घाट के प्रमुख पत्तन के बारे में बताइए?

तुतीकोरन पत्तन – तमिलनाडू में स्थित। प्राकृतिक पत्तन सबसे पुराना कृत्रिम पत्तन।
चेन्नई पत्तन – तमिलनाडू में स्थित। प्राकृतिक पत्तन सबसे पुराना कृत्रिम पत्तन।
विशाखापट्टनम पत्तन – आंध्र प्रदेश में स्थित। सबसे गहरा पत्तन।
पारादीप पत्तन – ओडिशा में स्थित। लौह अयस्क का निर्यात के लिए।
कोलकत्ता पत्तन – पश्चिम बंगाल में स्थित। अंतः स्थलीय नदीय पत्तन
हल्दिया पत्तन – पश्चिम बंगाल में स्थित। कोलकत्ता पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए बनाया गया है।

वायु परिवहन के बारे में कुछ बताइए?

आज वायु परिवहन तीव्रतम, आरामदायक व प्रतिष्ठित परिवहन का साधन है। इसके द्वारा अति दुर्गम स्थानों जैसे ऊँचे पर्वत, मरुस्थलों, घने जंगलों व लंबे समुद्री रास्तों को सुगमता से पार किया जा सकता है। वायु परिवहन के अभाव में, देश के उत्तरी पूर्वी राज्यों के विषय में सोचें, जहाँ बड़ी नदियाँ, विच्छिन्न धरातल, घने जंगल, निरंतर बाढ़ आदि एक सामान्य बात है। हवाई यात्रा ने इसे अधिक अभिगम्य बना दिया है।

वायु परिवहन के क्या-क्या समस्या है?

• सभी व्यक्तियों की पहुँच में नहीं , महँगा साधन है।
• मौसमी परिस्थितियों से जल्दी प्रभावित होता है।

वायु परिवहन के महत्त्व के बारे में बताए?

• आरामदायक साधन है।
• सभी साधनों के मुकाबले सबसे तेज़ है।
• दुर्गम स्थानों के लिए उपयुक्त है।
• कम समय में दूसरे स्थान पर पहुँचा देता है।
• बॉर्डर पर सेना के रखरखाव व भोजन सामग्री हेतु महत्त्वपूर्ण है।

भारत के मुख्य हवाई अड्डे कौन-कौन से है?

राजा सांसी – अमृतसर (पंजाब) में
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय – नई दिल्ली में
छत्रपति शिवाजी – मुंबई में
मीनमक्कम – चेन्नई में
नेताजी सुभाष चंद्र – कोलकाता में
राजीव गांधी – हैदराबाद में

भारत में संचार सेवाएँ के बारे में बताइए?

भारत में टेलिविजन, रेडियो, प्रेस, फिल्मों, टेलिफोन, आदि द्वारा निजी दूरसंचार और जनसंचार की सुविधा उपलब्ध है।

निजी संचार के बारे में बताइए?

• कार्ड व लिफाफा बंद चिट्ठी पहली श्रेणी की डाक समझी जाती है।

• द्वितीय श्रेणी की डाक में रजिस्टर्ड पैकेट, किताबें, अखबार तथा मैगज़ीन शामिल है।

• बड़े शहरों व नगरों में डाक-संचार में शीघ्रता हेतू हाल ही में छः डाक मार्ग बनाए गए है।

• दूर संचार के क्षेत्र में भारत एशिया महाद्वीप में अग्रणी है।

जन संचार के बारे में बताइए?

• लगभग 100 से अधिक भारतीय भाषाओं में समाचार पत्र छपतें है।

• मनोरंजन के साथ बहुत से राष्ट्रीय कार्यक्रमों व नीतियों के विषयों में जानकारी देता हैं।

• भारत व विदेशी फिल्मों को प्रमाणित करने का अधिकार केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड करता है।

• आकाशवाणी राष्ट्रीय, क्षेत्रीय तथा स्थानीय भाषा में देश के विभिन्न भागों के लिए विविध कार्यक्रम प्रसारित करता है।

जनसंचार के साधनों से होने वाले लाभ के बारे में कुछ बताइए?

• स्वस्थ मनोरंजन करता है।
• राष्ट्रीय कार्यक्रम और नीतियों के बारे में जागरूक करता है।
• ज्ञानवर्धक है।
• खेल संबंधी कार्यक्रमों को प्रसारित किया जाता है।
• दूरदर्शन राष्ट्रीय समाचार और संदेश का माध्यम है।

व्यापार किसे कहते हैं?

• राज्यों व देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान – प्रदान व्यापार कहलाता है।

• आयात व निर्यात व्यापार के घटक है।

• आयात व निर्यात का अंतर ही देश के व्यापार संतुलन को निर्धारित करता है।

अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार किसे कहते है?

राज्यों व देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है। बाज़ार एक ऐसी जगह है जहाँ इसका विनिमय होता है। दो देशों के मध्य यह व्यापार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है। यह समुद्री, हवाई व स्थलीय मार्गों द्वारा हो सकता है।

यद्यपि स्थानीय व्यापार शहरों, कस्बों व गाँवों में होता है, राज्यस्तरीय व्यापार दो या अधिक राज्यों के मध्य होता है। एक देश के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रगति उसके आर्थिक वैभव का सूचक है। इसीलिए इसे राष्ट्र का आर्थिक बैरोमीटर भी कहा जाता है।

व्यापारी किसे कहा जाता है?

जो व्यक्ति उत्पाद को परिवहन द्वारा उपभोक्ताओं तक पहुँचाने का काम करते हैं उन्हें व्यापारी कहा जाता है।

व्यापार संतुलन का तात्यपर्य क्या है?

किसी देश के आयात मूल्य तथा निर्यात मूल्य का अंतर व्यापार संतुलन कहलाता है।

असंतुलित व्यापार का तात्यपर्य क्या है?

इसके विपरीत निर्यात की अपेक्षा अधिक आयात असंतुलित व्यापार कहलाता है।

अनुकूल व्यापार किसे कहते है?

अगर निर्यात मूल्य आयात मूल्य से अधिक हो तो उसे अनुकूल व्यापार संतुलन कहते हैं।

अर्न्तराष्ट्रीय व्यापार व स्थानीय व्यापार में अन्तर बताइए?

अर्न्तराष्ट्रीय व्यापारस्थानीय व्यापार
दो देशों के बीच होता है।गाँव , कस्बों या शहरों के बीच होता है।
बड़े पैमाने पर किया जाता है।छोटे पैमाने पर किया जाता है।
विदेशी मुद्रा का आदान – प्रदान होता है।देश की पूँजी उसी देश में रहती है।
पूरे लोकहित में आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।क्षेत्र विशेष के लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।

भारत में पर्यटन उद्योग में महत्त्वपूर्ण वृद्धि कैसे हुई?

• पिछले तीन दशकों में भारत में पर्यटन उद्योग में महत्त्वपूर्ण वृद्धि हुई है।

• 150 लाख से अधिक व्यक्ति पर्यटन उद्योग में प्रत्यक्ष रूप से संलग्न हैं।

• पर्यटन राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करता है तथा स्थानीय हस्तकला व सांस्कृतिक उद्यमों को प्रश्रय देता है।

• अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह हमें संस्कृति तथा विरासत की समझ विकसित करने में सहायक है।

• विदेशी पर्यटक भारत में विरासत पर्यटन, पारि पर्यटन (eco-tour- ism), रोमांचकारी पर्यटन, सांस्कृतिक पर्यटन, चिकित्सा पर्यटन तथा व्यापारिक पर्यटन के लिए आते हैं।

NCERT Solution Class 10th Social Science भूगोल All Chapters Notes In Hindi
Chapter – 1 संसाधन एवं विकास
Chapter – 2 वन और वन्य जीव संसाधन
Chapter – 3 जल संसाधन
Chapter – 4 कृषि
Chapter – 5 खनिज और ऊर्जा संसाधन
Chapter – 6 विनिर्माण उद्योग
Chapter – 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
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