NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 4 अम्ल, क्षारक और लवण (Acids, Bases and Salts) Notes in Hindi

NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 4 अम्ल, क्षारक और लवण (Acids, Bases and Salts)

TextbookNCERT
Class7th
SubjectScience
Chapter4th
Chapter Nameअम्ल, क्षारक और लवण (Acids, Bases and Salts)
CategoryClass 7th Science
MediumHindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 4 अम्ल, क्षारक और लवण(Acids, Bases and Salts ) Notes in Hindi अम्ल क्षार और लवण क्या है उदाहरण सहित? अम्ल क्षार लवण में क्या अंतर है?अम्ल क्षार और लवण का रासायनिक सूत्र क्या है?अम्ल और क्षारक क्या है? अम्ल और क्षार की पहचान कैसे करें? अम्ल क्षार की पहचान कैसे करें? अम्ल क्षार सूत्र क्या है? मनुष्य के शरीर में कौन सा अम्ल पाया जाता है? क्षार के उदाहरण क्या है? पानी में कौन सा अम्ल पाया जाता है? अम्ल के 3 प्रकार कौन से हैं? अम्ल किससे बनता है? अम्ल कितने प्रकार के होते हैं अम्लीय फल कौन कौन से हैं? अम्ल का पीएच मान कितना होता है दूध में कौन सा अम्ल पाया जाता है? नींबू में कौन सा अम्ल होता है? पेशाब में कौन सा अम्ल पाया जाता है? 4 मुख्य क्षार क्या हैं? क्षार कहां से आता है क्षारीय क्षार है या अम्ल? सिंदूर का दूसरा नाम क्या है? सिंदूर लाल है या हरा? सिंदूर का दूसरा शब्द क्या है? अम्ल लवण का सूत्र कैसे लिखते हैं? आदि के बारे में पढ़ेंगे।

NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 4 अम्ल, क्षारक और लवण (Acids, Bases and Salts)

Chapter – 4

अम्ल, क्षारक और लवण

Notes

अम्ल – जिस पदार्थ का स्वाद खट्टा होता है और जो नीले लिटमस को लाल कर देता है उसे अम्ल कहते हैं। ऐसे पदार्थों की प्रवृत्ति अम्लीय कहलाती है। नींबू, संतरा, आमला, कच्चा आम, आदि का स्वाद खट्टा होता है क्योंकि इन फलों में अम्ल होता है।

अम्ल का नामपदार्थ
ऐसिटिक अम्लसिरका
फॉर्मिक अम्लचींटी का डंक
साइट्रिक अम्लनींबू, संतरा, आमला, आदि
लैक्टिक अम्लदही
ऑक्सेलिक अम्लपालक, अमरूद
ऐस्कॉर्बिक अम्लआँवला, नींबू, संतरा, मौसंबी, आदि
टार्टरिक अम्लइमली, अंगूर, कच्चा आम, आदि

क्षार – जिस पदार्थ का स्वाद कड़वा होता है, जो छूने में साबुन की तरह चिकना होता है और जो लाल लिटमस को नीला कर देता है उसे क्षार कहते हैं। ऐसे पदार्थों की प्रवृत्ति क्षारकीय या क्षारीय कहलाती है। खाने का सोडा, चूने का पानी, साबुन का घोल, आदि क्षार के उदाहरण हैं।

क्षारक का नामपदार्थ
कैल्सियम हाइड्रॉक्साइडचूने का पानी
अमोनियम हाइड्रॉक्साइडखिड़की के काँच साफ करने के लिए अपमार्जक
सोडियम हाइड्रॉक्साइड/ पोटैशियम हाइड्रॉक्साइडसाबुन
मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइडमिल्क ऑफ मैग्नीशिया

सूचक – कुछ पदार्थों का उपयोग यह पता करने के लिए किया जाता है कि कोई दिया हुआ पदार्थ अम्लीय है या क्षारकीय। ऐसे पदार्थों को सूचक कहते हैं। ऐसे पदार्थ अम्ल या क्षार की उपस्थिति में अपना रंग बदल लेते हैं जिससे हमें अम्ल या क्षार का पता चलता है। कई अम्ल और क्षार इतने तेज होते हैं कि उन्हें छूने या चखने से त्वचा के जलने का खतरा रहता है। इसलिए किसी भी पदार्थ की प्रवृत्ति का पता लगाने के लिए सूचक का इस्तेमाल एक सुरक्षित तरीका है। कुछ सूचक प्राकृतिक होते हैं, तो कुछ निर्मित होते हैं।

लिटमस – लिटमस को लाइकेन के रस से बनाया जाता है। प्राकृतिक रूप से निकलने वाले लिटमस का रंग गहरा बैंगनी (मॉव) होता है। लिटमस सामान्यतया सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला सूचक है। लिटमस अक्सर कागज की पट्टियों के रूप में मिलता है जिसे लिटमस पेपर कहते हैं। लिटमस पेपर लाल और नीले रंग में आते हैं।जब नीले लिटमस पेपर को अम्ल में डाला जाता है तो लिटमस पेपर का रंग लाल हो जाता है। जब लाल लिटमस पेपर को क्षार में डाला जाता है तो लिटमस पेपर का रंग नीला हो जाता है। कुछ पदार्थ ऐसे होते हैं जिनका लाल या नीले लिटमस पेपर के रंग पर कोई असर नहीं होता है। ऐसे पदार्थ उदासीन होते हैं, यानि वे न तो अम्लीय होते हैं और न ही क्षारकीय। आसुत जल एक उदासीन पदार्थ है।

सूचकअम्लीय विलयन मेंक्षारकीय विलयन में
लाल लिटमसलालनीला
नीला लिटमसलालनीला
उड़हुल का रसगहरा गुलाबीहरा
हल्दी का रसपीलालाल
फेनॉल्फथेलीनरंगहीनहल्का गुलाबी

उदासीनीकरण – जब किसी अम्ल को किसी क्षार के साथ मिलाया जाता है तो दोनों के बीच जो प्रतिक्रिया होती है उसे उदासीनीकरण कहते हैं। उदासीनीकरण के अंत में लवण और जल बनते हैं और ऊष्मा निकलती है। उदासीनीकरण एक ऊष्माक्षेपी प्रतिक्रिया है। अम्ल + क्षार → लवण + जल + ऊष्मा

उदाहरण – जब हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और सोडियम हाइड्रॉक्साइड के बीच प्रतिक्रिया होती है तो सोडियम क्लोराइड (नमक) और जल का निर्माण होता है।हाइड्रोक्लोरिक अम्ल + सोडियम हाइड्रॉक्साइड → सोडियम क्लोराइड + जल HCl + NaOH → NaCl + H2O

अम्ल वर्षा – जब वर्षा जल में अम्ल की मात्रा अत्यधिक होती है, तो वह अम्ल वर्षा कहलाती है। वर्षा जल में कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फ़र डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसी गैसें (जो वायु में प्रदूषकों के रूप में निर्मुक्त होती है) घुलकर क्रमश: कार्बनिक अम्ल, सल्फ्यूरिक अम्ल और नाइट्रिक अम्ल बनाती हैं। अम्ल वर्षा, भवनों, ऐतिहासिक इमारतों, पौधों और जंतुओं को क्षति पहुँचाती है।

दैनिक जीवन में उदासीनीकरण

अपाचन – कभी कभी जब हम अधिक तला भुना खा लेते हैं या किसी अन्य कारण से हमें अपच या अपाचन हो जाता है। ऐसे में हमें सीने में जलन और खट्टे डकार की शिकायत हो सकती है। ऐसा तब होता है जब हमारे आमाशय में जरूरत से ज्यादा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का उत्पादन होता है। इससे आराम पाने के लिए डॉक्टर किसी प्रतिअम्ल (एंटासिड) लेने की सलाह देते हैं, जैसे कि मिल्क ऑफ मैग्नीशिया या कोई गोली या ईनो। ये सभी चीजें किसी न किसी क्षार से बनी होती हैं। जब प्रतिअम्ल पेट में पहुँचता है तो वह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ उदासीनीकरण करता है जिससे हमें अपाचन के लक्षणों से आराम मिल जाता है।

चींटी का डंक – जब चींटी डंक मारती है तो वह एक अम्ल हमारे शरीर में इंजेक्ट करती है। इसी अम्ल के कारण हमें डंक वाले स्थान पर तेज दर्द होता है। डंक वाले स्थान पर खाने वाले सोडा या कैलेमाइन (जिंक कार्बोनेट) का घोल मलने से आराम मिलता है। ऐसा उदासीनीकरण के कारण होता है।

मृदा उपचार – खेत में अत्यधिक खाद के इस्तेमाल के कारण मिट्टी अम्लीय हो जाती है। अम्लीय मिट्टी के उपचार के लिए उसमें खड़िया या बुझे चूने का छिड़काव किया जाता है। जब मिट्टी क्षारकीय हो जाती है तो उसमें कम्पोस्ट मिलाई जाती है।

कारखानों का अपशिष्ट – कारखाने से निकलने वाले अपशिष्ट में अम्लीय पदार्थ होते हैं। जब यह अपशिष्ट नदी या तालाब में प्रवाहित होता है तो इससे जलीय जीवों को नुकसान पहुँचता है। इसलिए यह जरूरी है कि कारखाने से निकलने वाले अपशिष्ट को समुचित उपचार के बाद ही नदी या तालाब में छोड़ा जाये।

FAQ

प्रश्न 1. अम्ल स्वाद में कैसे होते हैं?

अम्ल स्वाद में खट्टे होते हैं।

प्रश्न 2. क्षारकों का स्पर्श कैसा होता है?

क्षारकों का स्पर्श चिकना होता है।

प्रश्न 3. क्षारकों के विलयन का स्वाद कैसा होता है?

क्षारकों के विलयन का स्वाद कड़वा होता है।

प्रश्न 4. अम्ल एवं क्षार की अभिक्रिया से क्या बनता है?

अम्ल एवं क्षार की अभिक्रिया से लवण तथा पानी बनता है।

प्रश्न 5. दैनिक जीवन में उपयोगी चार खट्टे रसों के नाम लिखें।

(1) सिरका, (2) दही, (3) इमली, (4) नींबू

प्रश्न 6. दही किस अम्ल की उपस्थिति के कारण खट्टी होती है?

लैक्टिक अम्ल की उपस्थिति के कारण दही खट्टी होती है

प्रश्न 7. नींबू व संतरे में कौन-सा कार्बोनिक अम्ल पाया जाता है?

नींबू व संतरे में साइट्रिक अम्ल पाया जाता है

प्रश्न 8. इमली एवं अंगूर में कौन-सा कार्बोनिक अम्ल पाया जाता है?

इमली एवं अंगूर में टार्टरिक अम्ल पाया जाता है

प्रश्न 9. सेब में उपस्थित कार्बोनिक अम्ल का नाम लिखें।

सेब में मैलिक अम्ल पाया जाता है

प्रश्न 10. सिरके में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?

सिरके में ऐसीटिक अम्ल पाया जाता है
NCERT Solution Class 7th विज्ञान Notes in Hindi
Chapter – 1 पादपों में पोषण
Chapter – 2 प्राणियों में पोषण
Chapter – 3 ऊष्मा
Chapter – 4 अम्ल, क्षारक और लवण
Chapter – 5 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
Chapter – 6 जीवों में श्वसन
Chapter – 7 जंतु एवं पादप में परिवहन
Chapter – 8 पादप में जनन
Chapter – 9 गति एवं समय
Chapter – 10 विद्युत धारा एवं इसके प्रभाव
Chapter – 11 प्रकाश
Chapter – 12 वन हमारी जीवन रेखा
Chapter – 13 अपशिष्ट जल की कहानी
NCERT Solution Class 7th विज्ञान Question Answer in Hindi
Chapter – 1 पादपों में पोषण
Chapter – 2 प्राणियों में पोषण
Chapter – 3 ऊष्मा
Chapter – 4 अम्ल, क्षारक और लवण
Chapter – 5 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
Chapter – 6 जीवों में श्वसन
Chapter – 7 जंतु एवं पादप में परिवहन
Chapter – 8 पादप में जनन
Chapter – 9 गति एवं समय
Chapter – 10 विद्युत धारा एवं इसके प्रभाव
Chapter – 11 प्रकाश
Chapter – 12 वन हमारी जीवन रेखा
Chapter – 13 अपशिष्ट जल की कहानी
NCERT Solution Class 7th विज्ञान MCQ in Hindi
Chapter – 1 पादपों में पोषण
Chapter – 2 प्राणियों में पोषण
Chapter – 3 ऊष्मा
Chapter – 4 अम्ल, क्षारक और लवण
Chapter – 5 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
Chapter – 6 जीवों में श्वसन
Chapter – 7 जंतु एवं पादप में परिवहन
Chapter – 8 पादप में जनन
Chapter – 9 गति एवं समय
Chapter – 10 विद्युत धारा एवं इसके प्रभाव
Chapter – 11 प्रकाश
Chapter – 12 वन हमारी जीवन रेखा
Chapter – 13 अपशिष्ट जल की कहानी

You Can Join Our Social Account

YoutubeClick here
FacebookClick here
InstagramClick here
TwitterClick here
LinkedinClick here
TelegramClick here
WebsiteClick here