NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 7 मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप (Weather, Climate and Adaptations of Animals to Climate) Notes in Hindi

NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 7 मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप (Weather, Climate and Adaptations of Animals to Climate)

TextbookNCERT
Class 7th
Subject Science
Chapter7th
Chapter Nameमौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप
CategoryClass 7th Science
Medium Hindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 7 मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप (Weather, Climate and Adaptations of Animals to Climate) Notes in Hindi हम इस अध्याय में मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप, मौसम किसे कहते हैं?, मौसम का रिपोर्ट भारत में किसके द्वारा प्राप्त किया गता है?, वर्षा किस यंत्र से मापा जाता है?, मौसम के घटक से आप क्या समझते हैं?, जलवायु किसे कहते हैं?, जलवायु और अनुकूलन क्या है?, ध्रुवीय क्षेत्र के बारे में कुछ बताए?, ध्रुवीय भालू में अनुकूलन, पेंगुइन में अनुकूलन, उष्णकटिबंधीय वर्षावन में अनुकूलन, हाथी में अनुकूलन, मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप जंतुओं द्वारा अनुकूलन, मौसम, जलवायु और अनुकूलन के वर्ग 7 नोट्स, उन घटकों के नाम बताइए, जो किसी स्थान के मौसम को निर्धारित करते हैं, कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 7 प्रश्न उत्तर हिंदी में, दिन में किस समय ताप के अधिकतम और न्यूनतम होने की संभावना होती है।, मौसम और जलवायु में से किस में तेजी से परिवर्तन होता है, Class 7 Science Chapter 7 Hindi Medium, मौसम और जलवायु में अंतर Class 7, इत्यादि के बारे में पढ़ेंगे।

NCERT Solutions Class 7th Science Chapter – 7 मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप (Weather, Climate and Adaptations of Animals to Climate)

Chapter – 7

मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप

Notes

मौसम किसे कहते हैं?

किसी स्थान पर तापमान, आर्द्रता, वर्षा, पवन वेग आदि के संदर्भ में वायुमंडल की दिन-प्रतिदिन की स्थिति उस स्थान का मौसम कहलाती है।

मौसम का रिपोर्ट भारत में किसके द्वारा प्राप्त किया गता है?

मौसम की रिपोर्ट भारत में मौसम विज्ञान विभाग द्वारा तैयार की जाती हैं। यह विभाग प्रतिदिन विभिन्न स्थानों से वहाँ के ताप, पवन वेग आदि पर आँकड़े एकत्रित करता है और मौसम के बारे में पूर्वानुमान लगाता है।

वर्षा किस यंत्र से मापा जाता है?

वर्षा को वर्षामापी नामक यंत्र से मापा जाता है। यह मूल रूप से एक मापक सिलिंडर होता है, जिसके ऊपर वर्षा जल को एकत्रित करने के लिए एक कीप लगी रहती है।

मौसम के घटक से आप क्या समझते हैं?

• किसी स्थान पर तापमान, आर्द्रता, वर्षा, वायु वेग आदि के संदर्भ में वायुमंडल की प्रतिदिन की परिस्थिति उस स्थान का मौसम कहलाती है। तापमान, आर्द्रता और अन्य कारक मौसम के घटक कहलाते हैं।
• किसी स्थान का मौसमदिन-प्रतिदिन और सप्ताह दर सप्ताह परिवर्तित होता रहता है। इसलिए हम अकसर कहते हैं, “आज का मौसम अत्यधिक आर्द्र है अथवा पिछले सप्ताह मौसम गर्म था”।

जलवायु किसे कहते हैं?

किसी स्थान के मौसम की लंबी अवधि, जैसे 25 वर्ष, में एकत्रित आँकड़ों के आधार पर बना मौसम का पैटर्न, उस स्थान को जलवायु कहते हैं।

जलवायु और अनुकूलन क्या है?

अनुकूलन  किसी जीव में उपस्थित वो सारे गुण जिनके कारण वह जीव किसी खास किस्म की जलवायु में आराम से रह सकता है, अनुकूलन कहलाते हैं। ऊँट रेगिस्तान में रहते हैं, क्योंकि उनके शरीर में रेगिस्तान में जिंदा रहने के लिए जरूरी अनुकूलन होते हैं।

ध्रुवीय क्षेत्र के बारे में कुछ बताए?

जैसा कि नाम से स्पष्ट है, उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के आस पास के इलाकों को ध्रुवीय क्षेत्र कहते हैं। ध्रुवीय क्षेत्र में साल के छ: महीने दिन रहता है और फिर बाकी के छ: महीने रात रहती है। ध्रुवीय क्षेत्र में तापमान बहुत कम होता है और यह -37° सेल्सियस तक नीचे जा सकता है। ध्रुवीय क्षेत्र में वही जीव जिंदा रह सकता है जिसके शरीर में इतनी ठंड बर्दाश्त करने के लिए अनुकूलन हो। इस अध्याय में आप दो जंतुओं (ध्रुवीय भालू और पेंगुइन) के बारे में पढ़ेंगे।

ध्रुवीय भालू में अनुकूलन

ध्रुवीय भालू का शरीर सफेद फर से ढ़का रहता है। सफेद रंग के कारण ध्रुवीय भालू आसानी से बर्फ की सफेद पृष्ठभूमि में छिप सकता है और अपने शिकार को नजर नहीं आता। ध्रुवीय भालू के शरीर पर फर की दो परतें होती हैं। दो परतें मिलकर ऊष्मारोधी का काम करती हैं। इसलिए ध्रुवीय भालू को ठंड कम लगती है।

ध्रुवीय भालू की त्वचा के नीचे वसा (फैट) की एक मोटी परत होती है। वसा की परत भी ऊष्मारोधी का काम करती है। ध्रुवीय भालू की सूँघने की शक्ति बहुत अच्छी होती है। अपनी गजब की सूँघने की शक्ति के कारण यह बर्फ के नीचे मौजूद मछली का भी पता लगा लेता है।

ध्रुवीय भालू के पंजे चौड़े होते हैं और नाखून लंबे होते हैं। चौड़े पंजों की वजह से यह एक कुशल तैराक बन जाता है। लंबे नाखूनों की मदद से यह शिकार को आसानी से चीड़-फाड़ सकता है। ध्रुवीय भालू के शरीर पर फर की दोहरी परत और त्वचा के नीचे मौजूद वसा की परत के कारण इसका शरीर गर्म रहता है। इसलिए ध्रुवीय भालू धीरे-धीरे चलता है। अगर यह तेजी से दौड़ता है तो बहुत जल्द इसका शरीर बहुत गर्म हो जाता है। गर्मी से बचने के लिए यह बीच बीच में आराम करता है और गर्मियों में समुद्र में तैरता रहता है।

पेंगुइन में अनुकूलन

पेंगुइन का शरीर आगे से सफेद और पीठ की तरफ काला होता है। आगे से सफेद होने के कारण इसे बर्फ की सफेद पृष्ठभूमि में छिपने में सहूलियत होती है। पेंगुइन की त्वचा के नीचे वसा की मोटी परत होती है। वसा की परत ऊष्मारोधी का काम करती है और इसे ठंड से बचाती है।

पेंगुइन अक्सर झुंड में एक दूसरे से चिपक कर खड़े होते हैं, ताकि इनके शरीर को गर्माहट मिलती रहे। पेंगुइन के अगले पैर डैने की शक्ल में रूपांतरित होते हैं। ये डैने तैरते समय एक शक्तिशाली पतवार का काम करते हैं। पेंगुइन के पिछले पैरों की अंगुलियों के बीच जाल होता है जो इन्हें तैरने में मदद करता है।

उष्णकटिबंधीय वर्षावन में अनुकूलन

वर्षावन उस क्षेत्र में पाये जाते हैं जहाँ प्रचुर मात्रा में वर्षा होती है। भारत में पूर्वोत्तर के क्षेत्रों में और पश्चिमी घाट में वर्षावन मौजूद हैं। दक्षिणी अमेरिका का उत्तरी भाग और मध्य अफ्रिका भी वर्षावनों से भरा हुआ है। वर्षावन में भोजन की प्रचुरता होती है, इसलिए यहाँ अनेक प्रकार के जंतु रहते हैं और उनकी सघन आबादी होती है।

वर्षा वन में भोजन की कोई समस्या नहीं होती है। लेकिन भोजन के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। देखते हैं कि कुछ जंतु इस प्रतिस्पर्धा के लिए किस प्रकार का अनुकूलन विकसित कर चुके हैं। लाल आँख वाले मेढ़क के पैर चिपचिपे होते हैं, जिनकी मदद से ये आसानी से पेड़ों पर चढ़ जाते हैं। ये मेढ़क पेड़ों पर ही रहते हैं।

बंदरों की पूँछ डालियों को पकड़ने के काम आती है। बंदरों के पंजे गद्देदार होते हैं, जिनकी मदद से डालियों पर अच्छी पकड़ बन पाती है। टूकन की चोंच बहुत लम्बी होती है। इसकी मदद से यह उन डालियों पर लगे फल भी खा लेता है जो इसके वजन से टूट जाएँगी।

बिल्ली परिवार के जंतुओं (शेर, चीता, बाघ) की त्वचा का रंग उन्हें छद्मावरण में मदद करता है। इन जंतुओं की सुनने, सूँघने और देखने की शक्ति बहुत अच्छी होती है, जिनकी मदद से ये अपना शिकार पकड़ते हैं।

हाथी में अनुकूलन

हाथी के विशाल आकार के कारण इसे अन्य जंतुओं से बहुत प्रतिस्पर्धा नहीं मिलती है। फिर भी हाथियों में कुछ अनुकूलन ऐसे होते हैं जिनके कारण इसे भोजन आसानी से मिल जाता है। हाथी की लंबी सूँड बहुत उपयोगी होती है। हाथी की सूँघने की शक्ति जबरदस्त होती है। अपने सूँड़ से यह घास उखाड़ सकता है, पत्तियाँ तोड़ सकता है और डालियाँ भी तोड़ लेता है।

अपने बाहरी दाँतों की मदद से यह पे‌ड़ की खाल छील लेता है। हाथी के बड़े-बड़े कानों की सुनने की शक्ति बहुत अच्छी होती है। जब हाथी अपने कानों को पंखे की तरह हिलाता है तो उससे यह अपने खून का तापमान कम कर पाता है। इस तरह से हाथी अपने शरीर का तापमान कम कर पाता है और उसे गर्मी से राहत मिलती है।

प्रश्न 1. भारत में मौसम की रिपोर्ट कौन-सा विभाग तैयार करता है?

भारत में मौसम की रिपोर्ट भारतीय मौसम विज्ञान विभाग तैयार करता है।

प्रश्न 2. वर्षा को किस यंत्र से मापा जाता है?

वर्षा को वर्षामापी नामक यंत्र से मापा जाता है।

प्रश्न 3. मौसम के किन्हीं दो घटकों के नाम लिखें।

(1) तापमान, (2) आर्द्रता।

प्रश्न 4. मौसम में सभी परिवर्तनों का मूल स्रोत कौन है?

मौसम में सभी परिवर्तनों का मूल स्रोत सूर्य है।

प्रश्न 5. क्या सूर्योदय और सूर्यास्त का समय सदैव एक-सा रहता है?

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय सदैव एक-सा नहीं रहता। यह मौसम के अनुसार बदलता रहता है।

प्रश्न 6. किस ऋतु में दिन की अवधि कम होती है सर्दियों में अथवा गर्मियों में?

सर्दियों में दिन की अवधि गर्मियों की अपेक्षा कम होती है।

प्रश्न 7. पृथ्वी पर ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत क्या है?

पृथ्वी पर ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत सूर्य है।

प्रश्न 8. यदि किसी स्थान का तापमान अधिकांश समय उच्च रहता हो तथा अधिकांश दिनों में भारी वर्षा होती हो तो वहाँ की जलवायु कैसी होगी?

यदि किसी स्थान का तापमान अधिकांश समय उच्च रहता हो तथा अधिकांश दिनों में भारी वर्षा होती हो तो वहाँ की जलवायु गर्म और आर्द्र होगी।

प्रश्न 9. केरल की जलवायु जम्मू और कश्मीर की तुलना में कैसी है?

केरल की जलवायु जम्मू और कश्मीर की तुलना में बहुत गर्म और आर्द्र है।

प्रश्न 10. ध्रुवीय क्षेत्र सदैव ढके रहते हैं बर्फ से अथवा वनों से।

ध्रुवीय क्षेत्र सदैव बर्फ से ढके रहते हैं।

प्रश्न 11. ध्रुवों पर कितने महीनों तक सूर्यास्त नहीं होता?

ध्रुवों पर छह महीनों तक सूर्यास्त नहीं होता।

प्रश्न 12. ध्रुवीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले दो जंतुओं के नाम लिखें।

(1) ध्रुवीय भालू, (2) पेंग्विन

प्रश्न 13. ध्रुवीय भालू के शरीर के बालों का रंग कैसा होता है?

ध्रुवीय भालू के शरीर के बालों का रंग सफेद होता है।

प्रश्न 14. ध्रुवीय भालू को सर्दी से बचाने के लिए इसके शरीर पर बालों की कितनी मोटी परतें होती हैं?

ध्रुवीय भालू को सर्दी से बचाने के लिए इसके शरीर पर बालों की दो मोटी परतें होती हैं।

प्रश्न 15. क्या ध्रुवीय भालू समुद्री जल में तैर सकते हैं?

हाँ, ध्रुवीय भालू समुद्री जल में तैर सकते हैं।

प्रश्न 16. ध्रुवीय भालू की सँघने की शक्ति कैसी होती है?

ध्रुवीय भालू की पूँघने की शक्ति तीव्र होती है।

प्रश्न 17. क्या मछलियाँ और तितलियाँ भी पक्षियों की तरह प्रवास करती हैं?

हाँ, मछलियाँ और तितलियाँ भी पक्षियों की तरह प्रवास करती हैं।

प्रश्न 18, कुछ प्रवासी पक्षी अपने आवास की चरम जलवायवी परिस्थितियों से बचने के लिए कितनी लम्बी यात्रा कर लेते हैं?

15000 कि०मी० तक

प्रश्न 19. उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में सबसे ठंडे महीनों में तापमान सामान्यतः कितना रहता है?

उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में सबसे ठंडे महीनों में तापमान सामान्यतः 15°C से अधिक रहता है।

प्रश्न 20. उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में गर्मियों में तापमान कहाँ पर पहुँच जाता है?

उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में गर्मियों में तापमान 40°C से अधिक तक पहुँच जाता है।

प्रश्न 21. भारत में उष्णकटिबंधीय वर्षावन कहाँ-कहाँ पाए जाते हैं?

भारत में उष्णकटिबंधीय वर्षावन पश्चिमी घाटों और असम में पाए जाते हैं।

प्रश्न 22. टूकन नामक पक्षी की चोंच कैसी होती है?

टूकन नामक पक्षी की चोंच लंबी और बड़ी होती है

प्रश्न 23. लॉयन टेल्ड लँगूर कहाँ पाया जाता है?

पश्चिमी घाट के वर्षावनों में
NCERT Solutions Class 6th Science All Chapters Notes in Hindi
Chapter – 1 पादपों में पोषण
Chapter – 2 प्राणियों में पोषण
Chapter – 3 रेशों से वस्त्र तक
Chapter – 4 ऊष्मा
Chapter – 5 अम्ल, क्षारक और लवण
Chapter – 6 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
Chapter – 7 मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप जंतुओं द्वारा अनुकूलन
Chapter – 8 पवन तूफ़ान और चक्रवात
Chapter – 9 मृदा
Chapter – 10 जीवों में श्वसन
Chapter – 11 जंतु एवं पादप में परिवहन
Chapter – 12 पादप में जनन
Chapter – 13 गति एवं समय
Chapter – 14 विद्युत धारा एवं इसके प्रभाव
Chapter – 15 प्रकाश
Chapter – 16 जल : एक बहुमूल्य संसाधन
Chapter – 17 वन हमारी जीवन रेखा
Chapter – 18 अपशिष्ट जल की कहानी
NCERT Solutions Class 6th Science All Chapters Question Answer in Hindi
Chapter – 1 पादपों में पोषण
Chapter – 2 प्राणियों में पोषण
Chapter – 3 रेशों से वस्त्र तक
Chapter – 4 ऊष्मा
Chapter – 5 अम्ल, क्षारक और लवण
Chapter – 6 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
Chapter – 7 मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप जंतुओं द्वारा अनुकूलन
Chapter – 8 पवन तूफ़ान और चक्रवात
Chapter – 9 मृदा
Chapter – 10 जीवों में श्वसन
Chapter – 11 जंतु एवं पादप में परिवहन
Chapter – 12 पादप में जनन
Chapter – 13 गति एवं समय
Chapter – 14 विद्युत धारा एवं इसके प्रभाव
Chapter – 15 प्रकाश
Chapter – 16 जल : एक बहुमूल्य संसाधन
Chapter – 17 वन हमारी जीवन रेखा
Chapter – 18 अपशिष्ट जल की कहानी
NCERT Solutions Class 6th Science All Chapter MCQ In Hindi
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Chapter – 2 प्राणियों में पोषण
Chapter – 3 रेशों से वस्त्र तक
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Chapter – 5 अम्ल, क्षारक और लवण
Chapter – 6 भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
Chapter – 7 मौसम, जलवायु तथा जलवायु के अनुरूप जंतुओं द्वारा अनुकुलन
Chapter – 8 पवन, तूफ़ान और चक्रवात
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