विद्यालय – पूर्व बच्चों के आहार में आयोडीन, लौह तत्व, कैल्शियम तथा प्रोटीन का क्या महत्त्व है?
उत्तर –
विद्यालय-पूर्व अवस्था के बच्चे शारीरिक रूप से इतने सक्रिय होते हैं की उनकी ऊर्जा की आवश्यकता एक प्रौढ़ महिला की ऊर्जा की आवश्यकता से भी अधिक होती है। इस आयु वर्ग के बच्चों के विकास एवं सक्रियता के स्तर को ध्यान में रखते हुए यदि उन्हें पौष्टिक एवं संतुलित भोजन न दिया जाए तो इससे उनके संपूर्ण स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। यदि बच्चों के भोजन में प्रोटीन, विटामिन-ए अथवा लौह तत्व की कमी हो तो बच्चे प्रोटीन की कमी के कारण कुपोषण (पी.ई.एम.) से, विटामिन ए की कमी के कारण जीरो थैलमिया से तथा रक्त की कमी के कारण एनीमिया से ग्रस्त हो सकते हैं।
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