विशेष गृह, बाल गृहों से किस प्रकार भिन्न होते हैं?
उत्तर –
विशेष गृह वह स्थान होते है जहाँ कानून का उल्लंघन करने वाले 18 वर्ष से कम आयु के किशोरों को हिरासती देख-रेख में रखा जाता है। जबकि, किशोर/बाल गृहों में अधिकतर उन बच्चों को रखा जाता है जिनके परिवार का कोई अता-पता नहीं होता या फिर उन बच्चों को जिनके माता-पिता/अभिभावक अस्वस्थ या मर चुके होते हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ ऐसे बच्चों को भी रखा जाता है जिनके माता-पिता/अभिभावक उन्हें अपने पास/साथ नहीं रखना चाहते हैं। सरकार पर ऐसे बच्चों को घर, बोर्ड, शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिलाने का दायित्व होता है।
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