वस्त्र रेशों को कैसे वर्गीकृत किया जाता है? संक्षेप में उनकी विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर –
वस्त्रो उपयोग रेशों को निम्न आधार पर वर्गीकृत किया जाता है-
- प्राप्ति के स्रोत के आधार पर
- रेशों की लम्बाई के आधार पर
वस्त्रोपयोगी रेशों की विशेषताओं का संक्षिप्त विवरण निम्नलिखित है-
तंतु का नाम | दृढ़ता | लचीलापन | चमक | अवशोषकता | संचालकता | रखरखाव एवं धोना | तन्तु की लंबाई |
सूती | मध्यम | कम | कम | अधिक | सुचालक | आसान | 1-5 सेमी. |
लिनन | अच्छी | सूती से अधिक | मध्यम सूती से अधिक | अधिक | सुचालक | आसान | सूती से अधिक लम्बे व बारीक |
रेशम | बहुत अच्छी | अच्छी | अधिक | मध्यम | कुचालक | विशेष सावधानी | अधिक 700 मीटर से 1100 मीटर |
ऊन | कम | अच्छी | कम | अधिक | कुचालक | विशेष सावधानी | 4-40 सेमी. |
रेयान | सूती से कम | अधिक | अधिक | अधिक | कुचालक | आसान | लम्बाई नियंत्रित की जा सकती है |
नायलॉन अच्छी | बहुत | अधिक | अधिक | कम | कुचालक | आसान | नियंत्रित की जा सकती है |
पॉलिस्टर | बहुत अच्छी | अधिक | अधिक | कम | कुचालक | आसान | नियंत्रित की जा सकती है |
एक्रेलिक | अच्छी | ऊन से अधिक | ऊन से अधिक | कम | कुचालक | आसान | नियंत्रित की जा सकती है |
एलास्टोमेरिक | अच्छी | बहुत अच्छी | अधिक | कम | कुचालक | आसान | नियंत्रित की जा सकती है |
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