‘समावेशी शिक्षा’ को आप कैसे समझाएँगे?
उत्तर –
समावेशी शिक्षा का तात्पर्य ऐसी शिक्षा व्यवस्था से है जिसमे, विशेष शैक्षिक आवश्यकता वाले बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ शिक्षा दी जाती है। समावेशी शिक्षा के इस मॉडल के अन्तर्गत विशेष आवश्यकताओं वाले छात्रों को सामान्य छात्रों के साथ ज्यादा-से-ज्यादा समय व्यतीत करवाया जाता है। समावेशी शिक्षा मॉडल का समर्थन करने वाले लोगों का मानना है कि- विकलांग छात्रों को किसी अलग या विशेष स्कूल अथवा कक्षा की कोई जरूरत नहीं होती है। वे जिस भी विद्यालय अथवा कक्षा का भाग होते हैं, वहाँ केवल पाठ्यचर्या शिक्षण विधियों और भौतिक संरचना में कुछ समायोजन और रूपांतरण कर उनकी शिक्षा को सुगम बनाया जा सकता है।
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