‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ में लेखिका को कब और क्यों लगा कि तमाम भौगोलिक विविधता और वैज्ञानिक प्रगति के बावजूद भारत की आत्मा एक ही है?
उत्तर – साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ में लेखिका ने अनुभव किया कि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में होने वाली भौगोलिक विविधता और वैज्ञानिक प्रगति के बावजूद भी, भारतीय समाज में एकता और एकत्रता की भावना स्पष्ट दिखाई दी। लेखिका को इस अनुभव से यह सिख मिला कि भारत की आत्मा में एकता की अद्वितीयता है, जो भौगोलिक सीमाओं और वैज्ञानिक प्रगति के बावजूद भी अखंडता को बनाए रखती है। |
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