पोषण तथा संक्रमण में क्या संबंध हैं। संक्षेप में समझाइए।
उत्तर –
अच्छे पोषण तथा स्वास्थ्य के लिए केवल पर्याप्त मात्रा में भोजन ग्रहण करना ही काफी नहीं हैं बल्कि इसके लिए उचित वातावाण का होना भी बहुत जरूरी है। किसी भी व्यक्ति की पोषणात्मक स्थिति घोजन तथा पोषक तत्वों की पर्याप्त उपलब्धता के साथ-साथ स्वच्छ वातावण पर भी निर्भर करती है। पोषण तथा संक्रमण काफी हद तक एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। यदि किसी व्यक्ति का पोषण स्तर अच्छा हो तो इस बात की पूरी संभावना है, कि वह विभिन्न प्रकार के रोगों एवं संक्रमणों से बचा रहेगा, जबकि जिस व्यक्ति का पोषण स्तर अच्छा नहीं डोगा वह अकसर विभिन्न प्रकार के रोगों तथा संक्रमणों से ग्रस्त रहेगा।
आमतौर पर संक्रमण के दौरान शरीर से विभिन्न पोषक तत्वों का अत्याधिक ह्रास होता है, जैसे कि- अतिसार, दस्त के दौगन शरीर से बड़ी मात्रा में जल तथा अन्य पोषक तत्वों का ह्रास होता है। इस कारण से संक्रमण के दौरान पोषक तत्वों की आवश्यकता बढ़ जाती है। यदि इस दौरान पोषक तत्वों को आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में न लिया जाए तो इससे संक्रमित व्यक्ति के योषण स्तर पर गहता प्रभाव पड़ता है। पोषण स्तर में कमी के कारण व्यक्ति, विशेषकर वह बच्चे तथा वृद्धजन जो किसी प्रकार के कुपोषण से ग्रस्त हो, अन्य संक्रमणों और रोगों का शिकार भी हो सकते है।
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