NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 9 भारत का भौतिक भूगोल (Physical geography of india) Question Answer in Hindi

NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 9 भारत का भौतिक भूगोल (Physical geography of india)

TextbookNIOS
class10th
SubjectSocial Science
Chapter8th
Chapter Nameभारत का भौतिक भूगोल (Physical geography of india)
CategoryClass 10th NIOS Social Science (213)
MediumHindi
SourceLast Doubt

NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 9 भारत का भौतिक भूगोल (Physical geography of india) Question Answer in Hindi जिसमे हम भारत का भौतिक भूगोल क्या है?, भारत का भूगोल में क्या क्या आता है?, भारत को कुल कितने भौतिक भागों में विभाजित किया जाता है?, भौतिक भूगोल के कितने तत्व हैं?, भारत के चार मुख्य भौतिक विभाजन कौन से हैं?, भारत में कितनी भौतिक विशेषताएं हैं?, भारत का सबसे बड़ा भौतिक प्रदेश कौन सा है?, भारत का सबसे बड़ा भौगोलिक विभाजन कौन सा है?, भारत की लम्बाई कितनी है?, भारत को कितने भू आकृति आदि के बारे में पढ़ेंगे 

NIOS Class 10th Social Science (213) Chapter – 9 भारत का भौतिक भूगोल (Physical geography of india)

Chapter – 9

भारत का भौतिक भूगोल

प्रश्न – उत्तर 

पाठांत प्रश्न

प्रश्न 1. भारत की स्थिति एवं विस्तार की व्याख्या कीजिए।
उत्तर – भारतीय मुख्य भूमि 8°4′ उत्तर और 37°6′ उत्तरी अक्षांश और 68°7′ पूर्व और 97°25′ पूर्व देशांतर के बीच स्थित है। इस प्रकार उत्तर-दक्षिण विस्तार 3214 किलोमीटर है और पूर्व-पश्चिम विस्तार 933 किलोमीटर है। भारत संसार की कुल भूमि क्षेत्र 2.42 प्रतिशत है।

भारत की स्थिति भारत एशिया महाद्वीप का हिस्सा है। भारत तीन तरफ से पानी से घिरा हुआ है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर पाकिस्तान और अफगानिस्तान है। चीन, भूटान, तिब्बत और नेपाल इसके उत्तर में स्थित है। देश का सबसे दक्षिणतम बिंदु इंदिरा प्वांइट (निकोबार द्वीप समूह) जो 6°4′ दक्षिणी अक्षांश पर स्थित है। जबकि भारतीय मुख्य भूमि का दक्षिणतम बिंदु कन्याकुमारी 8°4′ उत्तरी अक्षांश पर स्थित है।

प्रश्न 2. भारतीय रेगिस्तान की तीन विशेषताएँ हैं-
उत्तर – भारतीय रेगिस्तान की तीन विशेषताएँ निम्न हैं-
(i) यहाँ अर्द्ध-शुष्क मौसम होता है।
(ii) यहाँ प्रतिवर्ष 150 मिमी से कम वर्षा होती है।
(iii) यहाँ काँटेदार झाडियाँ वनस्पति के रूप में पाई जाती
प्रश्न 3. हिमालय और प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली के है। इनमें प्रमुख श्रेणियाँ पीर पंजाल, धौलाधार और महाभारत महत्त्व के कोई चार अंतर कीजिए । है। यहाँ पर अनेक प्रसिद्ध हिल स्टेशन हैं।
उत्तर – हिमालयी नदियाँ अधिकांश बारहमासी हैं। इसका तात्पर्य है कि इनमें वर्षभर पानी होता है। क्योंकि ये नदियाँ अधिकांशतः हिमनद और बर्फ की चोटियों से उत्पन्न होती हैं। ये बर्फी से भी पानी प्राप्त करते हैं। इन श्रेणी की मुख्य नदियाँ इस प्रकार है-(i) सिंधु नदी प्रणाली      झेलम, रावी, व्यास और सतलुज(ii) गंगा और प्रणाली       यमुना, रामगंगा, घाघरा, गोमती, गंडक, कोसी(iii) ब्रह्मपुत्र नदी       दिबांग, लोहित, तिस्ता और मेघना इत्यादि ।

प्रायद्वीपीय नदी – अधिकतर प्रायद्वीपीय नदियाँ पूर्व की ओर बहती हुई बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करती हैं। केवल नर्मदा और तापी नदियाँ पश्चिम की ओर प्रवाह करती हैं। ये पानी बिजली पैदा करने के लिए उपयुक्त हैं। क्योंकि ये नदियाँ जलपात एव क्षित्रिका बनाती हैं। महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी मुख्य प्रायद्वीपीय नदियाँ हैं।

प्रश्न 4. हिमालय की तीनों समानान्तर पर्वतमालाओं की कोई दो-दो बिंदुओं में व्याख्या कीजिए।
उत्तर – हिमालय को तीन समानान्तर श्रेणियों में विभाजित किया जाता है-
(i) महान हिमालय और हिमाद्री,
(ii) मध्य हिमालय और हिमाचल,
(iii) बाह्य हिमालय या शिवालिक ।
उपर्युक्त की व्याख्या निम्नलिखित हैं-

(i) महान हिमालय या हिमाद्री – महान हिमालय में उत्तरी पर्वतमाला और चोटियाँ शामिल हैं। इसकी औसत ऊँचाई 6000 मीटर और चौड़ाई 120 किलोमीटर से 190 किलामीटर के बीच है। यह सबसे अधिकतम निरंतर श्रेणी है। यह बर्फाच्छादित है और उसके नीचे कई ग्लेशियर है। यहाँ ऊँची चोटियाँ हैं, जैसे- माऊंट एवरेस्ट, कंजनजंगा, मकालु, धौलागिरि, नंगा पर्वत आदि हैं, जो 8000 मीटर से अधिक ऊँचे हैं। विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट नेपाल में है। भारत में कंचनजंगा चोटी सबसे ऊँची चोटी है। उच्च पर्वतीय दरें, जैसे- बारा लाचा ला, शिपकी-ला, नाथूला, बोमीडी-ला इत्यादि भी हैं। हिमालय से गंगा और यमुना नदी भी निकलती है।

(ii) मध्य हिमालय या हिमाचल – इस चोटी की ऊँचाई 1000 और 4500 मीटर के बीच है और चौड़ाई 50 किलोमीटर है। इनमें प्रमुख श्रेणियाँ पीर पंजाल, धौलाधार और महाभारत है। यहाँ पर अनेक प्रसिद्ध हिल स्टेशन हैं।

(iii) बाह्य हिमाचल या शिवालिक यह हिमालय की सबसे बाह्य पर्वत श्रेणी है। इसकी ऊँचाई 900-1100 मीटर और चौड़ाई 10-50 किलोमीटर के बीच है। ये कम ऊँचाई की पहाड़ियाँ हैं।

प्रश्न 5 कारण दीजिए-
(क) उत्तरी मैदान उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का बना है।
उत्तर – उत्तरी मैदान हिमालय के दक्षिण और प्रायद्वीप पठार के उत्तर के बीच स्थित है। यह सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र तीनों मुख्य नदियों द्वारा जमा किए गए अवसादों से बना है। पश्चिम में पंजाब और पूर्व में असम तक इस मैदान की लंबाई लगभग 2400 किलोमीटर है। इसकी चौड़ाई पूर्व में 156 किलोमीटर और पश्चिम में लगभग 300 किलोमीटर है। यह मैदान दुनिया के सबसे बड़े और सबसे उपजाऊ मैदानों में से एक है। प्रमुख फसलें, जैसे-गेहूँ, चावल, गन्ना, दालें, तिलहन और जुट यहाँ उगाए जाते हैं। उचित सिंचाई के कारण मैदान अनाज के उत्पादन में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।

(ख) उत्तरी रेगिस्तान में बहुत कम वनस्पतियाँ हैं।
उत्तर – भारतीय रेगिस्तान अरावली पहाड़ियों के पश्चिमी किनारे की ओर स्थित है। इसे थार मरूस्थल भी कहा जाता है। यहाँ बहुत-सी वनस्पतियाँ होती हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में शुष्क और अर्द्ध-शुष्क मौसम की स्थिति है।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. हमारे देश की भौगोलिक स्थिति क्या है ?
उत्तर – हमारा देश उत्तर में लेह (कश्मीर) से लेकर दक्षिण में अण्डमान निकोबार द्वीप समूह में स्थित इंदिरा प्वांइट तक फैला है। पूर्व में अरूणाचल प्रदेश से पश्चिम में गुजरात तक भारत का विशाल विस्तार है।
प्रश्न 2. भारत के क्षेत्रफल की तुलना अन्य देशों से कीजिए ।
उत्तर – भारत यूरोप के बराबर और ग्रेट ब्रिटेन से 20 गुणा अधिक बड़ा है यह संसार का सातवाँ बड़ा देश है।
प्रश्न 3. निरपेक्ष और सापेक्ष स्थिति से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – निरपेक्ष स्थिति अक्षांश और देशांतर की डिग्री में दिया जाता है, जबकि सापेक्ष स्थिति संदर्भ किसी बिंदु पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, निकट या दूर या आस-पास का कोई स्थान ।
प्रश्न 4. अक्षांश किसे कहते हैं ?
उत्तर – अक्षांश वह कोणीय दूरी है, जो पृथ्वी की सतह पर किसी स्थान के भूमध्य रेखा से उत्तर या दक्षिण होती है।
प्रश्न 5. देशांतर से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर – देशांतर पृथ्वी की सतह पर किसी स्थान की वह कोणीय दूरी है जो ग्रीनविच के प्रधान मध्याहन से पूर्व या पश्चिम मापी जाती है।
प्रश्न 6. कोणीय दूरी क्या है ?
उत्तर – केंद्र से बिंदुओं के बीच की दूरी को कोणीय दूरी कहा जाता है।
प्रश्न 7. मानचित्र के अनुसार भारत की स्थिति बताइए
उत्तर – भारत हिन्द महासागर पर स्थित है। भारत के पश्चिम में अफ्रीका और एशिया के देश हैं।
प्रश्न 14. भारत की सबसे ऊँची चोटी का नाम बताइए।
उत्तर – कंचनजंगा भारत की सबसे ऊँची चोटी है।
प्रश्न 15. जस्कर पर्वत किसे कहते हैं ?
उत्तर – यह महान हिमालय के उत्तर में समानांतर फैला है जिसे जस्कर पर्वत कहते हैं।
प्रश्न 16. हिमालय की तीन प्रमुख पर्वत श्रेणियों के नाम बताइए।
उत्तर – हिमालय की तीन प्रमुख पर्वत श्रेणियाँ हैं-
(i) हिमाद्री,
(ii) हिमाचल,
(iii) शिवालिक।
प्रश्न 17. दून किसे कहा जाता है ?
उत्तर – शिवालिक पहाड़ी और मध्य हिमाचल के बीच स्थित कई घाटियाँ हैं जिसे दून कहा जाता है, जैसे-देहरादून, कोटलीदून और पाटलीदून।
प्रश्न 18. देश के दक्षिणी भाग उत्तरी भागों की तुलना में अधिक गर्म हैं। क्यों ?
उत्तर – विषुवत वृत्त से ध्रुवों की ओर जाने पर सूर्य ताप की मात्रा घटती जाती है, इसलिए देश के उत्तरी भाग ठंडे हैं। दक्षिणी भाग विषुवत वृत्त के निकट होने के कारण गर्म हैं।
प्रश्न 19. मानक मध्याह्न से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – 82°30′ पूर्व मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) में से होकर गुजरता है। यह देश का मानक मध्याहन है। 82°30′ पूर्व मानक मध्याहन के रूप में चयनित किया गया है। वह गुजरात और अरूणाचल प्रदेश के लगभग बीच में है। इसलिए पूरे देश में एक जैसा समय निर्धारित करने के लिए केंद्रीय मध्याह्न का चयन किया गया है।
प्रश्न 20. भौतिक विशेषताओं के आधार पर भारत को कितने भागों में विभाजित किया गया है ?
उत्तर – भौतिक विशेषताओं के आधार पर भारत को निम्नलिखित छः भागों में विभाजित किया गया है-
(i) उत्तरी पर्वत
(ii) उत्तरी मैदान
(iii) प्रायद्वीपीय पठार
(iv) भारतीय रेगिस्तान
(v) तटीय मैदान
प्रश्न 21. ट्रांस-हिमालय से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – यह महान हिमालय के उत्तर में समानांतर फैला है, जिसे जस्कर पर्वत कहते हैं। जस्कर पर्वत के उत्तर में लद्दाख श्रेणी स्थित है। जस्कर और लद्दाख श्रेणी के बीच से होकर सिंधु नदी बहती है। काराकोरम श्रेणी देश के सबसे उत्तर स्थित है। के-2 संसार की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है।
प्रश्न 22. पूर्वाचल पहाड़ियों से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर – इसमें मिशामी, नागा, मिजो पहाड़ियाँ है, जो पूर्व की ओर स्थित है। मेघालय पठार के गारो, खासी और जयंतिया भी शामिल हैं।
प्रशन 23. भारत का उत्तरी मैदान अधिक उपजाऊ कावेरी और क्यों है ?
उत्तर – उचित सिंचाई के कारण उत्तरी मैदान अधिक बताएं। उपजाऊ है।

प्रश्न 24. उत्तरी मैदान में उगने वाले प्रमुख पाँच फसलों के नाम बताइए।
उत्तर – उत्तरी मैदान में उगने वाले प्रमुख पाँच फसलों है-(i)

गेहूँ
(ii) चावल
(iii) गन्ना।
(iv) दालें
(v) तिलहन

प्रश्न 25. पश्चिमी मैदान कैसे बना है ?
उत्तर – यह मैदान सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों द्वारा बना है। यह अरावली के पश्चिम में स्थित है। यह मैदान सतलुज, व्यास और रावी नदियों से बना है।
प्रश्न 26. गंगा – ब्रह्मपुत्र के मैदान का निर्माण कैसे हुआ है ?
उत्तर – यह दो मुख्य नदी तंत्र अर्थात् गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों द्वारा लाई अवसादों के जमा होने से बना है। सभी प्राचीन सभ्यताएं, जैसे- हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जिसे नदी घाटी सभ्यता भी कहते हैं. मैदानी क्षेत्रों में फैली थी। यह भूमि के उपजाऊ और नदियों द्वारा जल की उपलब्धता के कारण है।
प्रश्न 27. गोंडवाना लैंड किसे कहा जाता है ?
उत्तर – प्रायद्वीपीय पठार एक त्रिकोणीय आकार की उच्च भूमि है। इस प्राचीन भू-भाग को गोंडवाना लैंड कहा जाता है। यह लगभग 5 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है।
प्रश्न 28. भारत को कितने भौतिक भू-भागों में विभाजित किया गया है ?
उत्तर – भारत को छः भौतिक भू-भागों में विभाजित किया गया है, जैसे-
(i) उत्तरी हिमालय
(ii) उत्तरी मैदान
(iii) प्रायद्वीपीय पठार
(iv) भारतीय रेगिस्तान
(v) तटीय मैदान
(vi) द्वीप समूह |
प्रश्न 29. भारतीय नदी प्रणाली को कितने भागों में विभाजित किया गया है ?
उत्तर – भारतीय नदी प्रणाली को दो भागों में विभाजित किया गया है-(i) हिमालय जल और
(i) प्रायद्वीप जल प्रवाह
हिमालय प्रणाली में तीन मुख्य नदियाँ -गंगा, ब्रह्मपुत्र और सिंधु है। मुख्य प्रायद्वीपीय नदियों-नमर्दा तापी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी और महानदी हैं। महानदी हैं।
प्रश्न 31. चार प्रमुख प्रायद्वीपीय नदियों का नाम बताइए।
उत्तर – चार मुख्य प्रायद्वीपीय नदियाँ हैं-महानदी, गोदावरी, कृष्णा. और कावेरी ।
प्रश्न 32. पूर्वी तटीय मैदान के विषय में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर – पूर्वी तटीय मैदान पूर्वी घाट और बंगाल की खाड़ी के बीच में है। इसका विस्तार पश्चिमी बंगाल से लेकर दक्षिण में तमिलनाडु तक है। यह अधिक समतल, अधिक उपजाऊ और अधिक चौड़ा है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. भारत का विस्तार 30 अक्षांशों तथा उतने ही देशांतरों में सीमित है, फिर भी उसकी दक्षिणोत्तर तथा पूर्व-पश्चिम लंबाई में अंतर पाया जाता है। ऐसा क्यों ?
उत्तर – भारत की उत्तर-दक्षिण दूरी लगभग 3200 किमी है। तथा पूर्वी पश्चिम की दूरी लगभग 3000 किमी है। भारत का देशांतरीय विस्तार 68°7′ से लेकर 97°25′ देशांतर तक है। इस प्रकार भारत का देशांतरीय विस्तार लगभग समान अंशों में है।
प्रश्न 2. भारत की भौगोलिक स्थिति बहुत अनुकूल मानी जाती है। इस पर उदाहरणों सहित प्रकाश डालिए।
उत्तर – भारत के पश्चिम में अफ्रीका और पश्चिमी एशिया के कई देश हैं। देश के दक्षिण-पूर्व में एशिया के दक्षिण-पूर्वी देश आस्ट्रेलिया तथा पूर्व में पूर्वी एशिया के देश स्थित हैं। भारत पूर्व और पश्चिम दिशाओं में जाने वाले समुद्री व्यापारिक मार्ग पर पड़ता है। यही कारण है कि विभिन्न देशों के साथ हमारे व्यापारिक संबंध बहुत मजबूत है।

प्रश्न 3. मध्य उच्च भूमि से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – नर्मदा नदी प्रायद्वीपीय पठार को दो भागों में बाँटती हैं-मध्य उच्च भूमि, और दक्कन पठार ।

मध्य उच्च भूमि – इसका विस्तार नर्मदा नदी से उत्तरी मैदानों के मध्य है। अरावली एक महत्त्वपूर्ण पर्वत है जो गुजरात से राजस्थान होते हुए दिल्ली तक फैली हुई है। अरावली पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी माऊँट आबू के पास गुरू शिखर (1722 मी०) है। मालवा पठार और छोटानागपुर पठार मध्य उच्च भूमि के हिस्से हैं। बेतवा, चंबल, और केन मालवा पठार की महत्त्वपूर्ण नदियाँ हैं, जबकि महादेव, कैसूर और मैकोल, छोटानागपुर पठार की महत्त्वपूर्ण पहाड़ियाँ हैं। नर्मदा घाटी विंध्य और सतपुड़ा के मध्य स्थित है। नर्मदा नदी पूर्व से पश्चिम होती हुई अरब सागर में मिलती है।

प्रश्न 4. भौतिक लक्षणों के आधार पर भारत को किन पाँच भागों में बाँटा जा सकता है ?
उत्तर – भारत विविधताओं का देश है। भारत की भूमि में समरूपता ही यह समतल मैदान है तो कहीं ऊँची पर्वत श्रेणियाँ। कहीं ऊँची पर्वत मालाएँ हैं तो कहीं लंबे-चौड़े पठारी प्रदेश है। भौतिक लक्षणों के आधार पर भारत को निम्नलिखित पाँच भागों में बाँटा जा सकता है-
(i) उत्तरी विशाल पर्वत समूह
(ii) उत्तरी विशाल मैदान
(iii) प्रायद्वीपीय पठार
(iv) तटीय मैदान
(v) द्वीप समूह।
प्रश्न 5. हिमाद्री से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – हिमाद्री हिमालय की सबसे ऊँची श्रेणी है। इसकी चोटियाँ हमेशा बर्फ से ढकी रहती हैं, इसलिए इसे हिमाद्री कहते हैं। संसार की अधिकतर ऊँची चोटियाँ इसी पर्वत श्रेणी में हैं। कई पर्वत 8000 मीटर से ऊँचे हैं। कंचनजंगा, धौलागिरि, नंगा पर्वत, मकालू, अन्नपूर्णा और एवरेस्ट शिखर इसी श्रेणी में है।
प्रश्न 6. लघु हिमालय को परिभाषित कीजिए ।
उत्तर – यह पर्वत श्रेणी हिमाद्री के दक्षिण में है। इसे लघु हिमालय, हिमाचल, हिमालय और मध्य हिमालय भी कहते हैं। इसकी चोटियाँ 5000 मी० से भी ऊँची हैं। कश्मीर में पीर पंजाल, हिमाचल प्रदेश में धौलाधार इसी में है। कांगड़ा, और कुल्लू की घाटियाँ इसी श्रेणी में आती हैं।
प्रश्न 7. गंगा के मैदान का निर्माण किन नदियों के द्वारा किया गया है ?
उत्तर – उत्तरी भारत के विशाल मैदान का अधिकतर भाग गंगा के मैदान में शामिल है। यह मैदान गंगा और उसकी सहायक नदियों द्वारा बना है। यमुना, रामगंगा, घाघरा, गोमती, गंडक, कोसी आदि सभी गंगा की सहायक नदियाँ हैं। ये सभी नदियाँ हिमालय से निकलती हैं।
प्रश्न 8. दक्कन के पठार के विषय में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर – सतपुड़ा, महादेव तथा मैकल पर्वत के दक्षिण में प्रायद्वीपीय पठार को दक्कन का पठार कहते हैं। दक्षिण में विस्तार कन्याकुमारी तक है। पश्चिमी में पश्चिमी घाट इसकी सीमा बनाते हैं। इसका ढाल पूर्व की ओर पश्चिमी घाट उतर में दक्षिण की ओर फैले हैं। पश्चिमी घाट का महाराष्ट्र और कर्नाटक में सह्याद्रि कहते हैं। तमिलनाडु में इसे नीलगिरी कहते हैं। केरल और तमिलनाडु की सीमा पर इसे अन्नामलाई कहते हैं। पश्चिमी घाट की ऊँचाई दक्षिण में अधिक है।
प्रश्न 9. पश्चिमी तटीय मैदान कहाँ है ?
उत्तर – पश्चिमी तटीय मैदान का विस्तार गुजरात से लेकर दक्षिण में केरल तक है। यह पश्चिमी घाट और अरब सागर के मध्य का भाग है। गुजरात को छोड़कर यह एक संकरा मैदान है। इस मैदान का उत्तरी भाग कोंकण कहलाता है और दक्षिणी भाग मालाबार कहलाता है।
प्रश्न 10. “हिमालय से निकलने वाली नदियाँ सिंचाई के लिए अधिक उपयुक्त होती हैं।” उपर्युक्त कथन के समर्थन में कोई दो तर्क दीजिए।
उत्तर – हिमालय की नदियाँ उन क्षेत्रों से निकलती है, जहाँ हमेशा बर्फ से ढकी रहती हैं। वर्षा ऋतु में इन नदियों में पानी की मात्रा बहुत बढ़ जाती है। ग्रीष्म ऋतु में बर्फ के पिघलने से इन नदियों में निरंतर पानी मिलता रहता है। इसलिए इन्हें सदानीरा नदियाँ कहते हैं। ये नदियाँ हिमालय से निकलकर समतल मैदानों में प्रवेश करती हैं। मैदानी भागों में नदियों से नहरें निकालकर सिंचाई की जाती हैं। ये नदियाँ सिंचाई के लिए अधिक उपयुक्त हैं।

प्रश्न 11. गंगा नदी के विषय में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर – गंगा नदी भारत की सबसे बड़ी नदी है। इसकी लंबाई 2500 किमी. से अधिक है। भारत के उत्तरी मैदान के निर्माण में गंगा नदी तंत्र का सबसे बड़ा योगदान है। भगीरथी, अलकनंदा गंगा की शीर्ष नदियाँ हैं। ये दोनों देवप्रयोग पर मिलती।

इन दोनों दोनों नदियों की संयुक्त धारा का नाम गंगा है। भगीरथी, गंगोत्री, हिमानी से निकलती है। इसके उद्गम स्थल को गोमुख कहते हैं। गंगा हरिद्वार के पास मैदानी भाग में प्रवेश करती हैं। उत्तर से आकर कई नदियाँ इसमें मिल जाती हैं। यमुना, गोमती, घाघरा, गंडक, कोसी, चंबल, केन, बेतवा यमुना की सहायक नदियाँ हैं।

प्रश्न 12. दक्षिण गंगा किस नदी को कहा जाता है ?
उत्तर – गोदावरी नदी का दक्षिणा है। यह के निकट पश्चिम से निकलता है। यह सहायक नदियों के साथ महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसग और उड़ीसा राज्यों के कुछ भागों के जल को बहार से जा है और बंगाल की खाड़ी में विलीन हो जाती है। इसे वृद्ध गंगा या दक्षिण गंगा भी कहते हैं।
प्रश्न 13. नर्मदा नदी के उद्गम स्थल का नाम
उत्तर – नर्मदा नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश के अमरकंटक को पहाड़ियों से है नर्मदा नदी विध्याचल और गतपुड़ा की पर्यंत बेगियों के बीच बहती है। यह नदी तंग, संकरी, गहरी और सीधी घटी में होकर बहती है। यह नदी मार्ग में कपिलधारा और आधार नामक जल प्रपात भी बनाती है।
प्रश्न 14. प्रायद्वीपीय पठार पर बहने वाली नदियाँ किस पर निर्भर करती हैं ?
उत्तर – प्रायद्वीपीय पठार पर बहने वाली नदियाँ वर्षा पर  निर्भर करती हैं। बड़े-बड़े बाँध बनाकर ही सिंचाई के लिए पानी प्राप्त किया जाता है और जल विद्युत का उत्पादन किया जाता है। यदि वर्षा पर्याप्त नहीं होती तो सिंचाई के लिए पानी कम प्राप्त होता है।

प्रश्न 15. निम्नलिखित पर 50 शब्दों में लिखें-
(1) अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
(ii) लक्षद्वीप
उत्तर – (1) अंडमान और निकोबार द्वीप समूह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में है। ये आकार में बड़े हैं। इनकी संख्या भी अधिक हैं। ये भारत की मुख्य भूमि से काफी दूर है। इनका विस्तार एक पहाड़ी के रूप में है। ये अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में बंजर द्वीप पर एक सक्रिय ज्वालामुखी स्थित है। अंडमान और निकोबार द्वीप पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। इन द्वीपों पर विभिन्न आकर्षक पर्यटन गतिविधियाँ विकसित की गई हैं, जैसे- पानी और पानी के खेल आदि के लिए विशेष तौर पर जाने जाते हैं।

(ii) लक्षद्वीप – यह अरब सागर में स्थित है। यहाँ बहुत ही छोटे-छोटे द्वीप हैं। इनमें सबसे बड़ा द्वीप मिनिकाय है। इसका कुल क्षेत्र 4.5 वर्ग किलोमीटर लक्षद्वीप समूह की रचना प्रवालों के निक्षेपों पर आधारित है। कवरती इसकी राजधानी है। यह कोरल द्वारा बना है और विभिन्न प्रकार के पौधे एवं जानवरों से संपन्न हैं।

प्रश्न 16. डेल्टा किसे कहते हैं ? विश्व का सबसे डेल्टा कौन-सा है ?
उत्तर – मुहाने पर वितरिकाओं द्वारा एक विशेष प्रकार की भू-आकृति बन जाती है। इसकी आकृति त्रिभुज के समान होती है। इस प्रकार नदी के बने त्रिभुजाकार उपजाऊ भू-भाग को डेल्टा कहते हैं। गंगा ब्रह्मपुत्र का डेल्टा संसार का सबसे बड़ा डेल्टा है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. विश्व के संदर्भ में भारत के क्षेत्रफल की कुछ अन्य देशों से तुलना कीजिए।
उत्तर – क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत विश्व का सातवाँ बड़ा देश है। भारत का क्षेत्रफल 3287613 वर्ग किमी है। यह विश्व के कुल क्षेत्रफल का 2.47 प्रतिशत है। इसका आकार रूस को छोड़कर संपूर्ण यूरोप के बराबर है। यहाँ विश्व की 15 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है। भारत की 15200 किलोमीटर स्थल सीमा और 6100 किलोमीटर लंबी तट रेखा है। निम्नलिखित तालिका की सहायता से हम भारत के क्षेत्रफल और जनसंख्या की तुलना कर सकते हैं-
देशक्षेत्रफल (दस लाख में)जनसंख्या (हजार वर्ग किमी)

1. रूस गणतंत्र

2. कनाडा

3. चीन

4. संयुक्त राज्य अमेरिका

5. ब्राजील

6. आस्ट्रेलिया

7. भारत

17075

9971

9508

9365

8547

7741

3287

146

30

1254

278

168

19

1027

प्रश्न 2. भारत के उत्तरी विशाल समूह को तीन भागों में बाँटकर उनका उचित वर्णन कीजिए।
उत्तर – भारत के उत्तरी विशाल पर्वत समूह को तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है-
(i) हिमाचल पर्वत,
(i) हिमालय पार की पर्वत श्रेणियाँ,
(ii) पूर्वी पहाड़ियाँ।
उपर्युक्त तीनों की विस्तारपूर्वक व्याख्या निम्नलिखित शीर्षक अंतर्गत की जा सकती है-

(i) हिमालय पर्वत – हिमालय संसार की सबसे ऊँची पर्वत महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदी तंत्रों द्वारा अपवाहित श्रेणी है। इसका विस्तार कश्मीर से लेकर पूर्व में ब्रह्मपुत्र नदी के मध्य स्थित है। इसकी चौड़ाई 150 किमी से लेकर 400 किमी तक है। इन पर्वतों की चौड़ाई पूर्व की ओर कम होती चली गई है। हिमालय की तीन श्रेणियाँ है। ये हैं-

(अ) हिमाद्री, (ब) हिमाचल हिमालय, (ग) शिवालिक।

हिमालय पार की पर्वत श्रेणियाँ – जम्मू कश्मीर राज्य में हिमाद्री के उत्तर में तीन पर्वत श्रेणियाँ हैं। इन्हें जास्कर, लद्दाख और काराकोरम कहते हैं। ये एक दूसरे के समानांतर फैली हुई हैं। काराकोरम और जास्कर के बीच लद्दाख श्रेणी का विस्तार है। K-2 काराकोरम की सबसे ऊँची चोटी है। इसकी ऊँचाई 8611 मीटर है।

(iii) पूर्वी पहाड़ियाँ – ब्रह्मपुत्र नदी के पूर्व तथा दक्षिण में भारत के उत्तरी पूर्वी भाग में कई पहाड़ियाँ हैं। इन पहाड़ियों को तल से 500 से 3000 मीटर तक है। इनमें मिश्मी पटकाई, सामूहिक रूप से पूर्वांचल कहते हैं। इनकी औसत ऊँचाई समुद्र गोरा, खासी और जयंतिया की पहाड़ियाँ हैं।

प्रश्न 3. पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट के बीच मुख्य निम्नलिखित है-
उत्तर – पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट के बीच मुख्य निम्नलिखित है-

पश्चिमी घाट – यह डेक्कन पठार के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यह पश्चिमी तट के सामान्तर लगभग 1600 किलोमीटर लम्बा है। पश्चिमी घाट की औसत ऊँचाई 1000 मीटर है। इस क्षेत्र में प्रसिद्ध चोटियाँ दोदाबेहा, अनाइमुदी और याकुतटीं आदि हैं। इस क्षेत्र में सबसे ऊँची चोटी (2695 मीटर) अनायुमूदी है। पश्चिमी घाट निरंतर है और पाल घाट, कालघाट, भोस्पाट दरें के माध्यम से पार किया जा सकता है। गोदावरी, भीमा और कृष्णा नदियों का प्रवाह पूर्व की और है, जबकि ताप्ती नदी  पश्चिम की ओर बहती है।यह नदी अरब सागर में प्रवेश करने से पहले जल प्रपात और क्षिप्रिया बनाती है। प्रसिद्ध जल प्रपात शरावती नदी पर जोग प्रपात और कावेरी पर शिवसमुद्रम है।

पूर्वी घाट पूर्वी घाट का विस्तार लगातार नहीं है। इसकी के औसत ऊँचाई 600 मीटर है। यह महानदी घाटी के दक्षिण से के पूर्वी तट के साथ नीलगिरि पहाड़ियों तक है। इस क्षेत्र में सबसे य ऊँची चोटी महेंद्रगिरि (1501 मीटर) है। प्रसिद्ध पहाड़ियाँ उड़ीसा के में महेंद्रगिरि, निमाईगिरि, दक्षिणी आंध्र प्रदेश में नहलामलाई और तमिलनाडु में कोहलीमलाई ओर पाँचीमलाई है। यह महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदी तंत्रों द्वारा अपवाहित है। दक्षिण में नीलगिरि पहाड़ियाँ पश्चिमी और पूर्वी घाट को जोड़ती हैं।

प्रश्न 4. भारत के तटीय मैदान की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर – भारत में तटीय मैदान अरब सागर और बंगाल की मीर खाड़ी के समांतातर प्रायद्वीपीय पठार के साथ ही पश्चिमी तटीय मैदान अरब सागर के साथ एक संकीर्ण पट्टी 10-20 किलोमीटर चौड़ा है। यह कच्छ के केरल से कन्याकुमारी तक फैला है। पश्चिमी तटीय मैदान तीन भागों में बँटा है- (1) कोंकण तट की (मुंबई से गोवा), (2) कर्नाटक तट (गोवा से मंगलौर), (3) मालाबार तट (मंगलौर से कन्याकुमारी तक) शामिल है। पूर्वी तट बंगाल की खाड़ी के साथ है। यह पश्चिमी तटीय मैदान से अधिक व्यापक है। इसकी औसत चौड़ाई 120 किलोमीटर है। इस तट के उत्तरी भाग को उत्तरी सिरका और दक्षिणी भाग कोरोमंडल तट कहा जाता है। पूर्वी तटीय मैदान महानदी गोदावरी. कृष्णा और कावेरी नदियों के द्वारा बनाई गई डेल्टा चिह्नित है। चिल्का भारत में सबसे बड़ी खारे पानी की झील है. जो महानदी डेल्टा के दक्षिण में स्थित है। तटीय मैदानों में मसाले, चावल, नारियल, काली मिर्च आदि उगाए जा रहे हैं। वे व्यापार और वाणिज्य के केंद्र रहे हैं। तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने के लिए गाँवों को तट के साथ विकसित किया गया है। विम्बनाद प्रसिद्ध लैगून है, जो मालाबार तट पर स्थित है।

प्रश्न 5. भारत के प्रायद्वीपीय पठार को प्रमुख भौतिक भागों में बाँटकर उनकी विस्तृत व्याख्या कीजिए ।
उत्तर – भारत का प्रायद्वीपीय पठार देश का सबसे बड़ा प्राकृतिक भाग है। यह एक प्राचीन भाग है, जो कठोर अग्नि- जन्य और कायांतरित शैलों से बना है। इसकी उत्तरी सीमा अरावली पर्वत है और इसका आकार त्रिभुजाकार है। इसका ढाल उत्तर की ओर है। सतपुड़ा और मैकल पर्वत श्रेणियों के दक्षिण में इसका ढाल पूर्व और दक्षिण-पूर्व की ओर है। भारत के प्रायद्वीपीय पठार को दो भागों में बाँटा गया है-

1. मध्यवर्ती उच्चभूमि – यह नर्मदा नदी के उत्तर में तथा विशाल मैदान के दक्षिण में फैली है। पश्चिम में अरावली पर्वत श्रेणियाँ इसकी पश्चिमी सीमा बनाती है। इसका विस्तार गुजरात के उत्तरी भाग से लेकर दिल्ली तक है। अरावली और विंध्याचल के मध्यवर्ती भाग को मालवा का पठार कहते हैं। बुंदेलखण्ड, बघेलखण्ड और छोटानागपुर का पठार इसी भाग में है। चम्बल, केन बेतवा इस क्षेत्र की नदियाँ हैं।

2. दक्कन का पठार – सतपुड़ा महादेव तथा मैकल पर्वत के दक्षिण में प्रायद्वीपीय पठार को दक्कन का पठार कहते हैं। दक्षिण में इसका विस्तार कन्याकुमारी तक है। पश्चिम में का संयंत्रों की सहायता से शुद्ध करके उपयोगी बनाया जा सकता पश्चिमी घाट इसकी सीमा बनाते हैं। केरल और तमिलनाडु की है। नगरों के दूषित जल को सीधे नदी में पहुँचने से रोका जाए। सीमा पर इसे अन्नामलाई और कोर्डेमम के नाम से पुकारते हैं। जल को उचित शोधन करना चाहिए, तभी जल प्रदूषित होने से पश्चिमी घाट की ऊंचाई दक्षिण में अधिकार है। दक्कन पठारकी पूर्वी सीमा पूर्वी घाट बनाते हैं। ये प्रायद्वीपीय पठार खनिज संपदा में धनी है और इस क्षेत्र की काली मिट्टी उपजाऊ है।

प्रश्न 6. हिमालयी और प्रायद्वीपीय नदियों की तुलना करते हुए उनके मध्य अंतर बताइए ।
उत्तर – हिमालय से निकलने वाली नदियों के मुख्य तीन नदी तंत्र है।
(i) सिंधु
(i) गंगा
(iii) ब्रह्मपुत्र
उपर्युक्त को हम नदी तंत्र भी कहते हैं।

प्रायद्वीपीय पठार की बंगाल की खाड़ी में मिलने वाली सभी नदियाँ डेल्टा बनाती हैं, जबकि अरब सागर में मिलने वाली नर्मदा और तापी नदियाँ एश्चुयरी बनाती हैं। हिमालय क्षेत्र से निकलने वाली प्रमुख नदियाँ हैं-झेलम, रावी, चिनाब, व्यास, सतलुज, सिंधु, गंगा, गोमती, घाघरा, गंडक, कोसी आदि। प्रायद्वीपीय नदियों में प्रमुख हैं-गोदावरी, महानदी, कृष्णा, कावेरी, नर्मदा, तापी आदि। नर्मदा और तापी नदियाँ अरब सागर में गिरती हैं; जबकि गोदावरी, महानदी, कृष्णा, कावेरी नदियाँ बंगाल की खाड़ा में गिरती हैं । प्रायद्वीपीय नदियाँ अपनी वृद्धावस्था में पहुँच चुकी हैं। ये लंबवत् कटाव करती हैं। गर्मी के मौसम में इनमें पानी का अभाव होता है। वर्षा में इन नदियों को पर्याप्त पानी उपलब्ध होता है जिन पर बाँध बनाकर सिंचाई की जाती है; जबकि हिमालयी नदियों में वर्ष भर पानी रहता है और सिंचाई के लिए ये नदियाँ उपयुक्त रहती हैं।

प्रश्न 7. नदियाँ आजकल अधिक प्रदूषित क्यों हैं ? उनके जल को शुद्ध करने के उपाय बताइए।
उत्तर – नदियों में प्रदूषण की मात्रा अधिक है। प्रायः सभी नदियों में नगरों के दूषित नालों का पानी बहाया जाता है। जिसमें रसायनिक पदार्थ, दवाइयाँ, कीटनाशक, मल-मूत्र, मृत पशु, अपशिष्ट पदार्थ इत्यादि प्रवाहित किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त कागज, सड़ी-गली सब्जियाँ प्लास्टिक की थैलियाँ, कपड़े की कतरने कारखानों का दूषित जल इत्यादि भारी मात्रा में छोड़ा जाता है जिससे नदियों का जल प्रदूषित हो गया है। नदियों के जल को पीने योग्य बनाने के लिए आवश्यक है। कि नालों का पानी इन नदियों में नहीं छोड़ना चाहिए। गंदे पानी बचाया जा सकता है। उच्चतम न्यायालय ने नालों को सीधे समुना में गिराने पर रोक लाग दी है। दूषित जल को साफ करके सिंचाई के काम में लाया जा सकता है। नदियों के जल को दूषित करने वाले कारखानों को आदेश दिए जाए कि वे जल को  प्रदूषित न करें।
प्रश्न 8. देश के आर्थिक विकास में नदियों के योगदानों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर – नदियाँ मीठे जल का स्रोत है। जल ही जीवन है। इसके अभाव में हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इसीलिए शायद इसे जीवन भी कहा जाता है। संसार में कुल जल कर 3 प्रतिशत से भी कम भाग शुद्ध जल का है। मीठा जल हिम के रूप में, वर्षा के रूप में, भूमिगत जल के रूप में उपलब्ध है। नदियाँ मीठे जल का प्रमुख स्रोत हैं। आज पीने के पानी की माँग तेजी से बढ़ रही है। जैसे-जैसे औद्योगिकीकरण और नगरीकरण हो रहा है, पीने के लिए शुद्ध जल की माँग बढ़ रही है। स्वच्छ मीठे जल को दूषित होने से बचाया जाना चाहिए। यदि पीने का जल उपलब्ध नहीं होगा तो नगरों का विकास औद्योगिकरण दोनों पर प्रभाव पड़ेगा। मानवीय क्रियाकलापों को सुचारु रूप से चलाने के लिए जल की बचत करनी चाहिए और इसे प्रदूषित होने से बचाना चाहिए। आज का मनुष्य पहले की अपेक्षा अधिक जल का प्रयोग करता है। इसकी रक्षा की जानी चाहिए।

NIOS Class 10th सामाजिक विज्ञान (पुस्तक – 1) Question Answer in Hindi

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