निम्नलिखित पदों को समझाइए – (a) खाद्य विज्ञान, (b) खाद्य संसाधन, (c) खाद्य प्रौद्योगिकी, (d) खाद्य विनिर्माण/उत्पादन (e) खाद्य का खराब होना।
उत्तर –
(a) खाद्य विज्ञान (Food Science) – खाद्य विज्ञान को एक ऐसे विशिष्ट क्षेत्र के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें रसायन और भौतिकी जैसे आधारभूत विज्ञान विषयों के साथ-साथ पाककलाओं, कृषि विज्ञान तथा सूक्ष्मजीव विज्ञान का अनुप्रयोग किया जाता हैं।
(b) खाद्य संसाधन (Food Processing) – खाद्य संसाधन तात्पर्य ऐसी विधियों और तकनीकों का समूह से हैं, जो कच्ची सामग्रियों को तैयार या आधे तैयार खाद्य उत्पादों में बदल देता है।
(c) खाद्य प्रौद्योगिकी (Food Technology) – प्रौद्योगिकी एक ऐसा विज्ञान है जिसमें वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के साथ-साथ सामाजिक- आर्थिक ज्ञान तथा उत्पादन के वैध नियमों का व्यावहारिक उपयोग होता है। खाद्य प्रौद्योगिकी विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों के उत्पादन के लिए खाद्य विज्ञान तथा खाद्य अभियांत्रिकी का उपयोग करती है।
(d) खाद्य विनिर्माण/उत्पादन (Food Manufacturing) – खाद्य उत्पादन एक ऐसी प्रक्रिया हैं जिसमें खाद्य उत्पादों को बढ़ती जनसंख्या की विविध माँगों को पूरा करने के लिए खाद्य प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों का उपयोग करते हुए बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है। खाद्य
(e) खाद्य का खराब होना (Food Spoilage) – खाद्य पदार्थ के खराब होने का तात्पर्य उस स्थिति से हैं जिसमें कोई खाद्य पदार्थ मानव उपभोग के लिए सुरक्षित न हों अर्थात् उसे खाने से विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती है।कोई खाद्य पदार्थ निम्न परिस्थितियों में उपभोग के लिए असुरक्षित माना जाता है-
· यदि वह विकृत होने के साथ-साथ नष्ट होने लगे।
· यदि उसकी वास्तविक बनावट खराब होने लगे।
· यदि उसके पोषण मान में कमी आने लगे।
· यदि उसमें से कोई दुर्गध आनी शुरू हो जाए।
· यद्रि उसका रंग बिगड़ना या खराब होने लगे।
· यदि उसके वास्तविक रूप में कमी या परिवर्तन होने लगे।
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