NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 6 जनसंख्या (Population) Notes in Hindi

NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 6 जनसंख्या (Population)

Text BookNCERT
Class  9th
Subject  Social Science (भूगोल)
Chapter 6th
Chapter Nameजनसंख्या (Population) 
CategoryClass 9th भूगोल (Geography)
Medium Hindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 6 जनसंख्या Notes in Hindi जिसमे हम जनसंख्या से आप क्या समझते हैं?, भारत में कितनी जनसंख्या है 2022?, अपने गांव का जनगणना कैसे निकाले?, 2022 में पूरे विश्व की जनसंख्या कितनी है?, पूरी दुनिया में कितने देश हैं?, पूरे विश्व में हिंदुओं की संख्या कितनी है?, भारत में मुस्लिम आबादी कितनी है?, भारत में कितनी लड़कियां हैं 2022?, दुनिया में सबसे कम आबादी वाला देश कौन सा है?, सबसे अधिक आबादी वाला देश कौन सा है? आदि के साथ -साथ हम  NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 6 जनसंख्या Notes in Hindi करेंगे 

NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 6 जनसंख्या (Population)

Chapter – 6

जनसंख्या

Notes

जनगणना – एक निश्चित समयांतराल में जनसंख्या की आधिकारिक गणना जनगणना कहलाती है।

भारत की जनगणना – भारत में सबसे पहले 1872 में जनगणना की गई थी। हालांकि 1881 में पहली बार एक संपूर्ण जनगणना की जा सकी। उसी समय से प्रत्येक 10 वर्ष पर जनगणना होती है।

भारत की कुल जनसंख्या – 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या 1210193422 है। जो विश्व की कुल जनसंख्या का 17.5 प्रतिशत है।

सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य – 2011 की जनगणना के अनुसार देश का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। जहाँ की कुल आबादी 199281477 है। उत्तर प्रदेश में देश की कुल जनसंख्या का 16 प्रतिशत हिस्सा निवास करता है।

सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य – 2011 की जनगणना के अनुसार देश का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य सिक्किम है । जहाँ की कुल आबादी 607688 है।

भारत की आधी आबादी वाले राज्य  – भारत की लगभग आधी आबादी पाँच राज्यों में निवास करती है । ये राज्य हैं – उत्तर प्रदेश , महाराष्ट्र , बिहार , पश्चिमी बंगाल और आन्ध्र प्रदेश।

जनसंख्या घनत्व – प्रति इकाई क्षेत्रफल में रहने वाले लोगों की संख्या को जनसंख्या घनत्व कहते हैं।

भारत में जनसंख्या घनत्व – 2011 में भारत का जनसंख्या घनत्व 382 व्यक्ति प्रति वर्ग कि० मी० था । जहाँ बिहार का जनसंख्या घनत्व 1,102 व्यक्ति प्रति कि० मी० है वहीं अरुणाचल प्रदेश में यह 17 व्यक्ति प्रति कि० मी० है।

भारत मे सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य – 2011 की जनगणना के अनुसार सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य पश्चिमी बंगाल है। यहाँ जनसंख्या घनत्व 1028 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. है।

भारत मे सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य – सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य अरूणाचल प्रदेश है यहाँ जनसंख्या घनत्व 17 व्यक्ति प्रति वर्ग कि० मी० है।

जनसंख्या वृद्धि

जनसंख्या वृद्धि का अर्थ होता है , किसी विशेष समय अंतराल में , जैसे 10 वर्षों के भीतर , किसी देश / राज्य के निवासियों की संख्या में परिवर्तन।

इस प्रकार के परिवर्तन को दो प्रकार से व्यक्त किया जा सकता है। पहला , सापेक्ष वृद्धि तथा दूसरा , प्रति वर्ष होने वाले प्रतिशत परिवर्तन के द्वारा।

निरपेक्ष वृद्धि – प्रत्येक वर्ष या एक दशक में बढ़ी जनसंख्या , कुल संख्या में वृद्धि का परिमाण है। पहले की जनसंख्या (जैसे 2001 की जनसंख्या) को बाद की जनसंख्या (जैसे 2011 की जनसंख्या) से घटा कर इसे प्राप्त किया जाता है। इसे ‘ निरपेक्ष वृद्धि ‘ कहा जाता है।

वार्षिक वृद्धि – प्रति वर्ष 2 प्रतिशत वृद्धि की दर का अर्थ है कि दिए हुए किसी वर्ष की मूल जनसंख्या में प्रत्येक 100 व्यक्तियों पर 2 व्यक्तियों की वृद्धि। इसे वार्षिक वृद्धि दर कहा जाता है।

जनसँख्या वृद्धि के घटक

जन्मदर
मृत्युदर
प्रवास

जन्मदर एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों में जितने जीवित बच्चों का जन्म होता है उसे जन्म दर कहते है , भारत में जन्मदर हमेशा मृत्यु दर से अधिक रही है।

मृत्युदर – एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों में मरने वालों की संख्या को मृत्यु दर कहा जाता है।

प्रवास – लोगों का एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में चले जाना प्रवास कहलाता है प्रवास आंतरिक तथा अंतरराष्ट्रीय हो सकता है। भारत में अधिकतर प्रवास गांव से शहर की तरफ होता है क्योंकि शहरों में बेहतर रोजगार , शिक्षा तथा स्वास्थ्य इन लोगों को आकर्षित करते भारत में प्रवास के कारण नगरीय जनसंख्या में वृद्धि हुई हैं।

आयु संरचना – किसी देश में जनसंख्या की आयु संरचना वहां के विभिन्न आयु समूहों ( age groups ) के लोगो की संख्या को दर्शाती है

बच्चे (15 वर्ष से कम) – ये आर्थिक रूप से उत्पादनशील नहीं होते इन्हें केवल भोजन , वस्त्र तथा स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने की ज़रूरत होती है।

वयस्क (15 से 59 वर्ष) – ये देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं तथा यही देश के संसाधनों का अत्यधिक दोहन करते हैं और यह जनसंख्या का कार्यशील वर्ग है।

वृद्ध (59 वर्ष से अधिक) – ये अधिकतर समूह उत्पादक नहीं होते तथा ये कार्यशील तथा अवकाश प्राप्त दोनों हो सकते हैं ये अपनी इच्छा से कार्य कर सकते हैं।

लिंगानुपात – प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या को लिंगानुपात कहा जाता है।

भारत मे लिंगानुपात

2011 की जनगणना के अनुसार प्रति हजार पुरुषों पर 943 महिलाएं।
2011 की जनगणना के अनुसार केरल में लिंगानुपात 1084 है । जबकि दिल्ली में लिंगानुपात 866 है।

साक्षरता – एक व्यक्ति जिसकी आयु 7 या उससे अधिक हो तथा किसी भाषा को समझकर लिख और पढ़ सकता है उसे साक्षर कहा जाता है।

भारत की साक्षरता दर

भारत की साक्षरता के स्तर में लगातार सुधार हो रहा है 2011 की जनगणना के अनुसार देश की साक्षरता दर 74.08 प्रतिशत है। जिसमें पुरुषों की साक्षरता 82.14 प्रतिशत एवं महिलाओं की 65.46 प्रतिशत है।

भारत में सबसे अधिक साक्षरता वाला राज्य – केरल (93.9 प्रतिशत) है।

भारत में सबसे कम साक्षरता वाला राज्य – बिहार (63.82 प्रतिशत) है।

व्यावसायिक सरचना – विभिन्न व्यवसायों को करने के लिए देश मे भिन्न भिन्न लोग होते हैं और इन व्यावसायों को बांटा गया है।

प्राथमिक – खेती , पशुपालन , खनन

द्वितीयक – उद्योग धंधे

तृतीयक – परिवहन , संचार

वर्तमान समय में द्वितीयक तथा तृतीयक व्यवसाय बढ़ने लगे हैं तथा अधिकांश विकसित देशों में यही व्यवसाय सर्वाधिक लोगों द्वारा किए जाते हैं है जबकि भारत जैसे विकाशसील देश में प्राथमिक कार्य करने वाले लोगों की संख्या अधिक है।

स्वास्थ्य – स्वास्थ्य जनसंख्या की संरचना का एक महत्वपूर्ण घटक है और यह विकास की प्रक्रिया को भी प्रभावित करता है। सरकारी कार्यक्रमों के निरंतर प्रयासों द्वारा भारत की जनसंख्या के स्वास्थ्य स्तर में सुधार हुआ है तथा मृत्यु दर में भी कमी आई है।

किशोर जनसंख्या – भारत की जनसंख्या की सबसे प्रमुख विशेषता इसकी किशोर जनसंख्या है। किशोर 10 से 19 आयु वर्ग के होते है और ये भविष्य के सबसे महत्वपूर्ण मानव संसाधन हैं। किशोरों को पोषक तत्वों की आवश्यकता बच्चों तथा वयस्कों से अधिक होती है लेकिन भारत मे बहुत सी किशोर बालिकाएं रक्तहीनता से पीड़ित हैं।

राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000

14 वर्ष से कम आयु के बच्चे को निशुल्क शिक्षा प्रदान करना
शिशु मृत्यु दर को प्रति 1000 में 30 से कम करना
व्यापक स्तर पर टीकारोधी बीमारियों से बच्चों को छुटकारा दिलाने
लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने
परिवार नियोजन के लिए एक नीतिगत ढांचा प्रदान करती है।

राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 और किशोर

इसके अनुसार किशोरों की पहचान जनसंख्या के उस प्रमुख भाग के रूप में के एक एक गई है जिस पर बहुत अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है।

किसी भी राष्ट्र के लिए वहां के लोग बहुमूल्य संसाधन होते हैं और एक शिक्षित एवं स्वस्थ जनसंख्या ही कार्यक्षम शक्ति प्रदान करती है।

NCERT Solution Class 9th भूगोल Notes in Hindi
Chapter – 1 भारत – आकार और स्थिति
Chapter – 2 भारत का भौतिक स्वरुप
Chapter – 3 अपवाह
Chapter – 4 जलवायु
Chapter – 5 प्राकृतिक वनस्पति तथा वन्य प्राणी
Chapter – 6 जनसंख्या
NCERT Solution Class 9th भूगोल Question Answer in Hindi
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Chapter – 5 प्राकृतिक वनस्पति तथा वन्य प्राणी
Chapter – 6 जनसंख्या
NCERT Solution Class 9th भूगोल MCQ in Hindi
Chapter – 1 भारत – आकार और स्थिति
Chapter – 2 भारत का भौतिक स्वरुप
Chapter – 3 अपवाह
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Chapter – 5 प्राकृतिक वनस्पति तथा वन्य प्राणी
Chapter – 6 जनसंख्या

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