NCERT Solutions Class 8th Science Chapter – 13 प्रकाश (Light)
Textbook | NCERT |
Class | 8th |
Subject | विज्ञान (Science) |
Chapter | 13th |
Chapter Name | प्रकाश |
Category | Class 8th विज्ञान (Science) |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 8th Science Chapter – 13 प्रकाश (Light) Notes in Hindi – प्रकाश का परावर्तन, परावर्तन का पहला नियम, परावर्तन का दूसरा नियम, समतल दर्पण में प्रतिबिंब, समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिंब के लक्षण, नियमित परावर्तन, विसरित परावर्तन, बहु प्रतिबिंब, आपतित किरण, परावर्तित किरण, अभिलम्ब, आपतन कोण, पार्श्व परिवर्तन आदि के बारे में विस्तार से पढ़ेंगे। |
NCERT Solutions Class 8th Science Chapter – 13 प्रकाश (Light)
Chapter – 13
प्रकाश
Notes
प्रकाश का परावर्तन – जब किसी चमकीली सतह पर प्रकाश पड़ता है तो उसमें से अधिकतर प्रकाश परावर्तित हो जाता है। इस परिघटना को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।
परावर्तन के नियम – परावर्तन के दो नियम हैं।
परावर्तन का पहला नियम – आपतित किरण, आपतन बिंदु पर लम्ब और परावर्तित किरण, ये तीनों एक ही तल में होते हैं।
परावर्तन का दूसरा नियम – आपतन कोण और परावर्तन कोण आपस में बराबर होते हैं।
समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिंब के लक्षण– प्रतिबिंब हमेशा दर्पण के पीछे बनता है। यह एक आभासी प्रतिबिंब होता है, यानि इसे किसी परदे पर नहीं प्राप्त किया जा सकता है। प्रतिबिंद सीधा और पार्श्व परिवर्तित होता है। पार्श्व परिवर्तन का मतलब होता है कि आपका दायाँ हाथ प्रतिबिंब के बाएँ हाथ की तरह दिखेगा।
नियमित परावर्तन – जब भी किसी वस्तु पर रोशनी पड़ती है तो प्रकाश की किरणें समांतर होती हैं। यदि परावर्तित किरणें भी आपस में समांतर होती हैं तो ऐसे परावर्तन को नियमित परावर्तन कहते हैं। जब किसी चिकनी सतह से परावर्तन होता है तो नियमित परावर्तन होता है। दर्पण से ऐसा ही होता है। जब नियमित परावर्तन होता है तो हम स्पष्ट प्रतिबिंब देख पाते हैं।
विसरित परावर्तन –
• जब परावर्तित किरणें आपस में समांतर नहीं होती हैं तो ऐसे परावर्तन को अनियमित या विसरित परावर्तन कहते हैं।
• जब किसी खुरदरी सतह से परावर्तन होता है तो विसरित परावर्तन होता है। ऐसे में स्पष्ट प्रतिबिंब नहीं बनता है।
• प्रकृति में अधिकतर सतहें खुरदरी होती हैं, कुछ कम तो कुछ अधिक। जो सतह जितनी कम खुरदरी होगी उससे बनने वाला प्रतिबिंब उतना ही स्पष्ट होगा।
• इसे समझने के लिए आप किसी झील में पेड़ के बनने वाले प्रतिबिंब का उदाहरण ले सकते हैं।
• अगर झील का पानी शांत होता है तो पेड़ का प्रतिबिंब अधिक स्पष्ट होता है। यदि झील का पानी अशांत होता है तो पेड़ का प्रतिबिंब उतना स्पष्ट नहीं बनता है।
बहु प्रतिबिंब –
• जब दो या अधिक दर्पणों को एक दूसरे से किसी कोण पर रखा जाता है तो हमें कई प्रतिबिंब देखने को मिलते हैं।
• नाई की दुकान में आमने सामने की दीवारों पर आइने लगे होते हैं, जिनके कारण आपको अपने कई प्रतिबिंब दिखाई देते हैं।
• बनने वाले प्रतिबिंबों की संख्या दोनों दर्पणों के बीच के कोण पर निर्भर करती है।
• इसे निम्नलिखित समीकरण द्वारा पता किया जा सकता है। प्रतिबिंबों की संख्या = (360° ÷ कोण) – 1 इसलिए, यदि दोनों दर्पण एक दूसरे से समकोण बनाते हैं तो 3 प्रतिबिंब बनेंगे।
• यदि दोनों दर्पणों के बीच 30° का कोण होगा तो कुल 11 प्रतिबिंब बनेंगे। यदि दोनों दर्पण एक दूसरे के आमने सामने रखे जाएँगे तो अनगिनत प्रतिबिंब बनेंगे।
आपतित किरण – किसी पृष्ठ पर पड़ने वाली प्रकाश – किरण को आपतित किरण कहते है।पृष्ठ से परावर्तन के पश्चात वापस आने वाली प्रकाश-किरण को परावर्तित किरण कहते हैं। प्रकाश किरण का अस्तित्व एक आदर्शीकरण है।
परावर्तित किरण – पृष्ठ से परावर्तन के पशचात वापस आने वाली प्रकाश – किरण को परावर्तित किरण कहते है। आपतित किरण, अभिलम्ब तथा परावर्तित किरण समान तल में होती हैं।
अभिलम्ब – आपतन बिन्दु पर परिवर्तक तल लम्बवत खींची गई काल्पनिक रेखा को अभिलम्ब कहते है। जिस बिन्दू पर आपतित किरण दर्पण से टकराती है, उस पर दर्पण से 90 का कोण बनाते हुए एक रेखा खींचिए। यह रेखा परावर्तक पृष्ठ के उस बिन्दू पर अभिलम्ब कहलाती है।
आपतन कोण – आपतित किरण तथा अभिलम्ब के बीच के कोण को आपतन कोण कहते है।अभिलम्ब रेखा आपतन किरण और परावर्तित किरण के बीच कोण को दो समान कोणों में विभाजित करती है। आपतन किरण और अभिलम्ब के बीच के कोण को आपतन कोण के रूप में जाना जाता है। आपतन कोण और परावर्तित कोण हमेशा समान होते हैं और ये दोनों अभिलम्ब के साथ एक ही सतह पर होते हैं।
पार्श्व परिवर्तन – आप स्मरण कर सकते हैं कि दर्पण द्वारा बने प्रतिबिंब में वस्तु का बायाँ भाग दाईं ओर तथा दायाँ भाग बाईं ओर दिखाई पड़ता है। इस परिघटना को पार्श्व परिवर्तन कहते हैं।
FAQ
प्रश्न 1. उस यंत्र का नाम बताओ जिससे एक बौना व्यक्ति भीड़ में से ऊपर देख सकता है ?
प्रश्न 2. हमें देखने के लिए किस वस्तु की आवश्यकता होती है ?
प्रश्न 3. किन्हीं दो दीप्त वस्तुओं के नाम लिखो ?
प्रश्न 4. क्या चंद्रमा दीप्त पिंड है अथवा अदीप्त ?
प्रश्न 5. प्रतिबिंब कहीं दिखाई देता है ?
प्रश्न 6. कौन-से पृष्ठ दर्पण बन सकते हैं ?
प्रश्न 7. यदि आप दर्पण के सम्मुख खड़े हों और आप अपना प्रतिबिंब देख रहे हों। आपको और आपके प्रतिबिंब में कितनी दूरी है ?
प्रश्न 8. जब प्रकाश की किरण दर्पण पर अभिलंब रूप में गिरती है, तो आपतन कोण कितना होता है ?
प्रश्न 9. किन्हीं दो वस्तुओं के नाम लिखो जो सफेद प्रकाश को कई रंगों में विभाजित करती हैं ?
प्रश्न 10. प्रकाश के सात रंगों के नाम लिखो ?
प्रश्न 11. सात रंगों की प्राकृतिक उदाहरण क्या है ?
प्रश्न 12. सफेद आवरण (Sclerotic) का मानव नेत्र में क्या कार्य है ?
प्रश्न 13. पक्ष्नाभ पेशी (Culary Muscle) का मानव नेत्र में क्या कार्य है ?
प्रश्न 14. क्या नैत्र लैंस का फोक्स अनिश्चित है ?
प्रश्न 15. शलाकाओं (Rods) का मानव नेत्र में काम लिखिए।
प्रश्न 16. शंकु (Cones) क्या है ?
प्रश्न 17. अंधराता का मूल कारण क्या है ?
प्रश्न 18. बिल्लियाँ और चमगादड़ रात्रि में कैसे देख पाते हैं ?
प्रश्न 19. चलचित्र पर्दे पर बिंब किस दर से परिवर्तित होते हैं ?
प्रश्न 20. नेत्र के रेटिना पर कौन-से प्रकाश सुग्राही अंग हैं ?
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