NCERT Solutions Class 8th (Social Science) Geography Chapter – 5 मानव संसाधन (Human Resources)
Text Book | NCERT |
Class | 8th |
Subject | Social Science (भूगोल) |
Chapter | 5th |
Chapter Name | मानव संसाधन (Human Resources) |
Category | Class 8th Social Science (Geography) |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 8th (Social Science) Geography Chapter – 5 मानव संसाधन (Human Resources) Notes in Hindi मानव संसाधन का क्या अर्थ है, मानव संसाधन क्या है example, मानव संसाधन कितने प्रकार के होते हैं, मानव संसाधन क्या है इसके उद्देश्य बताइए, मानव संसाधन का कार्य क्या है, मानव संसाधन का क्या कार्य है, मानव संसाधन कब है, मानव संसाधन के 5 प्रकार कौन से हैं, मानव संसाधन के 4 घटक क्या हैं। आदि इसके बारे में हम Notes विस्तार से पढ़ेंगे। |
NCERT Solutions Class 8th (Social Science) Geography Chapter – 5 मानव संसाधन (Human Resources)
Chapter – 5
मानव संसाधन
Notes
जनसंख्या का वितरण – भूपृष्ठ पर जिस प्रकार लोग फैले हैं, उसे जनसंख्या वितरण का प्रतिरूप कहते हैं। विश्व की जनसंख्या का 90 प्रतिशत से अधिक भाग भूपृष्ठ के लगभग 30 प्रतिशत भाग पर निवास करता है। विश्व में जनसंख्या का वितरण अत्यंत असमान है। कुछ क्षेत्र बहुत घने बसे हैं और कुछ विरल बसे क्षेत्र हैं।
जनसंख्या वितरण का प्रतिरूप – भूपृष्ठ पर जिस प्रकार लोग फैले हैं, उसे जनसंख्या वितरण का प्रतिरूप कहते हैं।
जनसंख्या घनत्व – पृथ्वी पृष्ठ के एक इकाई क्षेत्र में रहने वाले लोगों की संख्या को जनसंख्या का घनत्व कहते हैं। सामान्य रूप से यह प्रतिवर्ग किलोमीटर में व्यक्त किया जाता है। संपूर्ण विश्व का औसत जनसंख्या घनत्व 51 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व दक्षिण मध्य एशिया में है, इसके पश्चात क्रमश: पूर्वी एशिया एवं दक्षिण – पूर्वी एशिया में है।
जनसंख्या संघटन – एक संसाधन के रूप में लोगों की भूमिका को समझने के लिए हमें उनके गुणों के बारे में जानने की आवश्यकता होती है। लोग अपनी आयु, लिंग, साक्षरता स्तर, स्वास्थ्य दशाओं, व्यवसाय और आय के स्तर पर एक-दूसरे से भिन्न होते हैं। लोगों की इन विशेषताओं के बारे में जानना आवश्यक है। जनसंख्या संघटन जनसंख्या की संरचना को दर्शाता है।
स्थलाकृति – लोग सदैव पर्वतों और पठारों की तुलना में मैदानी भागों में ही रहना पसंद करते हैं क्योंकि ये क्षेत्र खेती, विनिर्माण और सेवा क्रियाओं के लिए उपयुक्त होते हैं। गंगा के मैदान विश्व के सबसे अधिक घने बसे क्षेत्र हैं जबकि एंडीज़, आल्पस और हिमालय जैसे पर्वत विरल बसे हुए हैं।
जलवायु – लोग सामान्य रूप से चरम जलवायु जो अत्यधिक गरम अथवा अत्यधिक ठंडी जैसे सहारा मरुस्थल, रूस के ध्रुवीय प्रदेश, कनाडा और अंटार्कटिका में रहने से बचते हैं।
मृदा – उपजाऊ मृदाएँ कृषि के लिए उपयुक्त भूमि प्रदान करती हैं। भारत में गंगा और ब्रह्मपुत्र, चीन में ह्वांग ही, चांग जियांग तथा मिस्र में नील नदी के उपजाऊ मैदान घने बसे हुए क्षेत्र हैं।
जल – लोग उन क्षेत्रों में रहने को प्राथमिकता देते हैं जहाँ अलवणीय जल आसानी से उपलब्ध होता है। विश्व की नदी घाटियाँ घने बसे क्षेत्र हैं जबकि मरुस्थल विरल जनसंख्या वाले हैं।
खनिज – खनिज निक्षेपों वाले क्षेत्र अधिक बसे हुए हैं। दक्षिणी अफ्रीका की हीरे की खानें और मध्य पूर्व में तेल की खोज ने इन क्षेत्रों में लोगों को रहने के लिए प्रेरित किया है।
कारक – औद्योगिक क्षेत्र रोज़गार के अवसर प्रदान करते हैं। लोग बड़ी संख्या में इन क्षेत्रों की ओर आकर्षित होते हैं। जापान में ओसाका और भारत में मुंबई दो घने बसे क्षेत्र हैं।
सांस्कृतिक कारक – धर्म और सांस्कृतिक महत्ता वाले स्थान लोगों को आकर्षित करते हैं। वाराणसी, येरूसलम और वेटिकन सिटी इसके कुछ उदाहरण हैं।
सामाजिक कारक – अच्छे आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र अत्यधिक घने बसे हैं, उदाहरण के लिए पुणे।
जनसंख्या परिवर्तन – जनसंख्या परिवर्तन से तात्पर्य एक निश्चित अवधि के दौरान लोगों की संख्या में परिवर्तन से है। विश्व की जनसंख्या स्थिर नहीं रही है। यह कई गुना बढ़ गई है ऐसा वास्तव में जन्म और मृत्यु की संख्या में परिवर्तन के कारण हुआ है। मानव इतिहास की लंबी अवधि में सन् 1800 तक विश्व की जनसंख्या धीरे-धीरे बढ़ी है। बड़ी संख्या में बच्चे जन्म लेते थे लेकिन शीघ्र ही उनकी मृत्यु भी हो जाती थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि वहाँ उचित स्वास्थ्य सुविधाएँ नहीं थी। सभी लोगों के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध नहीं था।
जनसंख्या परिवर्तन के प्रतिरूप – जनसंख्या वृद्धि की दर विश्व में अलग-अलग है (चित्र 5.5)। यद्यपि विश्व की कुल जनसंख्या तीव्रता से बढ़ रही है, तथापि सभी देशों में यह वृद्धि अनुभव नहीं की जा रही है। कुछ देशों में जैसे केन्या में जनसंख्या वृद्धि दर ऊँची है। उन देशों में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों ही उच्च हैं। हाल ही में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ मृत्यु दर कम हो गई है परंतु जन्म दर अभी भी अधिक है जिससे वृद्धि दर बढ़ रही है।
NCERT Solutions Class 8th Social Science (Geography) Notes in Hindi |
Chapter – 1 संसाधन |
Chapter – 2 भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन |
Chapter – 3 कृषि |
Chapter – 4 उद्योग |
Chapter – 5 मानव संसाधन |
NCERT Solutions Class 8th Social Science (Geography) Question Answer in Hindi |
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Chapter – 2 भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन |
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Chapter – 5 मानव संसाधन |
NCERT Solutions Class 8th Social Science (Geography) MCQ in Hindi |
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