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Home Last Doubt NCERT Solutions Class 8th (Geography) Chapter – 1 संसाधन (Resources) Notes in...

NCERT Solutions Class 8th (Geography) Chapter – 1 संसाधन (Resources) Notes in Hindi

May 18, 2022
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    NCERT Solutions Class 8th (Geography) Chapter – 1 संसाधन (Resources)

    Text BookNCERT
    Class  8th
    Subject  Social Science (भूगोल)
    Chapter1st
    Chapter Nameसंसाधन (Resources)
    CategoryClass 8th Social Science (Geography)
    Medium Hindi
    SourceLast Doubt
    NCERT Solutions Class 8th (Geography) Chapter – 1 संसाधन (Resources) Notes in Hindi इस अध्याय में हम संसाधन क्या है इसका अर्थ, संसाधन क्या है उसके प्रकार, संसाधन में क्या क्या आता है, संसाधन का क्या अर्थ है संसाधनों के नियोजन की क्या आवश्यकता है, संसाधनों का क्या महत्व है, संसाधनों का महत्व क्या है, मानव संसाधन कैसे हैं, संसाधन की विशेषता क्या है। आदि इसके बारे में हम Notes  विस्तार से पढ़ेंगे।

    NCERT Solutions Class 8th (Geography) Chapter – 1 संसाधन (Resources)

    Chapter – 1

    संसाधन

    Notes

    संसाधन – हर वह वस्तु जिसका उपयोग हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया जाता है, वह संसाधन कहलाती है। कुछ संसाधनों का आर्थिक मूल्य होता है जबकि कुछ का कोई आर्थिक मूल्य नहीं होता है। जैसे, पेट्रोल का आर्थिक मूल्य है, लेकिन किसी वादी की खूबसूरती का कोई आर्थिक मूल्य नहीं है। लेकिन दोनों ही हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं, इसलिए दोनों ही संसाधन हैं।

    संसाधन कितने प्रकार के होते हैं – संसाधन तीन प्रकार के होते हैं।

    1. प्राकृतिक
    2. मानव निर्मित
    3. मानव संसाधन

    प्राकृतिक संसाधन – प्रकृति से मिलने वाले संसाधन को प्राकृतिक संसाधन कहते हैं। कुछ प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल सीधे तौर पर होता है। कुछ अन्य संसाधनों के इस्तेमाल के लिए किसी न किसी टेक्नॉलोजी का सहारा लेना पड़ता है। जैसे, हवा या पानी का इस्तेमाल हम सीधे सीधे करते हैं। प्राकृतिक संसाधनों को दो मुख्य श्रेणियों में बाँटा जाता है, नवीकरणीय और अनीवकरणीय।

    मानव-निर्मित संसाधन – जब इंसान द्वारा किसी संसाधन में बड़े बदलाव लाए जाते हैं तो उसे मानव-निर्मित संसाधन कहए हैं। लौह अयस्क को कई प्रक्रियाओं से गुजारने के बाद स्टील बनता है। इसलिए स्टील एक मानव-निर्मित संसाधन हैं। भवन, पुल, रेलवे, मशीन, आदि मानव-निर्मित संसाधन के उदाहरण हैं। टेक्नॉलोजी भी एक मानव-निर्मित संसाधन हैं।

    मानव संसाधन – आदमी के दखल के बिना किसी भी संसाधन को उपयोगी नहीं बनाया जा सकता है। इसलिए लोगों को मानव संसाधन कहा जाता है। मानव संसाधन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर बल देने की जरूरत होती है। जब तक लोगों को सही प्रशिक्षण नहीं मिलता है तब तक संसाधनों का उचित और भरपूर इस्तेमाल नहीं हो सकता।

    प्राकृतिक संसाधनों को कितने श्रेणियों में बाँटा गया है – प्राकृतिक संसाधनों को दो मुख्य श्रेणियों में बाँटा गया है।

    1. नवीकरणीय
    2. अनीवकरणीय

    नवीकरणीय संसाधन – कुछ संसाधन तेजी से नवीकृत होते हैं, इसलिए उनका भंडार कभी खत्म नहीं हो सकता। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, पानी, आदि नवीकरणीय संसाधन के उदाहरण हैं। लेकिन यदि हम इनमें से कुछ संसाधनों का इस्तेमाल सावधानी से नहीं करते हैं तो उनकी किल्लत की समस्या हो सकती है। मिट्टी का सही ढ़ंग से इस्तेमाल नहीं करने से मृदा अपरदन की समस्या खड़ी हो जाती है।

    अनवीकरणीय संसाधन – कुछ संसाधनों के नवीकरण में हजारों या लाखों वर्ष लगते हैं। ऐसे संसाधनों का इस्तेमाल यदि बड़े पैमाने पर होता है तो इनका भंडार तेजी से समाप्त हो जाता है। कोयला और पेट्रोलियम अनीवकरणीय संसाधन हैं। कोयला और पेट्रोलियम के बनने में लाखों वर्ष लग जाते हैं। जितनी तेजी से हम इनका इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे जल्दी ही इनका भंडार समाप्त हो जाएगा।

    मानव संसाधन विकास – अधिक संसाधनों के निर्माण में समर्थ होने के लिए लोगों के कौशल में सुधार करना मानव संसाधन विकास कहलाता है।

    सततपोषणीय विकास – संसाधनों का उपयोग करने की आवश्यकता और भविष्य के लिए उनके संरक्षण में संतुलन बनाए रखना, सततपोषणीय विकास कहलाता है।

    सततपोषणीय विकास के कुछ सिद्धांत

    • जीवन के सभी रूपों का आदर और देखभाल।
    • मानव जीवन की गुणवता को बढ़ाना।
    • पृथ्वी की जीवन शक्ति और विविधता का संरक्षण करना।
    • प्राकृतिक संसाधनों के ह्रास को कम-से-कम करना।
    • पर्यावरण के प्रति व्यक्तिगत व्यवहार और अभ्यास में परिवर्तन।
    • समुदायों को अपने पर्यावरण की देखभाल करने योग्य बनाना।

    संसाधन संरक्षण – संसाधनों का सावधानीपूर्वक उपयोग करना और उन्हें नवीनीकृत होने के लिए समय देना संसाधन संरक्षण कहलाता है। वन, वन्यजीव, कोयला, पेट्रोलियम, जल, खनिज पदार्थ, मिट्टी, भूमि आदि जैसे संसाधनों की बचत और खपत को कम करना संसाधन संरक्षण कहलाता है।

    NCERT Solutions Class 8th Social Science (Geography) Notes in Hindi
    Chapter – 1 संसाधन
    Chapter – 2 भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन
    Chapter – 3 कृषि
    Chapter – 4 उद्योग
    Chapter – 5 मानव संसाधन
    NCERT Solutions Class 8th Social Science (Geography) Question Answer in Hindi
    Chapter – 1 संसाधन
    Chapter – 2 भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन
    Chapter – 3 कृषि
    Chapter – 4 उद्योग
    Chapter – 5 मानव संसाधन
    NCERT Solutions Class 8th Social Science (Geography) MCQ in Hindi
    Chapter – 1 संसाधन
    Chapter – 2 भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन
    Chapter – 3 कृषि
    Chapter – 4 उद्योग
    Chapter – 5 मानव संसाधन

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