NCERT Solutions Class 7th Social Science (Civics) Chapter – 1 समानता (On Equality) Question & Answer in Hindi

NCERT Solutions Class 7th Social Science (Civics) Chapter – 1 समानता (On Equality)

TextbookNCERT
Class 7th
Subject Civics
Chapter1st
Chapter Nameसमानता (On Equality)
CategoryClass 7th राजनीतिकशास्त्र (Civics)
Medium Hindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 7th Social Science (Civics) Chapter – 1 समानता (On Equality) Question & Answer in Hindi इस अध्याय में हम लोकतंत्र में सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार क्यों महत्त्वपूर्ण है?, बॉक्स में दिए गए संविधान के अनुच्छेद 15 के अंश को पुनः पढ़िए और दो ऐसे तरीके बताइए, जिनसे यह अनुच्छेद असमानता को दूर करता है?, ओमप्रकाश  वाल्मीकि का अनुभव, अंसारी दंपति के अनुभव से किस प्रकार मिलता था?, कानून के सामने सब व्यक्ति बराबर है – इस कथन से आप क्या समझते हैं? आपके विचार से यह लोकतंत्र में महत्त्वपूर्ण क्यों है? आदि के बारे में पढ़ेंगे।

NCERT Solutions Class 7th Social Science (Civics) Chapter – 1 समानता (On Equality)

Chapter – 1

समानता

प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1. लोकतंत्र में सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार क्यों महत्त्वपूर्ण है ?
उत्तर – 
सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार का अर्थ है – देश के सभी नागरिकों को एक निश्चित आयु प्राप्त करने के बाद, बिना किसी भेदभाव के मत देने का अधिकार देना।

लोकतंत्र में सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार निम्नलिखित कारणों से महत्त्वपूर्ण है-

• यह देश के वयस्क नागरिक को अपनी पसंद के उम्मीदवार को मत देने का अधिकार प्रदान करता है।
• यह संविधान में निहित समानता के सिद्धान्त पर आधारित है।
• इससे एक सच्चे व वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना होती है।

प्रश्न 2. बॉक्स में दिए गए संविधान के अनुच्छेद 15 के अंश को पुनः पढ़िए और दो ऐसे तरीके बताइए, जिनसे यह अनुच्छेद असमानता को दूर करता है ?
उत्तर – 
बॉक्स में दिया गया संविधान का अनुच्छेद 15 निम्नलिखित तरीकों से असमानता को दूर करता है। राज्य, किसी नागरिक के विरुद्ध केवल धर्म, मूल वंश, जाति, लिंग, जन्म स्थान या इनमें से किसी के आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा।

कोई नागरिक केवल धर्म, मूल वंश, जाति, लिंग, जन्म स्थान या इनमें से किसी के आधार पर दुकानों, सार्वजनिक भोजनालयों, होटलों और सार्वजनिक मनोरंजन के स्थानों में प्रवेश या पूर्णतः या अंशतः राज्य – निधि से पोषित या साधारण जनता के प्रयोग के लिए समर्पित कुँओं, तालाबों, स्नान घाटों, सड़कों और सार्वजनिक समागम के उपयोग के संबंध में किसी भी निर्योग्यता, दायित्व या शर्त के अधीन नहीं होगा।

प्रश्न 3. “ कानून के सामने सब व्यक्ति बराबर है “ – इस कथन से आप क्या समझते हैं? आपके विचार से यह लोकतंत्र में महत्त्वपूर्ण क्यों है ?
उत्तर – “ कानून के सामने सब व्यक्ति बराबर हैं “ से अभिप्राय है। क़ानून सबकी सुनेगा, अगर किसी के साथ कुछ बुरा हुआ है तो सामने वाले को सज़ा मिलेगी, चाहे कोई किसी भी जाति का हो। जाति के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। सभी व्यक्तियों को कानून का पालन करना पड़ेगा।

कानून लोकतंत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि बिना कानून कोई भी देश लोकतांत्रित नहीं बन सकता है। उदहारण: कानून नहीं होगा तो कोई भी ट्रैफिक नियम का पालन नहीं करेगा, किसी का भी मन होगा वो शोरूम में जाकर मुफ्त में टीवी लेकर आ जायेगा, लोग बस, ट्रैन और मेट्रो में मुफ्त में सफर करना शुरू कर देंगे। इसलिए किसी भी देश के लिए लोकतंत्र में कानून बहुत ही महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 4. दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016, के अनुसार उनको समान अधिकार प्राप्त हैं और समाज में उनकी पूरी भागीदारी संभव बनाना सरकार का दायित्त्व है। सरकार को उन्हें नि :शुल्क शिक्षा देनी है और विकलांग बच्चों को स्कूलों की मुख्यधारा में सम्मिलित करना है। कानून यह भी कहता है कि सभी सार्वजनिक स्थल, जैसे – भवन, स्कूल आदि में ढलान बनाए जाने चाहिए, जिससे वहाँ विकलांगों के लिए पहुँचना सरल हो।

चित्र को देखिए और उस बच्चे के बारे में सोचिए, जिसे सीढ़ियों से नीचे लाया जा रहा है। क्या आपको लगता है कि इस स्थिति में उपर्युक्त कानून लागू किया जा रहा है ? वह भवन में आसानी से आ – जा सके उसके लिए क्या करना आवश्यक है ? उसे उठाकर सीढियों से उतारा जाना, उसके सम्मान और उसकी सुरक्षा को कैसे प्रभावित करता है?

दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016, के अनुसार उनको समान अधिकार प्राप्त

उत्तर –

1. उपरोक्त चित्र में विकलांगता कानून का पालन नहीं किया जा रहा है, क्योंकि भवन में ढलान नहीं बना हुआ है इसलिए बच्चे को सीढ़ियों के माध्यम से लाया जा रहा है।

2. विकलांग व्यक्ति के लिए आसानी से भवन में आने-जाने के लिए सीढ़ियों के स्थान पर ढलान का निर्माण किया जाना चाहिए।

3. उसे सीढ़ियों से उठाकर लाने-ले जाने से उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुँचती है। वह अपने को अक्षम मानने लगता है, जिससे उसका आत्मबल कमजोर होगा। उसे बार-बार सीढ़ियों से चढ़ाने और उतारने से दुर्घटना हो सकती है जिससे उसे शारीरिक चोट पहुँच सकती है।

पाठ के बीच में पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. आपके विचार से समानता के बारे में शंका करने के लिए कांता के पास क्या पर्याप्त कारण हैं? उपरोक्त कहानी के आधार पर उसके ऐसा सोचने के तीन कारण बताइए।
उत्तर –
 कांता के समानता के बारे में शंका करने के तीन कारण-

1. कांता एक झोपड़पट्टी में रहती है और उसके घर के पीछे एक नाला है। यह एक आर्थिक विषमता का सूचक है।

2. उसे अपने काम में एक भी छुट्टी नहीं मिलती जबकि निगमित उद्यम में काम करने वाले लोगों को कई-कई छुट्टियाँ मिलती हैं।

3. उसे अपने बच्चों का इलाज कराने के लिए सरकारी अस्पताल में लंबी लाइन लगानी पड़ती है। जबकि सम्पन्न लोग निजी अस्पतालों में अपने बच्चों का इलाज कराते हैं जिसमें उन्हें लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ती है।

प्रश्न 2. आपके विचार से ओमप्रकाश वाल्मीकि के साथ उसके शिक्षक और सहपाठियों ने असमानता का व्यवहार क्यों किया था? अपने-आपको ओमप्रकाश वाल्मीकि की जगह रखते हुए चार पंक्तियाँ लिखिए कि उक्त स्थिति में आप कैसा अनुभव करते?
उत्तर –
 हमारे समाज में सामाजिक असमानता और आर्थिक असमानता कायम है। सामाजिक असमानता के तहत जातीय आधार पर भेदभाव किए जाते हैं। इसी आधार पर ओमप्रकाश बाल्मीकि के साथ उसके शिक्षक और सहपाठी ने असमानता का व्यवहार किया।

अगर हम ओमप्रकाश वाल्मीकि की जगह होते तो हमें निम्न तरह का अनुभव होता-

• सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ असंतोष पैदा होता।
• जातीय आधार पर भेदभाव को भी गलत मानते।
• अपने आपको सम्मानित महसूस नहीं करते।
• हमारे मन में कुंठा और ग्लानि उत्पन्न होती।

प्रश्न 3. आपके विचार से अंसारी दंपति के साथ असमानता का व्यवहार क्यों किया जा रहा था? यदि आप अंसारी दंपति की जगह होते और आपको रहने के लिए इस कारण जगह न मिलती क्योंकि कुछ पड़ोसी आपके धर्म के कारण आपके पास नहीं रहना चाहते, तो आप क्या करते?
उत्तर – 
हमारे देश में कई तरह की विविधता है। इन विविधताओं में जाति, भाषा, धर्म, लिंग, क्षेत्र और संस्कृति प्रमुख है। इन विविधताओं के कारण देश में कुछ लोग एक-दूसरे से भेदभाव करते हैं।

इस भेदभाव का मुख्य कारण संकीर्ण मानसिकता और शिक्षा का अभाव है। यदि हम अंसारी दंपति की जगह होते और हमें रहने के लिए इस कारण जगह नहीं मिलती, क्योंकि कुछ पड़ोसी हमारे धर्म के कारण हमारे पास नहीं रहना चाहते हैं तो हम निम्न गतिविधि को करते-

• अपने पड़ोसी को समझाने का प्रयास करते।
• अपने मकान मालिक को उनके अनुकूल रहने का भरोसा दिलाते।
• हम अपने अच्छे विचारों को उनके सामने रखते।

प्रश्न 4. यदि आप अंसारी परिवार के एक सदस्य होते, तो प्रॉपर्टी डीलर के नाम बदलने के सुझाव का उत्तर किस प्रकार देते?
उत्तर –
 यदि हम अंसारी परिवार के एक सदस्य होते तो प्रॉपर्टी डीलर के नाम बदलने के सुझाव का उत्तर निम्न प्रकार से देते-

1. प्रॉपर्टी डीलर को यह बतलाते कि हम अपना नाम बदल सकते हैं, लेकिन मिलने वाले रिश्तेदारों का नाम कैसे बदलेंगे।

2. नाम बदलने के बाद अपने मजहब के पर्व त्यौहार, नमाज पढ़ना और रीति-रिवाजों को कैसे छोड़ सकते हैं।

3. नाम बदलने से हमेशा जो मन में डर बना रहेगा कि कहीं मकान मालिक और पड़ोसी को हमारे धर्म के बारे में पता न चल जाए।

प्रश्न 5. क्या आपको अपने जीवन की कोई ऐसी घटना याद है, जब आपकी गरिमा को चोट पहुँची हो? आपको उस समय कैसा महसूस हुआ था?
उत्तर –
 भारत में कई आधारों पर लोगों की गरिमा को चोट पहुँचाई जाती है। दिल्ली जैसे शहर में पूर्वांचल से (बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड) आने वाले लोगों को बिहारी कहकर संबोधित किया जाता है। यह संबोधन व्यंग्य का प्रतीक है।

यह शब्द बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड के लोगों के लिए ही संबोधन नहीं किया जाता बल्कि दिल्ली में भी किसी व्यक्ति को अपमानित करना होता है तो उसे बिहारी शब्द से संबोधित करके अपमानित करते हैं। ऐसी स्थिति में मुझे यह महसूस होता है कि भारतीयों में सबसे बड़ी कमी यही है कि वे अपनी कमी को नहीं देखते बल्कि दूसरे की कमी को देखकर व्यंग्य करते हैं। यही कारण है कि हमारे देश के पास पर्याप्त संसाधन हैं, लेकिन हम पिछड़े हुए हैं।

प्रश्न 6. मध्याह्न भोजन कार्यक्रम क्या है? क्या आप इस कार्यक्रम के तीन लाभ बता सकते हैं? आपके विचार से यह कार्यक्रम किस प्रकार समानता की भावना बढ़ा सकता है?
उत्तर –
मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत सभी सरकारी प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को दोपहर का भोजन स्कूल द्वारा दिया जाता है। यह योजना भारत में सर्वप्रथम तमिलनाडु राज्य में प्रारंभ की गई और 2001 में उच्चतम न्यायालय ने सभी राज्य सरकारों को इसे अपने स्कूलों में छह माह के अंदर आरंभ करने के निर्देश दिए।

मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के तीन लाभ-

1. दोपहर का भोजन मिलने के कारण गरीब बच्चों ने अधिक संख्या में स्कूल में प्रवेश लेना और नियमित रूप से स्कूल जाना शुरू कर दिया।
2. इस कार्यक्रम के पहले बच्चे खाना खाने घर जाते थे और फिर वापस स्कूल लौटते ही नहीं थे, परंतु इस कार्यक्रम के बाद उनकी दोपहर की उपस्थिति में सुधार आया है।
3. वे माताएँ जिन्हें पहले अपना काम छोड़कर दोपहर को बच्चों को खाना खिलाने के लिए घर पर आना पडता था, अब उन्हें ऐसा नहीं करना पड़ता है।

प्रश्न 7. अपने क्षेत्र में लागू की गई किसी एक सरकारी योजना के बारे में पता लगाइए। इस योजना में क्या किया जाता है। यह किसके लाभ के लिए बनाई गई है?
उत्तर –
हमारे क्षेत्र दिल्ली में सरकार द्वारा छात्रों को स्कूल ड्रेस के लिए पैसे दिए जाते हैं। यह रकम कक्षा के अनुसार अलग-अलग दिए जाते हैं। बिहार राज्य में स्कूल ड्रेस के लिए और साइकिल के लिए छात्राओं को पैसे दिए जाते हैं। दिल्ली में लाडली योजना के तहत लड़कियों की शादी के लिए कुछ रकम दी जाती है।

इस योजना द्वारा दिए जाने वाली अधिकतम राशि एक लाख रुपये है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार ने भी लड़कियों के लिए योजना लागू की है। इन राज्यों के अतिरिक्त भी कई राज्यों में विभिन्न योजनाएँ लागू की गई हैं।

NCERT Solution Class 7th राजनीतिक शास्त्र All Chapter’s Question & Answer in Hindi
Chapter – 1 समानता
Chapter – 2 स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका
Chapter – 3 राज्य शासन कैसे काम करता है
Chapter – 4 लड़के और लड़कियों के रूप में बड़ा होना
Chapter – 5 औरतों ने बदली दुनिया
Chapter – 6 संचार माध्यमों को समझना
Chapter – 7 हमारे आस-पास के बाजार
Chapter – 8 बाजार में एक कमीज
NCERT Solution Class 7th राजनीतिक शास्त्र All Chapter’s Notes in Hindi
Chapter – 1 समानता
Chapter – 2 स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका
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Chapter – 6 संचार माध्यमों को समझना
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Chapter – 4 लड़के और लड़कियों के रूप में बड़ा होना
Chapter – 5 औरतों ने बदली दुनिया
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Chapter – 7 हमारे आस-पास के बाजार
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