NCERT Solutions Class 6th Social Science भूगोल Chapter – 4 मानचित्र (Maps)
Textbook | NCERT |
Class | 6th |
Subject | भूगोल (Geography) Social Science |
Chapter | 4th |
Chapter Name | मानचित्र (Maps) |
Geography | Class 6th Social Science भूगोल |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
Class 6th Social Science Geography Chapter – 4 मानचित्र Notes in Hindi, मानचित्र केघटक, मानचित्र, मानचित्र के प्रकार, भौतिक मानचित्र, राजनैतिक मानचित्र, थिमैटिक मानचित्र, मानचित्र के तीन घटक होते हैं: दूरी, दिशा और प्रतीक, दिग्सूचक, रेखाचित्र, खाका, कौन सा मानचित्र विस्तृत जानकारी प्राप्त करता है?, मानचित्र कितने प्रकार के होते हैं?, मानचित्र पर नीला रंग क्या दर्शाता है?, मानचित्रों के 5 उपयोग क्या हैं?, मानचित्र की परिभाषा क्या है?, भूगोल में मानचित्र क्या होते हैं?, मानचित्र के कितने घटक होते हैं?, मानचित्र का आविष्कार किसने किया था?, मानचित्र के तत्व क्या है?, पहला मानचित्रकार कौन था?,भारत का पहला मानचित्र कब बनाया गया?,पहला मानचित्र कब बनाया गया था?, मानचित्र के पिता कौन है?, भारत का मानचित्रण किसने किया?, मैप का जन्म कब हुआ था? भारत में भूगोल का जनक कौन है?, भूगोल का जनक कहा से है?, भारत के भूगोल का जनक कौन है?, भूगोल का पूरा नाम क्या है?, मानव भूगोल के प्रथम जनक कौन है?, आधुनिक भूगोल का पिता कौन है? आदि के बारे में पढ़ेंगे। |
NCERT Solutions Class 6th Social Science भूगोल Chapter – 4 मानचित्र (Maps)
Chapter – 4
मानचित्र
Notes
मानचित्र (Maps) – पृथ्वी की सतह या उसके किसी एक भाग को जब कागज पर छोटे पैमाने से चित्र के रूप में बनाया जाता है तो उस चित्र को मानचित्र कहते हैं। किसी भी गोल सतह को चपटी सतह पर चित्रित करना बहुत मुश्किल होता है। इसके लिए खास रूप से प्रशिक्षित लोग ही मानचित्र बनाते हैं। ऐसे विशेषज्ञ को कार्टोग्राफर कहते हैं।
मानचित्र के प्रकार (Type of map) – मानचित्र कई प्रकार के होते हैं।
• भौतिक मानचित्र
• राजनैतिक मानचित्र
• थिमैटिक मानचित्र
भौतिक मानचित्र – जिस मानचित्र पर पृथ्वी की भौतिक संरचनाओं (पहाड़, मैदान, पठार, मरुस्थल, नदियाँ, समुद्र आदि) को दर्शाया जाता है उसे भौतिक मानचित्र कहते हैं। इसे उच्चावच मानचित्र भी कहते हैं।
राजनीतिक मानचित्र – जिस मानचित्र पर शहर, महानगर, राज्य, देश आदि की सीमाओं को दिखाया जाता है उसे राजनीतिक मानचित्र कहते हैं।
थिमैटिक मानचित्र – थिमैटिक मानचित्र में विशेष जानकारी होती है। जैसे कि सड़क मानचित्र, रेल मानचित्र, वायुमार्ग मानचित्र, लौह उत्पादन मानचित्र, जनसंख्या मानचित्र आदि।
मानचित्र के घटक – एक ग्लोब बड़ा ही उपयोगी होता है लेकिन इसकी कुछ सीमाएँ होती हैं। जब आपको पूरी पृथ्वी के बारे में मोटी-मोटी जानकारी चाहिए तो आप ग्लोब का इस्तेमाल करते हैं। ग्लोब पर किसी देश या राज्य के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं होती है। जब किसी छोटे स्थान की विस्तृत जानकारी की जरूरत होती है तो आपको मानचित्र की जरूरत पड़ती है।
मानचित्र के तीन घटक होते हैं-
• दूरी
• दिशा
• प्रतीक
दूरी – मानचित्र एक द्विआयामी रेखांकन होता है। यह पूरे विश्व या उसके किसी एक भाग को कागज के छोटे टुकड़े पर दिखाता है। मानचित्र बनाते समय कार्टोग्राफर इस बात का ध्यान रखते हैं कि दो स्थानों के बीच की दूरी को सही-सही दिखाया जाये। इससे दो स्थानों के बीच की वास्तविक दूरी पता करने में मदद मिलती है।
इसके लिए एक समुचित पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है। मान लीजिए कि दिल्ली और पटना के बीच की दूरी 1000 कि.मी. है। मान लीजिए कि मानचित्र पर इस दूरी को 10 सेमी लंबी रेखा द्वारा दिखाया गया है। ऐसी स्थिति में 1 सेमी द्वारा 100 कि.मी. को दिखाया गया है। इसलिए इस मानचित्र का पैमाना है 1 सेमी = 100 कि.मी.।
छोटे पैमाने वाला मानचित्र – जब किसी छोटे मानचित्र पर एक बड़ा क्षेत्र दिखाया जाता है तो इसे छोटे पैमाने वाला मानचित्र कहते हैं। जैसे कि किसी देश या राज्य का मानचित्र।
बड़े पैमाने वाला मानचित्र – जब किसी मानचित्र पर एक छोटे क्षेत्र को दिखाया जाता है तो इसे बड़े पैमाने वाला मानचित्र कहते हैं। जैसे कि किसी गांव या शहर का मानचित्र। बड़े पैमाने वाले मानचित्र से हमें विस्तृत जानकारी मिलती है, जो छोटे पैमाने वाले मानचित्र से संभव नहीं है।
दिशा (Direction) – मानचित्र में दिशा के बारे में भी जानकारी होती है। अधिकतर मानचित्र पर आपको ऊपर की ओर इंगित करते हुए तीर के साथ उ लिखा मिलेगा। यह उत्तर दिशा को दर्शाता है। एक बार जब उत्तर दिशा का पता चल जाता है तो आप अन्य दिशाओं का पता आसानी से कर सकते हैं। उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम को प्रधान दिग्बिंदु कहते हैं। कुछ मानचित्रों में बीच की दिशाओं (उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम) को भी दिखाया जाता है।
प्रधान दिग्बिंदु – चार मुख्य दिशाओं उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम को दिखाया गया है वे प्रधान दिग्बिंदु कहे जाते है।
दिग्सूचक (Compass) – यह एक यंत्र है जिससे किसी भी स्थान पर दिशा का पता किया जा सकता है। इस यंत्र में एक वृत्ताकार डिब्बी में एक चुम्बकीय सुई लगी होती है। चुम्बकीय सुई हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा की तरफ होती है। सदियों से मुसाफिरों और नाविकों द्वारा चुम्बकीय सुई का उपयोग होता आया है।
रूढ़ प्रतीक (archetype) – कार्टोग्राफर को अन्य जानकारी भी दिखानी पड़ती है, जैसे कि प्रमुख भवन, संरचनाएँ, नदी, कुआँ, डाकघर, आदि। इन चीजों को उनके चित्रों से मानचित्र के छोटे से स्थान में दिखाना संभव नहीं होता है। इसलिए इन चीजों को प्रतीकों द्वारा दिखाया जाता है। इसके लिए रुढ़ प्रतीकों का इस्तेमाल किया जाता है जो अंतर्राष्ट्रीय सहमति से बनाये गये हैं। मानचित्र में अक्सर पहाड़ों को भूरे रंग से, मैदान को हरे, जलाशय को नीले और पठार को पीले रंग से दिखाया जाता है।
रेखाचित्र (Sketch) – स्मृति पर आधारित चित्र को रेखाचित्र कहते हैं। रेखाचित्र किसी पैमाने पर आधारित नहीं होता है। यदि आपको अपने मित्र को अपने घर का रास्ता बताना हो तो आप एक रेखाचित्र बनाकर बता सकते हैं।
खाका (Outline) – जब किसी छोटे क्षेत्र को एक बड़े पैमाने से दिखाया जाता है तो इसे खाका कहते हैं। मकान का नक्शा दिखाने के लिए आर्किटेक्ट (वास्तुशास्त्री) खाके का इस्तेमाल करते हैं।
FAQ
प्रश्न 1. सबसे पहला मानचित्र कब बनाया गया था?
सबसे पहला मानचित्र 2300 ईसा पूर्व में बनाया गया था।
प्रश्न 2. मानचित्र बनाने का विज्ञान क्या कहलाता है?
मानचित्र कला (कार्टोग्राफ़ी)।
प्रश्न 3. मानचित्र बनाने की कला को विज्ञान का रूप किसने दिया?
मिस्र के एक भूगोलवेत्ता टोलेमी ने।
प्रश्न 4. पृथ्वी तथा मानचित्र पर दूरी के अनुपात को प्रदर्शित करने वाले पैमाने को क्या कहते हैं?
रैखिक पैमाना।
प्रश्न 5. दिक्सूचक यंत्र किसे कहते हैं?
दिशाओं की जानकारी प्राप्त करने वाले यंत्र को दिक्सूचक यंत्र कहते हैं।
प्रश्न 6. चार प्रमुख दिशाएँ कौन सी हैं?
उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम।
प्रश्न 7. मानचित्र के तीन स्तंभ कौन से हैं?
दूरी, दिशा और चिह्न।
प्रश्न 8. मानचित्र पर चिह्नों का प्रयोग क्यों आवश्यक है?
मानचित्र पर भूमि के विभिन्न लक्षणों पहाड़, नदी, महासागर, पर्वत आदि को प्रदर्शित करने के लिए चिह्नों का प्रयोग किया जाता है। इनकी सहायता से मानचित्र पढ़ना सरल हो जाता है।
प्रश्न 9. दिक्सूचक यंत्र का आविष्कार सबसे पहले किस देश के लोगों ने किया?
दिक्सूचक यंत्र का आविष्कार सबसे पहले चीन के लोगों ने किया।
प्रश्न 10. पैमाना किसे कहते हैं?
पृथ्वी के धरातल पर वास्तविक दूरी और मानचित्र पर दिखाई गई उसी दूरी के अनुपात को पैमाना कहते हैं।
प्रश्न 11. भौतिक मानचित्र किसे कहते है?
जिस मानचित्र पर पृथ्वी की भौतिक संरचनाओं (पहाड़, मैदान, पठार, मरुस्थल, नदियाँ, समुद्र आदि) को दर्शाया जाता है उसे भौतिक मानचित्र कहते हैं। इसे उच्चावच मानचित्र भी कहते हैं।
प्रश्न 12. राजनीतिक मानचित्र किसे कहते है?
जिस मानचित्र पर शहर, महानगर, राज्य, देश आदि की सीमाओं को दिखाया जाता है उसे राजनीतिक मानचित्र कहते हैं।
प्रश्न 13. खाका (Outline) क्या होता है?
जब किसी छोटे क्षेत्र को एक बड़े पैमाने से दिखाया जाता है तो इसे खाका कहते हैं। मकान का नक्शा दिखाने के लिए आर्किटेक्ट (वास्तुशास्त्री) खाके का इस्तेमाल करते हैं।
प्रश्न 14. मानचित्र पर नीला रंग क्या दर्शाता है?
मानचित्र का नीला रंग महासागर को दर्शाता है।
प्रश्न 15. कौन से देश में सबसे ज्यादा पानी है?
ब्राजील में सबसे ज्यादा पानी मौजूद है।
NCERT Solution Class 6th Geography All Chapters Notes In Hindi |
Chapter – 1 सौरमंडल में पृथ्वी |
Chapter – 2 ग्लोब: अक्षांश एवं देशांतर |
Chapter – 3 पृथ्वी की गतियाँ |
Chapter – 4 मानचित्र |
Chapter – 5 पृथ्वी के प्रमुख परिमंडल |
Chapter – 6 हमारा देश: भारत |
NCERT Solution Class 6th Geography All Chapters Question & Answer In Hindi |
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