NCERT Solutions Class 6th Social Science (Civics) Chapter – 7 ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका (Rural Livelihoods)
Textbook | NCERT |
Class | 6th |
Subject | Social Science (Civics) |
Chapter | 7th |
Chapter Name | ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका (Rural Livelihoods) |
Category | Class 6th सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन (Civics) |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 6th Social Science (Civics) Chapter – 7 ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका (Rural Livelihoods) Notes in Hindi जिसमे हम पढ़ेंगे कृषि, किसान, बड़ा किसान, छोटा किसान, भूमिहीन किसान, कलपट्टु गाँव, तुलसी, शेखर, कर्ज लेने पर, रामलिंगम और करुथम्मा, भारत के खेतिहर मजदूर और किसान, नागालैंड की सीढ़ीनुमा खेती, अरुणा और परिवेलन, ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के साधन, हम आजीविका में सुधार कैसे कर सकते हैं, आजीविका संरचना क्या है, आजीविका समाधान क्या है, ग्रामीण आजीविका का उदाहरण है, आजीविका का अर्थ क्या है, आजीविका के तत्व क्या हैं, आजीविका पीडीएफ क्या है, आदि के बारे में पढ़ेंगे। |
NCERT Solutions Class 6th Social Science (Civics) Chapter – 7 ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका (Rural Livelihoods)
Chapter – 7
ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका
Notes
बड़ा किसान किसे कहते है – बड़ा किसान कुछ मुट्ठी भर किसान ही इस श्रेणी में आते हैं। गाँव की अधिकांश जमीन इन्हीं के पास होती है। उनकी खेतों से इतनी उपज होती है कि उनके परिवार की सारी जरूरतें पूरी हो जाती हैं तथा शेष बाजार में भी बिक जाता है। कई बड़े किसान खेती से संबंधित व्यवसाय भी करते हैं; जैसे आटा मिल, खाद और बीज की दुकान, आदि। वे अपने कृषि उपकरण (ट्रैक्टर, थ्रेशर) को किराये पर भी लगाते हैं। बड़े किसानों को अपने खेत पर काम नहीं करना पड़ता है, बल्कि वे मजदूरों को काम पर लगाते हैं।
छोटा किसान किसे कहते है– किसानों की एक बड़ी संख्या इस श्रेणी में आती है। उनके खेतों में बस इतना उपज जाता है कि उनके परिवार का भरण पोषण हो सके। अधिकतर छोटे किसान खुद ही अपने खेतों पर काम करते हैं। कुछ किसान मजदूरों को भी काम पर लगाते हैं। कुछ तो ऐसे भी होते हैं जो दूसरों के खेतों पर भी काम कर लेते हैं ताकि कुछ अतिरिक्त आमदनी हो जाये।
भूमिहीन किसान किसे कहते है -भूमिहीन किसान अधिकतर गाँवों में भूमिहीन किसानों की संख्या बहुत अधिक है। ऐसे किसान अक्सर दूसरों की जमीन पर काम करते हैं। इन्हें बहुत कम मजदूरी मिलती है। ऐसे किसानों के परिवार के हर सदस्य मेहनत मजदूरी में लगे रहते हैं। उनकी कमाई इतनी कम होती है कि उनके परिवार का ठीक से भरण पोषण नहीं हो पाता है।
भारत में खेती से साल के कुछ ही महीनों में रोजगार उत्पन्न होता है। मजदूर साल के कुछ ही महीनों में व्यस्त रहते हैं; जैसे जुताई, बुआई, निराई और कटाई के समय। बाकी महीनों में मजदूरों के पास कोई काम नहीं होता है।मंदी के महीनों में कई भूमिहीन किसान काम की तलाश में पास के शहरों में चले जाते हैं। कई तो बड़े शहरों के लिए पलायन कर जाते हैं। सरकार की रोजगार सृजन योजनाओं के कारण कई मजदूरों को पास के गाँवों में सड़कें और बांध निर्माण में भी काम मिल जाता है।
कलपट्टु गाँव क्या है- तमिलनाडु में समुद्र तट के पास एक गाँव है कलपट्टु। यहाँ लोग कई तरह के काम करते हैं। दूसरे गाँवों की तरह यहाँ भी खेती के अलावा कई काम होते हैं, जैसे टोकरी, बर्त्तन, घड़े, ईंट, बैलगाड़ी इत्यादि बनाना। कलपट्टु में कुछ लोग नर्स, शिक्षक, धोबी, बुनकर, नाई, साइकिल ठीक करने वाले और लोहार के रूप में अपनी सेवाएँ देते हैं। यहाँ कुछ दुकानदार एवं व्यापारी भी हैं।
तुलसी क्या है– तुलसी रामलिंगम की जमीन पर काम करती है। धान रोपने, निराई और कटाई के समय ही उसे नियमित मजदूरी मिलती है। खेत में काम करने के अलावा वह घर का सारा कार्य करती है, जंगल जाकर लकड़ी लाती है। एक किलोमीटर दूरी से पानी लेकर आती है।
पति रमन मजदूर है। यह भूमिहीन है। वह खेतों में कीड़ों की दवाई छिड़कता है। खेतों में कोई काम न मिलने पर वह पास की खान में काम करता है। वह घर का सामान तथा साग-सब्जी खरीदने में तुलसी की सहायता करता है।
शेखर– शेखर के परिवार के पास दो एकड़ जमीन है। खेत का सारा काम वह स्वयं कर लेता है। व्यापारी उधार पर बीज और खाद देता है, तो इसे चुकाने के लिए थोड़े कम दामों पर ही धान उसे ही बेचना पड़ता है। उसके पास बचे धान से आठ माह तक ही गुजारा होता है। इसलिए खाली समय में रामलिंगम की चावल की मिल में काम करता है। एक संकर गाय है। उसका दूध सहकारी समिति को बेच देता है।
कर्ज लेने पर– अक्सर शेखर जैसे किसानों को खाद, बीज के लिए तथा कई बार परिवार चलाने के लिए पैसा कर्ज पर लेना पड़ता है। फसल सही न होने पर वह उसे चुका नहीं पाता है तो वह कर्ज के तले दब जाता है जो कई बार उसकी आत्महत्या का कारण भी बन जाता है।
रामलिंगम और करुथम्मा– जमीन के अलावा रामलिंगम के परिवार के पास एक चावल की मिल, बीज व कीटनाशक बेचने की एक दुकान है। इनसे उसकी अच्छी-खासी कमाई हो जाती है।
भारत के खेतिहर मजदूर और किसान– कलपट्टु गाँव में तुलसी की तरह खेतिहर मजदूर हैं, शेखर की तरह छोटे किसान हैं और रामलिंगम जैसे बड़े किसान हैं। भारत में प्रत्येक पाँच ग्रामीण परिवारों में से लगभग दो परिवार.खेतिहर मजदूरों के हैं। इनमें से कई भूमिहीन हैं और कइयों के पास जमीन के छोटे टुकड़े हैं। 80 प्रतिशत किसानों की यही स्थिति है। केवल 20 प्रतिशत किसान बड़े किसानों की श्रेणी में आते हैं।
ऐसे किसान गाँव की अधिकतर जमीन पर खेती करते हैं। उनकी उपज का बहुत बड़ा भाग बाजार में बेचा जाता है। कई बड़े किसानों ने अन्य काम-धन्धे भी शुरू कर दिए हैं, जैसे-दुकान चलाना, सूद पर पैसा देना, छोटी-छोटी फैक्ट्रियाँ चलाना आदि। संजीव आल इन वन ग्रामीण क्षेत्रों में खेती के साथ-साथ लोग जंगल की उपज और पशुओं आदि पर भी निर्भर रहते हैं। दूध बेचना भी कई लोगों के लिए आजीविका कमाने का मुख्य साधन है।
नागालैंड की सीढ़ीनुमा खेती– यह एक गाँव है जिसका नाम चिजामी है। यह नागालैंड के फेक ज़िले में है। इस गाँव में रहने वाले लोग चखेसंग समुदाय के हैं। वे ‘सीढ़ीनुमा’ खेती करते हैं। इसका मतलब है कि पहाड़ी की ढलाऊ ज़मीन को छोटे-छोटे सपाट टुकड़ों में बाँटा जाता है और उस ज़मीन को सीढ़ियों के रूप में बदल दिया जाता है। प्रत्येक सपाट टुकड़े के किनारों को ऊपर उठा देते हैं जिससे पानी भरा रह पाए, यह चावल की खेती के लिए सबसे अच्छा है।
अरुणा और परिवेलन– अरुणा और परिवेलन का परिवार कलपट्टु के पास पुदुपेट नाम के गाँव में रहता है। उनके घर समुद्र के पास होते हैं। वे मछली पकड़कर अपनी आजीविका चलाते हैं। लेकिन मॉनसून के दौरान वे लगभग 4 महीने तक समुद्र में नहीं जा पाते हैं क्योंकि यह मछलियों के प्रजनन का समय होता है। इन महीनों में ये व्यापारी से उधार लेकर गुजारा चलाते हैं। फलतः उन्हें मजबूरी में उसी व्यापारी को मछली बेचनी पड़ती है।
ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के साधन– ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के साधन हैं-
• खेती-बाड़ी।
• ज्यादातर किसान अपनी जरूरतों को पूरा करने और बाजार में बेचने के लिए भी फसलें उगाते हैं।
• व्यापार व अन्य काम-धन्धे मछली पकड़ना खेतिहर मजदूरी,पशुपालन हस्त शिल्प।
पशुपालन किसे कहते है– अतिरिक्त आय के लिए कुछ किसान पशुपालन भी करते हैं। ऐसे किसान दूध को अक्सर सहकारी समिति को बेच देते हैं। कुछ पास के शहरों में दूध बेचने चले जाते हैं। कुछ किसान मुर्गी पालन भी करते हैं।
अन्य पेशे किसे कहते है– गाँव में कई अन्य पेशे के लोग भी देखने को मिलते हैं। आपको बड़े गाँव में जेनरल स्टोर, दवा की दुकान, चाय पान की दुकान, आदि मिल जायेगी। कुछ लोग साइकल मरम्मत, बढ़ईगिरी, गुड़ बनाना, आदि कामों को करते हैं।
कृषि– भारत के गाँवों में अधिकतर लोगों का पेशा कृषि है। खेतीबारी के अलावा गाँवों में लोग कुछ अन्य काम भी करते हैं।
किसान कितने प्रकार के होते है– भारत के किसानों को तीन प्रकारों में बाँटा जा सकता है-
• बड़ा किसान
• छोटा किसान
• भूमिहीन किसान
मछली पकड़ना– कुछ गाँवों में (खासकर तटीय इलाकों में) मछली पकड़ना मुख्य व्यवसाय है। अधिकतर मछुआरों के पास छोटी नाव और कुछ मामूली उपकरण होते हैं। कुछ गिने चुने मछुआरों के पास बड़ी कैटामेरन होती है जिसमें मोटर भी लगा रहता है। बड़ी कैटामेरन से वे गहरे समंदर में जा सकते हैं। मछली पकड़ने का काम बहुत जोखिम भरा है जिसमें कई घंटों तक किनारे से दूर रहना पड़ता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में कर्ज की स्थिति– किसानों को कई बार खाद, बीज और कृषि उपकरण खरीदने के लिए कर्ज लेना पड़ता है। बड़े किसानों को तो आसानी से बैंक से ऋण मिल जाता है। लेकिन छोटे किसानों को इसमें मुश्किल होती है। इसलिए छोटे किसानों को जमींदारों और साहुकारों की आस रहती है। ऐसे में ब्याज दर बहुत ऊँची होती है। इससे अक्सर छोटे किसान कर्ज तले दब जाते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि किसान की आय का अधिकतम हिस्सा कर्ज को चुकता करने में चला जाता है। अगर किसी प्राकृतिक विपदा के कारण फसल चौपट हो जाती है तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है।
प्रश्न 1. कृषि किसे कहते है।
प्रश्न 2. मछली पकड़ना
प्रश्न 4. भारत में 20 एकड़ या उससे अधिक जमीन वाले किसानों की संख्या कितनी है ?
प्रश्न 5. समुद्र तटीय इलाकों में लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या है ?
प्रश्न 6. चिजामी गाँव किस राज्य में स्थित है ?
प्रश्न 7. चिजामी गाँव में किस समुदाय के लोग रहते हैं ?
प्रश्न 8. चिजामी गाँव में किस प्रकार की खेती की जाती है ?
प्रश्न 9. पुदपेट गाँव के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या है ?
प्रश्न 10. मछुआरे मछली पकड़ने का काम दिन में किस समय शुरू करते हैं ?
प्रश्न 11. किस मौसम में मछुआरे मछली पकड़ने समुद्र में नहीं जाते ?
प्रश्न 12. अरुणा का परिवार क्या काम करता है ?
प्रश्न 13. ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को पैसा उधार लेने के लिए किस पर निर्भर रहना पड़ता है ?
प्रश्न 14. कलपट्ट गाँव किस राज्य में स्थित है ?
प्रश्न 15. कलपट्ट गाँव के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या है ?
प्रश्न 16. कलपटु गाँव के लोग मुख्य रूप से किस फसल की खेती करते हैं ?
प्रश्न 17. तुलसी शादी से पहले किसके खेत में काम करती थी ?
प्रश्न 18. रामलिंगम के पास कितनी ज़मीन है ?
प्रश्न 19. तुलसी को रामलिंगम के खेत में काम करने की दैनिक मज़दूरी कितनी मिलती है
प्रश्न 20. तुलसी का पति क्या काम करता है ?
प्रश्न 21. हमारे देश के ग्रामीण परिवारों में कितने प्रतिशत परिवार खेतिहर मज़दूरों के हैं ?
प्रश्न 22. शेखर के परिवार के पास कितनी जमीन है ?
प्रश्न 23. शेखर को बीज और खाद कहाँ से प्राप्त होता है ?
प्रश्न 23. शेखर पैसा कमाने के लिए कहाँ काम करता है ?
प्रश्न 24. शेखर को रोज़ के खर्चों के लिए थोड़ा पैसा कहाँ से मिल जाता है ?
प्रश्न 25. शेखर बाज़ार में अपना धान क्यों नहीं बेच पाता ?
प्रश्न 26. भारत में 2 एकड़ से कम ज़मीन वाले किसानों की संख्या कितनी है ?
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