NCERT Solutions Class 6th Hindi Grammar (व्याकरण) वचन
Textbook | NCERT Solutions |
Class | 6th |
Subject | Hindi Grammar (व्याकरण) |
Grammar Name | वचन |
Category | Class 6th हिन्दी व्याकरण |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 6th Hindi Grammar (व्याकरण) वचन जिसमें हम वचन, वचन के भेद, एकवचन, बहुवचन, स्त्री, वस्तु, वचन के कितने भेद होते है, विशेष किसे कहते है, किन शब्दों को सदा एकवचन के रूप में प्रयुक्त किया जाता हैं, किन शब्दों को सदा बहुवचन के रूप में प्रयुक्त किया जाता हैं, आँख शब्द का बहुवचन शब्द क्या होगा, ‘आकाश’ सदा कौन वचन होगा, वचन किसे कहते है, एकवचन किसे कहते है, बहुवचन किसे कहते है, ‘अध्यापिका’ शब्द का बहुवचन शब्द क्या होगा, आदि इसके बारे में हम बिस्तार से पढ़ेगे। |
NCERT Solutions Class 6th Hindi Grammar (व्याकरण) वचन
हिन्दी व्याकरण
वचन
वचन – संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उसकी संख्या का पता लगया जा सके, अर्थात जिस शब्द को देख के उसकी संख्या का पता चल सके, उसे वचन कहते है।
वचन के भेद
वचन दो प्रकार के होते है
1. एकवचन – संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से किसी व्यक्ति या वस्तु के एक होने का बोध होता है, उसे एक वचन कहते हैं; जैसे-कपड़ा, स्त्री, बकरी, पुस्तक, कीड़ा, पत्ता, पंखा आदि।
2. बहुवचन – संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से किसी व्यक्ति या वस्तु के एक से अधिक होने का बोध होता है, उसे बहुवचन कहते हैं; जैसे-लड़के, घोड़े, साड़ियाँ, नदियाँ, सड़कें आदि।
वचन बदलने के कुछ नियम
1. आकारांत पुल्लिंग शब्दों के अंतिम ‘आ’ को ‘ए’ और ‘एँ’ में बदलने से बहुवचन बनता है; जैसे –
पंखा | पंखे | पुस्तक | पुस्तकें | घोड़ा | घोडे |
लोटा | लोटे | हरा | हरे | छोटा | छोटे |
केले | केले | किताब | किताबें | बहन | बहनें |
माता | माताएँ | कक्षा | कक्षाएँ | कामना | कामनाएँ |
सूचना | सूचनाएँ | लता | लताएँ | पुस्तक | पुस्तिकाएँ |
कथा | कथाएँ | बालिका | बालिकाएँ | कन्या | कन्याएँ |
2. इकारांत तथा ईकारांत स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में याँ जोड़ने तथा अंत के दीर्घ स्वर को ह्रस्व करने से बहुवचन हो जाता है; जैसे
स्त्री | स्त्रियाँ | मकड़ी | मकड़ियाँ | नारी | नारियाँ |
पूरी | पूरियाँ | कमी | कमियाँ | रानी | रानियाँ |
देवी | देवियाँ | छुट्टी | छुट्टियाँ | रीति | रीतियाँ |
मछली | मछलियाँ | गली | गलियाँ | कुरसी | कुरसियाँ |
पत्ती | पत्तियाँ | साड़ी | साड़ियाँ | टोपी | टोपियाँ |
रोटी | रोटियाँ | नदी | नदियाँ | लिपि | लिपियाँ |
3. उकारांत तथा ऊकारांत शब्दों के अंत में भी ‘एँ’ जोड़ने तथा शब्द के अंत के दीर्घ स्वर ‘ऊ’ को ‘उ’ करने से; जैसे
वस्तु | वस्तुएँ | बहु | बहुएँ | धेनु | धेनुएँ |
4. उकारांत, ऊकारांत तथा औकारांत शब्दों के अंत में ‘एँ’ जोड़कर भी बहुवचन बनाए जाते हैं।
वस्तु | वस्तुएँ | वधू | वधुएँ | धेनु | धेनुएँ |
गौ | गौएँ | बहू | बहुएँ | ऋतु | ऋतुएँ |
5. ‘या’ शब्दांत वचन परिवर्तन के समय याँ हो जाता है। जैसे
चुहिया | चुहियाँ | चिड़िया | चिड़ियाँ | बुढ़िया | बुढ़ियाँ |
बछिया | बछियाँ | बंदरिया | बंदरियाँ | खटिया | खटियाँ |
6. हिंदी भाषा में बहुत से बहुवचन, एकवचन के अंत में गण, वृंद, जन, वर्ग, दल, लोग आदि शब्द लगाकर भी बनाए जाते हैं। जैसे
कवि | कविगण | मुनि | मुनिगण | शिक्षक | शिक्षकगण |
विद्यार्थी | विद्यार्थीगण | पाठक | पाठकगण | छात्र | छात्रगण |
पक्षी | पक्षीवृंद | खग | खगवृंद | गुरु | गुरुजन |
प्रिये | प्रियजन | मंत्री | मंत्रीगण | सैनिक | सैनिक दल |
नर्तक | नर्तकदल | अमीर | अमीर लोग | गरीब | गरीब लोग |
हम | हमलोग | आप | आपलोग | मित्र | मित्रगण |
आदर प्रकट करने के लिए – आदर प्रकट करने के लिए एकवचन संज्ञा के साथ बहुवचन क्रिया लगाई जाती है; जैसे-श्री राम पिता की आज्ञा से वन चले गए।, बापू एक महान व्यक्ति थे।, कुछ शब्द सदैव बहुवचन में प्रयुक्त होते हैं। जैसे दर्शन – तुम्हारे दर्शन कब होंगे?, कुछ शब्द सदैव एकवचन में प्रयुक्त होते हैं। जैसे – जनता मैदान में खड़ी है।, पानी बह रहा है। आदि।
विशेष – आदरसूचक शब्दों के लिए बहुवचन का ही प्रयोग किया जाता है; चाहे उसका अर्थ एकवचन हो; जैसे-
(क) पिता जी ऑफिस जा रहे हैं
(ख) गुरु जी पाठ पढ़ा रहे हैं
(ग) लोग, दर्शन, दाम, केश, प्राण, बाल, आँसू, हस्ताक्षर आदि शब्द बहुवचन में ही प्रयुक्त होते हैं।
कुछ शब्द सदा एकवचन एवं बहुवचन के रूप में प्रयुक्त किए जाते हैं
कुछ शब्द सदा एकवचन के रूप में प्रयोग होते जैसे – पानी, दूध, दही, जनता, बारिश, पूजा आदि।
कुछ शब्द सदा ही बहुवचन के रूप में प्रयुक्त किए जाते हैं; जैसे – बाल, दर्शन, प्राण, आँसू, होश, समाचार, लोग, दाम, हस्ताक्षर आदि।
NCERT Solution Class 6th Hindi Grammar Vyaakaran |
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