NCERT Solutions Class 12th Physical Education Chapter – 6 खेलों में परीक्षण तथा मापन (Test and Measurement in Sports)
Textbook | NCERT |
class | Class – 12th |
Subject | Physical Education |
Chapter | Chapter – 6 |
Chapter Name | खेलों में परीक्षण तथा मापन (Test and Measurement in Sports) |
Category | Class 12th Physical Education |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 12th Physical Education Chapter – 6 खेलों में परीक्षण तथा मापन (Women and Sports)
Chapter – 6
खेलों में परीक्षण तथा मापन
Notes
भूमिका (Introduction) – हर वह व्यक्ति जो जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल होना चाहता है उसके लिए यह जरूरी है कि वह सबसे पहले कोई उद्देश्य/लक्ष्य निर्धारित करे। अपने उद्देश्य की प्राप्ति के प्रयास के दौरान उसे समय-समय पर अपनी सफलता या असफलता का मूल्यांकन भी करते रहना चाहिए ताकि उसे इस बात का ज्ञान रहे कि वह अपने उद्देश्य में कहाँ तक सफल हो पाया है। यही नियम उन सभी व्यक्तियों पर भी लागू होता है जो शारीरिक शिक्षा एवं खेल-कूद के कार्यक्रमों में सफल होना चाहते हैं। किसी ने सही ही कहा हैं कि – ‘यदि आप बिना वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अभ्यास करते हो तो आप एक ऐसे दिशाहीन जहाज के पायलट की तरह हो जिसे अपनी मंजिल तक का भी ज्ञान नहीं है।’ शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों तथा खिलाड़ियों का मूल्यांकन, परीक्षण तथा मापन विधि द्वारा किया जाता है। विभिन्न प्रकार की परीक्ष तथा मापन विधियों द्वारा खिलाड़ियों की क्षमताओं, योग्यताओं तथा उनकी आवश्यकताओं के विषय में महत्त्वपूर्ण जानकारी एकत्र की जा सक है। परीक्षण (Test) किसी खिलाड़ी से संबंधित सूचना अथवा आँकड़े एकत्र करने की ऐसी विधि होती है जिसमें किसी विशिष्ट के तकनीक या प्रक्रिया द्वारा खिलाड़ी की किसी विशेष दक्षता, सहनशक्ति, शक्ति, ज्ञान तथा व्यवहार इत्यादि के बारे में सूचना एकत्र की है। खेल संबंधी परीक्षण विधियों कई प्रकार की होती है, जैसे कि विभिन्न आयु वर्ग के स्कूली छात्रों के लिए साई (SAI) खेलों इण्डिग पुष्टि परीक्षण तथा रिकली तथा जोन्स वरिष्ठ नागरिक पुष्टि परीक्षण इत्यादि। |
मापन (Measurement) किसी खिलाड़ी की शारीरिक क्षमताओं दैनिक प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न उपकरणों तथा तकनीकों के प्रयोग द्वारा खिलाड़ी की व्यक्तिगत योग्यताओं का आकलन करके मात्रात्मक या संख्यात्मक रूप में आँकड़े प्राप्त किए जाते हैं। परीक्षण तथा मापन विधियों द्वारा प्रशिक्षण तथा अध्यापन के प्रभावों को निर्धारित किया जा सकता है, इस दिशा में हुई प्रगति को भी जाना जा सकता है तथा भविष्य के लिए अधिक प्रभावशाली योजनाएँ एवं कार्यक्रम बनाए जा सकते हैं। |
पुष्टि परीक्षण – विद्यालय में साई (SIA) खेलों इण्डिया पुष्टि परीक्षण (Fitness Test-SAI Khelo India Fitness Test in School) – किसी खिलाड़ी द्वारा उसके विशिष्ट खेल में प्रभावशाली रूप से प्रदर्शन करने की क्षमता को गामक पुष्टि कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो – किसी व्यक्ति द्वारा शारीरिक क्रियाओं या गतिविधियों को करने की योग्यता गामक पुष्टि कहलाती है। भारतीय खेल प्राधिकरण ने विद्यालय जाने वाले सभी बच्चों को दो वर्गों (5-8 वर्ष कक्षा 1-3 तथा 9-18 वर्ष कक्षा 4-12) में विभाजित कर दोनों वर्गों के छात्र-छात्राओं की पुष्टि का मूल्यांकन करने के लिए कुछ परीक्षण निर्धारित किए है जिनका विस्तृत विवरण निम्नलिखित है।
5 – 8 वर्ष / कक्षा 1 – 3 तक के विद्यार्थियों की पुष्टि के मूल्यांकन के लिए किए जाने वाले परीक्षण (Tests for Assessment of Physical Fitness of Students from Age Group 5-8 years / Class 1 – 3) – 5-8 वर्ष/कक्षा 1-3 तक के विद्यार्थियों की पुष्टि के मूल्यांकन के लिए निम्नलिखित परीक्षण किए जाते हैं- 1. बॉडी मास इंडेक्स (Body Mass Index) – स्वस्थ भार का तात्पर्य व्यक्ति के उस भार से है, जिस पर वह बिना किसी बीमारी के भय के स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकता है। बॉडी मास इंडेक्स परीक्षण के द्वारा विद्यार्थी के स्वस्थ भार /शारीरिक संरचना के मूल्यांकन के लिए शरीर में मांसपेशियों और वसा के वितरण की गणना की जाती है। इस परीक्षण विधि में व्यक्ति के शरीर के भार (कि० ग्रा० में) को उसकी ऊँचाई (मी०) से भाग कर बॉडी मास इंडेक्स की गणना की जाती है। बॉडी मास इंडेक्स = शरीर का भार (कि० ग्रा०)/शरीर का ऊँचाई (मी०)2 अथवा भार/ऊँचाई x ऊँचाई उपरोक्त सूत्र के आधार पर बॉडी मास की गणना का स्कोर जितना अधिक होगा व्यक्ति के शरीर में वसा की मात्रा उतनी ही अधि क होगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (National Institute of Health) के अनुसार 19 से 25 B.M.I. के बीच का भार स्वस्थ भार होता है। यदि किसी व्यक्ति का भार 25 से 29 B.M.I. तक है तो वह व्यक्ति अधिक भार की श्रेणी में आएगा और यदि भार 30 B.M.I. से अधिक होगा तो व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त माना जाएगा। |
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बी.एम.आई. के द्वारा स्वस्थ भार मापने के लिए निम्न मान निर्धारित किए हैं- (WHO Criteria for Calculating Healthy Weight by Using B.M.I Methods)-
आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : एक सपाट तथा साफ-सुधरी सतह, वजन तौलने की मशीन, ऊँचाई के लिए दीवार पर लगा स्टैंडोमीटर स्केल। परीक्षण की विधि (Procedure): 1. शारीरिक लंबाई मापने के लिए :
2. शारीरिक भार मापने के लिए :
3. प्रतिभागी के शारीरिक लंबाई एव भार के आंकडे प्राप्त कर बी.एम.आई. गणना सूत्र के अनुसार गणना कर प्रतिभागी का बी.एम.आई. स्कोर निकालते है तथा उसे दी गई तालिका से मिलान करते है। परीक्षण की विधि (Procedure) :
III. प्लेट टेपिंग परीक्षण (Plate Tapping Test) उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागी के दोनों हाथों की गति तथा उनमें समन्वय का मूल्यांकन करना होता है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : प्रतिभागी की शारीरिक लंबाई के अनुरूप समायोज्य (height ajustable) टेबल 20 सेमी. व्यास वाली 2 पीली डिस्क, 30 x 20 सेमी. का आयताकार ब्लॉक तथा स्टॉप वॉच। परीक्षण की विधि (Procedure) :
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9-18 वर्ष / कक्षा 4-12 तक के विद्यार्थियों की पुष्टि के मूल्यांकन के लिए किए जाने वाले परीक्षण (Tests for Assessment of Physical Fitness of Students from Age Group 9-18 years / Class 4-12) – 9-18 वर्ष कक्षा 4-12 तक के विद्यार्थियों को पुष्टि के मूल्यांकन के लिए निम्नलिखित परीक्षण किए जाते हैं- I. बॉडी मास इंडेक्स (Body Mass Index) – (इस परीक्षण का विस्तृत विवरण इस अध्याय में पहले ही दिया जा चुका है।) II. 50 मीटर की तीव्र गति दौड़ (50M Dash) उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का उद्देश्य परीक्षार्थी के दौड़ने की गति तथा त्वरण का निर्धारण करना होता है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : साफ और समतल जगह पर मार्किंग सहित 50 मीटर लेन, विराम घड़ी, स्कोर और रिकॉर्ड को बनाने के लिए पेन और पेपर। परीक्षण की विधि (Procedure) : परीक्षार्थी 50 मीटर की दूरी पर खींची दो समानांतर रेखाएँ में से एक रेखा पर खड़ा हो जाता है और आदेश मिलते ही जितना जल्दी हो सके दूसरी रेखा को दौड़कर पार करता है। प्रारंभिक रेखा से अंतिम रेखा को पार करने में लिया गया कुल समय उसका स्कोर माना जाता है। III. 600 मीटर दौड़/पैदल चाल (600 Mts. Run/Walk) उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का उद्देश्य परीक्षार्थी की ऐरोबिक पुष्टि मापना होता है। आवश्यक सामग्री (Equipments Required) : साफ और समतल जगह पर मार्किंग सहित 600 मीटर लेन, विराम घड़ी स्कोर और रिकॉर्ड को बनाने के लिए पेन और पेपर। परीक्षण की विधि (Procedure) : इस परीक्षण विधि में निर्देश मिलते ही परीक्षार्थी को प्रारंभिक रेखा से दौड़ते हुए या चलते हुए 600 गज अंतिम रेखा को लांघना होता है। प्रारंभिक रेखा से अंतिम रेखा को पार करने में लिया गया समय उसका स्कोर माना जाता है। IV. सिट एड रीच परीक्षण (Sit and Reach Test) आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : सिट एण्ड रीच बॉक्स या डिब्बा और स्केल, मैट। परीक्षण की विधि (Procedure)
सिट एवं रीच परीक्षण के लाभ : यह कमर से निचले भाग की लचक को मापने की एक साधारण तथा आसान विधि है। सिट एवं रीच परीक्षण की हानियाँ : इस परीक्षण विधि द्वारा केवल कमर से निचले भाग की लचक को ही मापा जा सकता है। V. पार्शल कर्ल अप परीक्षण (Partial Curl Up Test) उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य परीक्षार्थी के उदर की शक्ति एवं सहन-शक्ति (Abdominal strength and Endurance) मापना होता है। यह शक्ति मेरुदंड तथा शरीर को स्थिर रखने के लिए आवश्यक होती है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : एक साफ समतल नरम सतह, जिम मैट तथा स्टाप वॉच। विधि (Proceduce)
लाभ (Advantage) : यह परीक्षण विधि सरल, कम समय में तथा बिना किसी विशेष उपकरण के आसानी से की जा सकती है। VI. पुश-अप्स (लड़कों के लिए) तथा संशोधित पुश-अप्स (लड़कियों के लिए) [Push-ups (for boys) and Modified Push-ups (for girls)] उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य परीक्षार्थी के शरीर के ऊपरी भाग की शक्ति एवं सहन क्षमता को मापना होता है| शरीर के ऊपरी भाग की मांसपेशीय शक्ति हमारे दैनिक कार्यों को बिना थके करने के लिए अत्यन्त महत्त्वपूर्ण होती है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : एक साफ समतल नरम सतह, जिम मैट तथा पेपर और पेंसिल विधि (Proceduce)
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बेसल चयापचय दर- बी.एम.आर. (Basal Metabolic Rate – BMR) शारीरिक गतिविधि की कमी और खराब भोजन हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गए हैं। इतना ही नहीं, धूम्रपान (smoking) और अत्यधिक शराब पीने से जीवन की गुणवत्ता और खराब हो गई है। ऐसी स्थिति में यदि किसी व्यक्ति को अपनी जीवनशैली सुधारनी हो और शारीरिक भार को कम या ज्यादा करना हो तो उसे अपने दैनिक कैलोरी उपभोग (daily calorie intake) का ज्ञान होना चाहिए ताकि वह आवश्यकता के अनुरूप अपना ऊर्जा/कैलोरी व्यय बढ़ा या घटा सकें और स्वस्थ जीवन जी सकें। ऊर्जा/कैलोरी की वह मात्रा है जो शरीर की मूलभूत क्रियाओं के लिए खर्च की जाती है, बेसल चयापचय दर कहलाती है। जबकि, ऊर्जा/कैलोरी की वह मात्रा है जो शरीर द्वारा आराम की अवस्था में खर्च की जाती है रेस्टिंग चयापचय वर कहलाती है। सरल शब्दों में कहें तो – बेसल चयापचय दर, शरीर के विभिन्न तंत्रो की मूलभूत गतिविधियों को कार्यशील बनाए रखने के लिए जरुरी ऊर्जा/कैलोरी की मात्रा है। मानव शरीर में मस्तिष्क, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, हृदय, गुर्दे, यकृत, फेफड़े, मांसपेशीय तंत्र इत्यादि मनुष्य के निष्क्रय रहने के दौरान या सोते समय भी क्रियाशील रहते है। यदि शरीर की कोई भी मूलभूत क्रिया ऊर्जा के अभाव में रूक जाए, तो मनुष का जीवित रह पाना मुश्किल है। इन सभी तंत्रों को निरंतर रूप से क्रियाशील बने रहने के लिए जितनी ऊर्जा की आवश्यकता होती है ही बेसल चयापचय दर की संज्ञा दी जाती है। चयापचय हमारे शरीर में होने वाली एक ऐसी प्रकिया (process) है, जिसके द्वारा भोजन ऊर्जा, एंजाइम तथा वसा में परिवर्तित होता है। चयापचय मानव शरीर में निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। सरल शब्दों में कहें तो चयापचय प्रक्रिया हमारे शरीर ही ऊर्जा प्रदाता (energy provider) है और कोशिकाओं के बनने में मदद करती हैं
बी.एम.आर. की गणना (Calculator of BMR) 1. पुरुष : BMR = 88.362 + (13.397 × वजन किलोग्राम में) + (4.799 x लंबाई सेमी. में)- (5.677 × आयु) बी. एम. आर. को प्रभावित करने वाले कारक किसी व्यक्ति का बी.एम. आर. निम्न कारकों पर निर्भर करता है- 1. ऊंचाई (Height) आमतौर पर अधिकतर लोगों की कुल ऊर्जा/कैलोरी का 70% शारीरिक गतिविधियों एवं तंत्रों के रख-रखाव पर 20 प्रतिशत ऊर्जा शारीरिक गतिविधियों पर और 10% ऊर्जा भोजन को पचाने में खर्च होती है। इसे थर्मोजेनेसिस (Thermogenesis) भी कहा जाता है। |
रिकली तथा जोन्स : वरिष्ठ नागरिक पुष्टि परीक्षण(Rikli and Jones-Senior Citizen Fitness Test) हम सब जानते हैं कि आयु बढ़ने के साथ-साथ व्यक्ति की कार्य-क्षमता में कमी आने लगती है। इसलिए वृद्धावस्था के दौरान व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर होने लगता है। हालांकि हर वृद्ध की यह इच्छा होती है कि वह लंबे समय तक तदुरुस्त बना रहे तथा बिना थकान तथा के काम करता रहे। आज से कुछ वर्षों पहले तक वृद्ध व्यक्तियों की क्रियाशील पुष्टि को जांचने के लिए कोई विशेष परीक्षण नहीं थे। वर्ष 2001 में रिकली तथा जोन्स ने एक ऐसी परीक्षण विधि विकसित की जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुई। इन परीक्षण द्वारा उन लोगों की पहचान की जा सकती है जिन्हें स्वास्थ्य अथवा पुष्टि संबंधी जोखिम होता है। चूँकि इस परीक्षण के द्वारा लोगों के स्वास्थ्य तथा पुष्टि के स्तर को और अधिक अच्छे तरीके से जाँचा जा सकता है इसलिए यह परीक्षण वरिष्ठ लोगों के लिए प्रभावी तथा सुरक्षित व्यायाम कार्यक्रमों की योजना बनाने में भी मददगार साबित होती है। वरिष्ठ नागरिक पुष्टि परीक्षण में निम्नलिखित परीक्षण सम्मिलित होते हैं- |
1. चेयर स्टैंड परीक्षण (Chair Stand Test) परीक्षण का उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के शरीर के निचले भाग की शक्ति विशेषकर पैरों की शक्ति को मापना होता है, क्योंकि उन्हें अपने दैनिक कार्यों के दौरान उठने-बैठने तथा सीढ़ियाँ चढ़ने इत्यादि के लिए इस शक्ति की विशेष आवश्यकता होती है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : बिना हत्थे वाली कुर्सी, स्टॉप वॉच। परीक्षण की विधि (Procedure)
2. बाजू मोड़ने का परीक्षण (Arm Curl Test) परीक्षण का उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के शरीर के ऊपरी भाग की शक्ति तथा सहनक्षमता का मूल्यांकन करना होता है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : बिना हत्थे वाली कुर्सी, डम्बल (पुरुषों के लिए 8 पौड/3.6 किलोग्राम तथा महिलाओं के लिए 5 पौंड/2.3 किलोग्राम) तथा स्टॉप वॉच परीक्षण की विधि (Procedure) – इस परीक्षण के लिए व्यक्ति को हाथ में एक डम्बल (पुरुषों के लिए 8 पौड तथा महिलाओं के लिए 5 पौंड) को लेकर कुर्सी पर इस प्रकार बैठना होता है कि डम्बल वाली बाजू लंबवत्त रूप से नीचे की ओर होनी चाहिए।
3. चेयर सिट एंड रीच परीक्षण (Chair Sit and Reach Test) परीक्षण का उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के शरीर के निचले भाग की लचक का मूल्यांकन करना होता है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : बिना हत्थे वाली कुर्सी तथा 18 इंच का स्केल। परीक्षण की विधि (Procedure)
4. बैक स्क्रैच परीक्षण (Back Scratch Test) परीक्षण का उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के कंधों की लचक का मूल्यांकन करना होता है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : 18 इंच का स्केल । परीक्षण की विधि (Procedure)
5. आठ फुट अप एंड गो परीक्षण (Eight Foot Up and Go Test) परीक्षण का उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों की चलते समय गति, संतुलन तथा फुर्ती का मूल्यांकन होता है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : बिना हत्थे की कुर्सी तथा स्टॉप वॉच। परीक्षण की विधि (Procedure)
6. छ: मिनट पैदल चाल परीक्षण (Six Minute Walk Test) परीक्षण का उद्देश्य (Aim) : इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों की कार्यात्मक पुष्टि (Functional Fitness) का मूल्यांकन करना होता है। आवश्यक सामग्री एवं उपकरण (Equipments Required) : 50 गज या उससे अधिक का साफ तथा समतल आयातकार क्षेत्र जिसमें हर पाँच गज की दूरी पर लाइन खींची हो तथा एक स्टॉप वॉच। परीक्षण की विधि (Procedure)
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