NCERT Solutions Class 12th Home Science Chapter – 13 विकास संचार तथा पत्रकारिता Notes In Hindi

NCERT Solutions Class 12th Home Science Chapter – 13 विकास संचार तथा पत्रकारिता

TextbookNCERT
classClass – 12th
SubjectHome Science
ChapterChapter – 13
Chapter Nameविकास संचार तथा पत्रकारिता
CategoryClass 12th Home Science
Medium Hindi
SourceLast Doubt

NCERT Solutions Class 12th Home Science Chapter – 13 विकास संचार तथा पत्रकारिता

Chapter – 13

विकास संचार तथा पत्रकारिता

Notes

परिचय – जिस प्रकार मनुष्य वायु तथा जल के बिना जीवित नहीं रह सकता ठीक उसी प्रकार आधुनिक युग में संचार के बिना मनुष्य का सरल जीवनयापन करना संभव नहीं है ।
‘ संचार ‘ अंग्रेजी के शब्द ‘ Communication ‘ का हिन्दी अनुवाद है , जो लैटिन भाषा के ‘ Communis ‘ शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है सामान्य ( common ) ।
आज के युग में संचार हमारे सामाजिक एवं व्यावसायिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका हैं ।
यह कहना गलत नहीं होगा कि- पत्रकारिता , मीडिया तथा संचार के विभिन्न माध्यमों की समाज में भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है ।
संचार शब्द का तात्पर्य , सूचना देने वाले संचारक ( sender ) और सूचना ग्रहण करने वाले प्राप्तकर्त्ता ( receiver ) के बीच पूर्ण समझ स्थापित करने से है ।
विकास संचार तथा पत्रकारिता का महत्त्व

प्रभावी संचार एक दुतरफा प्रक्रिया है । संचार मीडिया के विभिन्न रूपों जैसे प्रिंट, रेडियो, टेलीविजन, नए मीडिया आदि के उपयोग को भी संदर्भित करता है ।
विकास की विभिन्न गतिविधियों में लोगों की भागीदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए संचार का प्रयोग एक सशक्तिकरण उपकरण के रूप में किया जाता है ।
संचार उपलब्ध प्रौद्योगिकियों के बारे में जानकारी देता है , जिससे समाज की उन्नति होती है । ये छात्रों को विकास की प्रक्रिया के लिए संवेदनशील बनाता है और
उन्हें समान, न्यायसंगत तथा निष्पक्ष समाज से संबंधित मुद्दों के बारे में लिखने और / या बोलने के लिए प्रशिक्षित करता है ।
मूलभूत संकल्पनाएँ

विकास – विकास परिवर्तन का सूचक है । यह परिवर्तन स्थिति को बेहतर बनने के लिए होता है ।
विकास का अर्थ है अधिकांश व्यक्तियों के सामाजिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक जीवन में बगैर शोषण या हिंसा के स्थायी रूप से सकारात्मक परिवर्तन / प्रगति सुधार लाना ।
संसार के अधिकांश भागों में विकास द्वारा व्यापक निरक्षरता, जनसंख्या, कुपोषण, खराब स्वास्थ्य तथा
प्रदूषण आदि की समस्याओं का सामना करने के लिए गहन प्रयास करने की आवश्यकता है ।
विकास पत्रकारिता

विकास पत्रकारिता एक सामाजिक गतिविधि है ।
पत्रकार अनेक माध्यमों द्वारा समुदाय की भावनाओं को समुदाय तक पहुँचाता है । पत्रकारिता का महत्व इसलिए है कि जनता को अपना मत प्रकट करने तथा अभिव्यक्ति का अधिकार होता है ।
किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए पत्रकारिता एक अविभाज्य अंग हैं |
विकास पत्रकारिता ऐसे व्यक्तियों की सफलता के समाचार पर ध्यान केंद्रित करती है,
जिन्होंने नयी प्रौद्योगिकियाँ अपनाई हैं, नयी विधियों का परीक्षण किया है और समाज की सहायता की है ।
विकास संचार

यह सामाजिक, आर्थिक विकास तथा व्यक्तियों तथा सामान्य जन समुदाय की सुख – शांति को सुगम करता है ।
इसका उद्देश्य समुदाय को सूचना देना तथा शिक्षित करना है । यह किसी देश के नागरिक के जीवन यापन के तरीके को बदलने या बेहतर बनाने के लिए संचार का उपयोग करने के बारे में है ।
लोगों की सामाजिक आर्थिक स्थिति में या उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए यह विभिन्न प्रकार के संदेशों का इस्तेमाल करता है ।
अधिक प्रभाव के लिए यह उपयुक्त जनसंचार साधनों तथा अंतर्वैयक्तिक संचार चैनलों को जोड़ता है । यह श्रोताओं की विशिष्टताओं तथा उनके परिवेश पर आधारित हैं |
‘ डेवलपमेंट कम्यूनिकेशन ‘ ( अर्थात् विकास संचार ) शब्द को सबसे पहले 1972 में प्रसिद्ध सामाजिक वैज्ञानिक और संचार विशेषज्ञ नोरा सी. क्यूबाल ने प्रयोग किया ।
इन्हें “ विकास संचार की माँ ” के रूप में जाना जाता है ।
क्यूबाल के अनुसार , ” यह कला तथा मानवीय संचार का वह विज्ञान ” है
जिसका उपयोग किसी अभावग्रस्त समाज के विकास की गति को तीव्र करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से किया जाता है जिससे समानता तथा व्यक्ति की क्षमता को सुनिश्चित किया जा सके ।

विकास संचार के साधन –

अभियान
रेडियो/टीवी
प्रिंट मीडिया
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी
बैठकों, भ्रमण यात्राओं, लेखों, लिखित सामग्री के वितरण या प्रदर्शनियों द्वारा किसी विशेष उद्देश्य के लिए प्रयास करना अभियान कहलता है |
अभियान

विभिन्न संचार विधियों तथा सामग्री जैसे बैठकें अमण , समाचार पत्रों के लेख , पत्रक ( लीफलेट्स ) तथा पूर्व निश्चित समय के लिए किसी विषय पर प्रदर्शनियों का मिलाजुला उपयोग ।
यह एक संकेंद्रित तथा भली – भाँति आयोजित क्रियाकलाप होता है ।
जैसे ‘ चुनाव अभियान ‘ । चुनाव के दौरान हर दल या उम्मीदवार विभिन्न संचार जैसे सार्वजनिक बैठकों , प्रिंट सामग्री , रेडियो और टेलीविजन पर विज्ञापन आदि का उपयोग करके लोगों के अपने बारे में बताते हैं ।
चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही अभियान शुरू हो जाता है और चुनाव आयोग द्वारा दी गयी तिथि पर समाप्त हो जाता है ।
इसी तरह विकास संचार के लिए प्रिंट मीडिया , रेडियो और टेलीविजन , नाटक , लघु फिल्म आदि का उपयोग जनता को किसी विषय के प्रति जागरूक करने या उपयुक्त कार्य व्यवहार अपनाने के लिए किया जाता है ।
अभियान कभी कभी एक निश्चित अवधि के लिए समयबद्ध कार्यक्रम होते हैं । उदाहरण के लिए पोलियो प्रतिरक्षण के लिए महीने में एक विशेष रविवार ।
रेडियो और टेलीविजन

रेडियो तथा टेलीविजन सर्वाधिक लोकप्रिय सबसे सस्ते तथा सुविधाजनक जनसंचार माध्यम हैं जो विकास के प्रयोजन के लिए उपयोग किए जा सकते हैं ।
हमारे देश में बड़ी संख्या में लोगों के लिए रेडियो सूचना , शिक्षा और मनोरंजन का एकमात्र स्रोत बना हुआ है ।
रेडियो प्रसारण पत्रकारिता ( मुद्रण माध्यम अर्थात् प्रिंट मीडिया ) की अपेक्षा अधिक लाभदायी है क्योंकि इसका उपयोग अधिक से अधिक व्यक्तियों, विशेष रूप से निम्न साक्षरता स्तर के लोगों के लिए किया जा सकता है ।
जो लोग पढ़ या लिख नहीं सकते हैं , उनके आसपास क्या हो रहा है इसके बारे में सूचित करने के लिए रेडियो उपयुक्त है ।

प्रिंट माध्यम –  मुद्रण माध्यम ( प्रिंट मीडिया ) जनसंचार के सबसे पुराने और बुनियादी रूपों में से एक है । इसमें समाचार पत्र, सप्ताहिक समाचार पत्र पत्रिकाएं ( मैगज़ीन ), पुस्तकें, पत्रक, आदि अन्य रूप शामिल हैं ।
देश भर में राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय स्तर पर अनेक दैनिक समाचार पत्र हैं परन्तु ऐसे बहुत कम क्षेत्रीय अखबार है जो ग्रामीण क्षेत्रों तथा कृषि से संबंधित समस्याओं के विषय में लिखते तथा छापते है ।
प्रिंट माध्यम का प्रभाव

मुद्रण माध्यम जनता को शिक्षित करता है ।
मुद्रण माध्यम लोकतंत्र को प्रभावी ढंग से कार्य करने में मदद करता है , जनता को सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देता है ।
इससे लोगों को अपनी भावनाओं को आवाज़ देने में मदद मिलती है और सरकार को उन नीतियों या कार्यक्रमों में जरूरी बदलाव करने में मदद मिलती है ।
ग्रामीण क्षेत्रों की उपेक्षा के बावजूद भी कलम की ताकत अथवा प्रेस की शक्ति को नकारा नहीं जा सकता ।
सूचना और प्रौद्योगिकी

सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी एक ऐसा समावेशी शब्द है, जिसमें कंप्यूटर का हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर ( यंत्र सामग्री तथा प्रक्रिया सामग्री )
अंकीय प्रसारण तथा दूरसंचार प्रौद्योगिकियाँ जैसे रेडियो, टेलीविजन, मोबाइल फोन आदि सम्मिलित हैं ।
सूचना संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग व्यक्तियों को सूचना या जानकारी प्रदान करने के लिए किया जाता रहा है ।
जिसके प्रभाव से ही कृषि , स्वास्थ्य , शिक्षा जैसे अनेक क्षेत्र में पहले के मुकाबले काफी बदलाव देखने को मिले है ।
सूचना संचार प्रौद्योगिकी ने वित्तीय सामाजिक तथा राजनैतिक क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण परिवर्तन ला दिया है ।
आज सूचना संचार प्रौद्योगिकी ( आई.सी.टी. ) का उपयोग विकास संचार का एक सक्रिय उपकरण बन गया है ।
उदाहरण- ई – गवर्नेस ( इलेक्ट्रॉनिक गवनेंस ) कंप्यूटर की मदद द्वारा लोगों के दरवाजे पर सार्वजनिक सेवाओं और सूचनाओं का वितरण है ।
ई – गवनेंस टिकाऊ समावेशी विकास के लिए उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है ।
जीविका के लिए ज्ञान और कौशल

संज्ञानात्मक कौशल- किसी समस्या के विषय में प्रभावी रूप लिखने या प्रस्तुत करने से पहले उस समस्या को अच्छी तरह समझना तथा रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए ( जिससे दूसरों का ध्यान आकर्षित कर सकें और उन पर प्रभाव डाल सकें ) जरूरी होता है ।
सृजनात्मक कौशल- सृजनात्मक काशलों का होना भी जरूरी है । जन संचार माध्यम में अभिकल्पना उत्पादन तथा तकनीकी यंत्रों के संचालन के कौशलों के साथ किसी जन संचार माध्यम कार्यालय ( मीडिया हाउस ) या विज्ञापन एजेंसी में कार्य कर रहे किसी व्यक्ति के पास संज्ञानात्मक तथा सृजनात्मक कौशल हो, तो वह हमेशा दूसरों की अपेक्षा लाभ की स्थिति में रहेगा ।
तकनीकी कौशल . विकास संचार तथा पत्रकारिता व्यवसायियों को उपकरणों को ठीक ढंग से परिचालित करना आना चाहिए , जिससे कि वे उनका प्रस्तुतीकरण इष्टतम ढंग से कर सकें ।
प्रस्तुति कौशल विकास संचार ओर पत्रकारिता के क्षेत्र में जीविका के लिए पत्रकारिता तथा प्रस्तुति कौशलों का मिश्रण आवश्यक है ।
सामयिक विषयों तथा स्थानीय परिस्थितियों में रुचि , रेडियो में प्रत्यक्ष सीखने का अनुभव , संचारित करने की क्षमता तथा संगीत का ज्ञान भी लाभकारी है ।
भाषा और कंप्यूटर कौशल
विभिन्न प्रकार के समूहों के साथ कार्य करने की क्षमता
विकास संचार में कार्यक्षेत्र और जीविका के अवसर

विकास पत्रकार –
एंकर
परामर्शदाता
स्वतंत्र पत्रकार
सरकारी संस्थाएं

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