NCERT Solutions Class 11th Hindi अंतराल Chapter – 1 अंडे के छिलके
Textbook | NCERT |
Class | Class 11th |
Subject | Hindi |
Chapter | Chapter – 1 |
Grammar Name | अंडे के छिलके |
Category | Class 11th Hindi अंतराल अभ्यास प्रश्न – उत्तर |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 11th Hindi अंतराल Chapter – 1 अंडे के छिलके
?Chapter – 1?
✍अंडे के छिलके✍
?प्रश्न – उत्तर?
प्रश्न 1. अंडे के छिलके को जुराब में, कोट की जेब में या नाली में फेंकना बिल्कुल ठीक नहीं! इस पर अपनी राय लिखिए।
?♂️उत्तर – उत्तर-अंडे के छिलके को जुराब में, कोट की जेब में या नाली में फेंकना बिल्कुल ठीक नहीं है| मेरे अनुसार अंडे के छिलके को कई ओर प्रयोग में भी लाया जा सकता है जैसे हम अंडे के छिलकों को अच्छे से साफ करके धो उन्हें पिस कर उनको त्वचा को साफ़ रखने लिए उपयोग कर सकते हैं| अंडे के छिलके से हम अपने पीले दांतों को चमका सकते है| अंडे के छिलके की हम खाद बना सकते है|
प्रश्न 2. ‘अण्डा खाना क्या कोई अपराध है?’ इस विषय पर निबंध लिखिये।
?♂️उत्तर – नहीं, अंडा खाना कोई अपराध की श्रेणी में नहीं आता| यह तो किसी के स्वाद के ऊपर निर्भर करता है कि वह क्या खाए| अंडा खाने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी हैं| अंडे में भरपूर मात्रा में कैरोटिनायड्स पाया जाता है जो आंखों के सेहत के लिए बेहद जरूरी है| अंडा खाने से मोतियाबिंद का खतरा नहीं रहता| अंडे में कोलीन पाया जाता है, जिससे याद्दाश्त तेज होती है और दिमाग एक्टिव रहता है| इसके अलावा अंडे में मौजूद विटामिन B-12 टेंशन को दूर करने में मदद करता है| इसमें कुछ ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं जो डिप्रेशन दूर कर मूड अच्छा बनाते हैं|
अंडे के पीले वाले हिस्से में कॉलेस्ट्रोल काफी ज्यादा होता है| जिन लोगों को वजन बढ़ाना है उन्हें अंडे का पीला वाला हिस्सा खासतौर पर खाना चाहिए| उपवास के दौरान हमें इसे परहेज करना चाहिए और सात्विक भोजन को ही ग्रहण करना चाहिए| भगवद्गीता के अनुसार मांस, अंडे, खट्टे और तले हुए, मसालेदार और बासी या संरक्षित व ठंडे पदार्थ राजसी-तामसी प्रवृतियों को बढ़ावा देते हैं। इसलिए उपवास के दौरान इनका सेवन नहीं किया जाना चाहिए।
प्रश्न 3. “पराया घर तो लगता ही है, भाभी” अपनी भाभी-भाई के कमरे में श्याम को पराएपन का अहसास क्यों होता है?
?♂️उत्तर – जब से श्याम की भाभी वीना आई है उसने कमरे का नक्शा ही बदल दिया है। पहले कमरे में सारी चीजें इधर-से उधर फैली रहती थीं, परंतु अब हर चीज व्यवस्थित ढंग से रखी रहती है। यही नहीं, अब इस कमरे में उसकी भाभी-भाई का अधिकार हो गया है। इसलिए श्याम को अब इस कमरे में पराएपन का अहसास होता है।
प्रश्न 4. एकांकी में अम्माँ की जो तसवीर उभरती है, अंत में वह बिलकुल बदल जाती है-टिप्पणी कीजिए।
?♂️उत्तर – एकांकी में अम्माँ जी की तसवीर रूढ़िवादी विचारोंवाली महिला के रूप में उभरती है। घर में परिवार के सभी सदस्यों में कुछ ऐसी आदतें हैं जो उनके अनुसार अम्माँ जी को बुरी लगती हैं, जैसे घर में अंडे खाना, चंद्रकांता जैसी पुस्तकें पढ़ना तथा सिगरेट पीना इत्यादि| इसलिए परिवार के सब सदस्य ये कार्य छिपकर करते हैं। एकांकी के अंत में माधव सबको यह बात बता देता है कि अम्मा को सब कुछ पहले से ही पता है-वीना और राधा का छुप-छुपकर चंद्रकांता संतति पढ़ना, श्याम का अपने कमरे में दूध में कच्चा अंडा डालकर पीना, गोपाल के कमरे में अंडे का आमलेट और हलवा बनना आदि-आदि। इससे अम्मा की वह छवि जो एकांकी के आरंभ में बनी हुई थी, अंत में पूरी तरह बदल जाती है। वह बहुत सुलझी हुई स्त्री लगती हैं|
प्रश्न 5. अंडे खाना, ‘चंद्रकांता संतति’ पढ़ना आदि किन्हीं संदर्भो में गलत नहीं है, फिर भी नाटक के पात्र इन्हें छिपकर करते हैं। क्यों? आप उनकी जगह होते तो क्या करते?
?♂️उत्तर – अंडे खाना, ‘चंद्रकांता संतति’ पढ़ना आदि पूरी तरह से गलत नहीं है, फिर भी नाटक के पात्र इन्हें छिपकर करते हैं। इसका कारण यह है कि आज भी मध्यमवर्गीय परिवारों की सोच काफी रूढ़िवादी है जिसके कारण ये सब चीज़ें आज भी उचित नहीं मानी जातीं और परिवार के सदस्य इसे छुप कर करते हैं| अंडा खाने में कोई बुराई नहीं बल्कि इससे कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी हैं परन्तु आज भी कई रूढ़िवादी परिवारों में यह मना है इसलिए कोई भी इन्हें परिवार के अन्य सदस्यों से छिपकर तथा अलग कमरों में बनाकर खाता है ताकि घर के बाकी सदस्यों को पता न चल सके। इसी तरह ‘चंद्रकांता संतति’ पढ़ने में कोई बुराई नहीं है।
यह एक तिलस्म कथा है। चूँकि मध्यम परिवारों में पढ़ाई को ज्यादा महत्व दिया जाता है इसलिए ऐसी पुस्तकों को पढ़ने के लिए मना किया जाता है| परिवारों में बच्चों पर इस बात के लिए जोर दिया जाता है कि वे अपने कोर्स की पुस्तकें पढ़ें, न कि तिलस्मी कथाएँ। यदि हम नाटक के पात्रों की जगह पर होते तो शायद हम भी कभी-कभी ऐसी पुस्तक पढ़ते, क्योंकि बचपन में ऐसी पुस्तकें काफी आकर्षक लगती हैं। हम ऐसी किताब को अपने कोर्स की पुस्तकों के बीच रखकर पढ़ते|
प्रश्न 6. राधा के चरित्र की ऐसी कौन सी विशेषताएँ हैं जिन्हें आप अपनाना चाहेंगे?
?♂️उत्तर –
• राधा कम पढ़ी-लिखी थी परन्तु उसे पढ़ना अच्छा लगता है इसलिए वह पढ़ती रहती है। वह किताबें मँगवा कर रखती थी और रात में जब सब सो जाते हैं, तो वह अपनी इस इच्छा को पूरा करती है।
• वह तेज दिमाग और हाजिर-जवाब है। वह बात को सँभालना जानती है। इसका पता तब चलता है जब अचानक ही अम्मा कमरे में उस समय आ जाती हैं, जब अंडे का हलवा बन रहा था। वह अपनी हाजिर जवाबी से अम्मा के शक को कुछ हद तक दूर करने में सफल हो पाती है।
• राधा अपने बड़ों का सम्मान करती है। वह अपनी सास से विनम्रतापूर्वक कहती है कि उस कमरे में कोई गलत काम नहीं हो रहा।
प्रश्न 7. अण्डे का छिलका अनुपयोगी या कूड़ा समझा जाता है तो फिर इसे कहाँ रखा जाना चाहिए? क्या स्वच्छता अभियान मिशन का इस पाठ से कोई संबंध है?
?♂️उत्तर – अण्डे का छिलके को हमें सूखे कूड़ेदान में डालना चाहिए| स्वच्छता अभियान के तहत जब सफाईवाला कचरा लेने आये तो गिला और सूखा कचरा अलग अलग डालना चाहिए|
प्रश्न 9. कमरे में कौन सी चीज कहाँ रखनी चाहिए? जैसे जंपर, कोट, कपड़ा, जूता, कापी-किताब, कूड़ा-करकट (अण्डे के छिलके) आदि।
?♂️उत्तर – जंपर, कोट, कपड़ा, जूता, कापी-किताब जैसी चीज़ों को हमें कमरें में रखनी चाहिए|
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