NCERT Solutions Class 10th Science New Syllabus Chapter – 6 नियंत्रण एवं समन्वय (Control and Coordination)
Text Book | NCERT |
Class | 10th |
Subject | Science |
Chapter | 6th |
Chapter Name | नियंत्रण एवं समन्वय (Control and Coordination) |
Category | Class 10th Science |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 10th Science New Syllabus Chapter – 6 नियंत्रण एवं समन्वय (Control and Coordination) Question & Answer in Hindi जिसमें हम नियंत्रण और समन्वय, पौधों में नियंत्रण एवं समन्वय कैसे होता है, नियंत्रण एवं समन्वय से आप क्या समझते हैं, एक जीव में नियंत्रण एवं समन्वय तंत्र की क्या आवश्यकता है, नियंत्रण एवं समन्वय को इंग्लिश में क्या कहते हैं, पौधों में वृद्धि को कौन नियंत्रित करता है, पौधों की वृद्धि को कौन नियंत्रित करता है, कौन सा अंग हमारे शरीर को नियंत्रित करता है, नियंत्रण किसका महत्वपूर्ण कार्य है, 7 समन्वय क्या है, समन्वय क्यों महत्वपूर्ण है, समन्वय का पहलू क्या है, मानव शरीर में समन्वय क्या है, कौन सा हार्मोन तनाव हार्मोन कहलाता है, पौधों में कौन से हार्मोन होते है, प्लांट में कौन सा हार्मोन होता है, समन्वय मानक 9 से क्या मतलब है, पौधों में समन्वय कितने प्रकार के होते हैं, ब्रेन क्लास 10 क्या है, आदी इसके बारे में हम विस्तार से पढ़ेंगे। |
NCERT Solutions Class 10th Science New Syllabus Chapter – 7 नियंत्रण एवं समन्वय (Control and Coordination)
Chapter – 6
नियंत्रण एवं समन्वय
प्रश्न उत्तर
Page – 132
प्रश्न 1. प्रतिवर्ती क्रिया तथा टहलने के बीच क्या अंतर है?
उत्तर – प्रतिवर्ती क्रिया मस्तिष्क के मेरुरज्जु हिस्से द्वारा नियंत्रित की जाती है पतन्तु टहलना मस्तिष्क द्वारा सोची समझी क्रिया है। जो प्रतिवर्ती क्रिया में बहुत कम एमी क्गता है परन्तु टहलना में सुचना को पेशियों तक पहुँचने में काफी समय लगता है।
प्रश्न 2. दो तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन) के मध्य अंतर्ग्रथन (सिनेप्स) में क्या होता है?
उत्तर – जब दो तंत्रिका कोशिकाओं के बीच में छोटा सा खाली स्थान होता है। तब विद्युतीय तरंगो के रूप में आने वाला तंत्रिका आवेग एक रसायन स्त्रवित कृत है जो खाली स्थान की दरार में आ जाता है और इसी प्रकार अंतर्ग्रथन को पार कर ये रसायन अगली तंत्रिका कोशिका में पहुँच जाते है।
प्रश्न 3. मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है?
उत्तर – अनुमस्तिष्क है। जो शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है।
प्रश्न 4. हम एक अगरबत्ती की गंध का पता कैसे लगाते हैं?
उत्तर – हम अगरबत्ती की सुगंध का पता घ्राणग्राही (Olfactory Indicator) द्वारा लगाते है। यह ग्राही तंत्रिका कोशिका के विशिष्टीकृत सिरे में से एक है। ये ग्राही वातावरण से सूचनाओं का पता लगाते हैं। व हमारी ज्ञानेन्द्रियों में पाए जाते हैं। और घ्राणग्राही मानव सरीर में नाक में स्तिथ होते है। इसके माध्यम से हम गंध का पता लगाते हैं।
प्रश्न 5. प्रतिवर्ती क्रिया में मस्तिष्क की क्या भूमिका है?
उत्तर – प्रतिवर्ती क्रिया मस्तिष्क के नियंत्रण में नहीं होती है। स्त्रवित प्रतिवर्ती क्रियाएँ मेरुरज्जू द्वारा नियंत्रित की जाती है। मस्तिष्क प्रतिवर्ती क्रिया में होने वाले कार्य की सुचना अपने अंदर एकत्रित कर लेता है।
Page – 136
प्रश्न 1. पादप हॉर्मोन क्या हैं?
उत्तर – पादप हार्मोन एक प्रकार का बायोकेमिकल होता है जो पौधों और अन्य पादपों में निर्मित होता है। ये हार्मोन विभिन्न शरीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं जैसे वृद्धि, विकास, फूलने की प्रक्रिया, फल उत्पादन और जन्म आदि।पादप हार्मोन मुख्य रूप से दो श्रृंखलाओं में विभाजित होते हैं: ऑक्सिन श्रृंखला और साइटोकिनिन श्रृंखला। ऑक्सिन हार्मोन पौधों की वृद्धि, विकास और फूलने को नियंत्रित करता है, जबकि साइटोकिनिन हार्मोन पौधों के विकास, संरचना और उनकी संवेदनशीलता को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, गिब्बेरेलिक एसिड (Gibberellic acid) और अब्सिसिक एसिड (Abscisic acid) जैसे अन्य हार्मोन भी पादपों में पाये जाते हैं, जो उनके विकास और जीवनकाल के अन्य पहलुओं को नियंत्रित करते हैं।
प्रश्न 2. छुई-मुई पादप की पत्तियों की गति, प्रकाश की ओर प्ररोह की गति से किस प्रकार भिन्न है?
उत्तर – छुई-मुई पादप की पत्तियों की गति और प्रकाश की ओर प्रकाश की गति दोनों अलग-अलग हैं।छुई-मुई पादप की पत्तियों की गति वस्तु के व्यास के लघुत्व के कारण होती है, जो प्रत्येक पत्ती के लिए अलग-अलग होती है। इसके अलावा, पत्तियों की गति वातावरण के तत्वों जैसे हवा के चलन, तनाव और तरंगों के संयोजन से भी प्रभावित होती है। इसलिए, छुई-मुई पादप की पत्तियों की गति अनियमित होती है और विभिन्न समयों में भिन्न होती है। वहीं, प्रकाश की गति वस्तु के आकार और उसके पथ पर आधारित होती है। प्रकाश एक ऊर्जा फलक होता है, जो लगातार सीधे चलता है। इसलिए, प्रकाश की गति हमेशा नियमित होती है।
प्रश्न 3. एक पादप हॉर्मोन का उदाहरण दीजिए जो वृद्धि को बढ़ाता है।
उत्तर – पादप हॉर्मोन का उदाहरण है। ऑकिस्न हॉर्मोन। जो की वृद्धि को बढ़ाता है।
प्रश्न 4. किसी सहारे के चारों ओर एक प्रतान की वृद्धि में ऑक्सिन किस प्रकार सहायक है?
उत्तर – किसी सहारे के चारों ओर एक प्रतान की वृद्धि में ऑक्सिन एक महत्वपूर्ण पादप हार्मोन है जो की वृद्धि को बढ़ाने में सहायक होता है। जब एक प्रतान किसी सहारे के चारों ओर बढ़ता है, तो वह एक दिशा में ज्यादा वृद्धि करता है, और जिसके परिणामस्वरूप प्रता के एक तरफ विकास होता है तो दूसरी तरफ विकास धीमी हो जाती है। यह उस दिशा में ऑक्सिन की मौजूदगी के कारण होता है। इसलिए, ऑक्सिन एक सहारे के चारों ओर एक प्रतान की वृद्धि में सहायक होता है।
प्रश्न 5. जलानुवर्तन दर्शाने के लिए एक प्रयोग की अभिकल्पना कीजिए?
उत्तर – जलानुवर्तन दर्शाने के लिए प्रयोग – एक पौधा ले उस गमले में उगाए उस की मिट्टी एक ओर से गीली तथा दूसरी ओर से सुखी होनी चाहिए। कुछ दिनों बाद उसका परिक्षण करने पर हम पाएगे की पौध की जड़े जलीय मिट्टी की ओर गतिशील होती है की इस अभिकल्पना से हम पाते है की जड़ों में घनात्मक जलानुवर्तन होता है।
Page – 138
प्रश्न 1. जंतुओं में रासायनिक समन्वय कैसे होता है?
उत्तर – जंतुओं में रासायनिक समन्वय प्रोटीन, एंजाइम और अन्य रसायनों के संयोजन के माध्यम से होता है। जंतुओं में रसायनों के संयोजन जीवाणुओं और जंतुओं की जीवन प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक होते हैं, जैसे खाद्य पाचन, विश्वास, बढ़त और रोग प्रतिरोध। प्रोटीन जंतुओं के भिन्न भिन्न अंगों और कोशिकाओं के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। और प्रोटीन से मिलकर बनने वाले जोड़ जीवाणुओं और जंतुओं के अन्य कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, जैसे गतिशीलता, भोजन अवशोषण, और जीवाणु संरचना।
प्रश्न 2. आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह क्यों दी जाती है?
उत्तर – आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह इसलिए दी जाती है। कियोंकि हमारे शरीर में जो कार्बोहाइड्रेट, वसा तथा प्रोटीन के अपचन को थाइरॉइड नियंत्रित करती है। यह ग्रंथि थाइरॉक्सिन नामक हॉर्मोन स्त्रावित करती है इस ग्रंथि के लिए आयोडीन की आवश्कता होती है आयोडीन की कमी से घेंघा रोग हो जाता है।
प्रश्न 3. जब एड्रीनलीन रुधिर में स्रावित होती है तो हमारे शरीर में क्या अनुक्रिया होती है?
उत्तर – जब एड्रेनालिन रक्त में स्रावित होती है, तो हमारे शरीर में कई अनुक्रियाएं होती हैं जो हमें जल्दी से जल्दी कार्य करने में मदद करती हैं। एड्रेनालिन का स्राव शरीर को “फाइट या फ्लाइट” सिस्टम को सक्रिय करता है, जो हमारी रक्षा के लिए होता है। इससे अपने शरीर की रक्षा के लिए तैयार होने के लिए इन अनुक्रियाओं को सक्रिय किया जाता है।
प्रश्न 4. मधुमेह के कुछ रोगियों की चिकित्सा इंसुलिन का इंजेक्शन देकर क्यों की जाती है?
उत्तर – रक्त में बढ़ी हुई शर्करा के नियंत्रण हेतु इंसुलिन की पड़ती है। यह हॉर्मोन इसे नियंत्रित करता है तथा यह अग्नाशय ग्रंथि द्वारा स्त्रवित होता है। मुधमेह के रोगियों के इसका स्त्राव कम होता है अत: इंसुलिन का इंजेक्शन रक्त में शर्करा को नियंत्रित कर देता है।
अभ्यास
प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन-सा पादप हॉर्मोन है?
(a) इंसुलिन
(b) थायरॉक्सिन
(c) एस्ट्रोजन
(d) साइटोकाइनिन
उत्तर – (d) साइटोकाइनिन
प्रश्न 2. दो तंत्रिका कोशिका के मध्य खाली स्थान को कहते हैं।
(a) द्रुमिका
(b) सिनैप्स
(c) एक्सॉन
(d) आवेग
उत्तर – (b) सिनैप्स
प्रश्न 3. मस्तिष्क उत्तरदायी है।
(a) सोचने के लिए
(b) हृदय स्पंदन के लिए
(c) शरीर का संतुलन बनाने के लिए
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर – (d) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4. हमारे शरीर में ग्राही का क्या कार्य है? ऐसी स्थिति पर विचार कीजिए जहाँ ग्राही उचित प्रकार से कार्य नहीं कर रहे हों। क्या समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं?
उत्तर – हमारे शरीर में ग्राही का काम है बाहर स्टिमुलस से सिग्नल पकड़ना और उन्हें ब्रेन तक भेजना। उस सिग्नल के आधार पर ब्रेन किसी अंग को मैसेज भेजता है ताकि उचित ऐक्शन लिया जाये। जब रिसेप्टर ठीक से काम नहीं करेंगे तो इससे बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसे समझने के लिये मान लीजिए कि आपको जुकाम है और आपके ऑल्फेक्टरी रिसेप्टर ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपको खाने में कोई स्वाद नहीं मिलेगा क्योंकि स्वाद का सही पता तभी चलता है जब गस्टेटरी रिसेप्टर और ऑल्फेक्टरी रिसेप्टर दोनों के सिग्नल ब्रेन तक पहुँचते हैं। खाने की खुशबू के बिना खाने में कोई स्वाद ही नहीं पता चलता है।
प्रश्न 5. एक तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) की संरचना बनाइए तथा इसके कार्यों का वर्णन कीजिए।
उत्तर – डेंड्राइट आने वाले इलेक्ट्रिकल इंपल्स को पकड़ते हैं। फिर ये इंपल्स साइटॉन और एक्झॉन से होते हुए एक्झॉन के आखिर में लगे नर्व एंडिंग तक पहुँचते हैं। जब इलेक्ट्रिकल इंपल्स दुम के आखिर तक पहुँचता है तो दुम से न्यूरोट्रांसमिटर निकलने लगते हैं। न्यूरोट्रांसमिटर एक खास तरह के केमिकल होते हैं जो नर्व इंपल्स को अगले न्यूरॉन तक या टार्गेट ऑर्गन तक ले जाते हैं। दो न्यूरॉन के बीच के गैप को साइनैप्स कहते हैं। न्यूरोट्रांसमिटर इस साइनैप्स से गुजरते हैं और अगले न्यूरॉन के डेंड्राइट द्वारा पकड़ लिये जाते हैं। इस तरह से नर्व इंपल्स एक न्यूरॉन से अगले न्यूरॉन; और फिर उसके अगले न्यूरॉन तक जाते रहते हैं।
प्रश्न 6. पादप में प्रकाशानुवर्तन किस प्रकार होता है?
उत्तर – जब किसी तने को प्रकाश की दिशा का पता चलता है, तो ऑक्जिन उस भाग में चला जाता है जो लाइट से दूर हो। इससे छाया में रहने वाले भाग में तेजी से सेल डिविजन होता है। इसका नतीजा यह होता है कि तना प्रकाश की ओर झुक जाता है और प्रकाश की दिशा में बढ़ने लगता है।
प्रश्न 7. मेरुरज्जु आघात में किन संकेतों के आने में व्यवधान होगा?
उत्तर – स्पाइनल कॉर्ड उन अंगों से सिग्नल का आदान प्रदान करता है जो गर्दन के नीचे होते हैं। स्पाइनल कॉर्ड के अलग-अलग भागों से निकलने वाले पेरिफेरल नर्व अलग-अलग अंगों तक जाते हैं। इसलिये किसी अंग के काम करने में आने वाली बाधा इस बात पर निर्भर करती है कि स्पाइनल कॉर्ड के किस भाग में इंजुरी हुई है। उदाहरण के लिये; अगर स्पाइनल कॉर्ड के निचले भाग में इंजुरी है तो इससे पैरों के मूवमेंट में समस्या हो सकती है।
प्रश्न 8. पादप में रासायनिक समन्वय किस प्रकार होता है?
उत्तर – प्लांट में केमिकल को-ऑर्डिनेशन प्लांट हॉर्मोन द्वारा होता है। कुछ हॉर्मोन किसी खास भाग में ग्रोथ करवाते हैं; जैसे ऑक्जिन और साइटोकाइनिन। कुछ हॉर्मोन का काम है ग्रोथ को रोकना; जैसे जिबरेलिन और ऐबसिसिक एसिड।
प्रश्न 9. एक जीव में नियंत्रण एवं समन्वय के तंत्र की क्या आवश्यकता है?
उत्तर – कोई भी जीव सही ढंग से काम करे इसके लिये सजीव में होने वाले विभिन्न मूवमेंट को सही तरीके से कंट्रोल करना और को-ऑर्डिनेट करना जरूरी होता है। इसे समझने के लिये चलने जैसी क्रिया को लेते हैं जो हमारे लिये एक साधारण काम जैसा लगता है। आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि चलने के लिये भी शरीर के कई अंगों में उचित को-ऑर्डिनेशन जरूरी होता है। अगर ऐसा नहीं होगा तो हम ठीक से चल नहीं पाएँगे और गिर जाएँगे।
प्रश्न 10. अनैच्छिक क्रियाएँ तथा प्रतिवर्ती क्रियाएँ एक-दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं?
उत्तर –
अनैच्छिक क्रिया | रिफ्लेक्स ऐक्शन |
---|---|
ब्रेन से कंट्रोल होती है। | स्पाइनल कॉर्ड के लेवेल से कंट्रोल होता है। |
अनैच्छिक अंगों में होती है। | ऐच्छिक अंगों में होती है। |
लगातार होती रहती है। | किसी अचानक स्टिमुलस के कारण ही होता है। |
यह एक रूटीन प्रक्रिया है। | यह एक सेफ्टी मेजर है। |
प्रश्न 11. जंतुओं में नियंत्रण एवं समन्वय के लिए तंत्रिका तथा हॉर्मोन क्रियाविधि की तुलना तथा व्यतिरेक (CONTRAST) कीजिए।
उत्तर –
तंत्रिका क्रिया | प्रतिवर्ती क्रियाएँ |
---|---|
यह तेज होता है। | यह धीमा होता है। |
नर्वस सिस्टम द्वारा किया जाता है। | हॉर्मोन द्वारा किया जाता है। |
कुछ टिशू तक ही सीमित होता है। | हर टिशू तक पहुँचता है। |
इलेक्ट्रिकल इम्पल्स की भूमिका होती है। | केमिकल की भूमिका होती है। |
प्रश्न 12. छुई-मुई पादप में गति तथा हमारी टाँग में होने वाली गति के तरीके में क्या अंतर है?
उत्तर – किसी सेंसिटिव प्लांट में होने वाला मूवमेंट कोशिकाओं के टर्गर प्रेशर में बदलाव के कारण होता है। लेकिन हमारे पैरों में होने वाला मूवमेंट पैरों की पेशियों के सिकुड़ने और फैलने की वजह से होता है। सेंसिटिव प्लांट में होने वाला मूवमेंट केमिकल कंट्रोल के कारण होता है। लेकिन हमारे पैरों में होने वाला मूवमेंट नर्वस कंट्रोल के कारण होता है।
NCERT Solution Class 10th Science All Chapter Question And Answer in Hindi |
NCERT Solution Class 10th Science All Chapter MCQ in Hindi |
NCERT Solution Class 10th Science All Chapter Notes in Hindi |
You Can Join Our Social Account
Youtube | Click here |
Click here | |
Click here | |
Click here | |
Click here | |
Telegram | Click here |
Website | Click here |