NCERT Solutions Class 10th Maths New Syllabus Chapter – 7 निर्देशांक ज्यामिति (Coordinate Geometry) Examples in Hindi

NCERT Solutions Class 10th Maths New Syllabus Chapter – 7 निर्देशांक ज्यामिति (Coordinate Geometry)

TextbookNCERT
Class 10th
Subject (गणित) Mathematics
Chapter7th
Chapter Name निर्देशांक ज्यामिति (Coordinate Geometry)
MathematicsClass 10th गणित Mathematics
Medium Hindi
SourceLast Doubt

NCERT Solutions Class 10th Maths New Syllabus Chapter – 7 निर्देशांक ज्यामिति (Coordinate Geometry) Examples in Hindi निर्देशांक ज्यामिति क्या है समझाइए?, निर्देशांक ज्यामिति का सूत्र क्या है?, निर्देशांक ज्यामिति में भुज क्या होता है?, निर्देशांक का दूसरा नाम क्या है?, निर्देशांक ज्यामिति में रेखा का समीकरण क्या है?, ज्यामिति का पिता कौन है?, निर्देशांक को क्या कहा जाता है?, ज्यामिति का क्या अर्थ होता है?, निर्देशांक बिंदु क्या है?, ज्यामिति की खोज किसने की थी?, ज्यामिति के कितने भाग होते हैं?, मैथ का राजा कौन है?, निर्देशांक में कितने नंबर होते हैं?, निर्देशांक कैसे निकाले जाते हैं?, निर्देशांक उपयोगी क्यों हैं?

NCERT Solutions Class 10th Maths New Syllabus Chapter – 7 निर्देशांक ज्यामिति (Coordinate Geometry)

Chapter – 7

निर्देशांक ज्यामिति

Examples

उदाहरण 1 : क्या बिंदु (3, 2), (-2, −3) और (2, 3) एक त्रिभुज बनाते हैं? यदि हाँ, तो बताइए कि किस प्रकार का त्रिभुज बनता है।

हल : आइए PQ, QR और PR ज्ञात करने के लिए दूरी सूत्र का प्रयोग करें, जहाँ P(3, 2), Q(−2, −3) और R(2, 3) दिए हुए बिंदु हैं। हमें प्राप्त होता है :

PQ = √(3 +2)2 + (2 + 3)2 = √52 + 52 = √50 = 7.07 (लगभग)

QR = (−2-2)2 + (−3 –3)2 = √(−4)2 + (6)2 = √52 = 7.21 (लगभग)

PR = √(3 – 2)2 + (2 – 3)2 = √12 + (-1)2 = √2 = 1.41 (लगभग)

चूँकि इन तीन दूरियों में से किन्हीं दो का योग तीसरी दूरी से अधिक है, इसलिए इन बिंदुओं P, Q और R से एक त्रिभुज बनता है।

साथ ही, यहाँ PQ2 + PR2 = QR2 है। अतः, पाइथागोरस प्रमेय के विलोम से, हमें ज्ञात होता है कि ∠P = 90°

इसलिए, PQR एक समकोण त्रिभुज है।

उदाहरण 2 : दर्शाइए कि बिंदु (1, 7), (4, 2), (−1, – 1 ) और (– 4, 4) एक वर्ग के शीर्ष हैं।

हल : मान लीजिए दिए हुए बिंदु A (1, 7), B(4, 2), C(−1, −1) और D(−4, 4) हैं। ABCD को एक वर्ग दर्शाने की एक विधि यह है कि उसका गुणधर्म जैसा कि वर्ग की सभी भुजाएँ बराबर तथा दोनों विकर्ण बराबर होती हैं, का प्रयोग किया जाए। अब,

AB = √(1 − 4)² + (7 − 2)² · = √9+25 = √34

BC = √(4 + 1)² + (2 + 1)² = √25+9= √34

CD = √(1+4)²+(-1-4)² =√9+25= √34

DA = √(1+4)² + (7-4)² = √25 + 9 = √34

AC = √(1+1)² + (7+1)² = √4+64 = √68

BD = √(4+4)² + (2-4)² = √64 + 4 = √68

यहाँ, AB = BC = CD = DA है और AC = BD है, अर्थात् चतुर्भुज ABCD की चारों भुजाएँ बराबर हैं और दोनों विकर्ण भी बराबर हैं। अतः चतुर्भुज ABCD एक वर्ग है।

उदाहरण 3 : आकृति 7.6 किसी कक्षा में रखे डेस्कों (desks) की व्यवस्था दर्शाती है। आशिमा, भारती और कैमिला क्रमश:A(3, 1), B(6, 4) और C(8, 6) पर बैठी हैं। क्या आप सोचते हैं कि वे एक ही सीध (in a line ) में बैठी हैं? सकारण उत्तर दीजिए।

हल : दूरी सूत्र के प्रयोग से, हमें प्राप्त होता है :

AB = √(6-3)2 + (4 – 1)2 = √9 + 9 = √18 = 3√2

BC = √(8 – 6)2 + (6 – 4)2 = √4 + 4 = √8 = 2√2

AC = √(8 – 3)2 + (6 – 1)2 = √25 + 25 = √50 = 5√2

चूँकि AB + BC = 3√2 + 2√2 = 5√2 = AC है, अतः हम कह सकते हैं कि A, B और C संरेखी (collinear) हैं। अर्थात्, वे तीनों एक ही सीध में बैठी हैं।

उदाहरण 4 : x और y में एक संबंध ज्ञात कीजिए, ताकि बिंदु (x, y) बिंदुओं (7, 1) और (3, 5) से समदूरस्थ (equidistant) हो।

हल : मान लीजिए P(x, y) बिंदुओं A(7, 1) और B(3, 5) से समदूरस्थ है।

हमें AP = BP दिया है। अत:, AP2 = BP2 है।

अर्थात् (x – 7)2 + (y – 1)2 = (x – 3)2 + (y – 5)2

अर्थात्  x2 – 14x + 49 + y2 – 2y + 1 = x2 – 6x + 9 + y2 – 10y + 25

अर्थात् x – y = 2

यही x और y में वांछित संबंध है।

उदाहरण 5 : y-अक्ष पर एक ऐसा बिंदु ज्ञात कीजिए, जो बिंदुओं A(6, 5) और B ( – 4, 3) से समदूरस्थ हो।

हल : हम जानते हैं कि y-अक्ष पर स्थित कोई भी बिंदु (0, J) के रूप का होता है। अतः, मान लीजिए कि बिंदु P (O, y) बिंदुओं A और B से समदूरस्थ है। तब,

या (6 – 0)2 + (5 – y)2 = (– 4 – 0)2 + (3 – y)2

36 + 25 + y2 – 10y = 16 + 9 + y2 – 6y

या 4y = 36 या y = 9

अतः, वांछित बिंदु (0, 9) है।

आइए अपने हल की जाँच करें: AP = √(6-0)²+(5-9)² = √36+16 = √52

BP = √(4-0)² +(3-9)² = √16+36 = √52

उदाहरण 6 : उस बिंदु के निर्देशांक ज्ञात कीजिए जो बिंदुओं ( 4, – 3) और (8, 5) को जोड़ने वाले रेखाखंड को आंतरिक रूप से 3:1 के अनुपात में विभाजित करता है।

हल : मान लीजिए P(x, y) वांछित बिंदु है। विभाजन सूत्र का प्रयोग करने पर हमें

x = 3(8) + 1(4)/3+1 = 7, y = 3(5)+1(-3)/3+1 = 3

प्राप्त होता है। अत: (7, 3) ही वांछित बिंदु है।

उदाहरण 7 : बिंदु (-4, 6), बिंदुओं A ( – 6, 10) और B ( 3, – 8 ) को जोड़ने वाले रेखाखंड को किस अनुपात में विभाजित करता है?

हल : मान लीजिए (−4, 6) रेखाखंड AB को आंतरिक रूप से m1: m2 के अनुपात में विभाजित करता है। विभाजन सूत्र के प्रयोग से, हमें प्राप्त होता है: (-4, 6) = {3m₁ – 6m2/m1 +m2 – 8m₁ +10m²/m1 + m2}

याद कीजिए कि यदि (x, y) = (a, b) हो, तो x = a और y = b होता है। अतः – 4 = 3m1-6m2/m1 + m2 और 6 = – 8m1 + 10m2/m1+m2 है।

अब – 4m, = 3m1 – 6m2/m1 +m2 से प्राप्त होता है:

– 4m1-4m2 = 3m1 – 6m2

अर्थात्  7m1 = 2m2

या  m1:m2 = 2: 7

आपको इसकी जाँच कर लेनी चाहिए कि यह अनुपात y-निर्देशांक को भी संतुष्ट करता है।

अब – 8m1 +10m2/m1 + m2 = – 8 m1/m2 + 10/ m1/m2 +1 (m2 से ऊपर नीचे भाग देने पर)

– 8 x 2/7 + 10/2/7 +1 = 6

अत: बिंदु (-4, 6), बिंदुओं A (- 6, 10) और B ( 3, – 8) को जोड़ने वाले रेखाखंड को 2: 7 के अनुपात में विभाजित करता है।

उदाहरण 8 : बिंदुओं A ( 2 – 2) और B ( – 7, 4) को जोड़ने वाले रेखाखंड को सम – त्रिभाजित करने वाले बिंदुओं के निर्देशांक ज्ञात कीजिए।

हल : मान लीजिए रेखाखंड AB को सम – त्रिभाजित करने वाले बिंदु P और Q हैं, अर्थात् AP = PQ = QB है (देखिए आकृति 7.11)।

अत:, P रेखाखंड AB को आंतरिक रूप से 1: 2 के अनुपात में विभाजित करता है। अतः, P के निर्देशांक सूत्र द्वारा, निम्नलिखित हैं:

{1(-7)+2(2)/1+2, 1(4) + 2(-2)/1+2} अर्थात् (-1, 0)

अब, Q रेखाखंड AB को आंतरिक रूप से 2:1 के अनुपात में विभाजित करता है। अतः Q के निर्देशांक हैं: 2(-7)+1(2)/2+1,

{2(4) +1(−2)\2+1} अर्थात् (– 4, 2)

अतः, बिंदुओं A और B को जोड़ने वाले रेखाखंड को सम – त्रिभाजित करने वाले बिंदुओं के निर्देशांक (-1, 0) और (-4, 2) हैं।

उदाहरण 9 : बिंदुओं ( 5, 6) और (-1, 4) को जोड़ने वाले रेखाखंड को y – अक्ष किस अनुपात में विभाजित करती है ? इस प्रतिच्छेद बिंदु के निर्देशांक भी ज्ञात कीजिए ।

हल : मान लीजिए वांछित अनुपात k : 1 है। तब, विभाजन सूत्र द्वारा, उस रेखाखंड को k : 1 के अनुपात में विभाजित करने वाले बिंदु के निर्देशांक हैं {- k+5/k +1, -4k-6/k +1}

यह बिंदु y-अक्ष पर स्थित है और हम जानते हैं कि y-अक्ष पर भुज 0 होता है।

अतः -k+5/k +1 = 0 इसलिए k = 5 है।

अर्थात् वांछित अनुपात 5 : 1 है । k का मान 5 रखने पर हमें प्रतिच्छेद बिंदु {0,13/3} प्राप्त होता है।

उदाहरण 10 : यदि बिंदु A (6,1), B(8, 2), C (9, 4) और D (p, 3) एक समांतर चतुर्भुज के शीर्ष इसी क्रम में हों, तो p का मान ज्ञात कीजिए ।

हल : हम जानते हैं कि समांतर चतुर्भुज के विकर्ण परस्पर समद्विभाजित करते हैं। अतः, विकर्ण AC के मध्य बिंदु के निर्देशांक – विकर्ण BD के मध्य-बिंदु के निर्देशांक

अर्थात् {6+9/2 1+4/2} = {8+P/2, 2+3/2}

या {15/2, 5/2} = {8+P/2, 5/2}

अतः 15/2 = 8+P/2

या P = 7

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