NCERT Solution Class 9th Hindi Grammar प्रत्यय
Textbook | NCERT |
Class | Class 9th |
Subject | Hindi |
Chapter | हिन्दी व्याकरण (Grammar) |
Grammar Name | प्रत्यय |
Category | Class 9th Hindi हिन्दी व्याकरण वा प्रश्न अभ्यास |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 9th Hindi Grammar (व्याकरण) प्रत्यय व्याकरण प्रत्यय किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं? प्रत्यय क्या है उदाहरण सहित? प्रत्यय क्या कहलाते हैं? प्रत्यय का उदाहरण क्या है? प्रत्यय की पहचान कैसे करें? प्रत्यय किसे कहते हैं? प्रत्यय का अर्थ क्या है? “खुशी” का प्रत्यय क्या है? झूला शब्द में प्रत्यय कौन है? कृत प्रत्यय के कितने प्रकार होते हैं? प्रत्यय की पहचान कैसे करें? NCERT Solutions Class 9th Hindi Grammar (व्याकरण) प्रत्यय व्याकरण करेंगे। |
NCERT Solution Class 9th Hindi Grammar प्रत्यय
हिन्दी व्याकरण
प्रत्यय
परिचय – उपसर्गों की तरह ही प्रत्ययों का प्रयोग भी नए शब्दों की रचना के लिए किया जाता है। नए शब्दों की रचना करने के क्रम में कुछ शब्दांशों का शब्दों के पीछे या उनके अंत में जोड़ दिया जाता है। इससे मूलशब्द के अर्थ में बदलाव या विशेषता आ जाती है। ये शब्दांश प्रत्यय कहलाते हैं।
परिभाषा – वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देतेप्रत्यय हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण –
मूल शब्द | नए शब्द | शब्द रचना |
पूजा | पुजारी | (पूजा + आरी) |
सोना | सुनार | (सोना+ आर) |
मानव | मानवता | (मानव + ता) |
पुष्प | पुष्पित | (पुष्प + इत) |
कलम | कलमदान | (कलम + दान) |
परिभाषा – वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देतेप्रत्यय हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण –
प्रत्यय के भेद-प्रत्यय के दो भेद होते हैं –
(क) कृत प्रत्यय
(ख) तद्धित प्रत्यय
(क) कृत प्रत्यय – जो प्रत्यय क्रिया के मूल रूप अर्थात् उनकी धातु के अंत में लगकर संज्ञा, सर्वनाम शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं।
कृत प्रत्यय का दूसरा नाम कृदंत प्रत्यय भी है क्योंकि ये क्रिया की धातु के मूल रूप के अंत में जुड़ते हैं। हिंदी की क्रियाओं के सामान्य रूप के अंत में पाए जाने वाले ‘ना’ को हटाने पर जो बचता है वही क्रिया का मूल रूप या क्रिया की धातु कहलाता है। जैसे –
क्रिया का सामान्य रूप | क्रिया का मूलरूप या धातु |
पढ़ना (पढ़ + ना) | पढ़ |
लिखना (लिख + ना ) | लिख |
बोलना (बोल + ना) | बोल |
चलना (चल + ना) | चल |
भागना (भाग + ना) | भाग |
कृत प्रत्यय के उदाहरण –
पढ़ (धातु) + आकू (प्रत्यय) = पढ़ाकू
लूट (धातु) + एरा (प्रत्यय) = लुटेरा
रख (धातु) + वाला (प्रत्यय) = रखवाला
कृत प्रत्यय के प्रयोग से बनने वाले शब्द-कृत प्रत्यय से निम्नलिखित पाँच प्रकार के शब्द बनते हैं –
1. कर्तृवाचक
2. कर्मवाचक
3. करणवाचक
4. भाववाचक
5. विशेषणवाचक
1. कर्तृवाचक संज्ञा शब्द बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द (धातु) | कर्तृवाचक संज्ञा शब्द |
अक | लिख, नृत, धाव | लेखक, धावक, नर्तक |
अक्कड़ | पी, भूल, घूम, बूझ | पियक्कड़, भुलक्कड़, घुमक्कड़, बुझक्कड़ |
आक | तैर | तैराक |
ऐया/वैया | पढ़, गा, खे | पढ़या, गवैया, खेवैया |
एरा | लूट, कमा | लुटेरा, कमेरा |
आऊ | कमा, खा, उड़, चल | कमाऊ, खाऊ, उड़ाऊ, चलाऊ |
दार | देन, लेन | देनदार, लेनदार |
आकू | पढ़, लड़ | पढ़ाकू, लड़ाकू |
वाला | रख, खा, लिख | रखवाला, खानेवाला, लिखनेवाला |
2. कर्मवाचक बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द (धातु) | कर्मवाचक शब्द |
औना | बिछ खेल | बिछौना, खिलौना |
नी | ओढ़, कतर चट, बढ़ | ओढ़नी, कतरनी, चटनी, बढ़नी |
3. करणवाचक बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –
अन | ढक, बेल झाड़ | ढक्कन, बेलन, झाड़न |
4. भाववाचक संज्ञा बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द (धातु) | भाववाचक संज्ञा |
अन | चल मिल नम | चलन, मिलन, नमन |
आई | पढ़ लिख बो सींच | पढ़ाई, लिखाई, बुवाई, सिंचाई |
आस | पी निकल छप | प्यास, निकास, छपास |
आन | उठ, कट, उड़, चल | उठान, कटान, उड़ान चलान |
आव | कट बह खिंच बच | कटाव, बहाव, खिंचाव, बचाव |
आवट | थक, गिर, मिल, सजा | थकावट, गिरावट, मिलावट, सजावट |
ई | हँस, बोल, झिड़क | हँसी, बोली, झिड़की |
आवा | भूल, पहन, छल, दिख | भुलावा, पहनावा, छलावा, दिखावा |
5. विशेषण बनाने वाले कृदंत प्रत्यय प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द ( धातु) | विशेषण शब्द |
आऊ | बिका, टिक, कम, चल | बिकाऊ, टिकाऊ, कमाऊ, चलाऊ |
आलु | दया, कृपा, झगड़ा | दयालु, कृपालु, झगड़ालु |
इयल | मर, सड़, अड़ | मरियल, सड़ियल, अड़ियल |
अनीय | निंद, पूज, स्मरण, वंदन | निंदनीय, पूजनीय, स्मरणीय, वंदनीय |
(ख) तद्धित प्रत्यय – जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण शब्दों के अंत में जुड़कर नए शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं। जैसे –
- चाय + वाला = चायवाला
- चौकी + दार = चौकीदार
- चतुर + आई = चतुराई
- सप्ताह + इक = साप्ताहिक
- चिकना + आई = चिकनाई
तद्धित प्रत्यय से बनने वाले शब्द – तद्धित प्रत्यय से निम्नलिखित प्रकार के शब्द बनते हैं –
1. कर्तृवाचक संज्ञा शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द | संज्ञा शब्द |
आर | सोना, लोहा | सुनार, लुहार |
आरी | पूजा, भीख, जुआ, शिकार | पुजारी, भिखारी, जुआरी, शिकारी |
ई | तेल, माला | तेली, माली |
एरा | साँप, लूट | सपेरा, लुटेरा |
इया | आढ़त | आढ़तिया |
कार | पत्र, चित्र कथा, शिल्प | पत्रकार, चित्रकार, कथाकार, शिल्पकार |
गर | जादू, कारी, बाजी | जादूगर, कारीगर, बाजीगर |
दार | चौकी, पहरा, कर्ज़ | चौकीदार, पहरेदार, कर्जदार |
ची | गोल, तोप, निशान, खजाना | गोलची, तोपची, निशानची, खजानची |
वान | गाड़ी, कोच, दया, पील | गाड़ीवान, कोचवान दयावान पीलवान |
हार | लकड़ी, सर्व | लकड़हारा, सर्वहारा |
वाला | रद्दी, फल, अखबार | रद्दीवाला, फलवाला, अखबारवाला |
2. भाववाचक संज्ञा शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –
आई | चतुर, महँगा, गरम, अच्छा, बुरा | चतुराई, महगाई, गरमाई, अच्छाई, बुराई |
आपा | बूढ़ा, पूजा, मोटा | बुढ़ापा, पुजापा, मोटापा |
आवा | भूला | भुलावा |
इमा | लाल, काला, हरी | लालिमा, कालिमा, हरीतिमा |
ई | सरद, गरम, नरम | सरदी, गरमी, नरमी |
आहत | गरम, चिकना, कड़वा | गरमाहट, चिकनाहट, कड़वाहट |
आस | खट्टा, मीठा | खटास, मिठास |
ता | मित्र, मानव, पशु, प्रभु | मित्रता, मानवता, पशुता, प्रभुता |
त्व | अपना, देव, महा, कवि | अपनत्व, देवत्व, महत्त्व, कवित्व |
पन | पराया, अपना, बच्चा, लड़का | परायापन, अपनापन, बचपन, लड़कपन |
3. विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द | विशेषण शब्द |
आ | प्यास, भूखा, उभार | प्यासा, भूखा, उभरा |
ई | धन, भार, शहर, जंगल | धनी, भारी, शहरी, जंगली |
ईला | रंग, शरम, चमक, बरफ़ | रंगीला, शरमीला, चमकीला, बरफ़ीला |
इन | ग्राम रंग, नमक | ग्रामीण, रंगीन, नमकीन |
ईय | अनुकरण, चिंतन, राष्ट्र, पर्वत, प्रांत | अनुकरणीय, चिंतनीय, राष्ट्रीय पर्वतीय, प्रांतीय, |
ऊ | बाज़ार, पेट, ऊब, डूब | बाज़ारु, पेटू, उबाऊ, डुबाऊ |
इत | पुष्पित, पल्लव, द्रव, रंज | पुष्पित, पल्लवित, द्रवित, रंजित |
इक | दिन, परिवार, सप्ताह, धर्म | दैनिक, पारिवारिक, साप्ताहिक, धार्मिक |
ला | नौ, दस, पीछे, धुँध | नहला, दहला, पिछला, धुँधला |
4. लघुता सूचक शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –नौ, दस, पीछे, धुँध –
प्रत्यय | मूलशब्द | लघुतावाचक शब्द |
ई | मटका, पहाड़, घंटा | मटकी, पहाड़ी, घंटी |
इया | बेटा, खाट, लोटा, चूहा | बिटिया, खटिया, लुटिया, चुहिया |
री | कोठा, छाता | कोठरी, छतरी |
5. क्रमसूचक शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द | क्रमसूचक शब्द |
वाँ | पाँच, सात, आठ, नौ, दस | पाँचवाँ, सातवाँ, आठवाँ, नौवाँ, दसवाँ |
सरा | दो, तीन | दूसरा, तीसरा |
6. स्त्रीलिंग बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द | स्त्रीलिंग सूचक शब्द |
आ आनी इन ई नी | सुत, शिष्य, आचार्य, सेठ, जेठ, मेहतर, देवर ठाकुर, बाघ, सुनार, लुहार मामा, चाचा, दादा, लड़का ऊँट, मोर, चोर, मास्टर | सुता, शिष्या, छात्रा, आचार्य सेठानी, जेठानी, मेहतरानी, देवरानी ठकुराइन, बाघिन, सुनारिन, लुहारिन मामी, चाची, दादी, लड़की ऊँट, मोरनी, चोरनी, मास्टरनी |
7. बहुवचन बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –
प्रत्यय | मूलशब्द | प्रत्यय से बने शब्द |
अंदाज आना इंदा इश खाना दान मंद बाज दार साज | गोल, तीर मेहनत, शुकर, नज़र जी, आ आजमाना, फरमाना डाक, मुसाफिर, यतीम, दवा इत्र, कलम, पीक जरूरत, दौलत, अक्ल धोखा, पतंग, चाल हवा, माल, पहरा, दुकान घड़ी | गोलेदाज, तीरंदाज मेहनताना, शुकराना, नज़राना जिंदा, आइंदा आजमाइश, फरमाइश डाकखाना, मुसफिरखाना, यतीमखाना, दवाखाना इत्रदान, कलमदान, पीकदान ज़रूरतमंद, दौलतमंद, अक्लमंद धोखेबाज, पतंगबाज, चालबाज हवादार, मालदार, पहरेदार, दुकानदार , घड़ीसाज |
दो-दो प्रत्ययों से बने कुछ शब्द –
शब्द | मूलशब्द | प्रत्यय + प्रत्यय | |
मानवीयता सामाजिकता ऐतिहासिकता कलाकारी सहनशीलता बुद्धिमानी निशानेबाजी भुलक्कड़पन नागरिकता | मानव समाज इतिहास कला सहन बुद्धि निशाना भूल नगर | ईय इक इक कार शील मान बाज अक्कड़ इक | ता ता ता ई ता ई ई पन ता |
उपसर्ग-प्रत्यय दोनों के मेल से बने शब्द –
शब्द | उपसर्ग | मूलशब्द | प्रत्यय |
अनुरागी प्रधानता परिश्रमी पराक्रमी प्रतिद्वंद्वी परिपूर्णता सम्मानित अनुकरणीय असुरक्षित | अनु प्र परि परा प्रति परि सम् अनु अ, सु | राग धान श्रम क्रम द्वंद्व पूर्ण मान करण रक्षा | ई ता ई ई ई ता इत ईय इति |
1. नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं। इनमें प्रयुक्त प्रत्यय और मूलशब्द पृथक करके लिखिए –
(i) त्यागी (ii) मथनी (iii) लगवाई (iv) लकड़हारा (v) भुलावा (vi) बुढ़ापा (vii) दुखड़ा (viii) बचपन (ix) लालिमा (x) गुरुत्व (xi) साप्ताहिक (xii) दवाखाना (xiii) दयावान (xiv) पुष्पित (xv) श्रेष्ठता (xvi) सुनार (xvii) बाजीगर (xviii) अच्छाई (xix) मिठास (xx) गरमी | ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… |
उत्तर –
मूलशब्द | प्रत्यय |
(i) त्याग (ii) मथ (iii) लग (iv) लकड़ी (v) भूल (vi) बूढ़ा (vii) दुख (viii) बच्चा (ix) लाल (x) गुरु | ई नी वाई हारा आवा आपा ड़ा पन इमा त्व |
मूलशब्द | प्रत्यय |
(xi) सप्ताह (xii) दवा (xiii) दया (xiv) पुष्प (xv) श्रेष्ठ (xvi) सोना (xvii) बाजी (xviii) अच्छा (xix) मीठा (xx) गरम | इक खाना वान इत ता आर गर आई आस ई |
2. नीचे दिए गए शब्दों में प्रयुक्त प्रत्यय उनके सामने लिखिए –
(i) भूखा ………………………
(ii) अनुकरणीय ………………………
(iii) आनंदित ………………………
(iv) रुपहला ………………………
(v) लठिया ………………………
(vi) चचेरा ………………………
(vii) ससुराल ………………………
(viii) गुरुता ………………………
(ix) चिकनाहट ………………………
(x) चौकीदार ………………………
(xi) कृपालु ………………………
(xii) तरंगित ………………………
(xiii) जटिल ………………………
(xiv) भारतीय ………………………
(xv) लघुत्व ………………………
(xvi) रूपवती ………………………
(xvii) गोलंदाज ………………………
(xviii) सालाना ………………………
(xix) इत्रदान ………………………
(xx) चित्रकार ………………………
उत्तर –
(i) आ
(ii) ईय
(iii) इत
(iv) हला
(v) इया
(vi) एरा
(vii) आल
(viii) ता
(ix) आहट
(x) हार
(xi) आलु
(xii) इत
(xiii) इल
(xiv) ईय
(xv) त्व
(xvi) वती
(xvii)अंदाज
(xviii) आना
(xix) दान
(xx) कार
3. नीचे कुछ प्रत्यय दिए गए हैं। आप उनका प्रयोग करते हुए दो-दो नए शब्द बनाइए –
(i) अक्कड़ (ii) औना (iii) औती (iv) ऐया (v) एरा (vi) आवा (vii) इयल (viii) आहट (ix) आलु (x) आवट (xi) आन (xii) ई (xiii) उक (xiv) आर (xv) आस (xvi) त्व (xvii) इक (xviii) ईन (xix) दान (xx) वान | ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… ………………… |
उत्तर –
(i) बुझक्कड़ (ii) खिलौना (iii) फिरौती (iv) गवैया (v) लुटेरा (vi) बुलावा (vii) सड़ियल (viii) घबराहट (ix) कृपालु (x) मिलावट (xi) उठान (xii) गरीबी (xiii) भावुक (xiv) सुनार (xv) मिठास (xvi) गुरुत्व (xvii) धार्मिक (xviii) रंगीन (xix) कलदान (xx) दयावान | भुलक्कड़ बिछौना बपौती खेवैया ममेरा चढ़ावा मरियल मुसकराहट दयालु गिरावट चालान धनी भिक्षुक लुहार खटास महत्त्व पारिवारिक नमकीन इत्रदान बलवान |
4. नीचे कुछ शब्द दिए जा रहे हैं। आप इनमें प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए –
(i) चाल + ……………. = ………………….
(ii) लूट + ……………. = ………………….
(iii) देन + ……………. = ………………….
(iv) पढ़ + ……………. = ………………….
(v) खेल + ……………. = ………………….
(vi) कमा + ……………. = ………………….
(vii) पहन + ……………. = ………………….
(viii) सज + ……………. = ………………….
(ix) कृपा + ……………. = ………………….
(x) मर + ……………. = ………………….
(xi) पूजा + ……………. = ………………….
(xii) पत्र + ……………. = ………………….
(xiii) चाय + ……………. = ………………….
(xiv) सौदा + ……………. = ………………….
(xv) सोना + ……………. = ………………….
(xvi) लूट + ……………. = ………………….
(xvii) महँगा + ……………. = ………………….
(xviii) बच्चा + ……………. = ………………….
(xix) देव + ……………. = ………………….
(xx) बंगाल + ……………. = …………………
उत्तर –
(i) चाल + बाज = चालबाज
(ii) लूट + ऐरा = लुटेरा
(iii) देन + दार = देनदार
(iv) पढ़ + आकू = पढ़ाकू
(v) खेल + औना = खिलौना
(vi) कमा + आई = कमाई
(vii) पहन + आवा = पहनावा
(viii) सज + आवट = सजावट
(ix) कृपा + आलु = कृपालु
(x) मर + इयल = मरियल
(xi) पूजा + आपा = पुजापा
(xii) पत्र + कार = पत्रकार
(xiii) चाय + वाला – चायवाला
(xiv) सौदा + गर = सौदागर
(xv) सोना + आर =सुनार
(xvi) लूट + ऐरा =लुटेरा
(xvii) महँगा + आई = महँगाई
(xviii) बच्चा + पन = बचपन
(xix) देव + त्व = देवत्व
(xx) बंगाल + ई = बंगाली
5. निम्नलिखित शब्दों में एक से अधिक प्रत्यय प्रयुक्त हैं। इन्हें अलग करते हुए मूलशब्द भी लिखिए –
(i) बचपना ……………….. + …………………… + …………………….
(ii) दिखावटी ……………….. + …………………… + …………………….
(iii) भारतीयता ……………….. + …………………… + …………………….
(iv) ईमानदारी ……………….. + …………………… + …………………….
(v) भुलक्कड़पन ……………….. + …………………… + …………………….
(vi) चालाकी ……………….. + …………………… + …………………….
(vii) निशानेबाजी ……………….. + …………………… + …………………….
उत्तर –
(i) बच्चा + पन + आ
(ii) दिखा + आवट + ई
(iii) भारत + ईय + ता
(iv) ईमान + दार + ई
(v) भूल + अक्कड़ + पन
(vi) चाल + आक + ई
(vii) निशाना + बाज + ई
6. निम्नलिखित शब्दों में उपसर्ग और प्रत्यय दोनों प्रयुक्त हैं। उनको अलग करके मूलशब्द लिखिए –
(i) पराश्रयी ……………….. + …………………… + …………………….
(ii) अशिक्षित ……………….. + …………………… + …………………….
(iii) बदनीयती ……………….. + …………………… + …………………….
(iv) अविस्मरणीय ……………….. + …………………… + …………………….
(v) सुरक्षित ……………….. + …………………… + …………………….
उत्तर –
(i) पर + आश्रय + ई
(ii) अ + शिक्षा + इत
(iii) बद + नीयत + ई
(iv) अ + विस्मरण + ईय
(v) सु + रक्षा + इत
विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
1. निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त प्रत्यय बताइए –
(i) नागरिक
(ii) सेवकाई
(iii) दार्शनिक
(iv) पैतृक
(v) पियक्कड़
(vi) दर्शनीय
(vii) गहराई
(viii) पारलौकिक
उत्तर –
(i) इक
(ii) आई
(iii) इक
(iv) इक
(v) अक्कड़
(vi) ईय
(vii) आई
(viii) इक
3. नीचे दिए गए प्रत्ययों से दो-दो शब्द बनाइए –
(i) इत
(ii) वाला
(iii) आना
(iv) मान
(v) ईय
(vi) आवट
(vii) हारा
(viii) आऊ
(ix) औना
(x) शील
(xi) आरी
(xii) त्व
(xiii) आस
(xiv) कार
(xv) पन
(xvi) ईला
(xvii) आलु
(xviii) एरा
(xix) इत
(xx) आई
(xxi) आकू
(xxii) दार
(xxiii) तम
(xxiv) हार
उत्तर –
(i) पुष्पित (ii) रद्दीवाला (iii) जुर्माना (iv) शक्तिमान (v) दर्शनीय (vi) मिलावट (vii) सर्वहारा (viii) उपजाऊ (ix) खिलौना (x) विनयशील (xi) पुजारी (xii) पुरुषत्व (xiii) प्यास (xiv) पत्रकार (xv) अपनापन (xvi) रंगीला (xvii) दयालु (xviii) सपेरा (xix) पठित (xx) बुवाई (xxi) उड़ाकू (xxxii) तीमारदार (xxiii) श्रेष्ठतम (xxiv) सिरजनहार | हर्षित फलवाला शरमाना श्रीमान पठनीय सजावट लकड़हारा बिकाऊ बिछौना विवेकशील जुआरी महत्त्व मिठास कलाकार लड़कपन जहरीला कृपालु लुटेरा लिखित सिलाई पढ़ाकू पहरेदार न्यूनतम खेवनहार |
4. निम्नलिखित शब्दों के मूलशब्द बताइए –
(i) परिचारिका
(ii) चिल्लाहट
(iii) भौतिकता
(iv) भुलक्कड़
(v) स्वतंत्रता
(vi) अपमानित
(vii) सुनार
(viii) लालिमा
(ix) पौती
(x) आनंदित
(xi) झगड़ालू
(xii) बिछौना
(xiii) खिलौना
(xiv) अनुकरणीय
उत्तर –
(i) परिचार
(ii) चिल्लाना
(iii) भूत
(iv) भूल
(v) स्वतंत्र
(vi) अपमान
(vii) सोना
(viii) लाल
(ix) बाप
(x) आनंद
(xi) झगड़ा
(xii) बिछा
(xiii) खेल
(xiv) अनुकरण
(xv) भारत
(xvi) गर्व
(xvii) खेल
(xviii) लोहा
(xix) पूजा
(xx) विवेक
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