NCERT Solutions Class 6th Sanskrit Chapter – 15 मातुलचन्द्र
Textbook | NCERT |
Class | 6th |
Subject | Sanskrit |
Chapter | 15th |
Chapter Name | मातुलचन्द्र (matulchandra) |
Category | Class 6th Sanskrit |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solution Class 6th Sanskrit Chapter – 15 मातुलचन्द्र Question & Answer – जिसमें हम अध्यया के प्रश्न – उत्तर को हल करेंगे। यहाँ हम आप के लिए लाये है एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 संस्कृत रुचिरा पुस्तक के अध्याय 15 मातुलचन्द्र: का पूर्ण समाधान कक्षा 6 के लिए ये एनसीईआरटी समाधान संस्कृत माध्यम में पढ़ रहे छात्रों के लिए बहुत उपयोगी हैं। और इस अध्याय के प्रश्न – उत्तर जैसे की बालगीतं साभिनयं सस्वरं गायत, पद्यांशान् योजयत, पद्यांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत, प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत, उदाहरणानुसारं निम्नलिखितपदानि सम्बोधने परिवर्तयत, मञ्जूषातः उपयुक्तानाम् अव्ययपदानां प्रयोगेण रिक्तस्थानानि पूरयत, तत्समशब्दान् लिखत आदि के बारे में पढ़ेंगे। |
NCERT Solutions Class 6th Sanskrit Chapter – 15 मातुलचन्द्र
Chapter – 15
मातुलचन्द्र
प्रश्न – उत्तर
शब्दार्थः | ||
मातुलचन्द्र! | चन्दामामा! | From where |
कुतः (अव्यय) | कहाँ से | From where |
अतिशयविस्तृतः | अति विशाल | Very stretched, extended |
दृश्यते | दिखता है/दिखती हैं | It looks |
क्वचित् (अव्यय) | कहीं भी | Anywhere |
प्रयास्यसि | जाओगे/जाओगी | Will go |
गेहम् | घर को | Home |
किरसि | विखेरते हो/विखेरती हो | Scatter |
धवलम् | सफेद | White |
चन्द्रिकावितानम् | फैली हुई चाँदनी | Extensive moonlight |
तारकखचितं | तारों से शोभित | Adorned with stars |
सितपरिधानम् | सफेद वस्त्र | White clothes |
मह्यम् | मुझे | To me |
त्वरितम् | शीघ्र | Fast, as soon as |
एहि | आओ | Come |
श्रावय | सुनाओ | Make me listen |
वर्धय | बढ़ाओ | Increase |
अभ्यासः
प्रश्न 1. बालगीतं साभिनयं सस्वरं गायत। उत्तर – इसे विद्यार्थी स्वयं अभिनय करके गाएँ। |
प्रश्न 2. पद्यांशान् योजयत- (क) मातुल! किरसि सितपरिधानम् …………….। (ख) तारकखचितं श्रावय गीतिम् ……………। (ग) त्वरितमेहि मां चन्द्रिकावितानम् …………….। (घ) अतिशयविस्तृत कथं न स्नेहम् ……………… । (ङ) धवलं तव नीलाकाशः ….…….. उत्तर – (क) मातुल! किरसि कथं न स्नेहम्। (ख) तारकखचितं सितपरिधानम्। (ग) त्वरितमेहि मां श्रावय गीतिम्। (घ) अतिशयविस्तृत नीलाकाशः। (ङ) धवलं तव चन्द्रिकावितानम् । |
प्रश्न 3. पद्यांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत- (क) प्रिय मातुल! ……………. प्रीतिम्। (ख) कथं प्रयास्यसि ………………! (ग) …………………. क्वचिदवकाशः। (घ) …………….. दास्यसि मातुलचन्द्र! (ङ) कथमायासि न ……………. गेहम्। उत्तर – (क) वर्धय मे (ख) मातुलचन्द्र (ग) नैव दृश्यते (घ) मह्यं (ङ) भो! मम |
प्रश्न 4. प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत- (क) अस्मिन् पाठे कः मातुलः? (ख) नीलाकाशः कीदृशः अस्ति? (ग) मातुलचन्द्रः किं न किरति? (घ) किं श्रावयितुं शिशुः चन्द्रं कथयति? (ङ) चन्द्रस्य सितपरिधानं कथम् अस्ति? उत्तर – (क) अस्मिन् पाठे चन्द्रः मातुलः। (ख) नीलाकाशः अतिशयविस्तृतः अस्ति। (ग) मातुलचन्द्रः स्नेहं न किरति। (घ) गीतिं श्रावयितुं शिशुः चन्द्रं कथयति। (ङ) चन्द्रस्य सितपरिधानं तारकखचितम् अस्ति। |
प्रश्न 5. उदाहरणानुसारं निम्नलिखितपदानि सम्बोधने परिवर्तयत- यथा-चन्द्रः — चन्द्र! यथा-बालिका — बालिके! यथा-फलम् — फल! यथा-रविः — रवे! यथा-साधुः — साधो! यथा-नदी — नदि! |
प्रश्न 6. मञ्जूषातः उपयुक्तानाम् अव्ययपदानां प्रयोगेण रिक्तस्थानानि पूरयत-
(क) जगन्नाथपुरी ………………… अस्ति? |
प्रश्न 7. तत्समशब्दान् लिखत- उत्तर – मामा – मातुलः मोर – मयूरः तारा – तारकम् कोयल – कोकिलः कबूतर – कपोतः |
NCERT Solution Class 6 Sanskrit All Chapters Question & Answer |
You Can Join Our Social Account
Youtube | Click here |
Click here | |
Click here | |
Click here | |
Click here | |
Telegram | Click here |
Website | Click here |