कुपोषण एवं संक्रमण एक दूसरे से संबंधित हैं। वास्तव में कुपोषण एक राष्ट्रीय समस्या है। यह विशेष रूप से गाँवों एवं जनजातीय क्षेत्रों में महिला निरक्षरता, निर्धनता, बच्चों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं के बारे में अज्ञानता तथा स्वास्थ्य की देखभाल हेतु अपर्याप्त सुविधा आदि जैसे अनेक कारकों का परिणाम है। जब माँ का दूध पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होता है तो बच्चे कुपोषण का शिकार होने लगते हैं तथा वे तब तक कुपोषित रहते हैं जब तक वे परिवार के सदस्य की तरह पूरा आहार नहीं लेते। इस अवधि के दौरान शिशुओं में अतिसार (डायरिया) की समस्या एक आम बात होती है।
जिसके परिणामस्वरूप शरीर में पानी तथा इलैक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है और यह दशा शिशु की मृत्यु का प्रमुख कारण होती है। अनुसंधान प्रमाण इस विचार का समर्थन करते हैं कि पोषण संबंधी कारक क्षय रोग होने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, विशेष रूप से उस जनसमुदाय में जहाँ भोजन की कमी होती है। प्राइमरी हर्पीज सिम्प्लेक्स एक अन्य संक्रामक रोग है जो बच्चों को प्रभावित करता है, यदि वे कुपोषण से ग्रस्त हों। यदि शिशु को विशेष रूप से स्तनपान न कराया गया हो से तथा जब पूरक भोजन से शिशुओं की पोषण संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति न हुई हो तो इस अवस्था में पोषक तत्वों की कमी से होने वाले रोग भी हो जाते हैं।
कुछ पोषक तत्वों की कमी से होने वाले उन महत्वपूर्ण रोगों की सूची बनाएँ जो बचपन में हो सकते हैं-
• प्रोटीन ऊर्जा कुपोषण
• अतिसार (डायरिया)
• रक्त की कमी (एनीमिया)
• पोषणात्मक अंधापने विटामिन ए की कमी के कारण होती है।
• हड्डी से संबंधित सूखा रोग (रिकेट्स) एवं ओस्टोपीनिया
• गलगंड
जब संक्रमण तथा कुपोषण बच्चे में साथ-साथ हो जाते हैं तब समस्या बिगड़ जाती है। जीवन के प्रथम वर्ष में विभिन्न अवस्थाओं में कराया गया टीकाकरण बच्चों को संचारी रोगों के प्रति जीवन-पर्यंत प्रतिरक्षा (प्रतिरोधक्षमता) प्रदान करता है।
(i) निम्न में से कौन-सा रोग लौह तत्व की कमी के कारण होता है-
(a) अतिसार
(b) एनिमिया / रक्त की कमी
(c) गलगंड
(d) रिकेट्स एवं ओस्टोपीनिया
(ii) निम्न में से कौन-सा रोग आयोडीन की कमी के के कारण होता है-
(a) अतिसार
(b) एनिमिया / रक्त की कमी
(c) गलगंड
(d) रिकेट्स एवं ओस्टोपीनिया
(iii) निम्न में से कौन-सा रोग विटामिन-डी और कैल्शियम की कमी के कारण होता है-
(a) अतिसार
(b) एनिमिया / रक्त की कमी
(c) गलगंड
(d) रिकेट्स एवं ओस्टोपीनिया
(iv) निम्न में से कौन-सा टीका जन्म के तुरंत बाद शिशु को दिया जाना चाहिए-
(a) बी.सी.जी., ओ.पी.वी., हेपेटाइटिस-बी
(b) बी.सी.जी., पेन्टा (डी.पी.टी., हेपेटाइटिस-बी)
(c) ओ.पी.वी., पेन्टा (डी.पी.टी., हेपेटाइटिस-बी)
(d) डी.पी.टी., हेपेटाइटिस-बी, एच.आई.बी.
उत्तर –
(i) (b) एनिमिया/ रक्त की कमी
(ii) (c) गलगंड
(iii) (d) रिकेट्स एवं ओस्टोपीनिया
(iv) (a) बी.सी.जी., ओ.पी.वी., हेपेटाइटिस-बी
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