खाद्य प्रौद्योगिकी के महत्त्व को संक्षेप में समझाइए। इसने आधुनिक महिलाओं विशेषकर कार्यरत् महिलाओं के जीवन पर किस प्रकार प्रभाव डाला है?

खाद्य प्रौद्योगिकी के महत्त्व को संक्षेप में समझाइए। इसने आधुनिक महिलाओं विशेषकर कार्यरत् महिलाओं के जीवन पर किस प्रकार प्रभाव डाला है?

उत्तर –

अतिरिक्त खाद्यान्नों का सदुपयोग – कई खाद्य वस्तुएं ऐसी होती हैं जो वर्ष में सीमित समय के लिए बहुतायत में उगती हैं तथा यही वह समय होता है जब इनके दाम कम होते हैं। ऐसी खाद्य वस्तुओं को संरक्षित करके बाद में उनका उपयोग किया जा सकता है।

भोजन में विविधता – खाद्य संरक्षण द्वारा भोजन के रंग, रूप एवं स्वाद में विविधता लाई जा सकती है। जैसे कि गर्मी के मौसम में मटर वाले पुलाऊ का या/सर्दियों में भोजन में आम के अचार का अपना ही स्वाद है।

धन की बचत – खाद्य पदार्थों की बहुतायत के समय उन्हें सस्ता खरीद कर संरक्षित करने तथा महंगे समय में प्रयोग करने से धन की बचत होती है।

श्रम व समय की बचत – कई संरक्षित खाद्य-पदार्थ घर पर ही उपलब्ध होता है, जैसे- जैम तथा अचार। जरूरत के समय इन्हें लेने के लिए बाजार जाने से अधिक श्रम और समय लगता है।

ऐसे स्थानों तक खाद्य-पदार्थों को पहुँचाना जहाँ इनकी पैदावार नहीं होती – संरक्षित खाद्य-पदार्थों को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकता है, जहाँ उनके उत्पादन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ नहीं होती। जैसे- डिब्बाबंद मछली, दूध का पाउडर आदि।

खाद्य-पदार्थों का आसान संग्रहण – संरक्षित खाद्य-पदार्थों का भार तथा आकार आमतौर पर कम होता है। अतः इनका संग्रहण आसान हो जाता है। जैसे- सूखा पुदीना, मेथी आदि।

खाद्य प्रौद्योगिकी के विकास से आधुनिक महिलाओं विशेषकर कार्यरत् महिलाओं के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। इससे उन्हें खाना बनाने में कम समय और श्रम लगाना पड़ता हैं। बनाने में कम समय और श्रम लगाना पड़ता हैं। उदाहरण के लिए, रेडी-टू-मिक्स सूप जो कुछ ही मिनटों में तैयार हो जाते हैं अन्यथा सूप बनाने के लिए महिलाओं को बहुत अधिक समय व्यय करना पड़ता है।

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