NCERT Solution Class 9th Hindi Grammar प्रत्यय

NCERT Solution Class 9th Hindi Grammar प्रत्यय

TextbookNCERT
Class Class 9th
Subject Hindi
Chapterहिन्दी व्याकरण  (Grammar)
Grammar Nameप्रत्यय
CategoryClass 9th  Hindi हिन्दी व्याकरण वा प्रश्न अभ्यास 
Medium Hindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 9th Hindi Grammar (व्याकरण) प्रत्यय व्याकरण प्रत्यय किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं? प्रत्यय क्या है उदाहरण सहित? प्रत्यय क्या कहलाते हैं? प्रत्यय का उदाहरण क्या है? प्रत्यय की पहचान कैसे करें? प्रत्यय किसे कहते हैं? प्रत्यय का अर्थ क्या है? “खुशी” का प्रत्यय क्या है? झूला शब्द में प्रत्यय कौन है? कृत प्रत्यय के कितने प्रकार होते हैं? प्रत्यय की पहचान कैसे करें? NCERT Solutions Class 9th Hindi Grammar (व्याकरण) प्रत्यय व्याकरण करेंगे।

NCERT Solution Class 9th Hindi Grammar प्रत्यय

हिन्दी व्याकरण

प्रत्यय

परिचय – उपसर्गों की तरह ही प्रत्ययों का प्रयोग भी नए शब्दों की रचना के लिए किया जाता है। नए शब्दों की रचना करने के क्रम में कुछ शब्दांशों का शब्दों के पीछे या उनके अंत में जोड़ दिया जाता है। इससे मूलशब्द के अर्थ में बदलाव या विशेषता आ जाती है। ये शब्दांश प्रत्यय कहलाते हैं।

परिभाषा – वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देतेप्रत्यय हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें  प्रत्यय कहते हैं।

उदाहरण –

मूल शब्दनए शब्दशब्द रचना
पूजापुजारी(पूजा + आरी)
सोनासुनार(सोना+ आर)
मानवमानवता(मानव + ता)
पुष्पपुष्पित(पुष्प + इत)
कलमकलमदान(कलम + दान)

परिभाषा – वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता ला देतेप्रत्यय हैं या पूरी तरह बदलाव ला देते हैं, उन्हें  प्रत्यय कहते हैं।

उदाहरण –

प्रत्यय के भेद-प्रत्यय के दो भेद होते हैं –

(क) कृत प्रत्यय
(ख) तद्धित प्रत्यय

(क) कृत प्रत्यय – जो प्रत्यय क्रिया के मूल रूप अर्थात् उनकी धातु के अंत में लगकर संज्ञा, सर्वनाम शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं।

कृत प्रत्यय का दूसरा नाम कृदंत प्रत्यय भी है क्योंकि ये क्रिया की धातु के मूल रूप के अंत में जुड़ते हैं। हिंदी की क्रियाओं के सामान्य रूप के अंत में पाए जाने वाले ‘ना’ को हटाने पर जो बचता है वही क्रिया का मूल रूप या क्रिया की धातु कहलाता है। जैसे –

क्रिया का सामान्य रूपक्रिया का मूलरूप या धातु
पढ़ना (पढ़ + ना)पढ़
लिखना (लिख + ना )लिख
बोलना (बोल + ना)बोल
चलना (चल + ना)चल
भागना (भाग + ना)भाग

कृत प्रत्यय के उदाहरण –

पढ़ (धातु) + आकू (प्रत्यय) = पढ़ाकू
लूट (धातु) + एरा (प्रत्यय) = लुटेरा
रख (धातु) + वाला (प्रत्यय) = रखवाला

कृत प्रत्यय के प्रयोग से बनने वाले शब्द-कृत प्रत्यय से निम्नलिखित पाँच प्रकार के शब्द बनते हैं –

1. कर्तृवाचक
2. कर्मवाचक
3. करणवाचक
4. भाववाचक
5. विशेषणवाचक

1. कर्तृवाचक संज्ञा शब्द बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्द (धातु)कर्तृवाचक संज्ञा शब्द
अकलिख, नृत, धावलेखक, धावक, नर्तक
अक्कड़पी, भूल, घूम, बूझपियक्कड़, भुलक्कड़, घुमक्कड़, बुझक्कड़
आकतैरतैराक
ऐया/वैयापढ़, गा, खेपढ़या, गवैया, खेवैया
एरालूट, कमालुटेरा, कमेरा
आऊकमा, खा, उड़, चलकमाऊ, खाऊ, उड़ाऊ, चलाऊ
दारदेन, लेनदेनदार, लेनदार
आकूपढ़, लड़पढ़ाकू, लड़ाकू
वालारख, खा, लिखरखवाला, खानेवाला, लिखनेवाला

2. कर्मवाचक बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्द (धातु)कर्मवाचक शब्द
औनाबिछ खेलबिछौना, खिलौना
नीओढ़, कतर चट, बढ़ओढ़नी, कतरनी, चटनी, बढ़नी

3. करणवाचक बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –

अनढक, बेल झाड़ढक्कन, बेलन, झाड़न

4. भाववाचक संज्ञा बनाने वाले कृदंत प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्द (धातु)भाववाचक संज्ञा
अनचल मिल नमचलन, मिलन, नमन
आईपढ़ लिख बो सींचपढ़ाई, लिखाई, बुवाई, सिंचाई
आसपी निकल छपप्यास, निकास, छपास
आनउठ, कट, उड़, चलउठान, कटान, उड़ान चलान
आवकट बह खिंच बचकटाव, बहाव, खिंचाव, बचाव
आवटथक, गिर, मिल, सजाथकावट, गिरावट, मिलावट, सजावट
हँस, बोल, झिड़कहँसी, बोली, झिड़की
आवाभूल, पहन, छल, दिखभुलावा, पहनावा, छलावा, दिखावा

5. विशेषण बनाने वाले कृदंत प्रत्यय प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्द ( धातु)विशेषण शब्द
आऊबिका, टिक, कम, चलबिकाऊ, टिकाऊ, कमाऊ, चलाऊ
आलुदया, कृपा, झगड़ादयालु, कृपालु, झगड़ालु
इयलमर, सड़, अड़मरियल, सड़ियल, अड़ियल
अनीयनिंद, पूज, स्मरण, वंदननिंदनीय, पूजनीय, स्मरणीय, वंदनीय

(ख) तद्धित प्रत्यय – जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण शब्दों के अंत में जुड़कर नए शब्दों की रचना करते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं। जैसे –

  • चाय + वाला = चायवाला
  • चौकी + दार = चौकीदार
  • चतुर + आई = चतुराई
  • सप्ताह + इक = साप्ताहिक
  • चिकना + आई = चिकनाई

तद्धित प्रत्यय से बनने वाले शब्द – तद्धित प्रत्यय से निम्नलिखित प्रकार के शब्द बनते हैं –

1. कर्तृवाचक संज्ञा शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्दसंज्ञा शब्द
आरसोना, लोहासुनार, लुहार
आरीपूजा, भीख, जुआ, शिकारपुजारी, भिखारी, जुआरी, शिकारी
तेल, मालातेली, माली
एरासाँप, लूटसपेरा, लुटेरा
इयाआढ़तआढ़तिया
कारपत्र, चित्र कथा, शिल्पपत्रकार, चित्रकार, कथाकार, शिल्पकार
गरजादू, कारी, बाजीजादूगर, कारीगर, बाजीगर
दारचौकी, पहरा, कर्ज़चौकीदार, पहरेदार, कर्जदार
चीगोल, तोप, निशान, खजानागोलची, तोपची, निशानची, खजानची
वानगाड़ी, कोच, दया, पीलगाड़ीवान, कोचवान दयावान पीलवान
हारलकड़ी, सर्वलकड़हारा, सर्वहारा
वालारद्दी, फल, अखबाररद्दीवाला, फलवाला, अखबारवाला

2. भाववाचक संज्ञा शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –

आईचतुर, महँगा, गरम, अच्छा, बुराचतुराई, महगाई, गरमाई, अच्छाई, बुराई
आपाबूढ़ा, पूजा, मोटाबुढ़ापा, पुजापा, मोटापा
आवाभूलाभुलावा
इमालाल, काला, हरीलालिमा, कालिमा, हरीतिमा
सरद, गरम, नरमसरदी, गरमी, नरमी
आहतगरम, चिकना, कड़वागरमाहट, चिकनाहट, कड़वाहट
आसखट्टा, मीठाखटास, मिठास
तामित्र, मानव, पशु, प्रभुमित्रता, मानवता, पशुता, प्रभुता
त्वअपना, देव, महा, कविअपनत्व, देवत्व, महत्त्व, कवित्व
पनपराया, अपना, बच्चा, लड़कापरायापन, अपनापन, बचपन, लड़कपन

3. विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्दविशेषण शब्द
प्यास, भूखा, उभारप्यासा, भूखा, उभरा
धन, भार, शहर, जंगलधनी, भारी, शहरी, जंगली
ईलारंग, शरम, चमक, बरफ़रंगीला, शरमीला, चमकीला, बरफ़ीला
इनग्राम रंग, नमकग्रामीण, रंगीन, नमकीन
ईयअनुकरण, चिंतन, राष्ट्र, पर्वत, प्रांतअनुकरणीय, चिंतनीय, राष्ट्रीय पर्वतीय, प्रांतीय,
बाज़ार, पेट, ऊब, डूबबाज़ारु, पेटू, उबाऊ, डुबाऊ
इतपुष्पित, पल्लव, द्रव, रंजपुष्पित, पल्लवित, द्रवित, रंजित
इकदिन, परिवार, सप्ताह, धर्मदैनिक, पारिवारिक, साप्ताहिक, धार्मिक
लानौ, दस, पीछे, धुँधनहला, दहला, पिछला, धुँधला

4. लघुता सूचक शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –नौ, दस, पीछे, धुँध –

प्रत्ययमूलशब्दलघुतावाचक शब्द
मटका, पहाड़, घंटामटकी, पहाड़ी, घंटी
इयाबेटा, खाट, लोटा, चूहाबिटिया, खटिया, लुटिया, चुहिया
रीकोठा, छाताकोठरी, छतरी

5. क्रमसूचक शब्द बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्दक्रमसूचक शब्द
वाँपाँच, सात, आठ, नौ, दसपाँचवाँ, सातवाँ, आठवाँ, नौवाँ, दसवाँ
सरादो, तीनदूसरा, तीसरा

6. स्त्रीलिंग बनाने वाले तद्धित प्रत्यय – 

प्रत्ययमूलशब्दस्त्रीलिंग सूचक शब्द

आनी
इन

नी
सुत, शिष्य, आचार्य,
सेठ, जेठ, मेहतर, देवर
ठाकुर, बाघ, सुनार, लुहार
मामा, चाचा, दादा, लड़का
ऊँट, मोर, चोर, मास्टर
सुता, शिष्या, छात्रा, आचार्य
सेठानी, जेठानी, मेहतरानी, देवरानी
ठकुराइन, बाघिन, सुनारिन, लुहारिन
मामी, चाची, दादी, लड़की
ऊँट, मोरनी, चोरनी, मास्टरनी

7. बहुवचन बनाने वाले तद्धित प्रत्यय –

प्रत्ययमूलशब्दप्रत्यय से बने शब्द
अंदाज
आना
इंदा
इश
खाना
दान
मंद
बाज
दार
साज
गोल, तीर
मेहनत, शुकर, नज़र
जी, आ
आजमाना, फरमाना
डाक, मुसाफिर, यतीम, दवा
इत्र, कलम, पीक
जरूरत, दौलत, अक्ल
धोखा, पतंग, चाल
हवा, माल, पहरा, दुकान
घड़ी
गोलेदाज, तीरंदाज
मेहनताना, शुकराना, नज़राना
जिंदा, आइंदा
आजमाइश, फरमाइश
डाकखाना, मुसफिरखाना, यतीमखाना, दवाखाना
इत्रदान, कलमदान, पीकदान
ज़रूरतमंद, दौलतमंद, अक्लमंद
धोखेबाज, पतंगबाज, चालबाज
हवादार, मालदार, पहरेदार, दुकानदार , घड़ीसाज

दो-दो प्रत्ययों से बने कुछ शब्द –

शब्दमूलशब्दप्रत्यय + प्रत्यय
मानवीयता
सामाजिकता
ऐतिहासिकता
कलाकारी
सहनशीलता
बुद्धिमानी
निशानेबाजी
भुलक्कड़पन
नागरिकता
मानव
समाज
इतिहास
कला
सहन
बुद्धि
निशाना
भूल
नगर
ईय
इक
इक
कार
शील
मान
बाज
अक्कड़
इक
ता
ता
ता

ता


पन
ता

उपसर्ग-प्रत्यय दोनों के मेल से बने शब्द –

शब्दउपसर्गमूलशब्दप्रत्यय
अनुरागी
प्रधानता
परिश्रमी
पराक्रमी
प्रतिद्वंद्वी
परिपूर्णता
सम्मानित
अनुकरणीय
असुरक्षित
अनु
प्र
परि
परा
प्रति
परि
सम्
अनु
अ, सु
राग
धान
श्रम
क्रम
द्वंद्व
पूर्ण
मान
करण
रक्षा

ता



ता
इत
ईय
इति

1. नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं। इनमें प्रयुक्त प्रत्यय और मूलशब्द पृथक करके लिखिए –

(i) त्यागी
(ii) मथनी
(iii) लगवाई
(iv) लकड़हारा
(v) भुलावा
(vi) बुढ़ापा
(vii) दुखड़ा
(viii) बचपन
(ix) लालिमा
(x) गुरुत्व
(xi) साप्ताहिक
(xii) दवाखाना
(xiii) दयावान
(xiv) पुष्पित
(xv) श्रेष्ठता
(xvi) सुनार
(xvii) बाजीगर
(xviii) अच्छाई
(xix) मिठास 
(xx) गरमी
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………

उत्तर –

मूलशब्दप्रत्यय
(i) त्याग
(ii) मथ
(iii) लग
(iv) लकड़ी
(v) भूल
(vi) बूढ़ा
(vii) दुख
(viii) बच्चा
(ix) लाल
(x) गुरु

नी
वाई
हारा
आवा
आपा
ड़ा
पन
इमा
त्व
मूलशब्दप्रत्यय
(xi) सप्ताह
(xii) दवा
(xiii) दया
(xiv) पुष्प
(xv) श्रेष्ठ
(xvi) सोना
(xvii) बाजी
(xviii) अच्छा
(xix) मीठा
(xx) गरम
इक
खाना
वान
इत
ता
आर
गर
आई
आस

2. नीचे दिए गए शब्दों में प्रयुक्त प्रत्यय उनके सामने लिखिए –
(i) भूखा ………………………
(ii) अनुकरणीय ………………………
(iii) आनंदित ………………………
(iv) रुपहला ………………………
(v) लठिया ………………………
(vi) चचेरा ………………………
(vii) ससुराल ………………………
(viii) गुरुता ………………………
(ix) चिकनाहट ………………………
(x) चौकीदार ………………………
(xi) कृपालु ………………………
(xii) तरंगित ………………………
(xiii) जटिल ………………………
(xiv) भारतीय ………………………
(xv) लघुत्व ………………………
(xvi) रूपवती ………………………
(xvii) गोलंदाज ………………………
(xviii) सालाना ………………………
(xix) इत्रदान ………………………
(xx) चित्रकार ………………………

उत्तर –

(i) आ
(ii) ईय
(iii) इत
(iv) हला
(v) इया
(vi) एरा
(vii) आल
(viii) ता
(ix) आहट
(x) हार
(xi) आलु
(xii) इत
(xiii) इल
(xiv) ईय
(xv) त्व
(xvi) वती
(xvii)अंदाज
(xviii) आना
(xix) दान
(xx) कार

3. नीचे कुछ प्रत्यय दिए गए हैं। आप उनका प्रयोग करते हुए दो-दो नए शब्द बनाइए –

(i) अक्कड़
(ii) औना
(iii) औती
(iv) ऐया
(v) एरा
(vi) आवा
(vii) इयल
(viii) आहट
(ix) आलु
(x) आवट
(xi) आन
(xii) ई
(xiii) उक
(xiv) आर
(xv) आस
(xvi) त्व
(xvii) इक
(xviii) ईन
(xix) दान
(xx) वान
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………
………………… …………………

उत्तर –

(i) बुझक्कड़
(ii) खिलौना
(iii) फिरौती
(iv) गवैया
(v) लुटेरा
(vi) बुलावा
(vii) सड़ियल
(viii) घबराहट
(ix) कृपालु
(x) मिलावट
(xi) उठान
(xii) गरीबी
(xiii) भावुक
(xiv) सुनार
(xv) मिठास
(xvi) गुरुत्व
(xvii) धार्मिक
(xviii) रंगीन
(xix) कलदान
(xx) दयावान
भुलक्कड़
बिछौना
बपौती
खेवैया
ममेरा
चढ़ावा
मरियल
मुसकराहट
दयालु
गिरावट
चालान
धनी
भिक्षुक
लुहार
खटास
महत्त्व
पारिवारिक
नमकीन
इत्रदान
बलवान

4. नीचे कुछ शब्द दिए जा रहे हैं। आप इनमें प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए –

(i) चाल + ……………. = ………………….
(ii) लूट + ……………. = ………………….
(iii) देन + ……………. = ………………….
(iv) पढ़ + ……………. = ………………….
(v) खेल + ……………. = ………………….
(vi) कमा + ……………. = ………………….
(vii) पहन + ……………. = ………………….
(viii) सज + ……………. = ………………….
(ix) कृपा + ……………. = ………………….
(x) मर + ……………. = ………………….
(xi) पूजा + ……………. = ………………….
(xii) पत्र + ……………. = ………………….
(xiii) चाय + ……………. = ………………….
(xiv) सौदा + ……………. = ………………….
(xv) सोना + ……………. = ………………….
(xvi) लूट + ……………. = ………………….
(xvii) महँगा + ……………. = ………………….
(xviii) बच्चा + ……………. = ………………….
(xix) देव + ……………. = ………………….
(xx) बंगाल + ……………. = …………………

उत्तर –

(i) चाल + बाज = चालबाज
(ii) लूट + ऐरा = लुटेरा
(iii) देन + दार = देनदार
(iv) पढ़ + आकू = पढ़ाकू
(v) खेल + औना = खिलौना
(vi) कमा + आई = कमाई
(vii) पहन + आवा = पहनावा
(viii) सज + आवट = सजावट
(ix) कृपा + आलु = कृपालु
(x) मर + इयल = मरियल
(xi) पूजा + आपा = पुजापा
(xii) पत्र + कार = पत्रकार
(xiii) चाय + वाला – चायवाला
(xiv) सौदा + गर = सौदागर
(xv) सोना + आर =सुनार 
(xvi) लूट + ऐरा =लुटेरा 
(xvii) महँगा + आई = महँगाई
(xviii) बच्चा + पन = बचपन
(xix) देव + त्व = देवत्व
(xx) बंगाल + ई = बंगाली

5. निम्नलिखित शब्दों में एक से अधिक प्रत्यय प्रयुक्त हैं। इन्हें अलग करते हुए मूलशब्द भी लिखिए –

(i) बचपना ……………….. + …………………… + …………………….
(ii) दिखावटी ……………….. + …………………… + …………………….
(iii) भारतीयता ……………….. + …………………… + …………………….
(iv) ईमानदारी ……………….. + …………………… + …………………….
(v) भुलक्कड़पन ……………….. + …………………… + …………………….
(vi) चालाकी ……………….. + …………………… + …………………….
(vii) निशानेबाजी ……………….. + …………………… + …………………….

उत्तर –

(i) बच्चा + पन + आ
(ii) दिखा + आवट + ई
(iii) भारत + ईय + ता
(iv) ईमान + दार + ई
(v) भूल + अक्कड़ + पन
(vi) चाल + आक + ई
(vii) निशाना + बाज + ई

6. निम्नलिखित शब्दों में उपसर्ग और प्रत्यय दोनों प्रयुक्त हैं। उनको अलग करके मूलशब्द लिखिए –

(i) पराश्रयी ……………….. + …………………… + …………………….
(ii) अशिक्षित ……………….. + …………………… + …………………….
(iii) बदनीयती ……………….. + …………………… + …………………….
(iv) अविस्मरणीय ……………….. + …………………… + …………………….
(v) सुरक्षित ……………….. + …………………… + …………………….

उत्तर –

(i) पर + आश्रय + ई
(ii) अ + शिक्षा + इत
(iii) बद + नीयत + ई
(iv) अ + विस्मरण + ईय
(v) सु + रक्षा + इत

विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न

1. निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त प्रत्यय बताइए –
(i) नागरिक
(ii) सेवकाई
(iii) दार्शनिक
(iv) पैतृक
(v) पियक्कड़
(vi) दर्शनीय
(vii) गहराई
(viii) पारलौकिक

उत्तर –

(i) इक
(ii) आई
(iii) इक
(iv) इक
(v) अक्कड़
(vi) ईय
(vii) आई
(viii) इक

3. नीचे दिए गए प्रत्ययों से दो-दो शब्द बनाइए –

(i) इत
(ii) वाला
(iii) आना
(iv) मान
(v) ईय
(vi) आवट
(vii) हारा
(viii) आऊ
(ix) औना
(x) शील
(xi) आरी
(xii) त्व
(xiii) आस
(xiv) कार
(xv) पन
(xvi) ईला
(xvii) आलु
(xviii) एरा
(xix) इत
(xx) आई
(xxi) आकू
(xxii) दार
(xxiii) तम
(xxiv) हार

उत्तर –

(i) पुष्पित
(ii) रद्दीवाला
(iii) जुर्माना
(iv) शक्तिमान
(v) दर्शनीय
(vi) मिलावट
(vii) सर्वहारा
(viii) उपजाऊ
(ix) खिलौना
(x) विनयशील
(xi) पुजारी
(xii) पुरुषत्व
(xiii) प्यास
(xiv) पत्रकार
(xv) अपनापन
(xvi) रंगीला
(xvii) दयालु
(xviii) सपेरा
(xix) पठित
(xx) बुवाई
(xxi) उड़ाकू
(xxxii) तीमारदार
(xxiii) श्रेष्ठतम
(xxiv) सिरजनहार
हर्षित
फलवाला
शरमाना
श्रीमान
पठनीय
सजावट
लकड़हारा
बिकाऊ
बिछौना
विवेकशील
जुआरी
महत्त्व
मिठास
कलाकार
लड़कपन
जहरीला
कृपालु
लुटेरा
लिखित
सिलाई
पढ़ाकू
पहरेदार
न्यूनतम
खेवनहार

4. निम्नलिखित शब्दों के मूलशब्द बताइए –

(i) परिचारिका
(ii) चिल्लाहट
(iii) भौतिकता
(iv) भुलक्कड़
(v) स्वतंत्रता
(vi) अपमानित
(vii) सुनार
(viii) लालिमा
(ix) पौती
(x) आनंदित
(xi) झगड़ालू
(xii) बिछौना
(xiii) खिलौना
(xiv) अनुकरणीय

उत्तर –

(i) परिचार
(ii) चिल्लाना
(iii) भूत
(iv) भूल
(v) स्वतंत्र
(vi) अपमान
(vii) सोना
(viii) लाल
(ix) बाप
(x) आनंद
(xi) झगड़ा
(xii) बिछा
(xiii) खेल
(xiv) अनुकरण
(xv) भारत
(xvi) गर्व
(xvii) खेल
(xviii) लोहा
(xix) पूजा
(xx) विवेक

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प्रत्यय
समास
वाक्य-भेद (अर्थ की दृष्टी से)
अलंकार
चित्र-वर्णन
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