आहारी संशोधन क्या है, जो एक चिकित्सीय पोषण विशेषज्ञ कर सकता है?
उत्तर –
ऐसा आहार जो रोगी की चिकित्सीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशेष रूप से समायोजित किया जाता है, संशोधित आहार कहलाता है। प्रत्येक आहार विशेषज्ञ/नैदानिक पोषण चिकित्सक का प्रमुख कार्य किसी रोगी को पोषण संबंधी सलाह देना तथा तकनीकी सूचना के आधार पर उसे आहार संबंधी दिशा-निर्देश/सलाह देना होता है। इसके अतिरिक्त वह शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति को भी भविष्य के लिए अच्छी पोषण स्थिति बनाए रखने और स्वस्थ्य रहने के लिए मदद भी करते हैं। आजकल पोषण और आहार चिकित्सा का अधिकतर उपयोग मरीजों के स्वास्थ्य के संपूर्ण सुधार के लिए किया जाता है।
आमतौर पर दस्त, उल्टी, भोजन एलर्जी, अरक्तता, बुखार, टाइफॉइड, क्षयरोग, अल्सर, अतिसम्लता और हृदय जलन, मिरगी (एपिलेप्सी), जठरांत्र समस्याएँ, एड्स, कैंसर, ऑस्टेपोरोसिस, मोटापा, जलन, उपापचयी गड़बड़ और किडनी, लोवर तथा अग्नाशय संबंधी गड़बड़ियों की स्थिति में आहार विशेषज्ञ नैदानिक पोषण चिकित्सक की सेवाएँ ली जाती है। इसके अतिरिक्त जिन मरीजों का ऑपरेशन होना होता है, उन्हें भी सर्जरी से पहले और बाद में विशेष पोषण और पूरक आहार की आवश्यकता होती है। अतः चिकित्सीय पोषण और आहारिकी का सीधा सरोकार विभिन्न प्रकार के रोगों से पीड़ित मरीजों को पोषण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उन्हें सही प्रकार का आहार सुझाने से है।
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