NCERT Solution Class 6th Home Science Chapter – 1 गृह विज्ञान का अर्थ एवं महत्व
Textbook | NCERT |
Class | 6th |
Subject | गृह विज्ञान (Home science) |
Chapter | 1st |
Chapter Name | गृह विज्ञान का अर्थ एवं महत्व |
Category | Class 6th गृह विज्ञान (Home science) |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solution Class 6th Home science Chapter – 1 गृह विज्ञान का अर्थ एवं महत्व Question & Answer in Hindi जिसमे हम गृह विज्ञान का महत्व क्या है?, गृह विज्ञान कितने प्रकार के होते हैं?, गृह विज्ञान के कितने क्षेत्र हैं?, गृह विज्ञान का दूसरा नाम क्या है?, गृह विज्ञान का क्या अर्थ है?, गृह विज्ञान का जनक कौन है?, गृह विज्ञान की 5 शाखाएं कौन सी हैं?, गृह विज्ञान का प्रथम नाम क्या है?, गृह विज्ञान का प्राचीन नाम क्या है?, भारत में गृह विज्ञान शिक्षा कब शुरू हुई?, गृह विज्ञान के उद्देश्य क्या हैं?, गृह का मतलब क्या होता है?, गृह विज्ञान शिक्षा का उद्देश्य क्या है?, भारत में गृह विज्ञान की शुरुआत किसने की?, भारत में प्रथम गृह विज्ञान संस्थान का नाम क्या है?, सर्वप्रथम कौन से देश में गृह विज्ञान का जन्म हुआ?, गृह विज्ञान के तीन रूप कौन कौन से हैं?, गृह विज्ञान के दो महत्वपूर्ण लक्ष्य क्या हैं?, कुल कितने गृह है?, गृह का निर्माण कैसे हुआ?, घर शब्द की उत्पत्ति क्या है?, पृथ्वी में कितने ग्रह हैं?, पूरे ब्रह्मांड में कुल कितने ग्रह हैं?, सबसे दूर ग्रह कौन सा है?, इतियादी के बारे में विस्तार से पढ़ेंगे। |
NCERT Solution Class 6th Home Science Chapter – 1 गृह विज्ञान का अर्थ एवं महत्व
Chapter – 1
गृह विज्ञान का अर्थ एवं महत्व
प्रश्न – उत्तर
प्रश्न 1. गृह विज्ञान का क्या अर्थ है?
उत्तर – गृह विज्ञान का संबंध गृह यानी कि ‘घर’ से है। आम तौर पर लोग समझते हैं कि गृह विज्ञान घर की देखभाल और घरेलू सामान की साज-संभाल का विषय है। लेकिन उनका ऐसा समझना केवल आंशिक रूप से सत्य है। गृह विज्ञान का क्षेत्र काफी विस्तृत और विविधता भरा है। इसका दायरा ‘घर’ की सीमा से कहीं आगे तक निकल जाता है, और यह केवल खाना पकाने, कपडे़ धोने-संभालने, सिलाई-कढ़ाई करने या घर की सजावट आदि तक सीमित नहीं रह जाता। वास्तव में केवल यही एक ऐसा विषय है जो युवा विद्यार्थियों को उनके जीवन के दो महत्त्वपूर्ण लक्ष्यों के लिए तैयार करता है।
घर तथा परिवार की देखभाल और अपने जीवन में कैरिअर अथवा पेशे के लिए तैयारी। आजकल महिला तथा पुरुष दोनों ही घर तथा परिवार की जिम्मेदारियां समान रूप से निभाते हैं तथा अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग की तैयारी में भी बराबर की सहभागिता निभाते हैं।
प्रश्न 2. गृह विज्ञान शिक्षा के क्या लाभ है?
उत्तर – गृह विज्ञान का मुख्य उद्देश्य घर-परिवार को सुखी – संपन्न एवं समृद्ध बनाने से है। यह व्यक्ति को सफल पारिवारिक जीवन जीने, सुख सुविधाओं में वृद्धि करने व सामाजिक तथा आर्थिक समस्याओं का समाधान करने के लिए सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक ज्ञान प्रदान कर सुखमय जीवन यापन करने के लिए गृह विज्ञान विषय की अत्यंत आवश्यकता है।
प्रश्न 3. गृह विज्ञान शिक्षा के अन्तर्गत किन – किन विषयों का अध्ययन किया जाता है?
उत्तर – गृह विज्ञान में हम निम्नलिखित विषयों का अध्ययन करते है।
1) स्वास्थ्य एवं व्यक्तिगत स्वच्छता
2) भोजन एवं पोषण
3) वस्त्रों की संरचना व देखरेख
4) गृह – व्यवस्था एवं सुसज्जा
5) शिशु पालन उपभोक्ता शिक्षण लिए कि किस
6) उपभोक्ता एवं शिक्षण
7) प्राथमिक सहायता व गृह
प्रश्न 4. स्वास्थ्य शिक्षा से किन – किन बातों का ज्ञात होता है?
उत्तर – स्वास्थ्य शिक्षा मे हम मनुष्य के शरीर की रचना, शरीर के विभिन अंगो की देखभाल व अंगो के स्वच्छता व नियमों का अध्ययन करते हैं। लोगों को स्वास्थ्य के सभी पहलुओं के बारे में शिक्षित करना स्वास्थ्य शिक्षा कहलाती है। विस्तृत अर्थों में स्वास्थ्य शिक्षा के अन्तर्गत पर्यावरण का स्वास्थ्य, दैहिक स्वास्थ्य (physical health), सामाजिक स्वास्थ्य, भावात्मक स्वास्थ्य, बौद्धिक स्वास्थ्य, तथा आध्यात्मिक स्वास्थ्य सभी आ जाते हैं।
स्वास्थ्य शिक्षा के द्वारा ही व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह ऐसा बर्ताव करता है जो स्वास्थ्य की उन्नति, रखरखाव और पुनर्प्राप्ति में सहायक हो। स्वास्थ्य शिक्षा होना हर एक व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है स्वास्थ्य शिक्षा द्वारा एक स्वास्थ्य शरीर को पाया जा सकता है और एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का वास होता है इसलिए हर व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी रखनी चाहिए।
प्रश्न 5. पोषण विज्ञान के अन्तर्गत किन – किन विषयों का अध्ययन किया जाता है?
उत्तर – भोजन की आवश्यकता, भोजन के तत्व, भोजन के पदार्थों का शरीर पर प्रभाव तथा परिवार के लिए भोजन व्यवस्था के नियमों का ज्ञान हम इसके अध्ययन से प्राप्त करते हैं। इसके अन्तर्गत मुख्य रूप से आहार के कार्यों, आहार के तत्त्वों, सन्तुलित आहार, आहार-आयोजन, पाक-क्रिया की प्रणालियों, खाद्य पदार्थों के संरक्षण, पोषण-प्रक्रिया तथा आहार द्वारा रोगों के उपचार का अध्ययन किया जाता है।
प्रश्न 6. प्राथमिक सहायता के अन्तर्गत किन – किन बातों का अध्ययन किया जाता है?
उत्तर – प्राथमिक सहायता के अन्तर्गत हम दैनिक जीवन में घटने वाली दुर्घटनाओं का साहसपूर्वक सामना करना और घायलों तथा रोगियों की देखभाल करना सीखते हैं साथ में चिन्ह, लक्षण या वृत्तांत, अर्थात् घायल के शरीरगत चिन्ह, जैसे सूजन, कुरूपता, रक्तसंचय इतयादि प्राथमिक उपचारक को अपनी ज्ञानेंद्रियों से पहचानना तथा लक्षण, जैसे पीड़ा, जड़ता, घुमरी, प्यास इत्यादि, पर ध्यान देना चाहिए। यदि घायल व्यक्ति होश में हो तो रोग का और वृत्तांत उससे, या आसपास के लोगों से, पूछना चाहिए।
प्रश्न 7. स्तम्भ (अ) का स्तम्भ (ब) से मिलान करो।
उत्तर –
(अ) | (ब) |
1) गृह व्यवस्था एवं सुसज्जा | घर का प्रबन्ध, सुसज्जा और धन व्यवस्था’ |
2) वस्त्रों की संरचना | वस्त्रों का चुनाव, देखरेख व वस्त्र तैयार करना। |
3) प्राथमिक सहायता व गृह परिचय | दुर्घटनाओं में सहायता व घर मे रोगी की देखभाल। |
4) व्यक्तिगत स्वच्छता | शरीर के विभिन्न अंगो की देखभाल व स्वच्छता के नियम। |
5) उपभोक्ता शिक्षण | बाज़ार से वस्तुएँ खरीदते ‘समय सावधानी’ विभिन्न वस्तुओं का ज्ञान, मिलावट, से बचना आदि। |
NCERT Solution Class 6th Home Science All Chapters Question & Answer |
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