NCERT Solution Class 6th Hindi Grammar (व्याकरण) Vyakaran शब्द – भंडार

NCERT Solution Class 6th Hindi Grammar (व्याकरण) शब्द – भंडार

TextbookNCERT
Class 6th
Subject Hindi
Chapterहिन्दी व्याकरण (Grammar)
Grammar Nameशब्द-भंडार
CategoryClass 6th हिन्दी व्याकरण  
Medium Hindi
SourceLast Doubt
NCERT Solution Class 6th Hindi Grammar (व्याकरण) vyakaran shabd bhandar शब्द-भंडार, शब्दों के भेद, विकारी शब्द, अविकारी शब्द ,पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, वाक्यांशों के लिए एक शब्द, समान अर्थ प्रतीत होने वाले शब्द, एकार्थक शब्द,अनेकार्थक शब्द और श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द आदि के बारे में व्याकरण के कड़ियों में पढ़ेंगे।

NCERT Solution Class 6th Hindi Grammar (व्याकरण) शब्द – भंडार

हिन्दी व्याकरण

शब्द – भंडार

शब्दों के भेद – एक से अधिक वर्णों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं। भाषा के शब्द-भंडार में निरंतर वृद्धि होती रहती है। ये शब्द विभिन्न स्त्रोतों से भाषा में मिलकर उसे और समृद्ध बनाते हैं। 

शब्दों की रचना के मुख्य रूप से निम्नलिखित चार आधार होते हैं।

1. उत्पत्ति के आधार पर – (तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी)
2. रचना के आधार पर – (रूढ़, यौगिक, योगरूढ़)
3. प्रयोग के आधार पर-

  • विकारी शब्द
  • अविकारी शब्द

(i) विकारी शब्द – (संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया)
(ii) अविकारी शब्द – (क्रियाविशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक)

4. अर्थ के आधार पर शब्द भेद – शब्द प्रयोग में प्रवीणता प्राप्त करने के लिए उसके विभिन्न रूपों के ज्ञान का होना आवश्यक है। अर्थ के आधार पर विभिन्न शब्द रूप निम्नलिखित हैं।

(क) पर्यायवाची शब्द
(ख) विलोम शब्द
(ग) वाक्यांशों के लिए एक शब्द
(घ) समान अर्थ प्रतीत होने वाले शब्द
(ङ) एकार्थक शब्द
(च) अनेकार्थक शब्द
(छ) श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द

(क) पर्यायवाची शब्द – अर्थ की दृष्टि से समान शब्द, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं। ये शब्द समान अर्थ रखते हुए भी सूक्ष्म सा अंतर प्रकट करते हैं। नीचे कुछ पर्यायवाची शब्दों की सूची दी जा रही है। उन्हें ध्यान से पढ़िए और याद कीजिए।

 

1.अमृतपीयूषसुधाअमितसोम
2.असुरराक्षसदानवदैत्यनिशाचर
3.आँखनयनलोचनचक्षुअक्षि
4.अश्वघोड़ावाजिहयतुरंग
5.अहंकारदंभघमंडदर्पअभिमान
6.आकाशगगनव्योमनभअंबर
7.अग्निआगपावकदहनअनल
8.अतिथिअभ्यागतआगंतुकमेहमानपाहुना
9.आनंदआमोदप्रमोदहर्षउल्लास
10.आमरसालसहकारआम्रअतिसौरभ
11.इच्छालालसाचाहकामनाअभिलाषा
12.इंद्रदेवराजदेवेंद्रपुरंदरसुरेंद्र
13.ईश्वरईशपरमात्मापरमेश्वरभगवान
14.उपेक्षालापरवाहीतिरस्कारउदासीनता 
15.उद्यानउपवनफु लवाड़ीबगीचावाटिका
16.कमलपंकजनीरजसरोजसरलिज
17.किनाराकगारकूलतटतीर
18.किरणरश्मिमयूखअंशुमरीचि
19.गर्वघमंडदर्पअभिमानअहंकार
20.क्रोधक्रोधगुस्सारिसरोष
21.घरगृहधामभवननिकेतन
22.चतुरकुशलदक्षप्रवीणहोशियार
23.चंद्रमाचाँदहिमांशुविधुसुधाकर
24.झंडाध्वजध्वजापताकाचिह्न
25.तटकूलकिनारातीरकगार
26.जलपानीनीरअंबुवारि
27.तलवारकृपाणखड्गशमशीरअसि
28.दासनौकरेसेवकचाकरकिंकर
29.पर्वतशैलगिरिनगपहाड़
30.पवनअनिलवायुसमीरहवा
31.पुत्रआत्मजबेटासुततनय
32.पुत्रीआत्मजाबेटीसुतातनया
33.पुष्पकुसुमप्रसूनफूलसुमन
34.पृथ्वीधरतीवसुधाअचलाधरा
35.प्रकाशआलोकउजालाज्योतिदीपित
36.मित्रसखासहचरसाथीमीत
37.मछलीमीनमतस्यमकरसहरी
38.मानवमनुष्यइंसाननरजन
39.महादेवशिवशंकरपशुपतिआशुतोष
40.मेघजलधरघनबादलनीरद
41.विष्णुकेशवमाधवचतुर्भुज 
42.राजानरेशनृपभूपतिमहीपति
43.वस्त्रअंबरकपड़ासुतापट
44.शत्रुअरिदुश्मनरिपुवैरी
45.संसारलोकविश्वभुवनजग
46.सुंदरचारूमोहकलवितमनोहर
47.शरीरतनकायागातदेह
48.शिक्षकअध्यापकगुरुआचार्यउपाध्याय
49.हवामरूतबातअनिलसमीर
50.दूधगोरसपयक्षीरदुग्ध
51.देवतासुरदैवअमरनिजी
52.नावनौकातरणीतरीढोंगी
53.पार्वतीउमाभवानीदुर्गारुद्राणी
54.महादेवशंकरभूतनाथत्रिपुरारित्रिलोचन
55.रातरजनीतमसाविभारीयामिनी
56.लक्ष्मीकमलाविष्णुप्रियाहरिप्रियारमा।
57.सोनास्वर्णकनककंचनसुवर्ण
58.हाथकरपाणिहस्त 
59.हिरनमृगकुरंगसारंगहरिण

(ख) विलोम शब्द – जो शब्द अर्थ की दृष्टि से एक-दूसरे के विपरीत अर्थ का ज्ञान कराते हैं, वे विलोम अथवा विपरीतार्थक शब्द कहलाते हैं। ऐसे शब्दों की रचना अधिकांशतः विभिन्न उपसर्गों (सु, कु, अप, नि, अ, अव आदि) के प्रयोग से होती है। कुछ विलोम शब्द स्वतंत्र भी होते हैं। नीचे कुछ विलोम शब्दों की सूची दी जा रही है। उन्हें आप ध्यानपूर्वक पढ़ें, समझें और याद करें।

शब्दविलोमशब्दविलोमशब्दविलोम
अथइतिउपस्थितअनुपस्थिततरलठोस
अगलापिछलाएकताअनेकतातीव्रतरमंदतर
अतिवृष्टिअनावृष्टिकड़वामीठादयालुनिर्दयी
अनिवार्यवैकल्पिककायरवीरनईपुरानी
अमृतविषकैदआज़ादनवीनप्राचीन
अभिमाननम्रताकोमलकठोर निंदास्तुति
अवनतिउन्नतिखुशबूबदबूनियमितअनियमित
अस्थिरस्थिरखूबसूरतबदसूरतनिर्मलमलिन
आकर्षकअनाकर्षकक्षमादंडन्यायअन्याय
आकाशपातालगहराउथलापक्षविपक्ष
आदरअनादरगुणदोषपरतंत्रस्वतंत्र
आदानप्रदानगुरुशिष्यपरिचितअपरिचित
आयव्ययगुप्तप्रकटपवित्रअपवित्र
आयातनिर्यातघरबाहरपसंदनापसंद
आलस्यस्फूर्तिजड़चेतनप्रतिकूलअनुकूल
आसानकठिनजटिलसरलप्रवेशनिषेध
उद्यमीआलसीचंचलस्थिरप्रेमघृणा
इच्छाअनिच्छाचलअचलभलाबुरा
उत्तरप्रश्नजड़चेतनभीतरबाहर
उदासखुशजीवनमरणमहात्मादुरात्मा
उपयुक्तअनुपयुक्तजन्ममृत्युमानअपमान
उपयोगीअनुपयोगीजयपराजयमानव दानव
 शब्दविलोमशब्द
विलोमशब्दविलोम
1.
2.
3.
4.
5.
6.
7.
8.
9.
10.
11.
12.
13.
14.
15.
16.
17.
18.
निर्धन
नियंत्रित
नियमित
नैतिक
परतंत्र
पाप
पूरा
पूर्ति
पूर्व
प्रातः
फूल
मान
मानव
मीठे
मौन
रक्षक
राग
लायक
धनी
अनियंत्रित
अनियमित
अनैतिक
स्वतंत्र
पुण्य
अधूरा
माँग
पश्चात
सायं
काँ
अपमान
दानव
कड़वे
सस्वर
भक्षक
विराग
नालायक
संभव
सचेतन
सजीव
सबल
सार्थक
सुंदर
सुविधा
स्थूल
स्नेहसिक्त
स्वच्छ
स्वतंत्रता
हर्ष
हलकी
हिंसा
होनी
ह्रस्व
स्वीकृति

असंभव
अचेतन
निर्जीव
निर्बल
निरर्थक
कुरूप
असुविधा
सूक्ष्म
स्नेहरिक्त
अस्वच्छ
परतंत्रता
शोक
भारी
अहिंसा
अनहोनी
दीर्घ
अस्वीकृति
लोभ
विष
विस्तार
शिक्षित
संजीव
सदाचार
सपूत
सबल
साकार
सावधान
सुंदर
सुगंध
सौभाग्य
स्वदेश
स्वर्ग
हर्ष
हिंसा
सगुण
त्याग
अमृत
संक्षेप
अशिक्षित
निर्जीव
दुराचार
कपूत
निर्बल
निराकार
असावधान
खराब
दुर्गंध
दुर्भाग्य
विदेश
नरक
शोक
अहिंसा
निर्गुण

हिंदी भाषा में कुछ विलोम शब्द ‘अ’ अन, कु, सु बे उपसर्गों के द्वारा भी बनाए जाते हैं।

जैसे:-

(i)असफल
(ii) सहारा
(iii) बेसहारा
(iv) दुर्गंध
(v) इच्छा
(vi) अनिच्छा
(vii) स्वच्छ
(viii) अस्वच्छ
(ix) सुबुद्धि
(x) सुपुत्र
(xi) कुपुत्र
(xii) उत्तीर्ण
(xiii) अनुत्तीर्ण
(xiv) सुगंध
(xv) कुबुद्धि

(ग) अनेक शब्दों के लिए एक शब्द – जिन शब्दों का प्रयोग वाक्यांश या अनेक शब्दों के स्थान पर किया जाता है, उन्हें शब्दों के लिए एक शब्द कहते हैं। अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग करने से भाषा में संक्षिप्तता, स्पष्टता तथा सुंदरता आती है।

अनेक शब्द/वाक्यांशएक शब्द
1. जिसे कभी बुढ़ापा न आए
2. जो कभी न मरे
3. जो जीता न जा सके
4. जिसकी तुलना न हो य
5. जो दिखाई न दे।
6. जिसमें धैर्य न हो।
7. जो पढ़ा न हो
8. जिसको रोका न जा सके।
9. जिसका इलाज न हो सके
10. जो वेतन के बिना काम करे
11. जिस पर विश्वास न किया जा सके।
12. जो ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास रखता हो
13. जो ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास न रखता हो
14. दूसरों से ईष्र्या करने वाला
15. दोपहर के पूर्व का समय
16. जिसने ऋण चुका दिया हो।
17. जो किए हुए उपकारे को माने
18. जिसका आरंभ न हो।
19. जहाँ पहुँचा न जा सके
20. दोपहर के बाद का समय
21. जिसके हृदय में दया और ममता न हो।
22. जो इस लोक में मिलना संभव न हो
23. हृदय की बात जानने वाला
24. जो मानव स्वभाव के विपरीत हो
25. जिसे शाप दिया गया हो ।
26. पत्र-पत्रिकाओं में समाचार भेजने वाला
27. जिसका आकार न हो
28. जो हाथ से लिखा हुआ हो।
29. आठ भुजाओं वाला
30. उपकार को मानने वाला
31. अपनी इंद्रियों को जीतने वाला
32. धर्म को जानने वाला
33. शत्रु की हत्या करने वाला
34. जिसकी कल्पना ने की जा सके
35. जिसका कोई अंत न हो।
36. शरण में आया हुआ
37. अवसर के अनुसार बदल जाने वाला
38. जिसे पर अभियोग लगाया गया हो।
39. जिसे बात में कोई संदेह न हो
अजर
अमर
अजेय
अतुलनी
अदृश्य
अधीर
अनपढ़
अनिवार्य
असाध्य
अवैतनिक
अविश्वसनीय
आस्तिक
नास्तिक
ईर्ष्यालु
पूर्वाह्न
उऋण
कृतज्ञ
अनादि
अगम
अपराह्न
निर्दय
अलौकिक
अंतर्यामी
अमानवीय
अभिशप्त
संवाददाता
निराकार
हस्तलिखित
अष्टभुजी
कृतज्ञ
जितेंद्रिय
धर्मज्ञ
शत्रुघ्न
कल्पनातीत
अनंत
शरणागत
अवसरवादी
अभियुक्त
असंदिग्ध
(घ) समरूपी भिन्नार्थक शब्द (शब्द-युग्म) – ऐसे शब्द जो पढ़ने और सुनने में लगभग एक से लगते हैं, परंतु अर्थ की दृष्टि से भिन्न होते हैं, श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द कहलाते हैं।

जैसे:-
अंश-हिस्सी, अंस-कंधा।

 

शब्दअर्थ
1. अन्न-अन्य
2. अनल-अनिल
3. अंबर-अंबार
4. अरि-अरी
5. आलि-आली
6. अन्यान्य-अन्याय
7. आदि-आदी
8. इंदिरा-इंद्रा
9. कंगाल-कंकाल
10. काठ-काट
11. खान-खान
12. कृपण-कृपाण
13. गुर-गुरु
14. तनु-तनू
15. दिन-दीन
16. देव-दैव
17. कोष-कोश
18. ग्रह-गृह
19. चर्म-चरम
20. चिंता-चिता
21. चिर-चीर
22. छल-छाल
23.जलद-जल्द
24. निर्वाण-निर्माण
25. पथ-पंथ
26. पुर-पूर
27. पवन-पावन
28. पास-पाश
29. प्रणय-परिणय
30. बात-वात
31. लक्ष-लक्ष्य
32. शर-सर
33. हय-हिय
34. शूर-सूर
35. शोक-शौक
36. सुत-सूत
37. शास्त्र-शस्त्र
38. शम-सम
39. श्रवण-श्रमण
40. साला-शाला
41. भवन-भुवन
42. शंकर-संकर
43. कलि-कली
44. पुरुष-पुरुष
45. भवन-भुवन
1. अनाज-दूसरा
2. आग-हवा
3. वस्त्र ,आकाश-ढेर
4. शत्रु-संबोधन
5. भौरा-सखी
6. दूसरे-न्याय के विरुद्ध
7. प्रारंभ-अभ्यस्त
8. लक्ष्मी-इंद्राणी
9. गरीब-हड्डी का ढाँचा
10. लकड़ी-काटना
11. खदान-पठान
12. कंजूस-कटार
13. उपाय-भारी , शिक्षक
14. दुबला  पतला-पुत्र गाय
15. दिवस-गरीब
16. देवता-भाग्य
17. खजाना-शब्द – भंडार
18. नक्षत्र-घर
19. चमड़ा-अंतिम
20. फिक्र-शव की चिता
21. देर, बहुत, समय-कपड़ा
22. कपट-छिलका
23. बादल-शीघ्र
24. मृत्यु-बनाना
25. रास्ता-समुदाय
26. नगर-बाढ़
27. वायु-पवित्र
28. निकट-बंधन
29. प्रेम-विवाह
30. वार्ता-पवन
31. लाख-उद्देश्य
32. तीर-तालाब
33. घोड़ा-हृदय
34. बहादुर-सूरदास
35. दुख-चाव
36. पुत्र-सारथि
37. ग्रंथ-हथियार
38. शांति-बराबर
39. सुनना, कान-बौद्ध, संन्यासी
40. पत्नी का भाई-घर, मकान
41. महल-संसार
42. भगवान शिव-मिश्रित
43. कलियुग-फूल का पूर्वरूप
44. कठोर-मर्द
45. घर-संसार

(ङ) एकार्थी शब्द – जिन शब्दों का अर्थ सदैव एक सा रहता है, उन्हें एकार्थी या एकार्थक शब्द कहते हैं; 

जैसे:-

शब्दअर्थ
पुनीत
लालसा
नियति
कोकिल
तृतीय
मयंक
घाव
कपोल
बच्चा
युवक
सच
कपड़ा
युद्ध
साक्षर
उक्ति
वध
भुजंग
मयूर
ऋण
निपुण
मरीज
बटोही
आरोग्य
डर
चित्र
वारि
संहार
पवित्र
इच्छा
भाग्य
कोयल
तीसरा
चंद्रमा
जख्म
गाल
शिशु
युवा
वास्तविक
वस्त्र
संग्राम
शिक्षित
कथन
हत्या
साँप
मोर
कर्ज
चतुर
रोगी
राहगीर
रोगरहित
भय
तस्वीर
जल
नष्ट
(च) अनेकार्थी शब्द – जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं, वे अनेकार्थी शब्द कहलाते हैं। कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनके एक से अधिक अर्थ होते हैं। इन शब्दों का अर्थ प्रयोग के अनुसार बदलता रहता है। यानी विभिन्न परिस्थितियों में भिन्न-भिन्न अर्थ देने वाले ये शब्द अनेकार्थी शब्द कहलाते हैं।

जैसे:-
कल शब्द का अर्थ मशीन भी है और बीता या आने वाला दिन भी।कुछ अनेकार्थी शब्द

अर्थ
– कारण, धन, मतलब

पत्र – चिट्ठी, पत्ता, पंख
उत्तर – जवाब, एक, दिशा बाद का
बल – शक्ति, सेना, बलराम, ऐंठन
अंबर – आकाश, वस्त्र, केसर, कपास, अभ्रक
मत – राय, नहीं, विचार
अक्ष – आँख, सर्प, पहिया, छुरी, पासों का खेल
मित्र – सूर्य, दोस्त, वरुण देवता
अक्षर – वर्ण, धर्म, मोक्ष, सत्य
मधु – शहद, मीठा, सोमरस, मद्य, वसंत ऋतु
अर्थ – धन, मतलब, प्रयोजन, कारण
योग – युक्ति, ध्यान, उपाय, जोड़, संयोग
ईश्वर – स्वामी, परमेश्वर, संपन्न
सोम – चंद्रमा, अमृत, कपूर, एक पर्वत, सप्ताह का एक दिन
कुल – वंश, सारा, सभी
हंस – आत्मा, सूर्य, विष्णु, घोड़ा, एक प्रकार का पक्षी
गुरु – शिक्षक, भारी, श्रेष्ठ, बड़ा
श्री – कांति, लक्ष्मी, शोभा, संपत्ति, सौदर्य, वृद्धि, सिद्धि
घट – घटा, शरीर, मन
विधि – ढंग, रीति, शास्त्र, नियम तरीका, उपाय, कानून, भाग्य, ब्रह्मा
जड़ – मूर्ख, अचेतन, मूल
पट – वस्त्र, पर्दा, कपाट, छत, सिंहासन
ताल – तालाब, संगीत की ताल
आतुर – रोगी, व्याकुल, उत्सुक, विकल, पीड़िते
दल – पत्ता, सेना, झुंड, पार्टी
हरि – विष्णु, बंदर, सिंह, इंद्र, सर्प, सूर्य

(छ) समान अर्थ प्रतीत होने वाले शब्द – जो शब्द समान अर्थ देने वाले लगते हैं पर वास्तव में उनके अर्थ भिन्न होते हैं। ऐसे शब्द समान अर्थ प्रतीत होने वाले शब्द कहलाते हैं। जैसे:-

शब्दअर्थ
1. अपराध-पापकानून के विरुद्ध कार्य-अनैतिक काम
2. अनुरोध-प्रार्थनाविनती करना-निवेदन करना
3. अधिक-पर्याप्तजरूरत से ज़्यादा-जितनी जरूरत है
4. आवश्यक-अनिवार्यजरूरी-जिसके बिना काम असंभव हो
5. कष्ट-क्लेशसभी प्रकार के दुख-मन का दुख
6. खेद-शोकगलती होने पर दुख प्रकट करना-मृत्यु पर दुख प्रकट करना
7. अस्त्र-शस्त्रजिसे फेंककर इस्तेमाल किया जाता है; जैसे-भाला, बाण-जिसे हाथ से पकड़कर चलाया जाए; जैसे-तलवार, लाठी
8. दुर्गम-अगमजहाँ पहुँचना कठिन हो-जहाँ पहुँचना संभव न हो
9. विवेक-ज्ञानअच्छाई-बुराई की पहचान-किसी विषय की जानकारी
10. सुख-आनंदलाभ होने पर खुशी का भाव-दुख और सुख से ऊपर उठना
11. प्रेम-स्नेहप्रणय, सभी के प्रति-छोटो के प्रति
12. गर्व-गौरवकिसी उपलब्धि पर सच्चा गर्व-किसी प्रतिष्ठा पर गर्व

प्रश्न 1. भंडार क्या है भंडार के प्रकार बताइए ?

हिंदी भाषा का शब्द-भंडार समृद्ध है, उसकी लिपि नागरी वैज्ञानिक है, भाषा की जिस सार्थक स्वतंत्रा लघुतम इकाई को ‘शब्द कहा जाता है, उसके अनेक भेद है। अर्थ, व्युत्पत्ति, उत्पत्ति, प्रयोग आदि के आधर पर शब्दों काव र्गीकरण विद्वानों ने किया है।

प्रश्न 2. शब्द भंडार से क्या अभिप्राय है ?

शब्द-भंण्डार– किसी भाषा में प्रयुक्त होने वाले शब्दों के समूह को उस भाषा का शब्द-भंडार कहते हैं। प्रत्येक भाषा का शब्द भंडार समय के साथ घटता-बढ़ता रहता है।

प्रश्न 3. 2 वर्ष के बालक का शब्द भंडार कितना होता है ?

दो से चार वर्ष की अवस्था में बच्चे का शब्दकोश 300 शब्दों का हो जाता है।

प्रश्न 4. शब्द के भेद कितने प्रकार के होते हैं ?

रचना के आधार पर शब्द के ‘तीन‘ भेद हैं – रूढ़, यौगिक तथा योगरूढ़ शब्द।

प्रश्न 5. भेद का दूसरा शब्द क्या है ?

विश्लेषण करें, वर्गीकृत करें, विशेषताएँ निर्धारित करें, अंतर करें, भेदभाव करें, विभाजित करें, पता करें, पहचानें, जानें, योग्यता प्राप्त करें, पहचानें, अलग करें, पता लगाएँ, खोजें, नोटिस करें, अनुभव करें, पढ़ें, देखें, प्रशंसा करें।

प्रश्न 6. लेखांकन में भंडार कैसे काम करते हैं ?

संचय बचत खातों की तरह हैं – भविष्य के उद्देश्य के लिए धन का संचय। रिजर्व के लिए धन का स्रोत संचालन से अधिशेष हो सकता है, या अनुसूचित स्थानान्तरण जो नियोजित और बजट किया गया है।

प्रश्न 7. हिंदी का शब्द भंडार कितना है ?

हिंदी की संभाल के लिए उत्तरदायी शीर्ष सरकारी अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि भारी संख्या में ‘ट्रेन’ जैसे विदेशी शब्दों को आत्मसात करने से आम बोलचाल की हिंदी के शब्द-भंडार में शब्दों की संख्या करीब 20,000 से बढ़ कर 1.5 लाख के आंकड़े को छू चुकी है।

प्रश्न 8. 5 वर्ष के बालक का शब्द भंडार कितना होता है ?

5 वर्ष तक बच्चा- 2100 शब्द , 11 वर्ष तक बच्चा- 50000 शब्द , 14 वर्ष तक- 80000 शब्द, 16 वर्ष से आगे- 100000 से भी अधिक शब्द बोलना सीख जाता है।

प्रश्न 9. व्याकरण में शब्द क्या होते हैं ?

एक शब्द भाषा की एक एकल इकाई है। चार मुख्य शब्द वर्ग हैं: क्रिया, संज्ञा, विशेषण और क्रिया विशेषण। एक खंड व्याकरण की मूल इकाई है, जो आमतौर पर एक विषय, एक क्रिया वाक्यांश और कभी-कभी एक पूरक से बना होता है।

प्रश्न 10. अरबी शब्द कितने होते हैं ?

अरबी में 12 मिलियन सेअधिक विशिष्ट शब्द हैं। इसे संदर्भ में रखने के लिए, ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी में केवल 170,000 से अधिक शब्द शामिल हैं। एक उदाहरण के रूप में, अरबी में प्रेम के लिए 23 शब्द हैं।
NCERT Solution Class 6th Hindi Grammar Vyaakaran
भाषा, लिपि और व्याकरण
वर्ण-विचार
शब्द-विचार
संज्ञा
संज्ञा के विकार
वचन
कारक
सर्वनाम
विशेषण
क्रिया
काल
वाच्य
अव्यय या अविकारी शब्द
संधि
समास
उपसर्ग
प्रत्यय
वाक्य-विचार
विराम-चिह्न
अशुद्ध वाक्यों का संशोधन
मुहावरे और लोकोक्तियाँ
शब्द-भंडार
निबंध-लेखन
अपठित गद्यांश
अपठित पद्यांश
पत्र-लेखन
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