NCERT Solutions Class 10th science Chapter – 14 ऊर्जा के स्रोत (sources of energy)
Text Book | NCERT |
Class | 10th |
Subject | Science |
Chapter | Chapter – 14 |
Chapter Name | ऊर्जा के स्रोत |
Category | Class 10th Science Question & Answer in Hindi |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 10th science Chapter – 14 ऊर्जा के स्रोत (sources of energy)
?Chapter – 14?
✍ऊर्जा के स्रोत✍
?प्रश्न उत्तर?
प्रश्न: 1 ऊर्जा के अच्छे स्रोत से आप क्या समझते हैं?
?♂️उत्तर – ऊर्जा का अच्छा स्रोत वह होता है जिसमें निम्नलिखित गुण हों:
• यह प्रति यूनिट वॉल्युम या मास के हिसाब से अधिक कार्य करे
• यह आसानी से उपलब्ध हो
• इसे कहीं लाना ले जाना आसान हो
• यह सस्ता हो
प्रश्न: 2 एक अच्छा ईंधन किसे कहते हैं?
?♂️उत्तर – एक अच्छे ईंधन में निम्नलिखित गुण होने चाहिए:
• यह प्रति यूनिट वॉल्युम या मास के हिसाब से अधिक कार्य करे
• इसका इग्निशन टेम्परेचर कम हो
• यह आसानी से उपलब्ध हो
• इसे कहीं लाना ले जाना आसान हो
• इसे स्टोर करके रखना आसान हो
• इसके इस्तेमाल में कम से कम गंदगी फैलती हो
• यह सस्ता हो
प्रश्न: 3 खाना गर्म करने के लिये आप किस ईंधन का इस्तेमाल करना पसंद करेंगे? क्यों?
?♂️उत्तर – एलपीजी आसानी से किचेन में उपलब्ध रहता है। इसे इस्तेमाल करना आसान है और यह धुँआ भी नहीं छोड़ता है। इसलिये खाना गर्म करने के लिये मैं एलपीजी का इस्तेमाल करना पसंद करूंगा।
प्रश्न: 4 फॉसिल फ्यूल से क्या नुकसान हैं?
?♂️उत्तर – फॉसिल फ्यूल से निम्नलिखित नुकसान हैं :
• फॉसिल फ्यूल नॉन रिन्युएबल संसाधन हैं जो जल्दी ही समाप्त हो जाएँगे।
• फॉसिल फ्यूल के जलाने से वायु प्रदूषण होता है।
• फॉसिल फ्यूल के जलाने से एसिड रेन की समस्या होती है।
प्रश्न: 5 आज ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों की जरूरत क्यों पड़ रही है?
?♂️उत्तर – आज के युग में हम फॉसिल फ्यूल पर जरूरत से ज्यादा निर्भर हैं। यह दो कारणों से एक गंभीर समस्या है। पहला कारण है; फॉसिल फ्यूल से से होने वाला वायु प्रदूषण। दूसरा कारण है; जल्दी ही फॉसिल फ्यूल का भंडार समाप्त हो जायेगा। इसलिये हमें ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को तलाशने की जरूरत है। इससे हम वायु प्रदूषण को कम कर पाएँगे। इससे उस परेशानी से भी बचा जा सकता है जो कोई ईंधन ना मिलने की स्थिति में हो सकती है।
प्रश्न: 6 पवन ऊर्जा और पानी की ऊर्जा के परंपरागत इस्तेमाल के तरीकों में किस तरह से सुधार हुए हैं जिससे हमारा जीवन आसान हुआ है?
?♂️उत्तर – अब अत्याधुनिक विंड मिल की सहायता से पवन ऊर्जा से बिजली पैदा की जा रही है। पानी की ऊर्जा का भी इस्तेमाल आज बिजली बनाने में हो रहा है। बिजली पैदा करने से किसी ऊर्जा स्रोत का हम बेहतर इस्तेमाल कर पाते हैं। इससे तारों के सहारे दूर दराज के क्षेत्रों में भी ऊर्जा उपलब्ध कराई जा सकती है।
प्रश्न: 7 सोलर कुकर के लिये किस तरह का मिरर सही होता है; कॉन्केव या कॉन्वेक्स? अपने उत्तर का कारण बताएँ।
?♂️उत्तर – कॉन्केव मिरर एक कंवर्जिंग मिरर होता है; इसलिये यह सारी हीट एनर्जी को फोकस पर केंद्रित करता है। इसलिये सोलर कुकर के लिये कॉन्केव मिरर सही होता है।
प्रश्न: 8 समुद्र से मिलने वाली ऊर्जा की क्या खामियाँ हैं?
?♂️उत्तर – अभी इसके लिये टेक्नॉलोजी शुरुआती दौर में हैं। वे बहुत ही महँगे हैं। टाइडल एनर्जी और वेव एनर्जी को केवल तटीय क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जा सकता है। कई पर्यावरण एक्टिविस्ट इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्हें डर है कि इससे समुद्र के फ्लोरा और फॉना को नुकसान पहुँचेगा। वे कोरल रीफ को होने वाले नुकसान के प्रति भी चिंतित है।
प्रश्न: 9 जियोथर्मल एनर्जी क्या है?
?♂️उत्तर – धरती के भीतर से मिलने वाली हीट को जियोथर्मल एनर्जी कहते हैं। यह उस पिघले हुए मैग्मा से आती है जो पृथ्वी के भीतर मौजूद है।
प्रश्न: 10 न्युक्लियर एनर्जी के क्या फायदे हैं?
?♂️उत्तर – लंबे समय के इस्तेमाल के हिसाब से यह काफी सस्ता साबित होता है; क्योंकि फ्यूल के एक छोटी सी मात्रा से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है। इससे वायु प्रदूषण नहीं होता है।
प्रश्न: 11 क्या ऊर्जा का स्रोत प्रदूषण से मुक्त हो सकता है? अपने उत्तर का कारण दीजिए।
?♂️उत्तर – ऊर्जा के किसी भी स्रोत का इस्तेमाल करने में पर्यावरण को कुछ न कुछ नुकसान अवश्य होता है। लेकिन ऊर्जा के कुछ स्रोत प्रदूषण से मुक्त हो सकते हैं। अगर सही तकनीक का इस्तेमाल किया जाये तो सौर ऊर्जा इस प्रकार की ऊर्जा साबित हो सकती है।
प्रश्न: 12 हाइड्रोजन का इस्तेमाल रॉकेट के ईंधन के रूप में हो रहा है। क्या यह सीएनजी की तुलना में एक स्वच्छ ईंधन है? अपने उत्तर का कारण बताएँ।
?♂️उत्तर – सीएनजी की तुलना में हाइड्रोजन एक स्वच्छ ईंधन हो सकता है। सीएनजी को जलाने पर कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनती है। लेकिन हाइड्रोजन को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने से पानी बनता है जो किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं करता है।
प्रश्न: 13 ऊर्जा के दो ऐसे स्रोतों के नाम बताएँ तो रिन्युएबल हैं। अपने उत्तर का कारण बताएँ।
?♂️उत्तर – वाटर साइकल के माध्यम से पानी अपने अलग अलग भौतिक अवस्थाओं में बदलता रहता है। सोलर एनर्जी सूर्य से मिलती है और सूर्य हमारे लिये ऊर्जा का सबसे अहम स्रोत है। इसलिये सोलर एनर्जी और हाइडेल एनर्जी को रिन्युएबल सोर्स माना जा सकता है।
प्रश्न: 14 ऊर्जा के दो ऐसे स्रोत के नाम बताएँ जो एक्झॉस्टिबल हैं। अपने उत्तर का कारण बताएँ।
?♂️उत्तर – कोयला और पेट्रोलियम को बनने में करोड़ों साल लग जाते हैं। इसलिये उनका नवीनीकरण निकट भविष्य में करना संभव नहीं है। इसलिये कोयला और पेट्रोलियम एक्झॉस्टिबल हैं।
अभ्यास
प्रश्न:1 सोलर वाटर हीटर से किस दिन गर्म पानी नहीं मिल सकता है?
(a) जिस दिन धूप निकली हो
(b) जिस दिन बादल छाये हों
(c) जो दिन बहुत गर्म हो
(d) जिस दिन तेज हवा चल रही हो
?♂️उत्तर – (b) जिस दिन बादल छाये हों
प्रश्न:2 इनमें से कौन बायोमास का उदाहरण नहीं है?
(a) लकड़ी
(b) गोबर गैस
(c) न्युक्लियर एनर्जी
(d) कोयला
?♂️उत्तर – (c) न्युक्लियर एनर्जी
प्रश्न:3 ऊर्जा के अधिकतर स्रोत में सोलर एनर्जी जमा रहती है। इनमें से किसमें सोलर एनर्जी जमा नहीं रहती है?
(a) जियोथर्मल एनर्जी
(b) पवन ऊर्जा
(c) न्युक्लियर एनर्जी
(d) बायोमास
?♂️उत्तर – (c) न्युक्लियर एनर्जी
प्रश्न:4 ऊर्जा के स्रोत के रूप में फॉसिल फ्यूल और सोलर एनर्जी की तुलना कीजिए।
?♂️उत्तर –
फॉसिल फ्यूल | सोलर एनर्जी |
---|---|
इसे बनने में करोड़ों साल लग जाते हैं। | सूरज के निकलने के साथ ही यह ऊर्जा हमें मिलने लगती है। |
फॉसिल फ्यूल के इस्तेमाल से प्रदूषक गैसें बनती हैं। | ऐसी कोई गैस नहीं बनती है। |
यह भविष्य में समाप्त हो जायेगा। | यह कभी समाप्त नहीं होगा। |
यह ऊर्जा का परंपरागत स्रोत है। | यह ऊर्जा का गैर परंपरागत स्रोत है। |
प्रश्न:5 बायोमास और हाइड्रोइलेक्ट्रिक एनर्जी की तुलना करें।
?♂️उत्तर –
बायोमास | हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी |
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यह जीवों से आता है। | यह पानी से मिलता है; जो एक निर्जीव वस्तु है। |
ऊर्जा प्राप्त करने के लिये ईंधन को जलाना पड़ता है। | इसमें दहन की जरूरत नहीं होती है। |
इसके इस्तेमाल से प्रदूषक गैसें बनती हैं। | कोई प्रदूषक गैस नहीं बनती है। |
प्रश्न:6 निम्नलिखित से ऊर्जा प्राप्त करने के पीछे कौन सी खामियाँ आती हैं:
प्रश्न: (a) पवन
?♂️उत्तर – पवन ऊर्जा की कई खामियाँ हैं। यह वैसे स्थानों पर ही इस्तेमाल हो सकती है जहाँ हवा इतनी तेज चलती है कि विंडमिल के पंखे घूम सकें। विंडमिल को लगाने में बहुत खर्च आता है। विंडमिल में घूमने वाले कई कल पुर्जे होते हैं। इसलिये उसके रख रखाव में काफी खर्चा आता है।
प्रश्न: (b) तरंग
?♂️उत्तर – वेव एनर्जी को केवल तटीय क्षेत्रों में हारनेस किया जा सकता है। वेव एनर्जी को हारनेस करने की टेक्नॉलोजी अभी शुरुआती दौर में है। इसलिये अभी यह महंगी साबित हो रही है।
प्रश्न: (c) ज्वार
?♂️उत्तर – टाइडल एनर्जी को वैसे तटीय क्षेत्रों में ही हारनेस किया जा सकता है जहाँ टाइड आते हैं। टाइडल एनर्जी के लिये जो प्लांट लगता है उससे कोरल रीफ को नुकसान पहुँचता है। अभी इसके लिये टेक्नॉलोजी शुरुआती दौर में ही है।
प्रश्न:7 ऊर्जा के स्रोतों को निम्नलिखित प्रकारों में आप किस आधार पर रखेंगे? (a) रिन्युएबल और नॉन-रिन्युएबल (b) एक्झॉस्टिबल और इनेक्झॉस्टिबल? दोनों के उदाहरण एक जैसे हैं या नहीं?
?♂️उत्तर – निकट भविष्य में नवीनीकरण की सहूलियत के आधार पर ऊर्जा के स्रोतों को रिन्युएबल और नॉन-रिन्युएबल की श्रेणी में रखा जा सकता है। ऊर्जा का कोई स्रोत निकट भविष्य में समाप्त हो जायेगा या नहीं; इस आधार पर उन्हें एक्झॉस्टिबल या इनेक्झॉस्टिबल की श्रेणी में रखा जा सकता है। दोनों मापदंड अलग-अलग लगते हैं लेकिन दोनों एक जैसे ही हैं। ऊर्जा का जो स्रोत निकट भविष्य में समाप्त हो जायेगा उसका नवीनी करण संभव नहीं है; और इसका उलटा भी सत्य है।
प्रश्न:8 ऊर्जा के एक आदर्श स्रोत के गुण क्या हैं?
?♂️उत्तर – ऊर्जा के एक आदर्श स्रोत में निम्नलिखित गुण होने चाहिए:
• यह प्रति यूनिट वॉल्युम या मास के हिसाब से अधिक कार्य करे
• यह आसानी से उपलब्ध हो
• इसे कहीं लाना ले जाना आसान हो
• यह सस्ता हो
प्रश्न:9 सोलर कुकर को इस्तेमाल करने के फायदे और नुकसान क्या हैं? ऐसी कोई जगह है जहाँ सोलर कुकर का बहुत कम इस्तेमाल हो सकता है?
?♂️उत्तर – सोलर कुकर के फायदे निम्नलिखित हैं:
• इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है।
• इसके इस्तेमाल से कोई प्रदूषण नहीं होता है।
• सोलर कुकर के इस्तेमाल करने में कोई खर्च नहीं होता है।
सोलर कुकर की खामियाँ –
• यह बहुत धीमे काम करता है और खाना बनने में बहुत समय लगता है।
• सोलर कुकर भारी भरकम होने की वजह से इस्तेमाल में आसान नहीं होते हैं।
• इनका इस्तेमाल केवल दिन में हो सकता है।
• इन्हें वैसे स्थानों पर ही इस्तेमाल किया जा सकता है जहाँ प्रचुर मात्रा में धूप आती है।
• उन्हें जाड़े या बरसात के मौसम में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
प्रश्न:10 ऊर्जा की बढ़ती हुई मांग से पर्यावरण पर क्या असर पड़ता है? ऊर्जा की खपत कम करने के लिये आप क्या कदम उठाएँगे?
?♂️उत्तर – ऊर्जा की बढ़ती मांग से पर्यावरण पर निम्नलिखित असर पड़ता है:
• वायु प्रदूषण
• ग्लोबल वार्मिंग
ऊर्जा की खपत को कम करने के लिये हमें तीन Rs (Reduce, Reuse, Recycle) के सिद्धांत को अपनाना होगा। हमें अपने उपभोग में कमी लानी होगी। जितना संभव हो सके पुराने सामान को बार बार इस्तेमाल करना होगा। जो सामान बेकार हो गये हैं उन्हें रिसाइकलिंग के लिये देना होगा। इससे प्राकृतिक संसाधन के दोहन को कम करने में मदद मिलेगी। हमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने की भी जरूरत है ताकि पेट्रोल और डीजल की खपत कम हो सके।