NCERT Solutions Class 10th Social Science Civics Chapter – 2 संघवाद (Federalism)
Text Book | NCERT |
Class | 10th |
Subject | Social Science (Civics) |
Chapter | 2nd |
Chapter Name | संघवाद (Federalism) |
Category | Class 10th Social Science Civics |
Medium | Hindi |
Source | Last Doubt |
NCERT Solutions Class 10th Social Science Civics Chapter – 2 संघवाद (Federalism) Question Answer in Hindi इस अध्याय में हम संघवाद का क्या अर्थ होता है?, संघवाद क्या है और इसकी विशेषताएं क्या है?, संघवाद का उदाहरण क्या है?, भारत में संघवाद कहाँ से लिया गया है?, भारत में किस प्रकार का संघवाद है?, भारतीय संघवाद की विशेषता क्या है?, भारत में संघवाद क्यों जरूरी है?, भारत में संघवाद क्यों सफल हुआ है?, भारत को संघीय देश क्या बनाता है?, संघवाद कितने प्रकार के होते हैं?, संघवाद की प्रकृति क्या है? इत्यादि के बारे में पढ़ेंगे। |
NCERT Solutions Class 10th Social Science Civics Chapter – 2 संघवाद (Federalism)
Chapter – 2
संघवाद
प्रश्न – उत्तर
प्रश्न 1. भारत के खाली राजनीतिक नक्शे पर इन राज्यों की उपस्थिति दर्शाएँ : मणिपुर, सिक्किम, छत्तीसगढ़ और गोवा।
उत्तर –
प्रश्न 2. विश्व के खाली राजनीतिक मानचित्र पर भारत के अलावा संघीय शासन वाले तीन देशों की अवस्थिति बताएँ और उनके नक्शे को रंग से भरें।
उत्तर – कनाडा, अमरीका और बेल्जियम।
प्रश्न 3. भारत की संघीय व्यवस्था में बेल्जियम से मिलती-जुलती एक विशेषता और उससे अलग एक विशेषता को बताएँ।
उत्तर – बेल्जियम से मिलती-जुलती व्यवस्था – भारत में संविधान ने मौलिक रूप से दो स्तरीय शासन व्यवस्था का प्रावधान किया था-संघ सरकार और राज्य सरकारें। केंद्र सरकार को पूरे भारतीय संघ का प्रतिनिधित्व करना था और अलग-अलग राज्यों के लिए राज्य सरकारें होगीं। केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का बँटवारा संविधान में विषयों की तीन सूचियों के द्वारा कर दिया गया। बेल्जियम में भी केंद्र और राज्य दो प्रकार की सरकारें हैं और दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र में स्वतंत्र हैं।
बेल्जियम से अलग एक विशेषता – केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सत्ता का बँटवारा हमारे संविधान की बुनियादी बात है। अधिकारों के इस बँटवारे में बदलाव करना आसान नहीं है। अकेले संसद इसमें परिवर्तन नहीं कर सकती। इसके लिए पहले संसद के दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत से प्रस्ताव पास करना होगा, फिर कम-से-कम आधे राज्यों की विधानसभाओं से उसे मंजूर करवाना होगा। इसलिए इस विशेषता को कठोर संविधान कहते हैं। यह संघात्मक शासन के लिए जरूरी है।
प्रश्न 4. शासन के संघीय और एकात्मक स्वरूपों में क्या-क्या मुख्य अंतर हैं? इसे उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट करें।
उत्तर –
क्र० सं० | सूची | संघात्मक सरकार | एकात्मक सरकार |
1. | 1. सरकारों का स्तर | संघात्मक शासन में दो स्तरों वाली सरकारें काम करती हैं- केंद्र सरकार और राज्य सरकार। जैसे- भारत, अमरीका आदि में। | एकात्मक शासन में एक स्तरीय सरकार होती है। यही पूरे देश के लिए कानून बनाने, लागू करने का काम करती है। जैसे-ब्रिटेन और फ्रांस में एकात्मक शासन व्यवस्था है। |
2 | 2. सरकारों के अधिकार | संघात्मक शासन में दोनों प्रकार की सरकारों को अपने अधिकार संविधान द्वारा प्राप्त होते हैं जिससे कोई सरकार दूसरी सरकार पर नियंत्रण न कर सके। | एकात्मक शासन में एक ही सरकार प्रमुख होती है। वह अपनी सुविधा के लिए राज्य सरकारों का निर्माण करती है। किंतु उन्हें शक्तियाँ संविधान द्वारा प्राप्त नहीं होती बल्कि केंद्र सरकार उन्हें कुछ शक्तियाँ दे सकती है। |
3 | 3. संविधान में संशोधन | संघात्मक शासन में संविधान में संशोधन एक जटिल प्रक्रिया द्वारा किया जाता है जो कानून बनाने की प्रक्रिया से अलग होती है।इसके लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की सहमति आवश्यक होती है। जैसे भारत तथा अमरीका में। | एकात्मक शासन में संविधान में संशोधन करने की प्रक्रिया बहुत सरल होती है। केंद्र सरकार जब चाहे तब संविधान में परिवर्तन कर सकती है। जैसे- इंग्लैंड तथा फ्रांस में। |
4 | 4. नागरिकता | संघात्मक शासन वाले देशों में लोगों को दोहरी नागरिकता प्राप्त होती है। जैसे- अमरीका में रहनेवाला कोई व्यक्ति अमरीका का भी नागरिक होगा तथा जिस राज्य में वह रहता है वहाँ का भी नागरिक कहलाएगा। परंतु भारतीय संघीय व्यवस्था इसका अपवाद है यहाँ पर लोगों को दोहरी नागरिकता की जगह एकहरी नागरिकता प्राप्त है यानि भारत का नागरिक केवल उस राज्य का नागरिक नहीं है जिसमें वह रहता है। | एकात्मक शासन वाले देशों में रहने वाले लोग केवल अपने देश के नागरिक कहलाते हैं चाहे वे उसके किसी भी भाग में रहते हों। जैसे- इंग्लैंड में रहनेवाले व्यक्ति केवल ब्रिटिश कहलाते हैं। उन्हें इकहरी नागरिकता प्राप्त होती है। |
5 | 5. वित्तीय स्वायत्तता | संघात्मक शासन में दोनों प्रकार की सरकारों को वित्तीय स्वायत्तता प्राप्त होती है। दोनों सरकारों के राजस्व के अलग-अलग स्रोत निर्धारित हैं। | एकात्मक शासन में राज्य सरकारों को वित्तीय स्वायत्तता नहीं होती। वे पूर्ण रूप से केंद्र सरकार पर निर्भर करते हैं। |
6 | 6. न्यायपालिका की भूमिका | संघात्मक शासन में न्यायपालिका महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है, केंद्र और राज्यों के बीच होनेवाले झगड़ों को निपटाती है तथा संविधान की व्याख्या भी करती है। जैसे- भारत और अमरीका में न्यायपालिका सरकारों द्वारा बनाए गए कानूनों की जाँच करती है तथा संविधान की व्याख्या करती है इसलिए उसे ‘संविधान का संरक्षक’ कहते हैं। | एकात्मक देशों में न्यायपालिका की भूमिका महत्त्वपूर्ण नहीं होती। वहाँ सारी शक्तियाँ केंद्र सरकार के हाथों में होती हैं। यदि कोई राज्य सरकार उसके कहे अनुसार काम न करे तो वह उसे समाप्त कर सकती है। |
प्रश्न 5. 1992 के संविधान संशोधन के पहले और बाद के स्थानीय शासन के दो महत्वपूर्ण अंतरों को बताएँ।
उत्तर – 1992 के संविधान संशोधन के पहले स्थानीय शासन निकायों के पास संवैधानिक शक्ति नहीं होती थी। उस समय स्थानीय निकायों के चुनाव भी नियमित रूप से नहीं हो पाते थे। लेकिन 1992 के संशोधन के बाद चीजें बदल गई हैं।
प्रश्न 6. रिक्त स्थानों को भरें-
चूँकि अमरीका …………तरह का संघ है इसलिए वहाँ सभी इकाइयों को समान अधिकार है। संघीय सरकार के मुकाबले प्रांत ………..हैं। लेकिन भारत की संघीय प्रणाली ………….की है और यहाँ कुछ राज्यों को औरों से ज्यादा शक्तियाँ प्राप्त हैं।
उत्तर – चूँकि अमरीका सबको साथ लाने वाले तरह का संघ है इसलिए वहाँ सभी इकाइयों को समान अधिकार है। संघीय सरकार के मुकाबले प्रांत अधिक शक्तिशाली हैं। लेकिन भारत की संघीय प्रणाली सबको जोड़ने की है और यहाँ कुछ राज्यों को औरों से ज्यादा शक्तियाँ प्राप्त हैं।
प्रश्न 7. भारत की भाषा नीति पर नीचे तीन प्रतिक्रियाएँ दी गई हैं। इनमें से आप जिसे ठीक समझते हैं उसके पक्ष में तर्क और उदाहरण दें।
संगीता – प्रमुख भाषाओं को समाहित करने की नीति ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है।
अरमान – भाषा के आधार पर राज्यों के गठन ने हमें बाँट दिया है। हम इसी कारण अपनी भाषा के प्रति सचेत हो गए हैं।
हरीश – इस नीति ने अन्य भाषाओं के ऊपर अँगरेजी के प्रभुत्व को मजबूत करने भर का काम किया है।
उत्तर – संगीता का तर्क सबसे सही लगता है। भाषा का इस्तेमाल केवल एक दूसरे के साथ संवाद करने के लिये ही नहीं होता बल्कि भाषा उस संस्कृति और सभ्यता का अहम हिस्सा होती है जिसे विकसित होने में हजारों साल लगते हैं। लोगों का अपनी भाषा के साथ भावनात्मक जुड़ाव होता है। भारत की भाषा नीति लोगों में दूसरों की संस्कृति के लिए सम्मान जगाने की कोशिश है और इससे भारत की एकता को मजबूत करने में मदद मिली है।
प्रश्न 8. संघीय सरकार की एक विशिष्टता है-
(क) राष्ट्रीय सरकार अपने कुछ अधिकार प्रांतीय सरकारों को देती है।
(ख) अधिकार विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच बँट जाते हैं।
(ग) निर्वाचित पदाधिकारी ही सरकार में सर्वोच्च ताकत का उपयोग करते हैं।
(घ) सरकार की शक्ति शासन के विभिन्न स्तरों के बीच बँट जाती है।
उत्तर – सरकार की शक्ति शासन के विभिन्न स्तरों के बीच बँट जाती है।
प्रश्न 9. भारतीय संविधान की विभिन्न सूचियों में दर्ज कुछ विषय यहाँ दिए गये हैं। इन्हें नीचे दी गई तालिका में संघीय सूची, राज्य सूची और समवर्ती सूची वाले समूहों में लिखें: रक्षा, पुलिस, कृषि, शिक्षा, बैंकिंग, वन, संचार, व्यापार, विवाह।
1.संघीय सूची | |
2.राज्य सूची | |
3.समवर्ती सूची |
उत्तर –
1 | 2 |
---|---|
1.संघीय सूची | रक्षा, बैंकिंग, संचार, विवाह |
2.राज्य सूची | कृषि, पुलिस |
3.समवर्ती सूची | शिक्षा, वन, व्यापार |
प्रश्न 10. नीचे भारत में शासन के विभिन्न स्तरों और उनके कानून बनाने के अधिकार क्षेत्र के जोड़े दिए गये हैं। इनमें से कौन सा जोड़ा सही मेल वाला नहीं है?
1 | 2 |
---|---|
a) राज्य सरकार | राज्य सूची |
b) केंद्र सरकार | संघीय सूची |
c) केंद्र और राज्य सरकार | समवर्ती सूची |
d) स्थानीय सरकार | अवशिष्ट अधिकार |
उत्तर – स्थानीय सरकार → अवशिष्ट अधिकार
प्रश्न 11. सूची I और सूची II में मेल ढूँढे और नीचे दिए गए कोड के आधार पर सही उत्तर चुनें।
सूची I | सूची II |
1. भारतीय संघ | (अ) प्रधानमंत्री |
2. राज्य | (ब) सरपंच |
3. नगर निगम | (स) राज्यपाल |
4. ग्राम पंचायत | (द) मेयर |
1 | 2 | 3 | 4 | |
सा | द | अ | ब | स |
रे | ब | स | द | अ |
गा | अ | स | द | ब |
मा | स | द | अ | ब |
उत्तर – (गा) 1. -अ, 2. -स, 3. -द, 4. -ब
प्रश्न 12. इन बयानों पर गौर करें-
(अ) संघीय व्यवस्था में संघ और प्रांतीय सरकारों के अधिकार स्पष्ट रूप से तय होते हैं।
(ब) भारत एक संघ है क्योंकि केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकार संविधान में स्पष्ट रूप से दर्ज हैं और अपने-अपने विषयों पर उनका स्पष्ट अधिकार है।
(स) श्रीलंका में संघीय व्यवस्था है क्योंकि उसे प्रांतों में बाँट दिया गया है।
(द) भारत में संघीय व्यवस्था नहीं रही क्योंकि राज्यों के कुछ अधिकार स्थानीय शासन की इकाइयों में बाँट दिए गए हैं। ऊपर दिए गए बयानों में कौन-कौन सही हैं?
(सा) अ, ब और स
(रे) अ, स और द
(गा) अ और ब
(मी) ब और स
उत्तर – (गा) अ और ब सही हैं।
NCERT Solution Class 10th Social Science Civics All Chapters Question & Answer In Hindi |
Chapter – 1 सत्ता की साझेदारी |
Chapter – 2 संघवाद |
Chapter – 3 जाति, धर्म और लैंगिक मसले |
Chapter – 4 राजनीतिक दल |
Chapter – 5 लोकतंत्र के परिणाम |
Class 10th Social Science Civics All Chapters MCQ In Hindi |
Chapter – 1 सत्ता की साझेदारी |
Chapter – 2 संघवाद |
Chapter – 3 जाति, धर्म और लैंगिक मसले |
Chapter – 4 राजनीतिक दल |
Chapter – 5 लोकतंत्र के परिणाम |
NCERT Solution Class 10th Social Science Civics All Chapters Notes In Hindi |
Chapter – 1 सत्ता की साझेदारी |
Chapter – 2 संघवाद |
Chapter – 3 जाति, धर्म और लैंगिक मसले |
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