NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 1 भारत – आकार और स्थिति (India Size and Location) Notes in Hindi

NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 1 भारत – आकार और स्थिति (India Size and Location)

Text BookNCERT
Class 9th
Subject Social Science (भूगोल)
Chapter1st
Chapter Nameभारत – आकार और स्थिति (India Size and Location) 
CategoryClass 9th Geography Notes in Hindi 
MediumHindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 1 भारत-आकार और स्थिति (India Size and Location) Notes in Hindi जिसमे हम सभी भारत की स्थिति व आकार से आप क्या समझते हैं?, भारत कक्षा 9 का आकार और सीमा क्या है?, भारत का भौगोलिक आकार और आकार क्या है?, भारत में कुल कितने भौगोलिक क्षेत्र है?, क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का कौन सा स्थान है? आदि को समझने वाले है।

NCERT Solutions Class 9th Social Science Geography Chapter – 1 भारत – आकार और स्थिति (India Size and Location)

Chapter – 1

भारत आकार और स्थिति

Notes

विश्व मानचित्र पर भारत की स्थिति

(i) विश्व के मानचित्र पर भारत की स्थिति 8°4‘ उत्तरी अक्षांश से लेकर 37°6‘ उत्तरी अक्षांश के बीच तथा पश्चिम में 68°7‘ पूर्वी देशांतर से लेकर 97°25‘ पूर्वी देशांतर के बीच में है।

(ii) इसका उत्तर से दक्षिण तक विस्तार लगभग 3214 कि० मी० है, जबकि पूर्व से पश्चिम तक विस्तार 2933 कि० मी० है। इस तरह इसके अक्षांशीय व देशांत विस्तार में लगभग 30° का अंतर है।

(iii) मुख्य भू-भाग के दक्षिण-पूर्व में, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में तथा दक्षिण-पश्चिम में लक्षद्वीप द्वीप समूह अरब सागर में स्थित है।

भारत का आकार

(i) भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किलोमीटर है और भारत विश्व का 7 वां बड़ा देश है, जो विश्व के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है। भारत की स्थल सीमा रेखा लगभग 15,200 कि.मी. और समुद्री तट रेखा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा लक्षद्वीप समूह के साथ 7,516.6 कि.मी. है।

(ii) भारत के उत्तर-पश्चिम, उत्तर तथा उत्तर-पूर्वी सीमा पर नवीनतम वलित पर्वत है। इसके दक्षिण का भू-भाग उत्तर में चौड़ा है और 22⁰ उत्तरी अक्षांश से हिंद महासागर की ओर संकरा होता गया है| इसके पश्चिम में अरब सागर तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी स्थित है।

(iii) भारत के पूर्व-पश्चिम का विस्तार उत्तर-दक्षिण के विस्तार की अपेक्षा कम प्रतीत होता है। 82⁰30’ पूर्व देशांतर रेखा को भारत की मानक याम्योत्तर माना गया है जो कि उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर से गुजरती है।

(iv) गुजरात से अरूणाचल प्रदेश के स्थानीय समय में दो घंटे का अंतर है। अक्षांश का प्रभाव दक्षिण से उत्तर की ओर, दिन और रात की अवधि पर पड़ता है।

(v) भारत की समुद्री सीमा – भारत की समुद्री सीमा मुख्य भूमि से 12 समुद्री मील अर्थात लगभग 21.9 किलोमीटर तक है।

कर्क रेखा – कर्क रेखा या 23°30′ उत्तरी अक्षांश वृत्त देश को दो बराबर भागों में बाँटती है।

कर्क रेखा जहाँ से गुजरती है उन राज्यों के नाम– कर्क रेखा गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम राज्यों से होकर गुज़रती है।

भारत के पड़ोसी देश – भारत में 28 राज्य और 9 केन्द्रशासित क्षेत्र हैं तथा अपनी भूमि सीमा इनके साथ बाँटते हैं।

• उत्तर-पश्चिम- पाकिस्तान और अफगानिस्तान।
• उत्तर- नेपाल, चीन, भूटान।
• पूर्व- म्यांमार व बांग्लादेश।
• दक्षिण- श्रीलंका और मालदीव।

भारत और श्रीलंका के बीच में छोटा समुद्री रास्ता पाक जलसंधि तथा मन्नार की खाड़ी है, जो भारत से श्रीलंका को अलग करती है मालदीव, लक्षद्वीप समूह के दक्षिण में स्थित है। प्रायद्वीप भूमि का एक टुकड़ा है जो एक तरफ से भूमि से जुड़ा हो और तीन तरफ से पानी से घिरा है।

भारत की तुलना से अधिक क्षेत्रफल वाले देश

(1) रूस
(2)चीन
(3) कनाडा
(4) संयुक्त राज्य अमेरिका
(5) आस्ट्रेलिया
(6) ब्राजील

हिंद महासागर में भारत की केंद्रीय स्थिति से भारत को लाभ

(i) इसने ट्रांस हिंद महासागर मार्गों के कारण भारत को एक रणनीतिक लाभ दिया है जो पश्चिम में यूरोप के देशों और पूर्वी एशिया के देशों को जोड़ता है।

(ii) दक्कन प्रायद्वीप हिंद महासागर में फैला हुआ है, जो भारत को पश्चिमी तट से पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोप के साथ और पूर्वी तट से दक्षिण – पूर्व एशिया के साथ निकट संपर्क स्थापित करने में मदद करता है।

(iii) विशाल तटरेखा और प्राकृतिक बंदरगाह ने अपने पड़ोसी और दूर के देशों के साथ व्यापार और वाणिज्य करने में भारत को लाभान्वित किया है।

(iv) इसने भारत को एशियाई महाद्वीप के बाकी हिस्सों की तुलना में एक अलग जलवायु दी है।

भारत तथा विश्व

(i) भारतीय भूखंड एशिया महाद्वीप के पूर्व और पश्चिम के मध्य में स्थित है। हिंद महासागर जो कि पश्चिम यूरोपीय देशों और पूर्वी एशियाई देशों को मिलाता है भारत को केन्द्रीय स्थिति प्रदान करता है।

(ii) दक्षिण का पठार हिंद महासागर में शीर्षवत फैला हुआ है और पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोप के देशों के साथ-साथ पूर्वी तट के माध्यम से निकटतम सम्बन्ध बनाये हुए हैं।

(iii) हिंद महासागर में किसी भी की तटीय सीमा भारत जैसी नहीं है, भारत की इसी महत्वपूर्ण स्थिति के कारण हिंद महासागर का नाम इसके नाम पर रखा गया है।

(iv) भारत का विश्व के देशों के साथ संपर्क युगों पुराना है, परन्तु यह सम्बन्ध समुद्री जलमार्गों की अपेक्षा भू-भागों से होकर था। प्राचीन काल में समुद्री मार्ग के जानकारी न होने के कारण अनेक यात्री उत्तरी पर्वतों के दर्रों से भारत में आए। 

(v) प्राचीन समय से ही भू मार्गों से ही विचारों और वस्तुओं का आदान-प्रदान होता रहा है। इसी प्रकार उपनिषदों के विचार, रामायण तथा पंचतंत्र की कहानियाँ, भारतीय अंक एवं दशमलव प्रणाली के साथ-साथ मसाले, मलमल आदि कपड़े तथा व्यापार के अन्य सामान संसार के विभिन्न भागों तक पहुँच सके। 

(vi) इसके विपरीत यूनानी स्थापत्य कला तथा पश्चिमी एशिया की वास्तुकला के प्रतीक मीनारों तथा गुम्बदों का प्रभाव हमारे देश के विभिन्न भागों में देखा गया।

NCERT Solution Class 9th भूगोल Notes in Hindi
Chapter – 1 भारत – आकार और स्थिति
Chapter – 2 भारत का भौतिक स्वरुप
Chapter – 3 अपवाह
Chapter – 4 जलवायु
Chapter – 5 प्राकृतिक वनस्पति तथा वन्य प्राणी
Chapter – 6 जनसंख्या
NCERT Solution Class 9th भूगोल Question Answer in Hindi
Chapter – 1 भारत – आकार और स्थिति
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NCERT Solution Class 9th भूगोल MCQ in Hindi
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