NCERT Solutions Class 7th History Chapter – 6 नगर, व्यापारी और शिल्पीजन (Towns Traders and Craftsperson) Notes In Hindi

NCERT Solutions Class 7th History Chapter – 6 नगर, व्यापारी और शिल्पीजन (Towns Traders and Craftsperson)

TextbookNCERT
Class 7th
Subject Social Science (इतिहास)
Chapter6th
Chapter Nameनगर, व्यापारी और शिल्पीजन (Towns Traders and Craftsperson)
CategoryClass 7th Social Science (इतिहास)
Medium Hindi
SourceLast Doubt
NCERT Solutions Class 7th History Chapter – 6 नगर, व्यापारी और शिल्पीजन (Towns Traders and Craftsperson) Notes In Hindi 1 शासक व्यापारी एवं धनाढ्य लोग मंदिर क्यों बनाते थे?, मंदिरों के निर्माण तथा उनके रखरखाव के लिए शिल्पी जन कितने महत्वपूर्ण थे?, मंदिरों के आसपास नगरों के विकसित होने के क्या कारण थे?, कोर्ट टाउन क्लास 7 से आपका क्या मतलब है?, बॉलीवुड कहलाने वाला देश का प्रमुख व्यापारी नगर कौन सा है?, भारत का सबसे बड़ा निर्यातक देश कौन है?, बॉलीवुड का संबंध किस राज्य से है?, भारत सबसे ज्यादा निर्यात क्या करता है?, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार देश कौन सा है?, भारत का सबसे बड़ा व्यापार क्या है?, भारत कितने देशों से व्यापार करता है?, बॉलीवुड देश कहां है?, भारत प्रमुख रूप से किसका आया करता है?,विश्व निर्यात में भारत का कितना प्रतिशत हिस्सा है?, कौन सा देश सबसे अधिक निर्यात करता है?, कौन सा देश सबसे कम निर्यात करता है?, पाकिस्तान भारत से क्या आयात करता है?, एक्सपोर्ट नंबर 1 कौन सा देश है?, विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक कौन है 2023?सबसे ज्यादा व्यापार किस देश में होता है?, भारत में कौन सबसे पहले व्यापार करने आए?, दुनिया में सबसे अच्छा व्यापार अवसर क्या है?, दो देश के बीच होने वाले व्यापार को क्या कहते हैं? इस अध्यये के Notes पढ़ेंगे

NCERT Solutions Class 7th History Chapter – 6 नगर, व्यापारी और शिल्पीजन (Towns Traders and Craftsperson)

Chapter – 6

व्यापारी और शिल्पीजन

Notes

मध्ययुगीन नगर कितने प्रकार के होते थे।

मध्ययुगीन नगर कई प्रकार के होते थे, जैसे मंदिर नगर, प्रशासनिक केंद्र, व्यावसायिक शहर और पत्तन नगर। कुछ नगर ऐसे भी थे जहाँ एक से अधिक किस्मों के शहरों के लक्षण होते थे। कोई नगर प्रशासनिक केंद्र के साथ साथ व्यावसायिक केंद्र भी हो सकता था और वहाँ महत्वपूर्ण मंदिर भी हो सकता था।

तंजवूर क्या है

चोल राजवंश की राजधानी तंजवूर एक प्रशासनिक नगर था। इस नगर में सेना की छावनी भी थी। तंजवूर नगर में एक व्यस्त बाजार भी था जहाँ अनाज, मसालों, कपड़ों, जेवरातों, आदि की खरीद बिक्री होती थी। तंजवूर एक मंदिर नगर भी था। उस जमाने में मंदिर कई प्रकार की सामाजिक और आर्थिक क्रियाओं के केंद्र होते थे।

मंदिर के धन का इस्तेमाल व्यवसाय और बैंकिंग को वित्तीय सहायता देने के लिए किया जाता था। समय बीतने के साथ मंदिर के आस पास कई पुजारी, शिल्पी, मजदूर, व्यापारी, आदि बस गये। इस तरह मंदिर नगर का आकार बड़ा होता चला गया।

मध्ययुग के मंदिर नगर के कुछ उदाहरण
भिल्लस्वामिन या भिसला या विदिशामध्यप्रदेश
सोमनाथगुजरात
कांचीपुरम, तिरुवन्नमलाई और मदुरैतमिलनाडु
तिरुपतिआंध्रप्रदेश
वृंदावनउत्तर प्रदेश

अजमेर किस देश का राज्य है

राजस्थान का यह शहर बारहवीं शताब्दी में चौहान राजाओं की राजधानी हुआ करती थी। बाद में मुगल साम्राज्य में यह सूबे की राजधानी बनी। अजमेर में धार्मिक सौहार्द्र का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिलता था। महान सूफी संत, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती बारहवीं सदी में अजमेर में आकर बस गए। हर समुदाय के लोग उनके अनुयायी थे। अजमेर के निकट स्थित पुष्कर झील ने सैंकड़ों वर्षों से तीर्थयात्रियों को आकर्षित किया है।

व्यापार किसे कहते है

छोटे नगरों का नेटवर्क: आठवीं शताब्दी में भारतीय उपमहाद्वीप में कई छोटे-छोटे नगर थे। कई बड़े गाँव विकसित होकर छोटे नगर बन गए। इन नगरों के बाजार को मंडपिका (बाद में मंडी) कहा जाता था। बजार की गलियों को हट्ट कहते थे जहाँ दुकानों की कतार होती थी। अलग-अलग शिल्पकर्मियों के लिए अलग-अलग गलियाँ होती थीं। उदाहरण: कुम्हार हट्ट, तेली हट्ट, चीनी हट्ट, आदि।

कुछ व्यापारी एक जगह से दूसरी जगह भी जाते थे। कई लोग सुदूर इलाकों से स्थानीय उत्पाद खरीदने आते थे। ऐसे लोग दूसरे स्थानों की वस्तुएँ भी बेचते थे, जैसे नमक, कपूर, घोड़े, केसर, सुपारी, काली मिर्च, आदि।

जमींदार की भूमिका क्या है

इन नगरों में या उनके पास सामंतों या जमींदारों द्वारा किलेबंद महल बनवाए गये थे। ये लोग व्यापारियों, शिल्पकारों और चीजों पर कर वसूलते थे। जमींदार कभी कभी टैक्स वसूलने का अधिकार स्थानीय मंदिर को दे देते थे जो उन्हीं के द्वारा बनवाया गया था। मंदिर के अभिलेखों से टैक्स वसूलने के अधिकार के दान का पता चलता है।

छोटे और बड़े व्यापारी किसे कहते है

उस जमाने में कई तरह के व्यापारी होते थे। घोड़े के व्यापारी अपने संघ बनाते थे और फिर संघ का मुखिया ग्राहकों से मोलभाव करता था। लंबी दूरी की यात्रा करने वाले व्यापारी अक्सर कारवां बनाकर चलते थे और अपने हितों की रक्षा के लिए व्यापार-संघ (गिल्ड) बनाते थे।

आठवीं सदी से ही दक्षिण भारत में ऐसे कई गिल्ड बनने लगे थे। मणिग्रामम और नानादेशी काफी मशहूर गिल्ड थे। इन संघों का व्यापार पूरे उपमहाद्वीप में, और दक्षिण-पूर्वी एशिया तथा चीन तक फैला हुआ था। बंजारों की गिनती भी व्यापारियों में होती थी।

कुछ अन्य व्यापारी समुदायों के नाम हैं चेट्टियार, मारवाड़ी ओसवाल और गुजराती व्यापारी। समय बीतने के साथ मारवाड़ी ओसवाल, भारत में प्रमुख व्यापारी समुदाय बन गया। गुजराती व्यापारियों के दो समुदाय थे, हिंदू बनिया और मुस्लिम बोहरा। गुजराती व्यापारियों का कारोबार लाल सागर के बंदरगाहों, फारस की खाड़ी, चीन, पूर्वी अफ्रीका और दक्षिण-पूर्वी एशिया तक फैला था। ये लोग कपड़ा और मसाले बेचते थे और अफ्रीका से सोना और हाथी दाँत, चीन से मसाले, टिन, मिट्टी के नीले बरतन और चांदी खरीदते थे।

पश्चिमी तट के नगरों में अरबी, फारसी, चीनी यहूदी और सीरिया के इसाई बसे हुए थे। इटली के व्यापारी लाल सागर के बंदरगाहों से भारत के मसाले और कपड़े खरीदकर उन्हें यूरोप के बाजारों तक पहुँचाते थे। इस काम में उन्हें भारी मुनाफा होता था। भारतीय मसालों और सूती कपड़ों की आदत पड़ जाने के बाद यूरोप के व्यापारी भारत की ओर आने लगे।

शिल्पकार किसे कहते है

बिदर के शिल्पकार तांबा और चाँदी पर नक्काशी के लिए इतने मशहूर थे कि उस कला का नाम बिदरी पड़ गया। मंदिर बनाने के लिए पांचाल या विश्वकर्मा समुदाय की अहम भूमिका थी और इस समुदाय में सोनार, लोहार, ठठेरे, राजमिस्त्री और बढ़ई शामिल थे।महलों, विशाल भवनों, हौज और जलाशय बनाने में भी इनकी अहम भूमिका होती थी। सालियार या कैक्कोलार समुदाय इतना संपन्न हो चुका था कि मंदिरों के लिए दान भी करने लगा। कपड़ा बनाने के कुछ चरण स्वतंत्र शिल्प के रूप में उभर चुके थे, जैसे कपास की सफाई, कताई और रंगाई।

NCERT Solution Class 7th Social Science इतिहास  All Chapters Notes

You Can Join Our Social Account

YoutubeClick here
FacebookClick here
InstagramClick here
TwitterClick here
LinkedinClick here
TelegramClick here
WebsiteClick here

प्रश्न 1. 1 शासक व्यापारी एवं धनाढ्य लोग मंदिर क्यों बनाते थे?

ताकि उनकी धार्मिक आस्था का प्रकटीकरण हो सके

प्रश्न 2. मंदिरों के निर्माण तथा उनके रखरखाव के लिए शिल्पी जन कितने महत्वपूर्ण थे?

मंदिरों के निर्माण के लिए शिल्पी काफ़ी महत्त्वपूर्ण थे

प्रश्न 3. अपने विचार से मंदिरों के आसपास नगर क्यों विकसित हुए?

(i) मंदिर के कर्ता-धर्ता मंदिर के धन को व्यापार एवं साहूकारी में लगाते थे।

प्रश्न 4. भारत का सबसे बड़ा निर्यातक देश कौन है?

अमेरिका

प्रश्न 5. बॉलीवुड का संबंध किस राज्य से है?

मुंबई

प्रश्न 6. भारत का नंबर वन एक्सपोर्ट क्या है?

निर्यात में भारत नंबर वन, 71 फीसदी भारतीय

प्रश्न 7. भारत के मुख्य दो निर्यात कौन से हैं?

पेट्रोलियम उत्पाद, तेल, रत्न एवं आभूषण, कीमती धातुएं, इंजीनियरिंग गुड्स, सिले सिलाये वस्त्र, कंप्यूटर सहित मशीनरी, कार्बनिक रसायन, विद्युत मशीनरी/उपकरण, लोहा, इस्पात और फार्मास्यूटिकल्स उत्पाद इत्यादि

प्रश्न 8. भारत का सबसे अधिक आयात कहाँ होता है?

चीन

प्रश्न 9. भारत चीन से कितना पीछे है?

4057 किमी

प्रश्न 10. भारत से चीन क्या खरीदता है?

भारत चीन से क्या-क्या खरीदता है? कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने राज्यसभा में कहा कि भारत चीन से मुख्य तौर से इलेक्ट्रॉनिक आइटम, टीवी कैमरा, ऑटो एक्सेसरीज, केमिकल, कॉपर, सेमीकंडक्टर, फर्टिलाइजर जैसे सामानों का आयात जमकर करता है

प्रश्न 12. वर्तमान में भारत का व्यापार घाटा कितना है?

01.02 अरब डॉलर

प्रश्न 13. अमेरिका को भारत का सबसे बड़ा निर्यात क्या है?

पेट्रोलियम उत्पादों, पॉलिश हीरे, फार्मा उत्पाद, आभूषण, हल्के तेल