गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) के उद्देश्यों को समझाइए।

गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) का परिचय

गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement – NAM) 20वीं शताब्दी में शीत युद्ध के दौरान उन देशों द्वारा शुरू किया गया था, जो अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी गुट और सोवियत संघ के नेतृत्व वाले पूर्वी गुट से अलग रहकर अपनी स्वतंत्र विदेश नीति अपनाना चाहते थे। इसकी स्थापना 1961 में बेलग्रेड (यूगोस्लाविया) में हुई। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य शीत युद्ध के दौरान विश्व शांति और संप्रभुता बनाए रखना था।


गुटनिरपेक्ष आंदोलन के उद्देश्य

1. शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व

  • गुटनिरपेक्ष आंदोलन का प्राथमिक उद्देश्य था कि सभी देश शांति से रहें और आपसी सहयोग को बढ़ावा दें।
  • किसी भी प्रकार के सैन्य गठबंधन से बचते हुए विश्व शांति स्थापित करना इसका लक्ष्य था।

2. राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा

  • गुटनिरपेक्ष देश अपनी राजनीतिक स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखना चाहते थे।
  • किसी भी महाशक्ति के प्रभाव में आए बिना अपनी नीतियाँ तय करना उनका मुख्य उद्देश्य था।

3. शीत युद्ध से दूरी बनाए रखना

  • आंदोलन का उद्देश्य अमेरिका और सोवियत संघ के सैन्य और राजनीतिक गुटों से दूरी बनाना था।
  • दोनों गुटों के बीच जारी संघर्ष में किसी का पक्ष न लेकर तटस्थ रहना इसकी नीति थी।

4. उपनिवेशवाद का अंत

  • यह आंदोलन उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद और नस्लभेद (Racism) के खिलाफ था।
  • सभी देशों को स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया गया।

5. आर्थिक विकास और सहयोग

  • गुटनिरपेक्ष देशों ने अपने आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी।
  • वे विकसित देशों पर निर्भरता कम करके आपसी आर्थिक सहयोग और दक्षिण-दक्षिण सहयोग (South-South Cooperation) को बढ़ावा देना चाहते थे।

6. परमाणु निरस्त्रीकरण

  • गुटनिरपेक्ष आंदोलन ने परमाणु हथियारों की दौड़ को रोकने और परमाणु निरस्त्रीकरण का समर्थन किया।
  • इसका उद्देश्य था कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल न हो और सभी देशों को सुरक्षा मिले।

7. संयुक्त राष्ट्र की मजबूती

  • गुटनिरपेक्ष आंदोलन ने संयुक्त राष्ट्र (UN) को मजबूत करने और उसे अधिक प्रभावी बनाने का समर्थन किया।
  • उन्होंने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि छोटे देशों की आवाज भी वैश्विक मंच पर सुनी जाए।

8. सामाजिक न्याय और समानता

  • सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को समाप्त करना और सभी देशों के बीच समानता और न्याय स्थापित करना गुटनिरपेक्ष आंदोलन का उद्देश्य था।

गुटनिरपेक्ष आंदोलन का महत्व

  1. शांतिपूर्ण दुनिया का निर्माण:
    • इस आंदोलन ने शीत युद्ध के दौरान कई छोटे देशों को सैन्य गुटों से बचाया और शांति बनाए रखने में मदद की।
  2. स्वतंत्र विदेश नीति:
    • यह आंदोलन विकासशील देशों को स्वतंत्र विदेश नीति अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
  3. विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व:
    • NAM ने विकासशील देशों के अधिकारों और आवश्यकताओं की वकालत की।
  4. वैश्विक मंच पर प्रभाव:
    • NAM ने वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और आर्थिक असंतुलन को उजागर किया।

निष्कर्ष

गुटनिरपेक्ष आंदोलन ने विकासशील और नव स्वतंत्र देशों को शीत युद्ध के तनावों से बचने और अपने स्वतंत्र निर्णय लेने का अधिकार दिया। इसका मुख्य उद्देश्य शांति, न्याय, और समानता की स्थापना करना था। वर्तमान समय में, हालांकि शीत युद्ध समाप्त हो गया है, लेकिन NAM के सिद्धांत अभी भी विश्व राजनीति में प्रासंगिक हैं।