अच्छे पोषण का क्या महत्त्व है? अस्वस्थता / रोग किस प्रकार किसी व्यक्ति की पोषण स्थिति को प्रभावित करता है?
उत्तर –
सर्वोत्तम पोषण, विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से बचाव में, व्यक्ति की रोगप्रतिरोधक क्षमता के विकास में तथा विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव एवं उनसे उबरने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यदि शरीर को आवश्यकतानुसार पोषक तत्वों की प्राप्ति न हो तो, ऐसी स्थिति में व्यक्ति की रोगप्रतिरोधक क्षमता में कमी आती हैं, घावों को भरने में अपेक्षाकृत अधिक समय लगता है, दवाईयों का प्रभाव कम होता है तथा विभिन्न अंगों को सुचारु रूप से कार्य करने में कठिनाई होती है। नियमित रूप से ऐसी स्थिति में बने रहने के कारण व्यक्ति और अधिक जटिल बीमारियों का शिकार हो सकता हैं।
इसके अतिरिक्त पोषण, बीमारी के दौरान तथा उसके बाद रोगी को उससे उबरने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ बीमारियों में पोषण, रोग की व्यवस्था और उपचार (management and treatment) में प्रमुख भूमिका निभाता है जबकि कुछ बीमारियों में यह चिकित्सीय उपचार में पूरक का कार्य (complements the medical treatment) करता है। बीमारी से पहले और बाद में रोगी की पोषक स्थिति उसकी सहायता, रोग के पूर्वानुमान, स्वास्थ्यलाभ और अस्पताल में ठहरने के समय निर्धारण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
You Can Join Our Social Account
Youtube | Click here |
Click here | |
Click here | |
Click here | |
Click here | |
Telegram | Click here |
Website | Click here |