NCERT Solutions Class 6 hindi Paryavaran Adhyayan – Chapter -7 हमे पानी कहाँ से मिलता है Question & answer

NCERT Solutions Class 6 hindi Paryavaran Adhyayan – Chapter -7 हमे पानी कहाँ से मिलता है Question & answer 

TextbookNCERT
Class Class 6th
Subject ( Paryavaran Adhyayan ) Hindi
Chapterchapter – 7
Chapter Nameहमे पानी कहाँ से मिलता है
CategoryClass 6th  Hindi Paryavaran Adhyayan प्रश्न-उत्तर
Medium Hindi
SourceLast Doubt

NCERT Solutions Class 6 hindi Paryavaran Adhyayan – Chapter -7 हमे पानी कहाँ से मिलता हैQuestion & answer 

?Chapter – 7?

✍हमे पानी कहाँ से मिलता है✍

?प्रश्न-उत्तर?

अति लघुत्तरीय प्रश्न (एक शब्द या एक वाक्य)

प्रश्न 1. कुतुब मीनार के चारों ओर क्या दिखाई देता है ?.
?‍♂️उत्तर: बहुत-सी ऐतिहासिक इमारतें।

प्रश्न 2. पुराने जमाने की बावड़ियों में क्या भरा होता था ?
?‍♂️उत्तर: पानी

प्रश्न 3. कुतुब मीनार के पास वाली बावड़ी को कब बनवाया गया था ?’.
?‍♂️उत्तर: तेरहवीं शताब्दी में।

प्रश्न 4. पुराने जमाने में कौन-सी जल धाराएं यमुना नदी को पोषित करती थीं ?
?‍♂️उत्तर: अरावली पर्वत श्रृंखला एवं वनों के बीच कई जलधाराएं पूरे वर्ष बहती थीं जो यमुना नदी को पोषित करती थीं।

प्रश्न 5. प्राचीन काल में दिल्ली की एक बड़ी धारा को किस नाम से पुकारा जाता था ?
?‍♂️उत्तर: साहिबी नदी।

प्रश्न 6. दिल्लीवासियों को अतिरिक्त जल कहाँ से मिलता है?
?‍♂️उत्तर: अतिरिक्त जल गंगा नदी एवं पश्चिमी यमुना नहर के मिलता है।

प्रश्न 7. इटली की मीठे पानी की झील का नाम लिखो।
?‍♂️उत्तर: कोमो।

प्रश्न 8. कश्मीर की मीठे पानी की झील का नाम क्या है?
?‍♂️उत्तर: डल झील।

प्रश्न 9. दिल्ली में कितनी झीलें हैं ?’
?‍♂️उत्तर: लगभग 20 झीलें।

प्रश्न 10. खारे पानी की एक झील का नाम लिखो।
?‍♂️उत्तर: ग्रेट साल्ट लेक

लघुत्तरीय प्रश्न 

प्रश्न 1. बावड़ियों का रुका हुआ पानी कैसे इस्तेमाल होता था ?
?‍♂️उत्तर: बावड़ियों की नियुमित सफाई की जाती थी। इन्हें लोग गंदा नहीं करते थे। गर्मियों में पानी की कमी के वक्त इनके पा का इस्तेमाल होता था।

प्रश्न 2. पानी का शोधन करने के लिए दिल्ली में स्थित जल संयंत्रों के नाम लिखो।
?‍♂️उत्तर: (i) चन्द्रावल ज़ल संयंत्र (ii) हैदरपुर जल संयंत्र (iii) भागीरथी जल संयंत्र ।

प्रश्न 3. पोखर की अवधारणा संक्षेप में लिखो।
?‍♂️उत्तर: पोखर पानी का स्रोत है। इसका आकार झील से छोटा होता है। इसके चारों ओर झाड़ियां एवं पेड़-पौधे होते हैं। इसकी गहराई कम होती है। यह छोटे जलीय जीवों के लिए अच्छा आवास है।

प्रश्न 4. झील की अवधारणा स्पष्ट कीजिए।
?‍♂️उत्तर: झील मीठे अथवा खारे पानी का स्रोत है। झील के चारों ओर जमीन होती है। झील की गहराई पोखर से ज्यादा होती ” हैं। पुराने समय में दिल्ली में लगभग 20 झीलें थीं। केन्द्रीय प्रदूषण बोर्ड अब इन झीलों को पुनर्जीवित करने में लगा हुआ है।

लघुत्तरीय प्रश्न 

प्रश्न. 1. दिल्ली में पायी जाने वाली बावड़ियों के बारे में लिखिए।
?‍♂️उत्तर:पुराने समय में दिल्ली में अनेक बावड़ियों का निर्माण किया गया। इनमें से कई महरौली क्षेत्र में पायी जाती हैं। ये आयताकार एवं गहरी बनी होती थीं। चारों ओर बनी सीढ़ियों से नीचे जाया जाता था। पुराने समय में इनमें पानी भरा होता था। अब ये चावड़ियां सूख चुकी हैं। तेरहवीं शताब्दी में बनी गंधक नामकएक बावड़ी में अब भी पानी मौजूद है। इसका पानी मौसम के अनुसार रंग बदलता था।

प्रश्न 2. पुराने समय में दिल्ली शहर को पानी के मामले में समृद्ध क्यों माना जाता था ?
?‍♂️उत्तर: दिल्ली यमुना के किनारे बसा है अरावली पर्वत एवं वनों से निकलने वाली कई जलधाराएं पूरेवर्ष यमुना को जान से पोषित करती थीं। इस शहर में लगभग 20 झीलें थीं। लोगों ने वर्षा जल संग्रह करने के लिए बावड़ियों का निर्माण कराया था। इसलिए जल के मामले में दिल्ली को समृद्ध शहर माना जाता था। 

प्रश्न 3. दिल्ली की जल व्यवस्था को आरेख द्वारा समझाइए।
?‍♂️उत्तर:

प्रश्न 4. आज दिल्ली में पानी की कमी क्यों है ?
?‍♂️उत्तर:दिल्ली की आबादी 1.5 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। अतः पानी की मांग में अत्यधिक बढ़ोतरी हो गई है। सड़कों एवं इमारतों के निर्माण के कारण जमीन पक्की हो गई है। इसलिए वर्षा जल कम मात्रा में जमीन के अन्दर रिसता है। परिणामत: भूमिगत जल स्तर नीचे गिर गया है। अरावली पर्वत की श्रृंखला एवं वनों से निकलने वाली कई जल धाराएं विलुप्त हो गई है। इसीलिए दिल्ली में पानी की बहुत कमी हो गई है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 

प्रश्न 1. पानी की बचत करना क्यों अनिवार्य है ? पानीकी बचत के कुछ उपाय लिखिए।
?‍♂️उत्तर:पानी जीवन है। पानी अनमोल है। यह बात हम अच्छी ह से जानते हैं। पानी प्राकृतिक संसाधन है। इसकी आपूर्ति कृतिक जल चक्रण से ही संभव है। दिल्ली में जनसंख्या के ते दबाव के कारण पानी की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है और शहरीकरण एवं औद्योगीकरण के नाम पर हम पुराने जल सोती को तबाह कर रहे हैं। परिणाम स्वरूप दिल्ली पानी की समस्या से ग्रसित है।
पानी की बचत के उपाय-
(1) नदी, कुएं तथा अन्य जल स्रोतों को साफ रखा जाए।
(2) टेप या किसी अन्य तरह से गिरकर बहने वाले पानी को हार्वेस्टिंग किया जा सकता है।
(3) छत, मैदान,संग्रहण किया जा सकता है। सड़क आदि पर गिरने वाले जल का
(4) पानी को डिटरजेन्टंस के प्रयोग से दूषित न किया जाए।
(5) नल को कभी खुला न छोड़ा जाए।
(6.) स्नान के लिए टब का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
(7) मीठे पानी का प्रयोग केवल भांजन बनाने में व पीने में करना चाहिए।