2000 में भारत में तीन नए राज्यों का निर्माण हुआ था:
- छत्तीसगढ़ (मध्य प्रदेश से अलग होकर)
- उत्तराखंड (तब उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश से अलग होकर)
- झारखंड (बिहार से अलग होकर)
क्यों बनाए गए ये राज्य?
इन राज्यों का निर्माण मुख्य रूप से प्रशासनिक और सामाजिक-आर्थिक कारणों से हुआ था।
- छत्तीसगढ़:
- छत्तीसगढ़ क्षेत्र के लोग लंबे समय से अपनी सांस्कृतिक पहचान, आर्थिक विकास और क्षेत्रीय पिछड़ेपन के मुद्दों को लेकर अलग राज्य की मांग कर रहे थे।
- इस क्षेत्र में खनिज संपदा प्रचुर मात्रा में थी, लेकिन इसका समुचित विकास नहीं हो पा रहा था।
- प्रशासनिक दक्षता और विकास कार्यों को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए इसे मध्य प्रदेश से अलग कर दिया गया।
- उत्तराखंड:
- उत्तराखंड का पहाड़ी क्षेत्र उत्तर प्रदेश से भौगोलिक और सांस्कृतिक रूप से अलग था।
- वहां के लोगों को विकास योजनाओं में भागीदारी और संसाधनों के उचित वितरण की कमी महसूस होती थी।
- अलग राज्य बनने से स्थानीय प्रशासन को सुदृढ़ बनाया जा सका और पर्वतीय क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी गई।
- झारखंड:
- झारखंड क्षेत्र लंबे समय से औद्योगिक और खनिज संपदा का केंद्र था, लेकिन इसके बावजूद क्षेत्रीय विकास और जनजीवन में सुधार नहीं हो पा रहा था।
- यहां की जनजातीय आबादी ने अपनी सांस्कृतिक पहचान और विकास के लिए अलग राज्य की मांग की थी।
- बिहार के विकास में झारखंड के खनिज संसाधनों का योगदान तो था, लेकिन स्थानीय लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था।
निष्कर्ष:
इन राज्यों का गठन इसलिए किया गया ताकि प्रशासनिक प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सके, क्षेत्रीय असमानताओं को दूर किया जा सके, और वहां के निवासियों को उनकी सांस्कृतिक और आर्थिक आकांक्षाओं के अनुकूल विकास का अवसर प्रदान किया जा सके।