1960 के दशक मं अमरीका और सोवियत सघ में ‘कौन सी दो महच्वपर्ण सधियों पर हस्ताक्षर हुए ?

1960 के दशक में अमेरिका और सोवियत संघ के बीच दो महत्वपूर्ण संधियों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनका उद्देश्य शीत युद्ध के दौरान हथियारों की दौड़ को नियंत्रित करना और वैश्विक शांति सुनिश्चित करना था। ये संधियां थीं:

1. परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (Partial Nuclear Test Ban Treaty – PTBT, 1963)

तारीख: 5 अगस्त 1963

पृष्ठभूमि: 1950 और 1960 के दशक में अमेरिका और सोवियत संघ के बीच परमाणु हथियारों की दौड़ तेज हो गई थी। इन परीक्षणों के कारण पर्यावरणीय क्षति और रेडियोधर्मी प्रदूषण बढ़ रहा था।

प्रमुख प्रावधान:

इस संधि के तहत, परमाणु परीक्षणों को वायुमंडल, समुद्र और बाहरी अंतरिक्ष में प्रतिबंधित किया गया।

भूमिगत परमाणु परीक्षणों की अनुमति थी, लेकिन इससे बाहर निकलने वाले रेडियोधर्मी प्रदूषण पर प्रतिबंध था।

हस्ताक्षरकर्ता: अमेरिका, सोवियत संघ, और ब्रिटेन ने इसे प्रारंभ में अपनाया।

महत्व: यह हथियार नियंत्रण की दिशा में पहला बड़ा कदम था और भविष्य में अन्य संधियों का आधार बना।

2. अंतरिक्ष का शांति पूर्ण उपयोग संधि (Outer Space Treaty, 1967)

तारीख: 27 जनवरी 1967

पृष्ठभूमि: 1960 के दशक में अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में अमेरिका और सोवियत संघ के बीच प्रतिस्पर्धा (स्पेस रेस) चरम पर थी। यह संधि सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई कि अंतरिक्ष का उपयोग केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हो।

प्रमुख प्रावधान:

अंतरिक्ष, चंद्रमा, और अन्य खगोलीय पिंडों को सैन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग करने पर प्रतिबंध।

अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों और अन्य विनाशकारी हथियारों की तैनाती पर रोक।

अंतरिक्ष को सभी देशों के लिए साझा संपत्ति घोषित करना, जिससे किसी भी राष्ट्र को इसे अपना क्षेत्र घोषित करने की अनुमति नहीं दी गई।

हस्ताक्षरकर्ता: अमेरिका, सोवियत संघ, और ब्रिटेन समेत अन्य देशों ने इसे स्वीकार किया।

महत्व: यह अंतरिक्ष के सैन्यीकरण को रोकने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था और अंतरिक्ष अन्वेषण को शांति और सहयोग का क्षेत्र बनाया।

निष्कर्ष:

इन दोनों संधियों ने शीत युद्ध के दौरान अमेरिका और सोवियत संघ के बीच हथियारों की दौड़ और संभावित परमाणु संघर्ष को सीमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, इनसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति और सहयोग को बढ़ावा मिला।