कार्ल मार्क्स के अनुसार पूंजीपति के साथ होने वाले संघर्ष में जीत अंततः किसकी होती है

कार्ल मार्क्स के अनुसार पूंजीपति के साथ होने वाले संघर्ष में जीत अंततः किसकी होती है

(A) शासकों की

(B) मजदूरों की

(C) सामंतवादियों की

(D) पूंजीपतियों की

Ans – (B) मजदूरों की

कार्ल मार्क्स को यह विश्वास था कि पूंजीपति के साथ होने वाले संघर्ष में जीत अंततः मजदूरों की होती है।

इसके बाद एक ऐसे समाज की स्थापना होती है जिसमें सारी संपत्ति पर पूरे समाज का यानी सामाजिक नियंत्रण और स्वामित्व होता है।

उन्होंने भविष्य में होने वाले इस समाज को साम्यवादी अर्थात कम्युनिस्ट समाज का नाम दिया था।

1917 की अक्टूबर क्रांति के द्वारा रूस की सत्ता पर समाजवादियों ने कब्जा कर लिया था।

फरवरी 1917 में राजशाही के पतन और अक्टूबर की घटनाओं को ही अक्टूबर क्रांति के नाम से भी जाना जाता है।

कार्ल मार्क्स का सिद्धांत क्या है?

कार्ल मार्क्स का सिद्धांत यह कहता है कि प्रकृति में पाए जाने वाले जितने भी पदार्थ हम देखते हैं वह सभी गतिशील होते हैं जो आज है कल नहीं रहेंगे या फिर कल से और आज नहीं है कार्ल मार्क्स के अनुसार भौतिकवादी विश्व सदैव गतिशील एवं प्रगतिशील होते हैं

कार्ल मार्क्स ने कौन सी विचारधारा स्पष्ट की?

कार्ल मार्क्स की साम्यवादी विचारधाराओं को ही मार्क्सवादी विचारधारा के नाम से भी समाज में जाना जाता है कार्ल मार्क्स एक समाजवादी विचारधारा के मानने वाले थे और हमेशा इसी पर आधारित समाजवादी विचारक के रूप में कार्य करते थे

कार्ल मार्क्स कौन थे और उन्होंने क्या किया?

कार्ल मार्क्स जर्मन दार्शनिक थे इसके अलावा कार्ल मार्क्स अर्थशास्त्री ही थे इतिहास का भी थे राजनीतिक सिद्धांत का भी थे समाजशास्त्रीय पत्रकार और वैज्ञानिक भी थे कार्ल मार्क्स का पूरा नाम कार्ल हेनरिख मार्क्स था कार्ल मार्क्स का जन्म 5 मई 1818 ईस्वी को जर्मनी में हुआ था

कार्ल मार्क्स की प्रसिद्ध पुस्तक कौन सी थी?

हालांकि कार्ल मार्क्स ने तो कई सारी पुस्तकों का निर्माण किया था लेकिन इसमें सबसे प्रसिद्ध पुस्तक का नाम ‘दास कै‌पिटल’ था जिसने पूरे विश्व में कार्ल मार्क्स को प्रसिद्धि दिलाने में उनकी मदद की थी

कार्ल मार्क्स का दूसरा नाम क्या है?

इनका पूरा नाम कार्ल हेनरिख मार्क्स था

मार्क्सवाद का जनक कौन है?

मार्क्सवाद के जनक जर्मनी के महान विचारक कार्ल मार्क्स थे कार्ल हेनरिख मार्क्स जर्मनी के महान विचारक, अर्थशास्त्री, इतिहासकार, राजनीतिक सिद्धांतकार, समाजशास्त्री, पत्रकार और क्रांतिकारी भी थे

मार्क्सवाद के 7 तत्व क्या हैं?

कार्ल मार्क्स के मार्क्सवाद के मूल सिद्धांत निम्नलिखित हैं द्वंद्वात्मक भौतिकवाद, ऐतिहासिक भौतिकवाद, अधिशेष मूल्य का सिद्धांत, वर्ग संघर्ष, क्रांति, सर्वहारा वर्ग की तानाशाही और साम्यवाद।

मार्क्सवाद का मुख्य उद्देश्य क्या है?

मार्क्सवाद का मुख्य उद्देश्य की बात की जाए तो हम सभी यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि मार्क्सवाद का मुख्य उद्देश्य राज्यविहीन समाज या राष्ट्र का निर्माण करना था।

मार्क्स के अनुसार समाज के 5 चरण कौन से हैं?

मूल्य का श्रम सिद्धांत, विकृत या अनुपस्थित मूल्य संकेत, प्रोत्साहन की कमी, असंगति, अप्रासंगिकता

मार्क्सवाद का अर्थ क्या है?

मार्क्सवाद क्रांतिकारी समाजवाद का एक रूप है। जिसमे कार्ल मार्क्स ने कई प्रकार के सामाजिक असमानता के बारे में विस्तार से बताया है

मार्क्सवाद के सिद्धांतकार कौन है?

कार्ल मार्क्स के विचारों को ही मार्क्सवाद (Marxism) के नाम से जाना जाता है। अर्थात मार्क्सवाद के जनक के रूप में कार्ल मार्क्स का नाम हे आता है

मार्क्सवाद की तीन अवधारणाएँ क्या हैं?

मार्क्सवाद की तीन अवधारणाएँ द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद, ऐतिहासिक भौतिकवाद, अतिरिक्त मूल्य का सिद्धांत को मन जाता है