संविधान क्यों और कैसे उपयोगी है?
संविधान क्यों और कैसे – संविधान एक ऐसा माध्यम है जिसके अंतर्गत किसी भी देश की शांति, नियम, कानून, नीति को समाज में सही तरीके से लागू किया जा सकता है। संविधान के माध्यम से एक समाज में रहने वाले सभी वर्गों के लोगों को समान अधिकार प्राप्त होता है और वह अपने जीवन को बेहतर बनाने की सभी उपलब्ध मौको में हिस्सा लेकर अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। संविधान के माध्यम से ही समाज, राज्य और देश में शांति बनी रहती है।
हम सभी जानते हैं कि भारत देश के अंदर बहुत तरह की भाषाएं बहुत अलग–अलग प्रकार के धर्म की मान्यताएं हैं। यहां पर हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी धर्मों के लिए एक समान निष्ठा हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे भी लोग हैं जो भारत में रहते हैं और वह किसी धर्म को नहीं मानते हैं और उनके सोचने समझने की तौर–तरीके भी अलग होते हुए अलग प्रकार के व्यवसाय करते हैं। उनकी योग्यताएं भी अलग होती है। जितने भी लोग हमारे आस-पास रहते हैं ऐसा जरूरी नहीं है कि सभी का शौक एक जैसे तालमेल करता हो। सभी लोगों की पसंद अलग–अलग हो सकती है।
संविधान क्या है और हमें संविधान की आवश्यकता क्यों है?
किसी भी देश के संविधान में उस देश में एक साथ रहने वाले करोड़ो लोगों द्वारा स्वीकृत एवं लिखित कानून होता हैं। यह सरकार औरआम जनता के बीच विश्वास और संतुलन बनाये रखता है। यह किसी देश के लिए सरकार के जिम्मेदारी और उसके कार्यो को स्पष्ट करता है यह सरकार की शक्तियों पर सीमाएं भी निर्धारित करता है।
सभी लोगों का समाज अलग–अलग हो सकता है। सभी लोगों को अलग–अलग किताबों का शौक हो सकता है। यहां पर तात्पर्य है कि यह भिन्नता को दर्शाता है। इन सभी प्रकार के लोगों को एक जगह लाकर उनमें संतुलन पैदा करने का कार्य संविधान करता है। संविधान सभी लोगों को समान अधिकार समान पहुंच समान निष्ठा प्रदान करता है। संविधान का पहला काम यह है कि वह बुनियादी नियमों का ऐसा समूह उपलब्ध कराएं जिससे समाज के सदस्यों में एक न्यूनतम तालमेल और विश्वास बना रहे।
संविधान कुछ ऐसे बुनियादी सिद्धांतों का समूह है। जिसके आधार पर राज्य का निर्माण और उनके अंदर शासन की पद्धति लाई जाती है। लेकिन यह बुनियादी नियम क्या हो सकती हैं। इनके बारे में भी आपको जानना बहुत ही जरूरी है जो इन्हें बुनियादी बनाते हैं। सबसे पहले समाज में रहने वाले लोगों को यह तय करना होगा कि जिन नियमों के आधार पर समाज का शासन होता है उन्हें कौन बना सकता है।
संविधान क्यों और कैसे काम करती है?
उदाहरण के लिए भारतीय संविधान में यह स्पष्ट किया गया है कि अधिकतर कानून संसद बनाएगी और इस संसद का गठन भी एक विशेष प्रकार से किया जाएगा। किसी समाज में कानून कैसे होने चाहिए इन सभी प्रकार का अधिकृत इन्हीं सांसदों के माध्यम से किया जाएगा।
संविधान का दूसरा काम यह स्पष्ट करना है कि समाज में निर्णय लेने की शक्ति किसके पास होगी। संविधान यह भी तय करता है कि सरकार कैसे नियमित होगी। कैसे किसी भी सरकार का निर्माण किया जाएगा। संविधान का कार्य यह भी है कि वह सरकार द्वारा अपने नागरिकों पर लागू किए जाने वाले कानून पर कुछ सीमाएं लगाएं यह सीमाएं किस रूप में मौलिक होती है कि सरकार कभी उसका उल्लंघन नहीं कर सकती। कभी भी सरकार इन नियमों का दुरुपयोग नहीं कर सकती जिससे आम जनता को नुकसान हो पाए।
संविधान के कार्यों में सबसे महत्वपूर्ण कार्य यह भी है कि वह सरकार को ऐसी क्षमता प्रदान करें जिससे वह जनता की आकांक्षाओं को पूरा कर सके और एक न्यायपूर्ण समाज की स्थापना के लिए उचित परिस्थिति का निर्माण कर सकें। आज इस लेख के माध्यम से हमने समझा की संविधान की क्यों आवश्यकता है?, संविधान क्या है?, इसके कार्य क्या हैं?, समाज के लिए उसकी क्या भूमिका है?, हमारे दैनिक जीवन से संविधान का क्या संबंध है?, इन प्रश्नों के उत्तर को विस्तार से जाना।
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