एक ध्रुवीय विश्व (A Polar World)
• द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) के बाद दुनिया के सामने दो महाशक्ति उभर कर आई।
- पहली महाशक्ति – अमेरिका (USA: United States of America)
- दूसरी महाशक्ति – सोवियत संघ (USSR: Union of Soviet Socialist Republics)
• अमेरिका पहले से ही महाशक्ति था इसके विपरीत सोवियत संघ अभी – अभी नया महाशक्ति के रूप में उभरा था।
• उस समय 1945 में अमेरिका और सोवियत संघ के बीच शीत युद्ध की लड़ाई शुरू हो गई थी। और इसी कारण विश्व दो ध्रुव में बट गया था। जिसे पहली दुनिया तथा दूसरी दुनिया के नाम से भी जाना जाता है।
- पहली दुनिया – अमेरिका (U.S.A) को कहा जाता था।
- दूसरी दुनिया – सोवियत संघ (U.S.S.R) को कहा जाता था।
• सोवियत संघ द्वारा अमेरिका को बार – बार चुनौती देने के कारण धीरे – धीरे सोवित संघ की स्थिति बिगड़ने लगी थी।
(ⅰ) सोवियत संघ और अमेरिका के बीच हथियारों की होड़ शुरू हो गई थी।
(ⅱ) इस समय तक दोनों गुटों में महाशक्ति बनने की होड़ प्रारंभ हो चूका था।
(ⅲ) सोवियत संघ में सैन्य तथा हथियारों पर अधिक खर्च करने के कारण सोवित संघ की अर्थव्यवस्था (Economy) कमजोर होने लगी थी।
(ⅳ) सोवियत संघ के कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) द्वारा उनके नागरिकों को यह गलत जानकारी दी जा रही थी की सोवियत संघ विकास (Development) कर रहा हैं।
(ⅴ) सोवियत संघ में कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) का भ्रष्टाचार तथा तानाशाही (Corruption and Dictatorship) अधिक बढ़ने लगी। जिससे जनताओ (People) में क्रोध की भावना उत्पन्न हो गई थी।
(ⅴⅰ) 1991 में सोवियत संघ का विघटन (Dissolution) हो गया। इस तरह दो ध्रुवीयता का भी अंत हुआ और विश्व में A Polar World (एक ध्रुवीय विश्व) यानि एक महाशक्ति (Superpower) बची जिसे आज हम सभी अमेरिका के नाम से जानते है।